Monday, November 1, 2010

हिंदी सेक्सी कहानियां रिसेशन की मार पार्ट--26



रिसेशन की मार पार्ट--26

गतान्क से आगे..........
थोड़ी देर ऐसी पोज़िशन मे चोदने के बाद उन्हो ने मुझे एक बार फिर से उठा लिया, उनका लंड एक मिनिट के लिए भी मेरी चूत से बाहर नही निकला था, उन्हो ने उठा के मुझे दीवार से लगा दिया और एक बार फिर से घचा घच चोदने लगे. उनके झटके इतने पवरफुल थे जैसे वो किसी जॅक हॅमर से पीछे की दीवार मे सुराख कर देंगे. मुझे लगा जैसे उनका लंड मेरी चूत फाट के गंद से बाहर निकल जाएगा. मैं भी अब फुल मूड मे आ गयी थी. मेरे हाथ उनके नेक पे थे और पैर कमर पे लटेपटे हुए थे. मैं मस्ती मे चिल्ला रही थी कककचहूऊद्द्द्दद्ड़ूऊव आआआअहह आआआऐईईईसस्स्स्स्सीईई हहिईीईईईई ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ूऊऊओरर्र्र्र्र्र्ररर सस्स्सीईए आआआहह म्‍म्म्मममाआआआआज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ाआआआ एयाया र्र्र्र्ररराआआआहहाआआआआअ हहाआआआआआईयईईईई द्द्दददकककककककक सीसीक्क्कियीयीयिट्ट्न्न्नन्नन्न्ननॉयाऑयाययाया प्प्प्प्प्प्पययययययाआआअरर्र्र्र्र्र्र्ररराआआआआ ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लुउउउउउउउन्न्न्न्न्न्द्द्द्द्द्द्द हाआआआईईईईईई ऊऊऊऊऊओ म्‍म्माआआअरर्र्ररर डड्डड्डड्ड्ड्डययेएयेयेयीयायाऑल्ल्लायाआयायेयीययाया मेरी ऐसी बातें सुन के उनका जोश भी बढ़ने लगा और वो बुरी तरह से मेरी चूत मे अपना मूसल घुसेड ते रहे. आआआआईईईईसस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्साआआआआआ म्‍म्म्ममाआआआआआज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ाआआआअ सीसीक्कयाब्ब्ब्ब्ब्चियैआइयीयीयियी न्न्न्ननॉयायातियीयीयियी आआययय्याआअ कककककककककचूऊऊऊओद्द्द्दद्डूऊऊऊ ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ूऊऊऊरररर ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ूऊऊऊऊओरर्र्र्र्र्ररर सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईईईई उनके लंड पे मेरे बदन का वज़न पड़ रहा था जिसकी वजह से मेरी क्लाइटॉरिस उनके मोटे लंड के डंडे के साथ रगड़ खाती हुई अंदर बाहर हो रही थी और मैं इतनी देर मे 4 टाइम झाड़ चुकी थी और मेरी चूत का रस उनके लंड से टपकता हुआ नीचे फ्लोर पे गिरने लगा. मेरी पीठ दीवार से लगी हुई थी और उनका लंड किसी हथौड़े की तरह से मेरी चूत को मार रहा था. वो तकरीबन आधा घंटा इसी स्टाइल मे चोद्ते रहे और मैं इतनी देर मे शाएद 10 टाइम झाड़ चुकी थी. अब उनकी साँसें भी तेज़ी से चल रही थी और एरकॉनडिशन के चलते भी उनके और मेरे बदन पसीने से भीग चुके थे. दोनो के बदन बोहोत ही गरम हो गये थे और फिर देखते ही देखते उनकी स्पीड बहुत तेज़ हो गयी और एक इतनी ज़ोर का झटका मारा के मेरे मूह से एक बार फिर से चीख निकल गयी ऊऊऊऊऊईईईईईईईईइ म्‍म्म्मममममाआआआआआआआआ म्‍म्म्ममाआआअरर्र्र्र्र्र्ररर गगगगगगगगगगगगाआआआआईयईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई और उनके
लंड से मलाई का फव्वारा ऐसे निकला जैसे फिरे होज़ के प्रेशर से आग भुजाने के लिए पानी निकलता है और उनकी मलाई का प्रेशर लगते ही मेरी चूत भी दीवानी होगयी और झड़ने लगी. मैं ने उनके गले मे हाथ और उनकी कमर पे पैर लपेट के पकड़ लिया था. वो झाड़ते रहे और मेरी चूत से उनकी मलाई ओवर फ्लो हो के नीचे गिरती रही.
