Monday, November 1, 2010

हिंदी सेक्सी कहानियां रिसेशन की मार पार्ट--23




रिसेशन की मार पार्ट--23

गतान्क से आगे..........
अब मुझे इस बात की भी परवाह नही थी के इतने लंबे मोटे लंड से
चुदवाना कोई बच्चो का खेल नही पर अब मैं चुदने को तय्यार थी. अपनी गंद उठा के ऊपेर की तरफ एक धक्का मारा तो उनका बाहर निकलता हुआ लंड अंदर ही रुक गया और उन्हो ने वापस अपने मूसल को मेरी ज़ख़्मी चूत के अंदर घुसेड दिया. एमडी अब मुझे चोदने लगे था. मुझे बहुत ही मज़ा आ रहा था. अब मैं बोलने लगी थी आअहह आईसीईए ह्हाइयीयीयियी उउउउउउफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ आआआआहह कककककककककककचूऊऊद्ददडूऊऊ फ्फ्व्यूक्क्क म्‍म्म्मीईए ह्चेयेयेयायार्रर्डड्डड्ड हीईईईई प्प्प्प्प्प्प्प्फ्ह्ह्ह्ह्ह्हाआआआद्द्द्द्द द्द्द्द्द्द्दाआआआल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लूऊऊऊऊ ईईईईहह स्स्स्स्साआआआआअल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लीईईईइ कककककककचूऊऊऊथतत कूऊव. हहाअईई ब्ब्ब्बूओह्ह्ह्हूओत्त्त्त म्‍म्म्माआज़्ज़्ज़्ज़ाआ आआ राअयाया हहाआईईए अओउर्र्र ज़्ज़्ज़ूओररर सस्सीए कक्चहूओददडूऊ. ऐसा मज़ा मुझे ज़िंदगी मे कभी नही आया था. इतने बड़े और मोटे लंड को चूत के अंदर लेने की ख़ुसी का नशा था जिस से मेरी आँखें मस्ती मे बंद हो गयी थी. अब मेरी चूत उनके लंड से अड्जस्ट हो गयी थी और मेरी चूत के अंदर उनका लंड आसानी से अंदर बाहर हो रहा था. अब वो मस्ती मे धक्के मार मार के मुझे चोद रहे थे, 8 – 10 धक्के आधा लंड बाहर निकाल के धीरे से मारते और फिर 2 – 3 धक्के पूरी ताक़त से मारते. 2 – 3 मिनिट के अंदर ही मैं तो झड़ने लगी. चूत मेरे रस से भर गयी थी और अंदर से तो बोहोत ही स्लिपरी हो गयी थी. केवाई जेल्ली की चिकनाहट और मेरा रस और फिर उनके लंड की जेल्ली भी तो चूत के अंदर चली गयी थी. उन्हो ने चेर के हॅंडल को पकड़ के चोदना शुरू किया और दीवानो की तरह से चोदने लगे पूरी ताक़त से चोद रहे थे. ऐसा लग रहा था जैसे आज पहली बार किसी चूत के अंदर लंड डाल के चोद रहे हो. मेरी चूत का कचूमर निकल रहा था और वो बिन दास चोद रहे थे. मैं फिर से झड़ने लगी. मैं ने उनको टाइट पकड़ लिया. वो अपने पैर फ्लोर पे जमाए अपने हाथो को मेरी बगल से अंदर डाल के चेर के डंडे को पकड़ के पूरी ताक़त से चोद रहे थे बोहतो ही पवरफुल झटके मार रहे थे. मेरा बदन ऐसे हिल रहा था जैसे मानो कोई अर्तक्वेक आया हो. ऐसी पोज़िशन मे मैं हिल भी नही सकती थी और उनके धक्को से मेरे सारे बदन मे एलेक्ट्रिक के झटके महसूस हो रहे थे. थोड़ी ही देरमे उनके झटके तूफ़ानी रफ़्तार से लगने लगे वो फुल स्पीड से चोद रहे थे. उनका बदन पसीने से भर गया था. पसीने की एक बूँद उनकी नाक पे आ गयी और इस से पहेल के वो बूँद नीचे टपके मैं थोड़ा सा उठी और अपनी ज़ुबान उनकी नाक तक ले गयी और उनकी टपकती बूँद को चाट लिया. थोड़ी देर ऐसे ही तूफ़ानी धक्के लगाने के बाद उनका मूसल लंड मुझे अपनी चूत के अंदर फूलता हुआ महसूस होने लगा मैं समझ गयी के अब वो भी अपनी मलाई निकालने वाले है. और हुआ भी वोही. उनके धक्के किसी रेलवे एंजिन के शॅफ्ट की तरह से चल रहे थे और, मैं भी अपनी चूतड़ उठा उठा के
