Monday, November 1, 2010

हिंदी सेक्सी कहानियां रिसेशन की मार पार्ट--25





रिसेशन की मार पार्ट--25

गतान्क से आगे..........
चूत को अछी तरहसे धोने के बाद मैं बाथ टब मे बैठ गयी. आहहक्या बताउ दोस्तो बैठ ते ही ऐसा आराम मिला के बता नही सकती. गरम पानी था जिस्मै मेडिसिन और परफ्यूम्स मिले होने की वजह से खुश्बू भी थी और मेरी चूत को गरम पानी का सेंक लग रहा था. अंदर बैठने के 5 मिनिट के अंदर ही मुझे ऐसा लगने लगा जैसे कभी मेरी चूत मे जलन हुई ही नही थी. और मेरी चूत गरम पानी के अंदर थोड़ी देर के लिए खुल बंद हुई और उसके बाद बोहोत ही आराम आ गया. मेरा सारा बदन पानी के अंदर था बस मेरा सर ही बाहर निकला हुआ था. पानी मे शॅमपू भी मिला हुआ था जिसके झाग से मैं आपना बदन मलने लगी. और थोड़ी हाथ अंदर डाल के अपनी चूत की हालत देखने लगी तो पता चला के वो तो अब बोहोत ही नरम हो चुकी थी और तकलीफ़ भी नही हो रही थी. थोड़ी ही देर के बाद डीके भी अंदर आ गये और दूसरी तरफ पैर लंबे कर के बैठ गये. उनका लंड पूरा खड़ा था और शॅमपू के झाग से ऊपेर निकल रहा था. मैं तो ऐसा मस्त लंड देख के एक बार फिर से पागल हो गयी और चुदवाने की इच्छा जाग उठी. हम दोनो पैर लंबे और चौड़े कर के बात टब मैं बैठे थे. मैं सरक्ति हुई उनके करीब चली गयी और पानी के अंदर ही अंदर से अपने हाथ से उनका मिज़ाइल पकड़ लिया और मूठ मारने लगी. बहुत प्यार आ रहा था उनके लंड पे मुझे तो मैं ने उनके लंड को ज़ोर से दबा दिया तो वो पॅशन से सिहर उठे और मेरे बूब्स को झाग के अंदर से ही दबाने लगे. मैं उनके थाइस पे बैठी थी और थोड़ा सा उठी और उनके लंड के सूपदे को अपनी चूत के सुराख से सटा दिया और एक ही झटके से बैठ गयी. ऊऊऊऊऊऊऊऊऊीीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई म्‍म्म्ममममममममाआआआआअ मुझे लगा जैसे मेरी जान ही निकल गयी हो. बड़ी मस्ती मे एक ही झटके से बैठ तो गयी थी पर क्या पता था के अभी चूत पूरी तरह से ठीक नही हुई है. शॅमपू का झाग भी उनके लंड के साथ ही मेरी चूत के अंदर चला गया था. जैसे ही मैं उनके लंड पे एक झटके से बैठी और उनका लंड किसी तीर की तरह से मेरी चूत मे घुस
गया उन्हो ने फॉरन ही मेरे शोल्डर्स को पकड़ के दबा दिया क्यॉंके उनको पता था के मैं एक झटके से उठने वाली हू और हुआ भी यही, जैसे ही मैं मेरे दरद के कारणउठने लगी उन्हो ने मुझे पकड़ लिया और अपने मुसलसे उठने नही दिया. लंड मेरी चूत के अंदर कुछ इतनी गहराई तक उतर गया था के मुझे ऐसा लग रहा था जैसे उनका लंड मेरे हलक तक आ गया हो. मैं कुछ देर तक तो तकलीफ़ से छटपटा ती रही फिर उनका लंड मेरी चूत के अंदर अड्जस्ट हो गया. उन्हो ने टेलिफोनिक हॅंड शवर उठाया और मेरे बूब्स पे पानी की धार मारी तो मेरे बूब्स से शॅमपू का सारा झाग सॉफ हो गया. उन्हो ने फॉरन ही मेरे बूब्स को चूसना शुरू कर दिया तो मेरे हाथ ऑटोमॅटिकली उनके गले मे लिपट गये और मैं उनको अपने बूब्स पे दबाने लगी बिल्कुल ऐसे ही जैसे बच्चा दूध पीते समय मा अपने बच्चे को अपनी छाती से चिपका लेती है. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और मैं पहले ही बता चुकी हू के मेरे बूब्स और निपल्स कुछ ज़ियादा ही सेन्सिटिव है कभी कभी तो मेरे पहने हुए कपड़ो की रगड़ से ही एरेक्ट हो जाते है और मेरी चूत गीली हो जाती है. जैसे ही उन्हो ने मेरी निपल को अपने दान्तो से काटा मेरे मूह से सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ निकली और मैं झड़ने लगी. डीके तो मेरी चूत के अंदर अपना मूसल डाले बड़े मज़े से बैठे रहे और उनको मेरी गरम चूत का गरम रस्स अपने लंड के सूपदे पे महसूस हुआ तो वो मुस्कुरा के मुझे चूमने लगे और बोले के स्नेहा बोहोत खूबसूरत हो तुम मेरी जानू आइ लव यू सो मच. इतना सुनते ही मेरा दिल खुशी से झूम उठा और मैं ने उनके मूह मे अपनी जीभ डाल के किस किया और फिर हम एक दूसरे की जीभ को चूसने लगे और वो मेरे बूब्स को मसल रहे थे और अब मैं धीरे धीरे उनके लंड पे उठ उठ के बैठ रही थी. वो भी नीचे से अपनी गंद उठा के अपने लंड को