मेरी चूत से मलाई निकल रही है
हम दोनो ही बुरी तरह से थक चुके थे. मुझे तो चलना ही नही आ रहा था चूत और गंद दोनो मे तकलीफ़ हो रही थी. मैं अभी भी उनके गले से झूल रही थी. वो धीरे धीरे नीचे बैठने लगे और अपने लंड को मेरी चूत के अंदर ही रखे रखे नीचे फ्लोर पे लेट गये. उनका मूसल अभी भी
सॉफ्ट नही हुआ था. मैं यह सोचने लगी के कही यह लंड कोई ड्यूप्लिकेट लंड तो नही जो तकरीबन 5 घंटे से लोहे जैसा आकड़ा हुआ है और अभी तक सॉफ्ट ही नही हुआ. सच ऐसा लंड कभी नही देखा था. लोगो से सुना था के मुस्लिम्स का लंड कटा हुआ होता है पर मुझे नही लग रहा था के उनका लंड कटा हुआ है वो तो स्ट्रक्चर मे वैसा ही था जैसा सतीश का और राज का था. इतना ज़रूर था के उनके लंड के सूपदे के ऊपेर वो प्रोटेक्टिव चॅम्डी नही थी जो राज के और सतीश के लंड के हेड पे होती है. उनका लंड तो किसी मिज़ाइल की तरह से रेडी था बिना प्रोटेक्टिव चॅम्डी के. अब मेरी समझ मे आ गया था के मुस्लिमस का लंड चॅम्डी के बिना हो होता है और ऐसा लगता है जैसे लंड चोदने को हमेशा ही तय्यार रहता है. मैं ने सिरकुंसीज़ेड लंड आज पहली बार देखा था और मुझे उनके लंड से प्यार हो गया था. वो मेरे नीचे चित्त लेटे हुए थे और मैं उनके लंड को अपने चूत के अंदर घुसाए बैठी थी. अब मेरी अंदर और हिम्मत नही थी के मैं और चुदवाती. मैं ने सोचा के अगर मैं सारी रात यही रही तो शाएद डीके पूरी रात ही मेरी चुदाई करते रहेंगे और शाएद एक ही दिन के अंदर मेरी चूत को चोद चोद कर भोसड़ा बना देंगे. मैं उनके लंड को अपनी चूत से निकालते हुए पीछे हटी और उनके लंड को चूसने लगी. मेरी और उनकी मिली जुली मलाई बहुत थी मज़े की थी. मैं उनके लंड को चूस्ति रही और वो मेरे सर को पकड़ के अपने लंड पे घुसाए रहे और अपनी गंद उठा कर मेरे मूह को चोद्ते रहे. थोड़ी देर मे उन्हो ने मुझे बगल से पकड़ के सिग्नल दिया के मैं उनके ऊपेर 69 पोज़िशन मे आ गयी. मैं ऊपेर थी और मेरी चूत से टपकते जूस को डीके बड़े मज़े से चाट रहे थे. उनके दाँत मेरी चूत के दाने को लगते ही मैं एक बार फिर से पागल हो गयी और अपनी गंद को ऊपेर उठा उठा के अपनी चूत को उनके मूह पे पटकती रही और उतने ही जोश से उनके मूसल को चूस्ति रही. उनका लंड आधे से भी कम मेरे मूह मैं जा रहा था पर वो पूरी कोशिश कर रहे थे के अपने लंड को मेरे हलक के अंदर तक उतार दे और इसी लिए अपने घुटने मोड़ के लेते थे और अपने दोनो हाथो से मेरे सर को पकड़ के अपने लंड पे दबा दिया और एक मिनिट के लिए उनका लंड मेरे हलक से ट्रकरा रहा था