मस्ती मैं चुद रही थी. फ्री एक इतनी ज़ोर से झटका मारा के मेरी मूह से चीख निकल गये ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊीीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई म्‍म्म्ममाआआ माआआआआआररर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्रृिईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स उउउउउउउउउउउउउउउउउह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह, मेरा बदन टाइट हो गया मैं ने उनके बदन को बहुत ज़ोर से पकड़ लिया. उन्हो ने अपने लंड को फाइनली एक झटके मे अंदर जड़ तक घुसेड दिया और उनके लंड से मलाई के फव्वारे निकलने लगी. मलाई निकलती ही चली गयी इतनी निकली के मुझे डाउट होने लगा के यह उनकी मलाई निकल रही है या मेरी चूत के अंदर पेशाब कर रहे है. उनकी मलाई की पहली धार के साथी ही मेरी चूत ने मेरा साथ छोड़ दिया और मैं बड़े ज़ोर से झड़ने लगी ऐसे झड़ी जैसे मैं कभी नही झड़ी थी मानो मेरी चूत का सारा रस आज ही ख़तम हो जाएगा. मेरी चूत के अंदर ही अंदर अपने लौदे को डाले डाले वो गहरी गहरी साँसें लेते हुए मेरे बदन पे कोलॅप्स हो गये.
मलाई का फव्वारा निकला ऐसे निकला जैसे पिसाब कर रहे हो
थोड़ी देर तक हम दोनो ऐसे ही लेटे गहरी गहरी साँसें लेते हुए लेते रहे. उनका लंड अभी तक आकड़ा हुआ फुल्ली एरेक्ट मेरी चूत के अंदर ही फूल रहा था और शाएद ऐसी छोटी चूत को चोद चोद के फाड़ने का और ऐसी मस्त चुदाई का जशन मना रहा था. दोनो के बदन पसीने से शरबूर थे. पसीना ऐसे बह रहा था जैसे हम शवर ले के निकले है. उन्हो ने हाथ बढ़ा के अपनी चेर से छोटा सा टवल उठाया और मेरे बदन के पसीने को सॉफ करने लगे. यह देख के मुझे उनपे बोहोत ही प्यार आया और मैं सोचने लगी के अगर यह मुझे जॉब ना भी दे और अपने साथ ऐसी ही रख ले तो भी मैं बिना जॉब के उनके साथ रहने को तय्यार हू. अब मुझे उनसे और उनके लंड से प्यार हो गया था. इनका लंड राज के लंड से भी ज़ियादा लंबा, ज़ियादा मोटा और ज़ियादा ही सख़्त और ताकतवर था. मेरे सीने और पेट से पसीने की बूँदें