मेरी चूत की गहराइयों मे पहुँचा रहे थे. मैं इतनी गरम हो गयी थी के उनके पीछे दीवार पे लगे टवल स्टॅंड को पकड़ लिया और ज़ोर ज़ोर से उनके लंड पे उठ बैठ कर के चोदने लगी. ऐसे मूव्मेंट से बाथ टब का झाग और थोड़ा पानी उड़ के नीचे गिरने लगा. नीचे से वो भी धक्के मार मार के चोद रहे थे और मैं भी टवल स्टॅंड को ज़ोर से पकड़ के उनके लंड पे जम के उछल रही थी. इतनी ऊपेर तक उठने से भी उनका लंड मेरी चूत से बाहर नही निकल रहा था. वाह क्या शानदार लंड था. मैं तो मर मिटी थी ऐसे प्यारे लंड पे. डीके ने मुझे ज़ोर से पकड़ रखा था. अब चुदाई बोहोत तेज़ी से चल रही थी. देखते ही देखते डीके मुझे अपने आप से लिपताए उठे और शवर के बाहर निकल गये और मुझे घोड़ी बना दिया. मेरे हाथ अब बाथ टब के किनारे को पकड़े हुए थे और मैं झुकी हुई थी. उन्हो ने पीछे से अपना लोहे जैसा सख़्त लंड मेरी चूत के अंदर घुसेड दिया और ज़ोर ज़ोर से चोदने लगे.
शवर से बाहर निकाल के घोड़ी बना दिया पीछे से लंड चूत के अंदर डाल दिया
उनके धक्के इतने पवरफुल थे के मेरे हाथ बाथ टब से स्लिप हो गये और मैं नीचे फ्लोर पे ऑलमोस्ट हाफ लेट सी गयी. उन्हो ने मेरी कमर मे हाथ डाल के थोड़ा सा ऊपेर उठाया तो मैं ने खुद भी अपनी गंद थोड़ी ऊपेर उठा दी और उनको मेरी चूत का सही निशाना मिल रहा था. वो धना धन चोद रहे थे. उनके मोटे लंड से मेरा चूत का दाना भी चूत के अंदर बाहर होने लगा और मैं अपनी चूत के दाने पे उनका यह दबाव बर्दाश्त ना कर सकी और काँपते हुए झड़ने लगी. झड़ने की मस्ती मे मेरा बदन हवाओ मे उड़ रहा था और इसी चीज़ का फ़ायदा उठा ते हुए एक ही झटके मे अपना लंड मेरी चूत से बाहर खेच केनिकाला और इस से पहले के मैं कुछ समझ सकती उनका लंड मेरी छोटी सी गुलाबी गांद मे घुस्स चुका था मेरे मूह से इतनी ज़ोर से चीख निकली म्‍म्म्ममममममाआआअ म्‍म्म्ममममाआआआआआररर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्रृिईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई म्‍म्म्मममीईईईईईईईईईईईईईईईईईई हहाआआआआआआईईईईईई न्न्न्न्न्न्न्न्नीईईईइक्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्काआआआआआल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लूऊऊऊऊऊऊऊऊ ब्ब्ब्ब्ब्ब्बबबाआआआआआहीईईरर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर और अगर उनका ऑफीस साउंड प्रूफ नही होता तो शाएद पूरा मोहल्ला जमा हो जाता. मेरी गंद मे और उनके लंड पे शॅमपू लगा हुआ था इसी लिए लंड इतनी आसानी से मेरी गंद मे घुस चुका था और ऐसे हमले के लिए मेरी गंद बिल्कुल भी तय्यार नही थी. मैं झटके से उनकी ग्रिप से बाहर निकलने की कोशिश करने लगी पर नही निकल सकती थी क्योंकि मेरे सर की तरफ तो बाथ टब था जो मुझे
उनकी ग्रिप से निकलने नही दे रहा था. उन्हो ने अपने लंड को ऐसे ही मेरी गंद मे रखा. मेरी गंद मे ऐसा लग रहा था जैसे कोई जलता हुआ लोहे का खंबा घुसा दिया गया हो. मेरी गंद के मसल्स उनके लंड के बेस को कस्स के टाइट पकड़े हुए थे. बहुत तकलीफ़ की वजह से मे अपनी गंद के मसल्स को रिलॅक्स ही नही कर सकती थी. यह नॅचुरली उनके लंड को कस्स के पकड़े हुए थे. उन्हो ने मेरी नेक पे किस करना चालू कर दिया और हाथ डाल के मेरे बूब्स को मसल्ने लगे और एक हाथ से चूत के सुराख मे उंगली डाल के चोदने लगे और क्लाइटॉरिस को रगड़ने लगे. बूब्स पे हाथ लगते ही मेरे सेन्सिटिव बूब्स मे हलचल होने लगी और चूत मे उंगली होने की वजह से मेरा बदन रिलॅक्स होने लगा. जैसे ही डीके को महसूस हुआ के मेरा बदन रिलॅक्स हुआ है उन्हो ने धक्के मारना चालू कर दिया और मेरी छोटी सी टाइट गंद को मारते ही रहे. हर धक्के से मेरी गंद फॅट ती रही और वो मेरी गंद मारते रहे. मेरी आँखो से सच मे तकलीफ़ से आँसू निकलने लगे. जैसे जैसे उनके धक्के तेज़ हो रहे थे मेरी गंद का सुराख भी कुछ नॉर्मल हो रहा था और फिर जब शॅमपू का झाग का स्लिपरी नेचर ख़तम हुआ, गंद और लंड पे लगा पानी सूख गया तो उनका लंड मेरी गंद के अंदर ही अटक गया, ना गंद के अंदर जा रहा था ना बाहर आ रहा था.