पर मैं ने फॉरन ही बाहर निकल लिया और उनके मूह पे अपनी चूत दबा के बैठ गयी और काँपते हुए उनके मूह मे ही झड़ने लगी. मेरी चूत के जूस को वो बड़े मज़े से चाटने लगे. जैसे ही मेरी चूत का झड़ना बंद हुआ उन्हो ने अपनी गंद उठा के अपना लंड मेरे मूह मे घुसाना शुरू कर दिया और मैं उनके लोहे के खंबे को बड़े प्यार से चूमती और चूस्ति रही. अपने हाथो से उनके बॉल्स को भी दबा के देख रही थी. उनके बॉल्स अभी तक बोहोत ही टाइट थे ऐसा लग रहा था जैसे उनके बॉल्स के अंदर मलाई की फॅक्टरी है जहा बोहोत माल स्टॉक मे रेडी है. मैं उनके बॉल्स से खेल रही थी और कभी उनकी गंद मे उंगली डाल रही थी तो वो इतनी मस्ती मे आ गये के एक ही फ्लश मे मुझे नीचे लिटा दिया और मेरे बूब्स पे बैठ गये और अपने लंड को मेरे मूह के अंदर तक घुसेड दिया और मुझे अपने हलाक मे उनके लंड का मोटा सूपड़ा महसूस हुआ और उनके लंड मे से मलाई की धारियाँ निकल ने लगी. जितनी देर तक उनके लंड से मलाई की धारियाँ निकलती रही उन्हो ने अपने लंड को मेरे हलक के अंदर घुसा के रखा जिसकी वजह से मेरी गले की रगें फूल गयी और मेरा चेहरा लाल होगया पर मैं कुछ नही कर सकती थी बॅस उनके नीचे पड़ी छटपटा रही थी. उनके लंड से मलाई निकलना कम हो गयी तो वो मेरे मूह के अंदर ही लंड को रखे मेरे ऊपेर गिर गये. मुझे लगा जैसे उनकी मलाई से मेरा पेट भर गया हो.
डीके का सोया हुआ लंड ऐसा था
थोड़ी देर ऐसे ही पड़े रहने के बाद वो मेरे ऊपेर से उठे और एक बार फिर हम दोनो बाथरूम चले गये और शवर लेने लगे. उनका लंड अब कही जा के थोड़ा सा सॉफ्ट हुआ था पर उनका सॉफ्ट लंड भी सतीश के फुल्ली एरेक्ट लंड से ज़ियादा टाइट और बड़ा था. शवर ले के बाहर आए तो उन्हो ने फ्रिड्ज से केक निकाला और छुरी मेरे हाथ मे देते हुए बोले के स्नेहा मेरी जान आज इस केक को काट के अपना जॉब सेलेबरेट करो तो मुझे डीके पे बे इंतेहा प्यार आया ओरमेरी आँखो से एक बार फिर से खुशी के आँसू निकलने लगे और मैं उनको थॅंक्स फॉर एवेरतिंग डीके बोला और उन्हो ने छुरी मेरे हाथ मे थमा दी और मेरा हाथ पकड़ के हम दोनो ने मिल के केक काटा. मैं ने केक का एक पीस काट के ड्के के मूह मई रख दिया तो वो झुके के मेरे मूह मई अपने मूह से मुझे केक खिलाने लगे और केक खिलाना एक बहाना हो गया और हम एक दूसरे को दीवानो की तरह से किस करने लगे. हमारे बीचे से हिन्दी
मुस्लिम का भेद भाव ख़त्म हो गया था और मैं सच मे डीके से प्यार कर ने लगी थी और वो जितने टाइम चोदना चाहते थे मैं अपनी आपको उनसे चुदवाने के लिए तय्यार थी.
