रिसेशन की मार पार्ट--24
गतान्क से आगे..........
वो मेरे ऊपेर झुके हुए थे, अपनी ज़ुबान को मेरे मूह मे डाल दिया था और हम दोनो एक दूसरे की ज़ुबान को किसी नये नवेले लवर्स की तरह से चूस रहे थे और वो धीरे धीरे अपना लंड अंदर बाहर कर के मुझे चोदने लगे. अब वो बोहोत ही इतमीनान से चोद रहे थे जैसे चुदाई का खेल खेल रहे हो. लंड अंदर बाहर हो रहा था जैसे कोई मशीन हो और ऑटोमॅटिकली लंड, चूत के अंदर बाहर चल रहा हो. टेबल से फिर से शराब का ग्लास उठाया और मेरे हाथ मे दे दिया और खुद बॉटल ही मूह को लगा ली. मैं एक बार फिर से शराब को एक ही घूँट मे पी गयी और पूरा ग्लास खाली कर दिया. अब मैं किसी पक्के बेवड़े शराबी की तरह से शराब पी रही थी. आक्च्युयली मैं नशे मे धुत्त थी लैकिन जैसे ही डीके ने पहले टाइम एक ही झटके मे मेरी चूत को फाडा था, उसी वक़्त मेरा सारा नशा उतर गया था इसी लिए मुझे अब शराब पीते हुए ऐसा लग रहा था जैसे मैं फ्रेश होकरअब शराब पी रही हू इसी लिए ग्लास को अपने मूह से लगाया और सारी शराब ख़तम होने तक अपने मूह से ग्लास को अलग नही किया. अब फिर से मेरे बदन मे जान पड़ गयी थी. कुछ तो शराब का असर था और कुछ डीके का लंड अपनी चूत के अंदर फील कर के मैं मस्ती मे आ गयी थी. चूत के अंदर जो जेल्ली थी अब उसका असर अभी था और चूत स्लिपरी थी. डीके बोहोत ही मस्त चुदाई कर रहे थे. लंड को अब पूरा हेड तक चूत के बाहर निकाल निकाल के मार रहे थे और मेरी चूत की पंखाड़ियाँ लंड के साथ अंदर जा रही थी और लंड के साथ बाहर आ रही थी.
डीके मुझे पागलो की तरह से चोदने लगे
मेरी चूत के पंखाड़ियाँ मोटे हो गये थे लैकिन ऐसे दरद मे भी एक मज़ा था. मुझे बोहोत ही मज़ा आ रहा था. डीके के धक्के अब तेज़ होने लगे थे और फिर देखते ही देखते वो मुझे पागलो की तरह से चोदने लगे और उनका एक पवरफुल धक्का जो मेरी बच्चे दानी से लगा तो मैं फॉरन ही काँपते हुए झड़ने लगी और उन से लिपट गयी. मुझे बे इंतेहा मज़ा आ रहा था उनका मोटा लंड मेरी चूत के अंदर बोहोत ही अछा लग रहा था और मैं किसी चीप बाज़ारु रंडी की तरह बोल रही थी. सीखह्हूवूवाय्ड्डडोवूवू हहाआऐईईई आऐईसस्स्सीईए हहिईीईई म्म्म्माआर्र्रूऊओ चहूऊततत कककूऊव प्पफाआद्दद्ड डाअलल्ल्लूऊओ ईईईईहह ऊऊओिईईईईईई माआआआ ककक्कीईईईय्ाआ म्म्म्ममाआआसस्स्स्स्थथत्तत्त ल्ल्ल्ल्ल्ल्लूऊऔउउउउउद्द्द्द्दाआअ हहाऐईयईई आऐईइस्स्स्स्सीई सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स ड्ड्ड्ड्ड्द्द्द्द कककककक हहाआईईए टत्त्तीईररररीईई ल्ल्लूउउउन्न्ञँद्द्द्द्ड ककक्कीईईई प्प्प्पूऊज्ज्ज्जाआ सीसीक्कययारररॉनंग्ज्ज्जियीयैआइयैयीयीयियी आआईएसस्साअ म्मास्स्स्थथत्टटटतत्त ल्ल्ल्लुउउउउउउन्न्न्न्न्द्द्द्द्द हहाइईईईईईईईईई र्र्र्र्र्र्र्रररीईईई त्ट्टीईईईरर्र्र्र्र्र्ररराआआआआआअ ककककककककचूऊऊद्द्दद्ड. मेरी छोटी सी चिकनी चूत बड़े और मोटे लंड का मज़ा लेने लगी थी. मैं अपनी गंद उठा उठा के अपनी चूत को उनके मूसल पे घुसेड रही थी. बहुत ही मज़ा आ रहा था यह चुदाई मे. यह सब सुनके वो और जोश मे आ गये थे और एक
बार फिर तूफ़ानी रफ़्तार से चोदने लगे कमरा चुदाई के पचा पच की मधुर संगीत से गूँज रहा था. जितने टाइम उनका लंड मेरी बच्चे दानी से टकराता था, मैं उतने टाइम झाड़ जाती थी. पता नही मैं मस्ती मे अब तक कितने टाइम झाड़ चुकी थी. मेरी चूत रस से भर चुकी थी और अब डीके का मिज़ाइल लंड मेरी चूत मे आसानी से अंदर बाहर हो के चोद रहा था. मेरी चूत अब आसानी से उनका पूरा लंड अपने अंदर तक ले रही थी अब मुझे कोई तकलीफ़ नही हो रही थी, मेरी छोटी चूत उनके मोटे लंड की आदि हो चुकी थी और मुझे उनके मूसल से थोड़ा भी दरद नही हो रहा था बलके मुझे बोहोत ही मज़ा आ रहा था.