अब वो अपने लंड को बाहर नही खेच सकते थे तो हाथ बढ़ा के केवाई की स्पेशल जेल्ली का ट्यूब उठाया और एक ही सेकेंड के अंदर अपना लंड मेरी गंद से खेच के बाहर निकाल लिया जिस से मेरी गंद मे जलन होने लगी और दूसरे ही सेकेंड मे उन्हो ने आधे से ज़ियादा ट्यूब मेरी खुली हुई गंद मे घुसेड दिया और ऑलमोस्ट हाफ से भी ज़ियादा ट्यूब दबा के जेल्ली मेरी गंद के अंदर ही खाली कर दिया और इस से पहले की मैं संभाल पाती उन्हो ने अपने लंड पे भी जेल्ली की एक लंबी लकीर लगाई और फॉरन ही मेरी गंद के अंदर जड़ तक घुसेड दिया. और फॉरन ही मेरी गंद मारने लगे. अब मेरी गंद जेल्ली की वजह से चिकनी और स्लिपरी हो चुकी थी और लंड अब आसानी से गंद के गुलाबी छेद के अंदर बाहर हो रहा था. उन्हो ने मुझे कस के पकड़ा हुआ था और पूरी ताक़त से मेरी गंद मार रहे थे. मुझे बोहोत ही तकलीफ़ हो रही थी और मैं चिल्ला रही थी हहाआआआआआआऐईईईईई म्‍म्म्ममममाआआआआररर्र्र्ररर ग्गगाआआआययययययययईईई द्द्द्द्द्द्द्द्दददककककककककककककककक प्पफहाआटततत्त गगगगगगाआआआऐईईईई एम्ममेयीयीयर्र्रियियीयियी ग्ग्गयेन्न्न्ड्ड्ड आआआआआआआअहह न्ननियियीक्क्क्कयाऑल्लो प्प्प्प्ल्ल्ल्लीईएसस्स्स्सीई हहाआईईए ऊवूऊवूयूवूऊवूऊवयफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ लैकिन वो कहा मानने वाले थे दीवानो की तरह से फुल फोर्स से मेरी गंद मारते रहे. पचा पच की आवाज़ सारे बाथरूम गूँज रहा था और उनके टटटे मेरी चूत से टकरा रहे थे मुझे ऐसा लग रहा था जैसे कोई लोहे के बॉल्स से मेरी
चूत पे मार रहा हो और उनके टॅटू की टकराने से 2 मिनिट की मार मे ही मेरी चूत झड़ने लगी और यह मज़ा ऐसा मज़ा था के मुझे गंद मे उनका मूसल लंड महसूस ही नही हो रहा था. मैं झड़ने लगी और गहरी साँसें लेती हुई नीचे लेट गयी. डीके अब मेरे ऊपेर लेट गये और अपने पैर पीछे WC से टीका दिए और मेरी फैली हुई टाँगो के अंदर अपनी टाँगें डाल के कैंची की तरह से मेरी टाँगो को टाइट पकड़ लिया और घचा घच मेरी गंद मारने लगे, ऐसी पोज़िशन मे, मैं हिल भी नही सकती थी और चुप चाप पड़ी अपनी गंद मरवा रही थी. मेरी दोनो टाँगो के बीचे अपने दोनो घुटने डाल के मेरे पैरो को चीर दिया था और मेरी गंद मार रहे थे. उफ्फ क्या बताउ कभी तो गंद मे इतना मोटा लंड घुसे होने की तकलीफ़ हो रही तो कभी उनके टटटे जो मेरी चूत के मूह पे लगने से जो मज़ा आ रहा था, ऐसा मज़ा मैने कभी महसूस नही किया था और मैं ऐसे मज़े को मैं बयान भी नही सकती बॅस यह समझ लो के मैं जैसे जन्नत मे पहुँच गयी हू. वो अब बहुत तेज़ी से मेरी गंद मार रहे थे मैं फिर से समझ गयी के यह तूफ़ानी झटके उनकी मलाई निकलने के संकेत दे रहे है और फिर अपना लंड मेरी गंद के पूरा बाहर तक निकाल लिया और पूरी ताक़त से एक झटका इतनी ज़ोर से मारा के एक बार फिर से मेरी गंद फॅट गयी और मैं चिल्ला पड़ी फफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ ब्ब्ब्ब्ब्ब्बबबाआआआआआआसस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स आआआआअब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्बबब आबीयेयीययावुउववुवरररर्र्र्र्र्र न्न्नाआआआह्ह्ह्ह्ह्हीई म्‍म्म्ममाआआआऐययईईईई म्‍म्म्ममममाआआआअरर्ररर गगगगगगगाआआऐईईई आआआहह और एक फाइनल पवरफुल झटके से अपने मूसल लंड को मेरी गंद मे गाढ दिया और उतनी ही ज़ोर से उनके टटटे एक बार फिर से मेरी चूत के पंखुड़ियो को मारने लगे और उधर डीके मेरी गंद मे झड़ने लगे और इधर मेरी चूत झड़ने लगी. दोनो एक बार फिर से हांपने लगे. मेरी गंद के मसल ने उनके लंड को टाइट पकड़ा हुआ था और उनके लंड से निकलती गरम गरम मलाई की एक एक बूँद मेरी गंद मे गिरने लगी. वो मेरी पीठ पे गिर पड़े हम दोनो ऐसे ही बाथरूम के फरश पे नंगे एक दूसरे के ऊपेर पड़े हाँपते रहे.