सॉफ कर के अपने बदन का पसीना भी पोंछने लगे. जब पसीना पूरा सॉफ हो गया तो पता चला के रूम मे एरकॉनडिशन भी चल रहा है और कमरा ठंडा भी है जिसका हमै ऐसी गरमा गरम चुदाई मे महसूस ही नही हुआ. पसीना पोछने के बाद उन्हो ने वही करीब टेबल से एक पेपर और पेन उठाया और पेपर को मेरे नंगे बूब्स पे रख दिया और पेन खोल के मेरी आँखो मे देखते हुए बोले के तुम इंटरव्यू का एक पड़ाव तो पार कर चुकी हो और पेपर पे साइन कर के मुझे दिखाने लगे. यह अपायंटमेंट लेटर था. मुझे अपने अपायंटमेंट लेटर के साइन से बहुत ही ख़ुसी हुई और मैं ख़ुसी से झूमने लगी और मन ही मन सोचने लगी के चलो अब हमारे बुरे दिन ख़तम हो जाएँगे और सारे दुख दरद दूर हो जाएगे. मैं ख़ुसी से पागल हो गयी थी और फॉरन ही उनके गले मे अपनी बाहें डाल के उनको झुकाया और उनके चेहरे पे किस की बारिस करदी. फिर फॉरन ही मैं अपनी ख़ुसी से बाहर आ गयी और मैं ने पूछा एक पड़ाव का क्या मतलब है सर ? तो उन्हो ने बोला के यह तो सिर्फ़ अपायंटमेंट लेटर है, अभी तो कांट्रॅक्ट पेपर भी साइन करना है ना, तो मैं ने पूछा के वो कब करेंगे तो उन्हो ने बोला के जब तुम अपना दूसरा सुराख मेरे हवाले करदोगी तब. तो मैं हैरानी से उनको देखने लगी और पूछा क्या मतलब ? तो उन्हो ने बोला के जब तुम्हारी गंद मार लूँगा तब कांट्रॅक्ट साइन करूँगा तो मैं दंग रह गयी और हैरत से खाली खाली आँखो से उन्है देखने लगी और यह सुन कर के वो अपने इतने लंबे मोटे लोहे जैसे खंबे से मेरी गंद मारने का इरादा रखते है तो मेरी गंद तो बिना मरवाए ही फॅट गयी. पर क्या कर सकती थी मुझे तो जॉब चाहिए था ना तो मैं ने ठीक है सर कह दिया तो उन्हो ने बोला के अब सर नही अब तुम मुझे सिर्फ़ डीके कहोगी, मेरा नाम दिलदार ख़ान है सब लोग मुझे डीके कहते है तुम भी आज से मुझे डीके कहोगी ) तो मैं ने ओके सर बोला तो उन्हो ने फिर से बोला के सर नही तो मैं ने फिर बोला के ठीक है डीके मार लेना मेरी गंद जब चाहे तो उन्हो ने कहा के मेरा इरादा तो अभी तुम्हारी गंद मारने का है तो मैं ने बोला के थोड़ा वेट करेंगे क्या डीके आप तो उन्हो ने कहा कोई बात नही और अपना लंड जो अभी तक मेरी चूत के अंदर अपनी जीत का जशन मना रहा था. मेरी चूत के अंदर ही अंदर उनका लंड हरकत मे आ गया था और इस से पहले के मैं संभालती, देखते ही देखते एक बार फिर से डीके मुझे चोदने लगे. मेरी टाँगें ऑटोमॅटिकली ऊपेर उठ गयी और मैं ने उनके कमर पे लपेट ली और उनको झुका के किस करने लगी और बोली के बोहोत ताकतवर है आपका लंड डीके तो वो मुस्कुरा दिए और बोले के पसंद नही आया तुम्हे तो मैं ने उनको एक ज़बरदस्त चुंबन दे डाला और बोला के ऐसे लंड पे तो मैं अपनी ज़िंदगी क़ुरबान करने को तय्यार हू डीके. मुझे किसी का भी लंड नही चाहिए आपके लंड से चुदने के बाद कोई मुझे मुझे सॅटिस्फाइ नही कर सकती और कोई वो मज़ा नही दे सकता जो आप ने दिया है. जो इतनी देर से उनका लंड मेरी चूत के
अंदर घुसा हुआ था तब से अब तक चूत के पूरा बाहर नही निकला था. शाएद 40 – 45 मिनिट से मेरी चूत के अंदर ही था और आभी तक थोड़ा भी नरम नही हुआ था वैसे का वैसा ही लोहे जैसा सख़्त मूसल बना हुआ था.