डीके रिलॅक्सिंग चेर पे लेटे लेटे मुझे चोद रहे है
मेरी चूत अपनी पूरी हदो को पार करते हुए पूरी तरह से खुल चुकी थी. डीके के लंड से अभी अभी थोड़ी ही देर पहले यह इतनी बोहोत सी मलाई निकल चुकी थी और मुझे पता था के वो इतनी जल्दी अपनी मलाई छोड़ने वाले नही थे
लैकिन मैं तो ऐसी पवरफुल चुदाई से झड़ती ही चली जा रही थी. देखते ही देखते उनके धक्के तूफ़ानी होते चले गये और अब वो मुझे बोहोत टाइट पकड़ के पागलो की तरह से चोद रहे थे ऐसा लग रहा था जैसे रिलॅक्सिंग चेर मे ज़लज़ला आ गया हो. वो मुझे ऐसे चोद रहे थे लाइक देअर ईज़ नो टुमॉरो. उनका लंड अपनी चूत के अंदर मुझे कुछ ज़ियादा ही मोटा और फूलता हुआ महसूस होने लगा तो मैं फिर समझ गयी के अब यह अपनी चरम सीमा पर पोहोच चुके है. और सच मे हुआ भी ऐसा ही चूत को मारते मारते उन्हो ने एक टाइम अपना लंड, चूत के पूरा बाहर तक निकाल लिया और फिर इस से पहले के मेरी चूत संभाल सके, मेरी चूत पे एक ज़ोर का झटका मारा, उनका मूसल लंड किसी तीर की तरह से मेरी सूजी हुई चूत के अंदर घुसता ही चला गया और सीधा मेरी फड़कती हुई बच्चे दानी के अंदर घुस्स कर ही रुका, मेरी आँखो से एक बार फिर से आँसू निकलने लगे ( शाएद वो लड़की जानती होगी जिसे ऐसे मस्त लंड से चुदवाने का मोका मिला होगा के यह आँसू तकलीफ़ के नही बलके मज़े के और सॅटिस्फॅक्षन पाने के और ख़ुसी के आँसू होते है, ऐसे आँसू चूत के तृप्त पाने के बाद ही निकलते है ). उनका लंड का सूपड़ा मेरी बच्चे दानी के मूह के अंदर ज़ोर से चुभ गया था और मेरे मूह से एक चीख निकल गयी म्म्म्ममममाआआआआअरर्र्र्ररर गगगगगगगगाआआआआयययययययईईई म्म्म्माआआआआ, फफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ और मैं उनसे बहुत ज़ोर से लिपट गयी और फिर उसी झटके के साथ ही अपने मूसल लंड को मेरी चूत के अंदर ही दफ़न कर दिया और लंड मे से एक बार फिर से मोटी मोटी गरम गरम गाढ़ी गाढ़ी मलाई का फव्वारा उड़ उड़ के मेरी बच्चे दानी को भरने लगा. उनकी पहली धार के साथ ही मैं एक बार फिर से झाड़ गयी. वो फिर से बे दम हो के मेरे बदन पे गिर पड़े. हम दोनो एक बार फिर से पसीने से भीग चुके थे. एक तरफ तो मैं ऐसे ख़तरनाक लंड से चुदाई के बाद थक्क गयी थी तो दूसरी तरफ ऐसी मस्त चुदाई से एक दम से निहाल हो उठी थी. मेरा रोम रोम ख़ुसी और सॅटिस्फॅक्षन से झूम रहा था. ऐसी मस्त चुदाई शाएद किसी किस्मेत वाली लड़की को ही नसीब होती होगी और मैं अपने आपको खुस किस्मेत समझने लगी थी.