उनका लंड मेरी गंद के अंदर फूल रहा था जिसके बेस को मेरी टाइट गंद के सुराख ने टाइट पकड़ा हुआ था, मेरी गंद के मसल्स खुल बंद हो रहे थे, जिसकी वजह से उनके लंड से टपकती मलाई की एक एक बूँद को निचोड़ते रहे और उनकी मलाई की एक एक बूँद मुझे अपनी गंद मे गिरती महसूस होने लगी. हम दोनो के बदन एक बार फिर से पसीने से भर चुके थे. डीके ने मुझे उठाया और हम दोनो शवर के नीचे आ गये और वॉर्म वॉटर के शवर से एक दूसरे को साबुन लगा के नहलाया. जैसे ही मैं नीचे से उठी मेरी फटी गंद से खून की बूँदें टपकने लगी और मेरी थाइस से होती हुई नीचे बहने लगी. मैं देख के घबरा गई. मैं कभी अपनी गंद से
टपकते खून को देख रही थी कभी डीके की तरफ देख रही थी. डीके मुस्कुरा के बोले के अरे तुम तो इतनी पवरफुल औरत हो इतने से खून से डर गयी तो मैं ने उनको बोला के कभी आपकी भी गंद फटी होती तो आपको पता चलता के गंद फटने से कितना दरद होता है तो वो मुस्कुरा के मुझे देखने लगे और मुझे अपने हाथो मे किसी छोटे बच्चे की तरह से उठा लिया और किस करते हुए शवर के नीचे खड़ा कर दिया और वॉर्म वॉटर का शवर खोल दिया. वॉर्म वॉटर से नहा ने से बदन कुछ रिलॅक्स हुआ और हम दोनो शवर के बाहर आ गये. दोनो ने एक दूसरे के बदन को ड्राइ किया और उनके ऑफीस मे आ गये. जब मैं डीके के बदन को ड्राइ करने लगी तो उनके लौदे को भी ड्राइ करने को हाथ लगाया तो वो एक बार फिर से उठ गया और लहराने लगा मेरी आँखें हैरत से उनके सल्यूट करते लंड को देखती रही के यह कैसा लंड है जो सॉफ्ट ही नही हो रहा है. डीके अपनी सीट पे नंगे ही बैठ गये और मुझे अपने करीब बुला के अपने खड़े लंड पे मुझे बिठा दिया. ऐसी चुदाई के बाद मेरी चूत और गंद अछी तरह से खुल चुकी थी और उनका लंड मेरी चूत के अंदर आसानी से घुस गया. मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मैं किसी लोहे के पोले पे बैठी हू. मुझे उनका लंड अपने पेट के अंदर महसूस हो रहा था. डीके ने कांट्रॅक्ट पेपर्स निकाले और मुझे लंड पे बिठाए ही बिठाए उनपे साइन कर दिया. मैं फॉरन ही पलट के उनके लंड पे ऐसे बैठ गई के मेरा मूह उनकी तरफ हो गया और मैने उनके चेहरे पे किस की बरसात कर दी. बे तहाशा चूमती रही और उनको थॅंक्स बोलती रही. वो मेरे बूब्स को चूसने लगे और नीचे से अपनी गंद उछाल उछाल के मुझे चोदने लगे. मेरी आँखो मे खुशी के आँसू आ गये और मैं एमोशन मे आ के उनसे ऐसे लिपट गयी जैसे अब उनको छोड़ूँगी ही नही इतना कस्स के लिपट गयी. उन्हो ने मेरी बॅक पे अपने हाथ फिराना शुरू कर दिया और मुझे तसल्ली देने लगे के स्नेहा डॉन'ट क्राइ मेरी जान. तुम तो मेरे लिए स्पेशल हो, आइ विल बी हॅपी टू टेक यू विथ मी आज़ माइ असिस्टेंट एवेरिवेर आइ गो. और फिर मेरी आँखो से निकलते आँसू को अपने होटो से पी गये. मेरे बूब्स को बोहोत ज़ोर ज़ोर से चूस रहे थे और निपल्स को काट भी रहे थे. मैं जॉब मिलने की खुशी मे कुछ इतनी एमोशनल हो गयी थी के मुझे अपने सेन्सिटिव बूब्स को चूसना भी मुझे महसूस नही हुआ. और जब मैं अपने एमोशन से वापस आ गयी तो मुझे उनका लंड अपनी चूत के अंदर घुसा महसूस हुआ और फिर मैं एक दम से जोश मे आ गयी और अपने पैरको को चेर के हॅंड रेस्ट पोर्षन से बाहर निकाल दिया और चेर के बॅक रेस्ट पे अपने हाथ रख के उनके लंड पे उछलने लगी और जोश मे आ के उनके लंड पे बहुत ज़ोर ज़ोर से उछल कूद करने लगी. अब मुझे उनका इतना मोटा लोहे जैसा सख़्त लंड बोहोत मज़ा दे रहा था. डीके मेरे बूब्स को चूस रहे थे और मेरे चूतदो को मसल रहे थे. अपना लंड मेरी चूत के अंदर ही अंदर रखे वो चेर से उठ गये तो मैं ने फॉरन ही अपनी टाँगें उनके कमर पे
लपेट ली और उन्हो ने पहले तो मुझे वही टेबल पे लिटा दिया और खुद फ्लोर पे खड़े खड़े मुझे चोदने लगे. इतने टाइम झड़ने से मुझे नही लग रहा था के वो अब झड़ेंगे. वो तो बड़ी मस्ती मे धीरे धीरे इतने आराम से चोदने लगे जैसे के वो आज नही झड़ेंगे.
क्रमशः......................



Recession Ki Maar part--25

gataank se aage..........