टाइम देखा तो रात के 9 बज रहे थे. डीके ने मेरे हाथ मे कांट्रॅक्ट पेपर दे दिए और मुझे चूमते हुए बोले के स्नेहा मेरी जान मैं ने कांट्रॅक्ट साइन कर दिया है तुम अपने रूम मे जाओ और इसे अछी तरह से पढ़ो और उसके बाद अची तरह से सोच समझ के साइन करो क्यॉंके अछी तरह से पढ़ना अछी बात है फिर बाद मे कोई प्राब्लम ना तुमको होगी ना हमको. मैं ने वही टेबल पे पड़े पेन को उठाया और साइन करने लगी तोडीके ने मेरा हाथ पकड़ लिया और मुझे चूमते हुए बोले के प्लीज़ स्नेहा मेरी बात मानो एक बार इसको पढ़ तो लो के तुमको सब कंडीशन्स आक्सेप्टबल है, अपने हज़्बेंड से और तुम अपने किसी फ्रेंड से डिसकस करना चाहो तो करो उसके बाद ही साइन करो. मैने बोला के ठीक है डीके जैसे आप कहोगे वैसे ही करूँगी तो उन्हो ने मुझे अपनी बाँहो मैं पकड़ लिया और मुझे अपने बदन से चिपकाते हुए किस करते करते बोले के आप नही तुम बोलना मुझे अछा लगेगा तो मैं मुस्कुरा दी और एक बार फिर से मेरी आँखो मे आँसू आ गये के कितने अछा इंसान है डीके. कितना कंफर्टबल फील करती हू मैं उनके प्रेज़ेन्स मे और वो मेरा कितना ख़याल रखते है. खैर घड़ी देखी तो पता चला के रात के 9:00 पीएम हो रहे है.
मैं जाने के लिए उठी तो मुझ से चला नही जा रहा था. डीके ने मुझ से कहा के स्नेहा मैं तुमको अपनी कार मे तुम्हारे होटेल तक ड्रॉप कर दूँगा पर पहले तुम यही ऑफीस के अंदर ही थोड़ा सा चलने की प्रॅक्टीस कर्लो नही तो शाएद होटेल के लोगो को डाउट हो जाएगा और शाएद वो समझ भी जाएँ के किसी ने तुम्हारे साथ सामॉहिक बलात्कार ( गॅंग बंग ) किया है. मेरी समझ मे यह बात आ गयी और थोड़ी देर ऐसे ही तकलीफ़ से चलने के बाद मेरी चाल कुछ ठीक हुई तो डीके मुझे सहारा दे के नीचे गॅरेज मे ले गये और मैं उनकी कार मे बैठ गयी. गॅरेज मे उनके कार के लिए एक अलग से स्पेस थी और उसको एक डोर भी लगा हुआ था जिसकी वजह से उनकी कार किसी को भी दिखाई नही दे सकती थी. उनके रूम से एक प्राइवेट लिफ्ट डाइरेक्ट उनकी कार के पास निकलती थी. हम उनकी कार मे बैठ गये. डीके ने कार स्टार्ट कर दी और फॉरन ही उसका एरकॉनडिशन भी चालू कर दिया जिसकी वजह से कार के अंदर गर्मी महसूस नही हो रही थी. मैं डीके की तरफ बोहोत प्यार से देखने लगी और मेरा बॅस नही चल रहा था के मैं यही कार के अंदर ही चढ़ के उनके ऊपेर बैठ जाउ और उनको किस करती ही रहू इतने प्यारे लग रहे थे वो मुझे. डीके ने पूछा ऐसे क्या देख रही हो स्नेहा तो मेरी आँखो मे एक बार फिर से आँसू आ गये और मैं ने बोला के मैं सारी उमर तुम्हारा एहसान मानुगी डीके तुमने मुझे जॉब दिया और
फिर मुझे इतना प्यार भी दिया और शरारत से मुस्कुराते हुए बोला के और चोद चोद के मेरी छोटी सी चूत का भोसड़ा भी तो बना दिया तो डीके ने बोला के क्यों तुम्है मेरा लंड और मेरी चुदाई पसंद नही आई क्या तो मैं ने बोला के अरे क्या बात करते है आप ऐसा लंड तो शाएद ही किसी के पास होगा और ऐसी शानदार चुदाई भी शाएद ही कोई कर सके. मेरा इतना बोलना था के उन्हो ने इशारे से मुझे अपने लंड की तरफ देखने को बोला. ओई मा देखा तो वो फिर से खड़ा हो चुका था. मैं तो दंग ही रह गयी के इतनी देर से साला उनका लंड खड़ा है और कंटिन्यू चूत को चोद रहा है या गंद को फाड़ रहा है और एक बार फिर से यह खड़ा हो गया. यह कोई रियल लंड है या आर्टिफिशियल. उन्हो ने मेरा हाथ पकड़ के अपने आकड़े हुए लंड पे रख दिया तो मैं उसको दबाने लगी और पूछने लगी के डीके कभी तुम्हारा लंड सोता भी है या हमेशा ही जागता और चूत या गंद मे घुसने का इंतेज़ार करता रहता है तो उन्हो ने बोला के नही अब यह लंड तुम्हारे यह प्यारे मूह का इंतेज़ार कर रहा है वो अपनी एक उंगली मेरे मूह के अंदर डालते बोले. मैं ने उनके लंड को पॅंट से बाहर निकाल लिया और उसको अपने हाथो मे पकड़ एक प्यार से दबाने लगी. लंड के डंडे को दबाते ही उस्मै से प्री कम की एक बूँद बाहर निकल गयी जिसे मैं ने अपनी ज़ुबान से चाट लिया. डीके ने मेरे सर पे अपना हाथ रख लिया और मेरे मूह को अपने लंड पे दबाने लगे. मेरा मूह ऑटोमॅटिकली खुल गया और मैं उनके लंड को चूसने लगी. मेरे मूह मे उनका लंड फँसा हुआ था और मैं अपना मूह ऊपेर नीचे कर के चूस रही थी. मेरी चूत ऐसे ही गीली होना शुरू हो गयी थी.