डीके का मोटा लंड ऐसा था जिसे देखते ही मेरी गंद फॅट गयी
वो थोड़ी देर तक मेरे ऊपेर ऐसे ही गहरी गहरी साँसें लेते पड़े रहे. हम दोनो के बदन एक बार फिर से पसीने से भीग चुके थे. उनकी आँखें बंद हो गयी थी और मेरे कान मैं धीरे से बोले स्नेहा यू आर सिंप्ली अमेज़िंग, यू आर दा बेस्ट, यू आर गोयिंग टू बी विथ मी फॉरेवर. आइ विल कीप यू ऑल्वेज़ विथ मी. अपने से कभी जुदा नही होने दूँगा तुम जो चाहोगी मिलेगा. अपनी इतनी तारीफ सुनके मेरे दिल मे लड्डू फूट रहे थे और दिमाग़ खुशी से भर गया था. लड़कियो को पता है के वो किसी गैर मर्द से अपनी तारीफ सुन के कितनी खुश होती है. मैं डीके को बे तहाशा चूमने लगी और बोली के डीके आइ आम ऑल युवर्ज़ तुम सही मानो मे मर्द हो मुझे आज तक किसी ने भी इतना मस्त नही चोदा था. मैं तो तुम्हारे मूसल लंड की दीवानी हो गयी हू तुम जब चाहोगे जीतने टाइम चाहोगे मैं तुम से चुदवाने को तय्यार हू आंड फॉर दट मॅटर तुम जैसा कहोगे मैं वैसा ही करूँगी बिल्कुल ऐसे जैसे कोई पति वर्ता औरत अपने पति की हर बात मानती है तो डीके मुझे किस करने लगे और बोले के सच स्नेहा तुमने मुझे वो खुशी दी है जिसका मैं पता नही कितने सालो से इंतेज़ार कर रहा था. कोई लड़की भी मेरे लंड को अपनी चूत के पूरा अंदर लेने को तय्यार ही नही होती थी और अगर किसी को बिना बताए के पूरा लंड चूत के अंदर तक पेल देता तो वो बेहोश ही हो जाती और मैं उसके चूत से निकले खून को सॉफ करता ही रह जाता और फिर वो लड़की मेरे सामने कभी नही आती. मैं तो पागल हो गया था ऐसी सिचुयेशन से आज मुझे अपने टक्कर की लड़की मिल गयी है और अब मैं तुमको अपने दिल की रानी बना के रखुगा. एक
सेकेंड के लिए मेरे दिमाग़ मे अपने पति सतीश का ख़याल आया फिर फॉरन ही यह ख़याल आया के उसने ही तो कहा था के जॉब के लिए तुम जो कर सकती हो करो ईवन एमडी से चुदवा भी सकती हो तो क्या हुआ अब उसके कहने से ही तो मैं एमडी से चुदवाने पे तय्यार हुई और फिर यह भी ख़याल आया के सतीश भी तो मेरी सहेली उर्मिला को चोद रहा होगा. और अगर वो किसी दूसरी औरत को चोद सकता है तो उसकी वाइफ क्यों नही किसी दूसरे मर्द से चुदवा सकती. यह सोच के मैं ने एक इतमीनान की लंबी और ठंडी साँस ली तो डीके हस्ने लगे और पूछा क्या बात है स्नेहा ? तो मैं ने बोला के कुछ नही डीके आज से मैं ने तुमको अपने पति का दर्जा दे दिया है और अब मैं तुम्हारे साथ किसी पतिवार्ता वाइफ की तरह से ही रहूंगी तुम जो कहोगे करूँगी, तुम्हारी हर बात मानूँगी, तुम्हारा और ऑफीस का पूरा ख़याल रखूँगी आज से क्या अभी से मैं सिर्फ़ और सिर्फ़ तुम्हारी हू तुम्हारी हर बात मेरे लिए ऑर्डर का दर्जा रखती है. तो उसने मुस्कुराते हुए कहा के मैं जैसा कहूँगा तुम करोगी? तो मैं ने बोला के आँख बंद के करूँगी तुम बोल के तो देखो तो डीके ने बोला के सपोज़ मैं किसी और के साथ मिलके तुम्है चोदु तो ? तो मैं ने कहा के तुम जिस से कहोगे चुदवा लूँगी मैं ने एक बार कह दिया तो कह दिया बॅस. फिर डीके ने बोला के अछा अगर मैं तुमसे बोलू के मुझे तुम्हारी गंद अभी मारनी है तो ? तो मैं ने कहा के हा ज़रूर मार लेना पर एक विनती है. डीके ने पूछा क्या ? तो मैं ने बोला के इतनी देर से शराब पी रही हू मुझे बोहोत ज़ोर की सूसू लगी है तो डीके हस्ते हुए बोले अरे कोई बात नही तुम चलो बाथरूम मे जाओ और ज़रा अपनी चूत को गरम पानी से धो लो. उनका लंड मेरी चूत के अंदर अभी तक फुल्ली एरेक्ट हालत मे ऐसे रखा था जैसे कोई तलवार अपने केस मे रखी रहती है. उन्हो ने अपने पैर ज़मीन पर टीका दिए और मेरे ऊपेर से उठ गये और अपने लंड को मेरी फूली हुई चूत से बाहर निकाल लिया. जैसे ही उनका मूसल लंड मेरी चूत से बाहर एक प्लॉप की आवाज़ के साथ निकला मेरी चूत से ढेर सारा खून और उनकी ग्लास भर मलाई निकल के चेर पे गिरने लगी. मेरी चूत से खून ऐसे बह रहा था जैसे चूत के अंदर कोई घाव लगा हो. खून और मलाई का मिक्स्चर गुलाबी था. मुझे महसूस हुआ के मेरी चूत बे इंतेहा दरद कर रही थी. मेरा हाथ ऑटोमॅटिकली मेरी चूत पे आ गया तो मेरी उंगलियाँ तो आदि थी अपनी चूत को पहचानती थी पर यह जो हालत हो गयी थी चूत की मैं खुद भी नही पहचान पाई. चूत की पंखाड़ियाँ सूज के लाल होगेयी थी और चूत फूल के डबल रोटी की तरह हो गयी थी. मैं टपकते खून के साथ उठी तो मेरी चूत से निकलता खून मेरी टाँगो की इन्नर साइड से होता हुआ ज़मीन पे गिरने लगा. मैं रिलॅक्सिंग चेर पे से उठी तो तकलीफ़ से किसी शराबी की तरह से लड़खड़ा रही थी.