क्रमशः......................



Recession Ki Maar part--23

gataank se aage..........
Ab mujhe iss baat ki bhi parwah nahi thi ke itne lambe mote Lund se
chudwana koi bacho ka khel nahi par ab mai chudne ko tayyar thi. Apni gand utha ke ooper ki taraf ek dhakka mara to unka baher nikalta hua Lund ander hi ruk gaya aur unho ne wapas apne musal ko meri zakhmi choot ke ander ghused dia. MD ab mujhe chodne lage tha. Mujhe bohto hi maza aa raha tha. Ab mai bole lagi thi aaahhhhh aiseeeee hhhiiiiii uuuuuuffffffff aaaaaaaahhhhhhhhhhh cccccccccccchooooooddddoooooo ffffuuucckkk mmmmeeeee hhaaaaaaarrrrdddddddd hhhhhhhhhheeeeeeeeeee ppppppppphhhhhhhaaaaaaaaddddd dddddddaaaaaaaalllllllloooooooooo yeeeeeeeehhhhhh sssssaaaaaaaaaaalllllllliiiiiiiii cccccccchhhhhhoooooooottt kooooo. Hhhaaaeeee bbbbooohhhhoootttt mmmmaaazzzzaaaa aaaa rrraaahhhaaaa hhhhaaaaeeeee aauurrr zzzooorrr ssseee ccchhhooodddoooo. Aisa maza mujhe zindagi mai kabhi nahi aaya tha. Itne bade aur mote lund ko choot ke ander lene ki khusi ka nasha tha jis se meri aankhein masti mai band ho gayee thi. Ab meri choot unke Lund se adjust ho gayee thi aur meri choot ke ander unka Lund aasaani se ander baher ho raha tha. Ab wo masti mai dhakke maar maar ke mujhe chod rahe the, 8 – 10 dhakke aadha lund baher nikal ke dheere se marte aur phir 2 – 3 dhakke poori takat se marte. 2 – 3 minute ke ander hi mai to jhadne lagi. Choot mere ras se bhar gayee thi aur ander se to bohot hi slippery ho gayee thi. KY Jelly ki chiknahat aur mera rass aur phir unke Lund ki jelly bhi to choot ke ander chali gayee thi. Unho ne chair ke handle ko pakad ke chodna shuru kia aur deewano ki tarah se chodne lage poori takat se chod rahe the. Aisa lag raha tha jaise aaj pehli baar kisi choot ke ander Lund dale ke chod rahe ho. Meri choot ka kachoomar nikal raha tha aur wo bin das chod rahe the. Mei phir se jhadne lagi. Mai ne unko tight pakad lia. Wo apne pair floor pe jamaye apne hatho ko meri baghal se ander dal ke chair ke dande ko pakad ke poori takat se chod rahe the bohto hi powerful jhatke mar rahe the. Mera badan aise hil raha tha jaise mao koi earthquake aaya ho. Aisi position mai mai hil bhi nahi sakti thi aur unke dhakko se mere sare badan mei electric ke jhatke mehsoos ho rahe the. Thodi hi der mai unke jhatke toofani raftaar se lagne lage wo full speed se chod rahe the. Unka badan paseene se bhar gaya tha. Paseene ki ek boond unki naak pe aa gayee aur iss se pehel ke wo boond neeche tapke mai thoda sa uthi aur apni zuban unki naak tak le gayee aur unki tapakti boond ko chat lia. Thodi der aise hi toofani dhakke lagane ke bad unka Musal Lund mujhe apni choot ke ander phoolta hua mehsoos hone laga mai samajh gayee ke ab wo bhi apni malayee nikalne wale hai. Aur hua bhi wohi. Unke dhakke kisi railway engine ke shaft ki tarah se chal rahe the aur, mai bhi apni chootad utha utha ke
masti mai chud rahi thi. phri ek itni zor se jhatka mara ke meri muh se cheek nikal gaye ooooooooooooooooooooooiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiii mmmmmaaaaaa maaaaaaaaaaaarrrrrrrrrrrrrrrrrriiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiii ssssssssssssssssssssssss uuuuuuuuuuuuuuuuuhhhhhhhhhhhhhhhhh, mera badan tight ho gaya mai ne unke badan ko bohot zor se pakad lia. Unho ne apne Lund ko finally ek jhatke mai ander jad tak ghused dia aur unke Lund se malayee ke fawware nikalne lagi. Malayee nikalti hi chali gayee itni bohot nikli ke mujhe doubt hone laga ke yeh unki malayee nikal rahi hai ya meri choot ke ander peshab kar rahe hai. Unki malayee ki pehli dhar ke sathi hi meri choot ne mera sath chhor dia aur boho zor se jhadne lagi aise jhadi jaise mai kabhi nahi jhadi thi mano meri choot ka sara rass aaj hi khatam ho jaega. Meri choot ke ander hi ander apne Loude ko dale dale wo gehri gehri saansein lete hue mere badan pe collapse ho gaye.
Malayee ka fawwara nikla aise nikla jaise pisab kar rahe ho