कार के अंदर चुदाई
थोड़ी ही देर मे मैं उनका आधा लंड चूस रही थी और उनके लंड का सूपड़ा मेरे थ्रोट मे लग रहा था. उनका हाथ मेरे बूब पे था और वो उसको स्क्वीज़ कर रहे थे. मेरी समझ मे नही आ रहा था के मैं एक बार फिर से ऐसे शानदार लंड से चुदवा लू या ऐसे ही उनका लंड चूस चूस कर लंड की क्रीम खा जाउ. उनका लंड चूस्ते चूस्ते मैं इतनी गरम हो गयी थी के मुझे अब अपनी चूत के अंदर उनका लंड चाहिए था. मैं अपनी सीट से थोड़ा ऊपेर उठी और अपनी एक टांग उठा के स्टेआरिंग के और उनके बीच मे डाल के उनके ऊपेर बैठने की कोशिश करने लगी तो वो मुस्कुरा दिए और अपना हाथ नीचे डाल के किसी लीवर को दबाया तो उनकी सीट पीछे जो गिर गयी और एक मिनी बेड की तरह से बह गयी. मैं एक ही सेकेंड के अंदर उनके ऊपेर चढ़ गयी और उनके लंड को पकड़ के अपनी चूत के सुराख से सटा दिया और एक ही झटके मे उनके ऊपेर बैठ गयी और उनका मूसल जो मेरे थूक से गीला हो चुका था मेरी चूत को चीरता हुआ एक घच की साउंड के साथ अंदर तक घुस गया और मेरे मूह से एक हल्की सी चीख निकल गयी ऊऊऊऊऊओह म्‍म्म्माआआआअ और मेरा सारा बदन दरद से अकड़ गया लैकिन फॉरन ही मुझे मज़ा आने लगा. डीके मेरे बूब्स को चूसने लगे और अपनी गंद ऊपेर उठा उठा के मुझे चोदने लगे. मैं भी कुछ इतनी उताओली हो चुकी थी के नीचे से वो धक्के मार रहे थे और ऊपेर से मैं उनके लंड के ऊपेर उछल कूद कर रही थी और कार मे एक रिदमिक म्यूज़िक चल रही थी. थोड़ी देर तक ऐसे ही चोदने के बाद हमारा रिदम तेज़ हो ने लगा. मैं तो शाएद 3 या 4 टाइम झाड़ चुकी थी और फिर जैसे ही मुझे उनका लंड अपनी चूत के अंदर फूलता महसूस हुआ मैं एक टाइम ज़ोर से ऊपेर उछली और उनके लंड को अपनी चूत के बोहोत अंदर तक घुसा के दबा के उनके लंड पे बैठ गयी. मेरी इस हरकत से उनका लंड नहाल हो गया और मेरी चूत के अंदर फव्वारा छोडने लगा. मुझे बोहोत ही मज़ा आ रा था, मेरे मूह से आआआआअहह ऊऊऊऊऊऊओह म्‍म्म्ममममाआआज़्ज़्ज़्ज़्ज़ाआअ एयाया र्र्ररराआआ ह्ह्ह्हाआ हहाअईईए आआअहह म्मीईईईरर्र्र्र्र्र्र्रृिईईईईईई न्न्न्नियैयीयिक्क्क्क्कययाऑल्ल्ल्न्न्नईयियी वव्वाअल्ल्लीए हहाआआऐययईईईई और उनका लंड अपनी बच्चे दानी के अंदर महसूस होने लगा था. उनकी क्रीम का फव्वारा जैसे ही मेरी बच्चे दानी पे लगा मेरे मूह से मस्ती भरी अबीयगग्ज्ज्ज्ज्ज्ग्च्च्च निकल, मेरी आँखें बंद हो गयी, साँस तेज़ी से चलने लगी और उसके साथ ही मैं एक बार फिर से काँपते हुए झाड़ गयी. थोड़ी देर तक मैं उनके लंड को अपनी चूत के अंदर ही दबाए उनके ऊपेर पड़ी रही. मैं ड्के के ऊपेर थी और जैसे ही थोड़ी देर के बाद मैं उनके मूसल से ऊपेर उठ, मेरी चूत के अंदर से उनकी और मेरी मलाई निकलके उनके पॅंट पे गिरी और उनके पॅंट को गीला कर दिया. वो मुस्कुरा के अपने गीले पॅंट को देखने लगे. मैं अपनी सीट पे वापस आ चुकी थी और