मैं ऐसी ही हालत मे चलते चलते उनके प्राइवेट कमरे के बाथरूम मे चली गयी और WC पे बैठ ते ही मेरी चूत से गुलाबी रंग का मिक्स्चर निकलने लगा
और चूत अंदर से जल रही थी इसी लिए पिशाब अभी नही निकल रहा था. मैं पिशाब को ऑटोमॅटिकली अपने मसल्स से कंट्रोल कर रही थी. थोड़ी देर के बाद जब मुझे थोड़ा आराम आने लगा तब मैं ने चूत के मसल्स को थोड़ा सा रिलॅक्स किया तो पिशाब पहले तो रुक रुक के आने लगा. जैसे जैसे पिशाब मेरी चूत से बाहर निकल रहा था चूत के अंदर जलन का एहसास हो रहा था. चूत अंदर से घायल हो गयी थी और पूरी तरह से लाल हो गयी थी. मैं अपनी बर्बाद और टूटी फूटी चूत को बड़े प्यार से अपने हाथ से सहला रही थी और हैरान हो रही थी के आख़िर मेरी चूत मे इतना बड़ा मोटा लोहे जैसा तगड़ा लंड कैसे घुस्स गया था. दूसरे ही सेकेंड मैं अपनी चूत की खुस नसीबी पे मुस्कुरा दी के माइ पुसी हॅज़ सर्वाइव्ड दा डिज़ास्टर आंड हरिकेन कॉज़्ड बाइ दट किल्लर लंड. अभी मैं WC पर ही बैठी थे के डीके अंदर आ गये. उनका मूसल लंड अभी तक सोया नही था बलके कुछ ज़ियादा ही ख़तरनाक दिखाई दे रहा था और इधर मेरी गंद फॅट रही थी. उनका लंड भी हमारी मिली जुली क्रीम से और खून से लत पथ था शाएद चेर के पास से यहा बाथरूम मे आने तक रास्ते मे उनके लंड से कुछ गुलाबी बूँदें भी टाप्की होंगी. मैं अपनी टाँगें खूब चौड़ी कर के WC पर बैठी थी और अब मेरी दोनो टाँगो के बीचे मे अछी ख़ासी जगह थी और अभी तक मेरी चूत का सुराख खुल बंद हो रहा था. डीके मेरे सामने आ के अपने लहराते लंड के साथ खड़े हो गये और अपने लंड को अपने हाथो से पकड़ के मेरी चूत का निशाना लगाया और उनके लंड से मोटी पिशाब की धार निकल के ज़ोर से मेरी चूत पे पड़ने लगी. बहुत मोटी और तेज़ धार थी मुझे किसी पाइप से फोर्स के साथ निकलने वाले पानी की धार जैसे लग रही थी जैसे वॉटर कॅनन से पवरफुल धार निकलती है. जैसे ही उनका पिशाब मेरी चूत से लगा मेर बदन मे एक अजीब झूर झूरी से आने लगी और मैं WC पे पीछे हट के रिलॅक्स बैठ गयी और अपने पैर चौड़े कर लिए ऐसा करने से मेरी चूत कुछ और सामने आ गयी थी और पिशाब की तेज़ धार मेरी चूत पे पड़ रही थी. दोस्तो क्या बताउ के कितना बेहतरीन एहसास था वो. उनका पिशाब मेरी चूत को धो रहा था और मैं ऐसे पोज़िशन मे अपनी कमर उठा दी थी के उनकी पिशाब की धार डाइरेक्ट मेरी चूत के सुराख मे पड़ रही थी और उनका पिशाब मेरी चूत के अंदर जा के बाहर गिरने लगा. एकटाइम तो अपने ब्लॅडर पे कुछ दबाव डाल के एक ज़ोर से धार मारी के मेरी चूत झड़ने लगी और मैं बे दम हो गयी. इतनी देर मे उनका पिशाब भी ख़तम हो चुका था. उन्हो ने झुक के मुझे किस किया तो मैं बोहोत खुश हो गयी और हाथ बढ़ा के उनके लंड को पकड़ के दबा दिया. ऐसे दबाने से उनके लंड से थोड़ी और पिशाब की बूँदें टपक पड़ी जिसे मैं ने अपने हाथ मे ले लिया और अपने बूब्स पे मल दिया तो डीके मुस्कुरा दिए और बोले के वाह स्नेहा मेरी जान तुमने एक पठान का दिल जीत लिया आज से यह पठान तुम्हारा हुआ तो मैं अब फुल्ली एमोशनल हो गयी थी और मेरी आँखो से आँसू