Choot ko achi tarahse dhone ke bad mai bath tub mai baith gayee. Aahh kia batau dosto baith te hi aisa araam mila ke bata nahi sakti. Garam pani tha jismai medicine aur perfumes mile hone ki wajah se khushboo bhi thi aur meri choot ko garam pani ka senk lag raha tha. Ander baithne ke 5 minute ke ander hi mujhe aisa lagne laga jaise kabhi meri choot mai jalan hui hi nahi thi. Aur meri choot garam pani ke ander thodi der ke liye khul band hui aur uske bad bohot hi araam aa gaya. Mera sara badan pani ke ander tha bas mera sar hi baher nikla hua tha. Pani mai shampoo bhi mila hua tha jiske jhaag se mai apnna badan malne lagi. Aur thodi hath ander dal ke apni choot ki halat dekhne lagi to pata chala ke wo to ab bohot hi naram ho chuki thi aur takleef bhi nahi ho rahi thi. Thodi hi der ke bad DK bhi ander aa gaye aur doosri taraf pair lambe kar ke baith gaye. Unka Lund poora khada tha aur shampoo ke jhaag se ooper nikal raha tha. Mai to aisa mast Lund dekh ke ek bar phir se pagalho gayee aur chudwane ki iccha jaag uthi. Ham dono pair lambe aur choude kar ke bath tub mai baithe the. Mai sarakti hui unke kareeb chali gayee aur pani ke ander hi ander se apne hath se unka missile pakad lia aur muth marne lagi. Bohot pyar aa raha tha unke Lund pe mujhe to mai ne unke Lund ko zor se daba dia to wo passion se sehar uthe aur mere boobs ko jhaad ke ander se hi dabane lage. Mai unke thighs pe baithi thi aur thoda sa uthi aur unke Lund ke supade ko apni choot ke surakh se sata dia aur ek hi jhake se baith gayee. Ooooooooooooooooooiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiii mmmmmmmmmmmaaaaaaaaaaa mujhe laga jaise meri jaan hi nikal gayee ho. Badi masti mai ek hi jhatke se baith to gayee thi par kia pata tha ke abhi choot poori tarah se theek nahi hui hai. Shampoo ka jhaag bhi unke lund ke sath hi meri choot ke ander chala gaya tha. Jaise hi mai unke Lund pe ek jhatke se baithi aur unka Lund kisi teer ki tarah se meri choot mei ghuss
gaya unho ne foran hi mere shoulders ko pakad ke daba dia kyonke unko pata tha ke mai ek jhatke se uthne wali hu aur hua bhi yehi, jaise hi mai maare darad ke uthne lagi unho ne mujhe pakad lia aur apne musalse uthne nahi dia. Lund meri choot ke ander kuch itni gehrayee tak utar gaya tha ke Mujhe aisa lag raha tha jaise unka Lund mere halak tak aa gya ho. Mai kuch der tak to takleef se chatpata ti rahi phir unka Lund meri choot ke ander adjust ho gaya. Unho ne telephonic hand shower uthaya aur mere boobs pe pani ki dhar mari to mere boobs se shampoo ka sara jhag saaf ho gaya. Unho ne foran hi mere boobs ko choosna shuru kar dia to mere hath automatically unke gale mai lipat gaye aur mai unko apne boobs pe dabane lagi bilkul aise hi jaise bacha doodh peete samay maa apne bache ko apni chaati se chipka leti hai. Mujhe boho maza aa raha tha aur mai pehle hi bata chuki hu ke mere boobs aur nipples kuch ziada hi sensitive hai kabhi kabhi to mere pehne hue kapdo ki ragad se hi erect ho jate hai aur meri choto geeli ho jati hai. Jaise hi unho ne meri nipple ko apne dato se kata mere muh se sssssssssssssssss ki awaz nikli aur mai jhadne lagi. DK to mer choot ke ander apna musal dale bade maze se baithe rahe aur unko meri garam choot ka garam rass apne Lund ke supade pe mehsoos hua to wo muskura ke mujhe choomne lage aur bole ke Sneha bohot khubsoorat ho tum meri jaanu I love you so much. Itna sunte hi mera dil khushi se jhoom utha aur mai ne unke muh mai apni jeebh dal ke kiss kia aur phir ham ek doosre ki jeebh ko choosne lage aur wo mere boobs ko masal rahe the aur ab mai dheere dheere unke Lund pe uth uth ke baith rahi thi. Wo bhi neeche se apni gand utha ke apne Lund ko meri choot ki gehraiyon mei pohcha rahe the. Mai itni garam ho gayee thi ke unke peeche deewar pe lage