Thodi der tak ham dono aise hi lete gehri gehri saansein lete hue lete rahe. Unka Lund abhi tak akda hua fully erect meri choot ke ander hi phool raha tha aur shaed aisi choti choot ko chod chod ke phadne ka aur aisi mast chudai ka jashan mana raha tha. Dono ke badan paseene se sharaboor the. Paseena aise beh raha tha jaise ham shower le ke nikle hai. Unho ne hath badha ke apni chair se chota sa towel uthaya aur mere badan ke paseene ko saaf karne lage. Yeh dekh ke mujhe unpe bohot hi pyar aaya aur mai sochne lagi ke agar yeh mujhe job na bhi de aur apne sath aisi hi rakh le to bhi mai bina job ke unke sath rehne ko tayyar hu. Ab mujhe unse aur unke Lund se pyar ho gaya tha. Inka Lund Raj ke Lund se bhi ziada lamba, ziada mota aur ziada hi sakht aur takatwar tha. Mere seene aur pet se paseene ki boondein
saaf kar ke apne badan ka paseena bhi poochne lage. Jab paseena poora saaf ho gaya to pata chala ke room mai aircondition bhi chal raha hai aur kamra thanda bhi hai jiska hamai aisi garma garam chudai me mehsoos hi nahi hua. Paseena pochne ke bad unho ne wahi kareeb table se ek paper aur pen uthaya aur paper ko mere nange boobs pe rakh dia aur pen khol ke meri aankho mai dekhte hue bole ke tum Interview ka ek padao to paar kar chuki ho aur paper pe sign kar ke mujhe dikhane lage. Yeh appointment letter tha. Mujhe apne appointment letter ke sign se boho hi khusi hui aur mai khusi se jhoomne lagi aur man hi man sochne lagi ke chalo ab hamare bure din khatam ho jayenge aur sare dukh darad door ho jayege. Mai khusi se pagal ho gayee thi aur foran hi unke gale mai apni bahein dal ke unko jhukaya aur unke chehre pe kiss ki baris kardi. Phir foran hi mai apni khusi se baher aa gayee aur mai ne poocha ek padao ka kia matlab hai Sir ? to unho ne bola ke yeh to sirf appointment letter hai, abhi to contract paper bhi sign karna hai na, to mai ne poocha ke wo kab karenge to unho ne bola ke jab tum apna doosra surakh mere hawale kardogi tab. To mai hairani se unko dekhne lagi aur poocha kia matlab ? to unho ne bola ke jab tumhari gand mar lunga tab contract sign karunga to mai dang reh gayee aur hairat se khaali khaali aankho se unhai dekhne lagi aur yeh sun kar ke wo apne itne lambe mote lohe jaise khambe se meri gand marne ka irada rakhte hai to meri gand to bina marwaye hi phat gayee. Par kia kar sakti thi mujhe to job chahiye tha na to mai ne theek hai Sir keh dia to unho ne bola ke ab Sir nahi ab tum mujhe sirf DK kahogi, Mera Naam Dildar Khan hai Sab log mujhe DK kahte hai tum bhi aaj se mujhe DK kahogi ) to mai ne OK Sir bola to unho ne phir se bola ke Sir nahi to mai ne phir bola ke theek hai DK mar lena meri gand jab chahe to unho ne kaha ke mera irada to abhi tumari gand marne ka hai to mai ne bola ke thoda wait karenge kia DK aap to unho ne kaha koi bat nahi aur apna Lund jo abhi tak meri choot ke ander apni jeet ka jashan mana raha tha. Meri choot ke ander hi ander unka Lund harkat mai aa gaya tha auriss se pehle ke mai sambhalti, dekhte hi dekhte ek bar phir se DK mujhe chodne lage. Meri tangein automatically ooper uth gayee aur mai ne unke kamar pe lapet li aur unko jhuka ke kiss karne lagi aur boli ke bohot takatwar hai aapka Lund DK to wo muskura diye aur bole ke pasand nahi aaya tumai to mai ne unko ek zabardast chumban de dala aur bola ke aise Lund pe to mei apni zindagi qurbaan karne ko tayyar hu DK. Mujeh kisi ka bhi Lund nahi chahiye aapke Lund se chudne ke bad koi mujhe mujhe satisfy nahi kar sakti aur koi wo maza nahi de sakta jo aap ne dia hai. Jo itni der se unka Lund meri choot ke
ander ghusa hua tha tab se ab tak choot ke poora baher nahi nikla tha. Shaed 40 – 45 minute se meri choot ke ander hi tha aur aabhi tak thoda bhi naram nahi hua tha wiase ka waisa hi lohe jaisa sakht musal bana hua tha.

kramashah......................








आपका दोस्त राज शर्मा साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँआपका दोस्तराज शर्मा(¨`·.·´¨) Always`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !`·.¸.·´ -- raj

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Posted By .....raj..... to Kamuk Kahaniyan.Com कामुक-कहानियाँ.ब्लॉगस्पोट.कॉम at 10/08/2010 03:31:00 AM

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