छलकने लगे और मैं लरज़ती आवाज़ मे बोली आइ लव यू डीके आइ लव यू सो मच यू आर दा बेस्ट आइ रियली लव यू. आइ आम नोट टेल्लिंग टू गेट दा जॉब बट आइ रियली लव यू फ्रॉम दा बॉटम ऑफ माइ हार्ट आंड सौल. अब मेरी बदन के एक एक इंच पे डीके का हक़ है. इतना सुनते ही उन्हो ने एक और किस किया और पूछा चूत का क्या हाल है तो मैं ने बोला के बोहोत दुख रही है अंदर से जलन हो रही है तो उन्हो ने बाथ टब का शवर खोल दिया और उस्मै रब्बर के स्टॉपर्स लगा दिया जिस की वजह से बाथ टब मे पानी भरने लगा. उन्हो ने मेडिसिन कॅबिनेट खोला और कुछ पर्फ्यूम आंड कुछ मेडिसिन उस्मै डाल के मिक्स करने लगे और मुझे बोला के तुम इस्मै बैठ जाओ मेरी जान तुम्हारी चूत ठीक हो जाएगी. मैं ने WC के साथ लगे हुए पाइप से चूत को धोया. ठंडा पानी चूत मे लगने से थोड़ी जलन तो हो रही थी पर अछा भी लग रहा था.
क्रमशः......................
Recession Ki Maar part--24
gataank se aage..........
Wo mere ooper jhuke hue tha, apni zuban ko mere muh mai dal dia tha aur ham dono ek doosre ki zuban ko kisi naye nawele lovers ki tarah se choos rahe the aur wo dheere dheere apna Lund ander baher kar ke mujhe chodne lage. Ab wo bohot hi itmenan se chod rahe the jaise chudai ka khel khel rahe ho. Lund ander baher ho raha tha jaise koi machine ho aur automatically Lund, choot ke ander baher chal raha ho. Table se phir se sharab ka glass uthaya aur mere hath mai de dia aur khud bottle hi muh ko laga li. Mai ek bar phir se sharab ko ek hi ghoont mai pi gayee aur poora glass khali kar dia. Ab mai kisi pakke bewde sharabi ki tarah se sharab pi rahi thi. Actually mei nashe mai dhutt thi laikin jaise hi DK ne pehle time ek hi jhatke mai meri choot ko phada tha, usi waqt mera sara nasha utar gaya tha isi liye mujhe ab sharab peete hue aisa lag raha tha jaise mai fresh ab sharab pi rahi hu isi liye glass ko apne muh se lagaya aur sari sharab khatam hone tak apne muh se glass ko alag nahi kia. Ab phir se mere badan mai jaan pad gayee thi. Kuch to sharab ka asar tha aur kuch DK ka Lund apni choot ke ander feel kar ke mai masti mai aa gayee thi. Choot ke ander jo jelly thi ab uska asar abhi tha aur choot slippery thi. DK bohot hi mast chudai kar rahe the. Lund ko ab poora head tak choot ke baher nikal nikal ke maar rahe the aur meri choot ki pankhadiyan Lund ke sath ander ja rahi thi aur Lund ke sath baher aa rahi thi.