towel stand ko pakd lia aur zor zor se unke lund pe uth baith kar ke chodne lagi. Aise movement se bath tub ka jhaag aur thod pani ud ke neeche girne laga. Neeche se wo bhi dhakke maar maar ke chod rahe the aur mai bhi towel stand ko zor se pakad ke unke Lund pe jam ke uchal rahi thi. Itni ooper tak uthne se bhi unka Lund meri choot se baher nahi nikal raha tha. Wah kia shandaar Lund tha. Mai to mar miti thi aise pyare Lund pe. DK ne mujhe zor se pakad rakha tha. Ab chudai bohot tezi se chal rahi thi. Dekhte hi dekhte DK mujhe apne aap se liptaye uthe aur shower ke baher nikal gaye aur mujhe ghodi bana dia. Mere hath ab bath tub ke kinare ko pakde hue the aur mai jhuki hui thi. Unho ne peeche se apna lohe jaisa sakht Lund meri choot ke ander ghused dia aur zor zor se chodne lage.
Shower se baher nikal ke Ghodi bana dia peeche se Lund choot ke ander dal dia
Unke dhakke itne powerful the ke mere hath bath tub se slip ho gaye aur mai neeche floor pe almost half let si gayee. Unho ne meri kamar mei hath dal ke thoda sa ooper uthaya to mai ne khud bhi apni gand thodi ooper utha di aur unko meri choot ka sahi nishana mil raha tha. Wo dhana dhan chod rahe the. Unke mote Lund se mera choot ka dana bhi choot ke ander baher hone laga aur mai apne choot ke dane pe unka yeh dabao bardasht na kar saki aur kaampte hue jhadne lagi. Jhadne ki masti mai mera badan hawao mai ud raha tha aur isi cheez ka faida utha te hue ek hi jhatke mai apna Lund meri choot se baher khech nikala aur iss se pehle ke mai kuch samajh sakti unka Lund meri choti si gulabi gaand mai ghuss chuka tha mere muh se itni zor se cheekh nikli mmmmmmmmmaaaaaaa mmmmmmmaaaaaaaaaaaarrrrrrrrrrrrrrrriiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiii mmmmmmeeeeeeeeiiiiiiiiiiiiiiiii hhhhhhhhhhaaaaaaaaaaaaaaeeeeeeeeeeee nnnnnnnnniiiiiiiiikkkkkkkkkkkkkaaaaaaaaaaaalllllllllloooooooooooooooooo bbbbbbbbbaaaaaaaaaaaahhhhhhhhhhhhhheeeeeeerrrrrrrrrrrrrrrrrr aur agar unka office sound proof nahi hota to shaed poora mohalla jama ho jata. Meri gand mai aur unke Lund pe shampoo laga hua tha isi liye Lund itni asaani se meri gand mai ghus chuka tha aur aise hamle ke liye meri gand bilkul bhi tayyar nahi thi. Mai jhatke se unki grip se baher nikalne ki koshish karne lagi par nahi nikal sakti thi khonke mere sar ki taraf to bath tub tha jo mujhe
unki grip se nikalne nahi de raha tha. Unho ne apne Lund ko aise hi meri gand mai rakha. Meri gand mai aisa lag raha tha jaise koi jalta hua lohe ka khamba ghusa dia gaya ho. Meri gand ke muscles unke Lund ke base ko kass ke tight pakde hue the. Bohot takleef ki wajah se mai apni gand ke muscles ko relax hi nahi kar sakti thi. Yeh naturally unke Lund ko kass ke pakde hue the. Unho ne meri neck pe kiss karna chalu kar dia aur hath dal ke mere boobs ko masalne lage aur ek hath se choot ke surakh mai ungli dal ke chodne lage aur clitoris ko ragadne lage. Boobs pe hath lagte hi mere sensitive boobs mai halchal hone lagi aur choot mai ungli hone ki wajah se mera badan relax hone laga. Jaise hi DK ko mehsoos hua ke mera badan relax hua hai unho ne dhakke marna chalu kar diya aur meri choti si tight gand ko marte hi rahe. Har dhakke se meri gand phat ti rahi aur wo meri gand marte rahe. Meri aankho se sach mai takleef se aansoo nikalne lage. Jaise jaise unke dhakke tez ho rahe the meri gand ka surakh bhi kuch normal ho raha tha aur phir jab shampoo ka jhaag ka slippery nature khatam hua, Gand aur Lund pe laga pani sookh gaya to unka Lund meri gand ke ander hi atak gaya, na gand ke ander ja raha tha na baher aa raha tha.