DK Mujhe Pagalo ki tarah se chodne lage
Meri Choot ke pankhadiyan mote ho gaye the laikin aise darad mai bhi ek maza tha. Mujhe bohot hi maza aa raha tha. DK ke dhakke ab tez hone lage the aur phir dekhte hi dekhte wo mujhe pagalo ki tarah se chodne lage aur unka ek powerful dhakka jo meri bache dani se laga to mai foran hi kaampte hue jhadne lagi aur un se lipat gayee. Mujhe be inteha maza aa raha tha Unka mota Lund meri choot ke ander bohot hi acha lag raha tha aur mai kisi cheap baazaru randi ki tarah bol rahi thi. Cccchhhhooodddddooooo hhhhaaaaaeeeeee aaaeesssseeeee hhhhiiiiii mmmmaaaarrrooooo chhhhoooottt kkkooooo ppphhhaaadddd daaallllooooo eeeeeeeeehhhhhhhhhhh oooooiiiiiiiii maaaaaaaa kkkkiiiiiaaaa mmmmmaaaaaassssstttttt lllllllooooouuuuuudddddaaaaa hhhhaaaiiiii aaaiiiissssseeee ssssssssssssss DDDDDdddd KKKKKK hhhhhaaaaeeeee tttteeeerrrreeeeee llluuuunnnnddddd kkkkiiiii ppppoooojjjjaaaa kkkkkaaaarrrroooonnnngggggiiiiiiiiiii aaaaeeesssaaa mmaasssttttttttt lllluuuuuuunnnnnddddd hhhhhhhhhhaaiiiiiiiiiii rrrrrrrrrreeeeeeee ttteeeeeeeeerrrrrrrrrraaaaaaaaaaaaa ccccccccchhhhhhhhhooooooddddd. Meri choti si chikni choot bade aur mote Lund ka maza lene lagi thi. Mai apni gand utha utha ke apni choot ko unke musal pe ghused rahi thi. Bohot hi maza aa raha tha yeh chudai mai. Yeh sab sunke wo aur josh mai aa gaye the aor ek
bar phir toofani raftaar se chodne lage kamra chudai ke pacha pach ki madhur sangeet se goonj raha tha. Jitney time unka Lund meri bache dani se takrata tha, mai utne time jhad jati thi. Pata nahi mai masti mai ab tak kitne time jhad chuki thi. Meri choot rass se bhar chuki thi aur ab DK ka missile Lund meri choot me aasaani se ander baher ho ke chod raha tha. Meri choot ab aasaani se unka poora Lund apne ander tak le rahi thi ab mujhe koi takleef nahi ho rahi thi, meri choti choot unke mote Lund ki aadi ho chuki thi aur mujhe unke musal se thoda bhi darad nahi ho rha tha balke mujhe bohot hi maza aa raha tha.
DK Relaxing chair pe lete mujhe chod rahe hai
Meri choot apni poori hado ko paar karte hue poori tarah se khul chuki thi. DK ke Lund se abhi abhi thodi hi der pehle ih itni bohot si malayee nikal chuki thi aur nujhe pata tha ke wo itni jaldi apni malayee chhorne wale nahi the
laikin mai to aisi powerful chudai se jhadti hi chali ja rahi thi. dekhte hi dekhte unke dhakke toofani hote chale gaye aur ab wo mujhe bohot tight pakad ke pagalo ki tarah se chod rahe the aisa lag raha tha jaise relaxing chair mai zalzala aa gaya ho. Wo mujhe aise chod rahe the like there is no tomorrow. Unka Lund apni choot ke ander mujhe kuch ziada hi mota aur phoolta hua mehsoos hone laga to mai phir samajh gayee ke ab yeh apni charam seema par pohoch chuke hai. Aur sach mai hua bhi aisa hi choot ko maarte maarte unho ne ek time apna Lund, choot ke poora baher tak nikal lia aur phir iss se pehle ke meri choot sambhal sake, meri choot pe ek zor ka jhatka mara, unka Musal Lund kisi teer ki tarah se meri sooji hui choot ke ander ghusta hi chala gaya aur seedha meri phadakti hui bache dani ke ander ghuss kar hi ruka, meri aankho se ek bar phir se aansoo nikalne lage ( shaed wo ladki janti hogi jise aise mast Lund se chudwane ka moka mila hoga ke yeh aansoo takleef ke nahi balke maze ke aur satisfaction paane ke aur khusi ke aansoo hote hai, aise aansoo choot ke tript pane ke bad hi nikalte hai ). Unka Lund ka supada meri bache dani ke muh ke ander zor se chhub gaya tha aur mere muh se ek cheekh nikal gayee mmmmmmmaaaaaaaaaaarrrrrrr ggggggggaaaaaaaaayyyyyyyeeeeeeee mmmmaaaaaaaaaa, ffffffffffffffff aur mai unse bohto zor se lipat gayee aur phir usi jhatke ke sath hi apne musal Lund ko meri choot ke ander hi dafan kar dia aur Lund mai se ek bar phir se moti moti garam garam gaadhi gaadhi malayee ka fawwara ud ud ke meri bache dani ko bharne laga. Unke pehli dhar ke sath hi mai ek bar phir se jhad gayee. Wo phir se be dam ho ke mere badan pe gir pade. Ham dono ek bar phir se paseene se beeeg chuke the. Ek taraf to mai aise khatarnaak Lund se chudai ke bad thakk gayee thi to doosri taraf aisi mast chudai se ek dum se nihar ho uthi thi. Mera rom rom khusi aur satisfaction se jhoom raha tha. Aisi mast chudai shaed kisi kismet wali ladki ko hi naseeb hoti hogi aur mai apne aapko khus kismet samajhne lagi thi.
DK Ka Mota Lund aisa tha jise dekhte hi meri gand phat gayee
Wo thodi der tak mere ooper aise hi gehri gehri saansein lete pade rahe. Ham dono ke badan ek bar phir se paseene se bheeg chuke the. Unki aankhein band ho gayee thi aur mere kaan mai dheere se bole Sneha you are simply amazing, you are the best, You are going to be with me forever. I will keep you always with me. Apne se kabhi juda nahi hone dunga tum jo chahogi milega. Apni itni tareef sunke mere dil mai laddoo phoot rahe the aur dimagh khushi se bhar gaya tha. Ladkio ko pata hai ke wo kisi ghair mard se apni tareef sun ke kitni khush hoti hai. Mai DK ko be tahasha choomne lagi aur boli ke DK I am all yours tum sahi mano mai mard ho mujhe aaj tak kisi ne bhi itna mast nahi choda tha. Mai to tumhare Musal Lund ki deewani ho gayee hu tum jab chahoge jitney time chahoge mai tum se chudwane ko tayyar hu and for that matter tum jaisa kahoge mai waisa hi karungi bilkul aise jaise koi pati varta aurat apne pati ki har baat maanti hai to DK mujhe kiss karne lage aur bole ke sach Sneha tumne mujhe wo khushi di hai jiska mai pata nahi kitne salo se intezar kar raha tha. Koi ladki bhi mere Lund ko apni choot ke poora ander lene ko tayyar hi nahi hoti thi aur agar kisi ko bina bataye ke poora Lund choot ke ander tak pel deta to wo behosh hi ho jati aur mai uske choot se nikle khoon ko saaf karta hi reh jata aur phir wo ladki mere samne kabhi nahi aati. Mai to pagal ho gaya tha aisi situation se aaj mujhe apne takkar ki ladki mil gayee hai aur ab mai tumko apne dil ki raani bana ke rakhuga. Ek
second ke liye mere dimagh mai apne pati Satish ka khayal aaya phir foran hi yeh khayal aaya ke usne hi to kaha tha ke job ke liye tum jo kar sakti ho karo even MD se chudwa bhi sakti ho to kia hua ab uske kehne se hi to mai MD se chudwane pe tayyar hui aur phir yeh bhi khayal aaya ke Satish bhi to meri saheli Urmila ko chod raha hoga. Aur agar wo kisi doosri aurat ko chod sakta hai to uski wife kyon nahi kisi doosre mard se chudwa sakti. Yeh soch ke mai ne ek itmenan ki lambi aur thandi saans li to DK hasne lage aur poocha kia bat hai Sneha ? to mai ne bola ke kuch nahi DK aaj se mai ne tumko apne pati ka darja de diya hai aur ab mai tumhare sath kisi pativarta wife ki tarah se hi rahungi tum jo kahoge karungi, tumahri har bat manungi, tumhara aur office ka poora khayal rakhungi aaj se kia abhi se mai sirf aur sirf tumhari hu tumhari har baat mere liye order ka darja rakhti hai. To usne muskurate hue kaha ke mai jaisa kahunga tum karogi? To mai ne bola ke aankh band ke karungi tum bol ke to dekho to DK ne bola ke suppose mai kisi aur ke sath milke tumhai chodu to ? to main ne kaha ke tum jis se kahoge chudwa lungi mai ne ek baar keh dia to keh dia bass. Phir DK ne bola ke acha agar mai tumse bolu ke mujhe tumhari gand abhi marni hai to ? to mai ne kaha ke haa zaroor mar lena par ek vinti hai. DK ne poocha kia ? to mai ne bola ke itni der se sharab pii rahi hu mujhe bohot zor ki susu lagi hai to DK haste hue bole are koi bat nahi tum chalo bathroom mai jao aur zara apni choot ko garam pani se dho lo. Unka Lund meri choot ke ander abhi tak fully erect halat mai aise rakha tha jaise koi talwar apne case mai rakhi rehti hai. Unho ne apne pair zameeen par tika diye aur mere ooper se uth gaye aur apne Lund ko meri phooli hui choot se baher nikal liaya. Jaise hi unka Musal Lund meri choot se baher ek plop ki awaz ke sath nikla meri choot se dher sara khoon aur unki glass bhar malayee nikal ke chair pe girne lagi. Meri choot se khoon aise beh raha tha jaise choot ke ander koi ghao laga ho. Khoon aur Malayee ka mixture gulabi tha. Mujhe mehsoos hua ke meri choot be inteha darad kar rahi thi. Mera hath automatically meri choot pe aa gaya to meri unglian to aadi thi apni choot ko pehchanti thi par yeh jo halat ho gayee thi choot ki mai khud bhi nahi pehchan payee. Choot ke pankhadiyan sooj ke laal hogaye the aur choot phool ke double roti ki tarah ho gayee thi. Mai tapakte khoon ke sath uthi to meri choot se nikalta khoon meri tango ki inner side se hota hua zameen pe girne laga. Mai relaxing chair pe se uthi to takleef se kisi sharabiki tarah se ladkhada rahi thi.