Ab wo apne Lund ko baher nahi khech sakte the to hath badha ke KY ki special jelly ka tube uthaya aur ek hi second ke ander apna Lund meri gand se khech ke baher nikal lia jis se meri gand mai jalan hone lagi aur doosre hi second mei unho ne aadhe se ziada tube meri khuli hui gand mai ghused dia aur almost half se bhi ziada tube daba ke jelly meri gand ke ander hi khali kar dia aur iss se pehle ki mai sambhal paati unho ne apne Lund pe bhi jelly ki ek lambi lakeer lagayee aur foran hi meri gand ke ander jad tak ghused dia. Aur foran hi meri gand marne lage. Ab meri gand jelly ki wajah se chikni aur slippery ho chuki thi aur Lund ab asaani se gand ke gulabi ched ke ander baher ho raha tha. Unho ne mujhe kass ke pakda hua tha aur poori takat se meri gand mar rahe the. Mujhe bohot hi takleef ho rahi thi aur mai chilla rahi thi hhhhhhhhaaaaaaaaaaaaaaaeeeeeeeeeee mmmmmmmaaaaaaaaaarrrrrrrr gggaaaaaaaayyyyyyyyeeeeeeee DDDDDDDDDDDKKKKKKKKKKKKKKK ppphhhhaaaattttt ggggggaaaaaaaaaeeeeeeee mmmmeeeerrrriiiii gggggaaaannndddddd aaaaaaaaaaaaaaahhhhhhhhhhhhh nnniiikkkkaaalllloooo pppplllleeeeessssseeee hhhhaaaaeeeee uuuuuuuuuuuffffffffffffff laikin wo kaha rkne wale the deewano ki tarah se full force se meri gand marte rahe. Pacha pach ki awaz sare bathroom goonj raha tha aur unke tatte meri choot se takra rahe the mujhe aisa lag raha tha jaise koi lohe ke balls se meri
choot pe maar raha ho aur unke tattoo ki takraane se 2 minute ke maar mai hi meri choot jhadne lagi aur yeh maza aisa maza tha ke mujhe gand mei unka musal Lund mehsoos hi nahi ho raha tha. Mai jhadne lagi aur gehri saansein leti hui neeche let gayee. DK ab mere ooper let gaye aur apne pair peeche WC se tika diye aur meri phaili hui tango ke ander apni tangein dal ke kainchi ki tarah se meri tango ko tight pakad lia aur ghacha ghach meri gand maarne lage, aisi position mai, mai hil bhi nahi sakti thi aur chup chaap padi apni gand marwa rahi thi. Meri dono tango ke beeche apne dono ghutne dal ke mere pairo ko cheer dia tha aur meri gand mar rahe the. Uff kia batau kabhi to gand mai itna mota Lund ghuse hone ki takleef ho rahi to kabhi unke tatte jo meri choot ke muh pe lagne se jo maza aa raha tha, aisa maza maine kabhi mehsoos nahi kia tha aur mai aise maze ko mai bayan bhi nahi sakti bass yeh samjh lo ke mai jaise jannat mai pohoch gayee hu. Wo ab bohto tezi se meri gand mar rahe the mai phir se samajh gayee ke yeh toofani jhatke unki malayee nikalne ke sanket de rahe hai aur phir apna Lund meri gand ke poora baher tak nikal lia aur poori takat se ek jhatka itni zor se mara ke ek bar phir se meri gand phat gayee aur mai chilla padi ffffffffffffffffffffff bbbbbbbbbaaaaaaaaaaaaaasssssssssssssss aaaaaaaaabbbbbbbbbbbb aaaaaaaaauuuuurrrrrrrrr nnnaaaaaaaahhhhhhiiii mmmmmaaaaaaaaaiiiiiii mmmmmmmaaaaaaaaarrrrr gggggggaaaaaaaeeeeee aaaaaahhhhhhhh aur ek final powerful jhatke se apne musal Lund ko meri gand mai gaad dia aur utni hi zor se unke tatte ek bar phir se meri choot ke pankhadion ko marne lage aur udhar DK meri gand mei jhadne lage aur idhar meri choot jhadne lagi. Dono ek bar phir se haanpne lage. Meri gand ke muscle ne unke Lund ko tight pakda hua tha aur unke Lund se nikalti garam garam malayee ki ek ek boond meri gand mai girne lagi. Wo meri peeth pe gir pade ham dono aise hi bathroom ke farash pe nange ek doosre ke ooper pade haampte rahe.