Mai aisi hi halat mai dolte dolte unke private kamre ke bathroom mai chali gayee aur WC pe baith te hi meri choot se gulabi rang ka mixture nikalne laga
aur choot ander se jal rahi thi isi liye pishab abhi nahi nikal raha tha. Mai pishab ko automatically apne muscles se control kar rahi thi. Thodi der ke bad jab mujhe thoda araam aane laga tab mai ne choot ke muscles ko thoda sa relax kia to pishab pehle to ruk ruk ke aane laga. Jaise jaise pishab meri choot se baher nikal raha tha choot ke ander jalan ka ehsaas ho raha tha. Choot ander se ghayal ho gayee thi aur poori tarah se laal ho gayee thi. Mai apne barbaad aur tooti phoot choot ko bade pyar se apne hath se sehla rahi thi aur hairan ho rahi thi ke aakhir meri choot mai itna bada mota lohe jaisa tagda Lund kaise ghuss gaya tha. Doosre hi second mai apni choot ki khus naseebi pe muskuradi ke my pussy has survived the disaster and hurricane caused by that killer Lund. Abhi mai WC par hi baithi the ke DK ander aa gaye. Unka musal Lund abhi tak soya nahi tha balke kuch ziada hi khatarnaak dikayee de raha tha aur idhar meri gand phat rahi thi. Unka Lund bhi hamari mili juli cream se aur khoon se lat pat tha shaed chair ke pas se yaha bathroom mei aane tak raaste mai unke Lund se kuch gulabi boondein bhi tapki hongi. Mai apni tangein khoob choudi kar ke WC pai baithi thi aur ab meri dono tango ke beeche mai achi khasi jagah thi aur abhi tak meri choot ka surakh khul band ho raha tha. DM mere samne aa ke apne lehraate Lund ke sath khade ho gaye aur apne Lund ko apne hatho se pakad ke meri choot ka nishana lagaya aur unke Lund se moti pishab ki dhaar nikal ke zor se meri choot pe padne lagi. Bohot moti aur tez dhar thi mujhe kisi pipe se force ke sath nikalne wale pani ki dhaar jaise lag rahi thi jaise water cannon se powerful dhaar nikalti hai. Jaise hi unka Pishab meri choot se laga mer badan mai ek ajeeb jhur jhuri se aane lagi aur mai WC pe peeche hat ke relax baith gayee aur apne pair choude kar liye aisa karne se meri choot kuch aur saamne aa gayee thi aur pishab ki tez dhar meri choot pe pad rahi thi. Dosto kia batau ke kitna behtreen ehsaas tha wo. Unka pishab meri choot ko dho raha tha aur mai aise position mai apni kamar utha di thi ke unki pishab ki dhaar direct meri choot ke surakh mai pad rahi thi aur unka pishab meri choot ke ander ja ke baher girne laga. Ektime to apne bladder pe kuch dabao dal ke ek zor se dhar mari ke meri choot jhadne lagi aur mai be dam ho gayee. Itni der mai unka pishab bhi khatam ho chuka tha. Unho ne jhuk ke mujhe kiss kia to mai bohot khush ho gayee aur hath badha ke unke Lund ko pakad ke dabadia. Aise dabane se unke Lund se thodi aur pishab ki boondein tapak padi jise mai ne apne hath mai le lia aur apne boobs pe mal dia to DK muskura diye aur bole ke wah Sneha meri jaan tumne ek pathan ka dil jeet liya aaj se yeh pathan tumhara hua to mai ab fully emotional ho gayee thi aur meri aankho se aansoo
chalakne lage aur mai larazti awaz mai boli I LOVE YOU DK ILOVE YOU SO MUCH YOU ARE THE BEST I REALLY LOVE YOU. I am not telling to get the job but I really love you from the bottom of my heart and soul. Ab meri badan ke ek ek inch pe DK ka haq hai. Itna sunte hi unho ne ek aur kiss kia aur poocha choot ka kia haal hai to mai ne bola ke bohot dukh rahi hai ander se jalan ho rahi hai to unho ne Bath tub ka shower khol dia aur usmai rubber ke stoppers laga diya jis ki wajah se Bath tub mei pani bharne laga. Unho ne medicine cabinet khola aur kuch perfume and kuch medicine usmai dal ke mix karne lage aur mujhe bola ke tum ismai baith jao meri jaan tumhari choot theek ho jayegi. Mai ne WC ke sath lage hue pipe se choot ko dhoya. Thanda pani choot mei lagne se thodi jalan to ho rahi thi par acha bhi lag raha tha.
kramashah......................
आपका दोस्त राज शर्मा साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँआपका दोस्तराज शर्मा(¨`·.·´¨) Always`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !`·.¸.·´ -- raj
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Posted By .....raj..... to Kamuk Kahaniyan.Com कामुक-कहानियाँ.ब्लॉगस्पोट.कॉम at 10/09/2010 06:34:00 AM
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