Unka Lund meri gand ke ander phool raha tha jiske base ko meri tight gand ke surakh ne tight pakda hua tha, meri gand ke muscles khul band ho rahe the, jiski wajah se unke Lund se tapakti malayee ki ek ek boond ko nichodte rahe aur unki malayee ki ek ek boond mujhe apni gand mai girti mehsoos hone lagi. Ham dono ke badan ek bar phir se paseene se bhar chuke the. DK ne mujhe uthaya aur ham dono shower ke neeche aa gaye aur warm water ke shower se ek doosre ko sabun laga ke nehlaya. Jaise hi mai neeche se uthi meri phati gand se khoon ki boondein tapakne lagi aur meri thighs se hoti hui neeche behne lagi. Mai dekh ke ghbara gai. Mai kabhi apni gand se
tapakte khoon ko dekh rahi thi kabhi DK ki taraf dekh rahi thi. DK muskura ke bole ke arey tum to itni powerful aurat ho itne se khoon se dar gayee to mai ne unko bola ke kabhi aapki bhi gand phati hoti to aapko pata chalta ke gand phatne se kitna darad hota hai to wo muskura ke mujhe dekhne lage aur mujhe apne hatho mai kisi chote bache ki tarah se utha lia aur kiss karte hue shower ke neeche khada kar dia aur warm water ka shower khol dia. Warm water se naha ne se badan kuch relax hua aur ham dono shower ke baher aa gaye. Dono ne ek doosre ke badan ko dry kia aur unke office mai aa gaye. Jab mai DK ke badan ko dry karne lagi to unke Loude ko bhi dry karne ko hath lagaya to wo ek bar phir se uth gaya aur lehraane laga meri aankhen hairat se unke salute karte Lund ko dekhti rahi ke yeh kaisa Lund hai jo soft hi nahi ho raha hai. DK apni seat pe nange hi baith gaye aur mujhe apne kareeb bula ke apne khade Lund pe mujhe bitha dia. Aisi chudai ke bad meri choot aur gand achi tarah se khul chuki thi aur unka Lund meri choot ke ander aasaani se ghus gaya. Mujhe aisa lag raha tha jaise mei kisi lohe ke pole pe baithi hu. Mujhe unka Lund apne pet ke ander mehsoos ho raha tha. DK ne contract papers nikale aur mujhe Lund pe bithaye hi bithaye unpe sign kar dia. Mai foran hi palat ke unke Lund pe aise baith gai ke mera muh unki taraf ho gaya aur mai unke chehre pe kiss ki barsaat kar di. Be tahasha choomti rahi aur unko thanks bolti rahi. Wo mere boobs ko choosne lage aur neeche se apni gand uchal uchal ke mujhe chodne lage. Meri aankho mia khushi ke aansoo aa gaye aur mai emotion mai aa ke unse aise lipat gayee jaise ab unko chhorungi hi nahi itna kass ke lipat gayee. Unho ne meri back pe apne hath phirana shuru kar dia aur mujhe tasalli dene lage ke Sneha don't cry meri jaan. Tum to mere liye special ho, I will be happy to take you with me as my assistant everywhere I go. Aur phir meri aankho se niklate aansoo ko apne hoto se pi gaye. Mere boobs ko bohot zor zor se choos rahe the aur nipples ko kaat bhi rahe the. Mai job milne ki khushi mai kuch itni emotional ho gayee thi ke mujhe apne sensitive boobs ko choosna bhi mujhe mehsoos nahi hua. Aur jab mai apne emotion se wapas aa gayee to mujhe unka Lund apni choot ke ander ghusa mehsoos hua aur phir mai ek dum se josh mai aa gayee aur apne pairko ko chair ke hand rest portion se baher nikal dia aur chair ke back rest pe apne hath rakh ke unke Lund pe uchalne lagi aur josh mai aa ke unke Lund pe bohto zor zor se uchal kood karne lagi. Ab mujhe unka itna mota lohe jaisa sakht Lund bohot maza de raha tha. DK mere boobs ko choos rahe the aur mere chootado ko masal rahe the. Apna Lund meri choot ke ander hi ande rakhe wo chair se uth gaye to mai ne foran hi apni tangein unke kamar pe
lapet li aur unho ne pehle to mujhe wahi table pe lita dia aur khud floor pe khade khade mujhe chodne lage. Inte time jhadne se mujhe nahi lag raha tha ke wo ab jhadenge. Wo to badi masti mai dheere dheere itne araaam se chodne lage jaise ke wo aaj nahi jhadenge.
kramashah......................








आपका दोस्त राज शर्मा साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँआपका दोस्तराज शर्मा(¨`·.·´¨) Always`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !`·.¸.·´ -- raj

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Posted By .....raj..... to Kamuk Kahaniyan.Com कामुक-कहानियाँ.ब्लॉगस्पोट.कॉम at 10/09/2010 06:35:00 AM


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