झुक के उनके हमारे जूस से चमकते लंड को अपने मूह मे लिया और चाट चाट के सॉफ किया. डीके ने अपनी सीट के लीवर ठीक किए और रिमोट का बटन दबाया तो सामने गॅरेज का डोर खुल गया और कार बाहर निकल गयी. कार के बाहर निकलते ही डोर ऑटोमॅटिकली बंद हो गया.
क्रमशः......................






Recession Ki Maar part--26

gataank se aage..........
Thodi der aisi position mai chodne ke bad unho ne mujhe ek bar phir se utha lia, unka Lund ek minute ke liye bhi meri choot se baher nahi nikla tha, unho ne utha ke mujhe deewar se laga dia aur ek bar phir se ghacha ghach chodne lage. Unke jhatke itne powerful the jaise wo kisi jack hammer se peeche ki deewar mai surakh kar denge. Mujhe laga jaise unka Lund meri choot phaat ke gand se baher nikal jayega. Mai bhi ab full mood mai aa gayee thi. Mere hath unke neck pe the aur pair kamar pe latepte hue the. Mai masti mai chilla rahi thi cccchhhhooooddddddooooo aaaaaaahhhhhhhhhhhhh aaaaaaaeeeeeesssssseeeeee hhhhhhhiiiiiiii zzzzzzzzooooooorrrrrrrrrr sssseeeee aaaaaahhhhhhhhhhhh mmmmmmaaaaaaaaazzzzzzzzzzaaaaaaaa aaaaa rrrrrrraaaaaaaahhhhhhhhhhaaaaaaaaaaa hhhhhhhhaaaaaaaaaaaaiiiiiii DDDDDKKKKKKKK kkkkkkiiiiittttttnnnnnnnnnaaaaaaaa pppppppyyyyyyaaaaaaarrrrrrrrrrraaaaaaaaaa llllllllllllluuuuuuuunnnnnnddddddd haaaaaaaaeeeeeeeeeeeee ooooooooooo mmmaaaaaaarrrrrr dddddddddddaaaaaaaaaaaaalllllllllllllaaaaaaaaaaaaa meri aisi batein sun ke unka josh bhi badhne laga aur wo buri tarah se meri choot mei apna musal ghused te rahe. Aaaaaaaaeeeeeeeesssssssssssssaaaaaaaaaaaa mmmmmaaaaaaaaaaazzzzzzzzzzzaaaaaaaaa kkkkkaaabbbbbbhhhhhhiiiiiiii nnnnnaaaaahhhhhiiiiii aaaayyyyaaaaa cccccccccchhhhhhhhoooooooooddddddoooooooo zzzzzzzzzoooooooorrrr zzzzzzzzooooooooooorrrrrrrrr ssssssssssssseeeeeeeeeeeeeeeee unke Lund pe mere badan ka wazan pad raha tha jiski wajah se meri clitoris unke mote Lund ke dande ke sath ragad khati hui ander baher ho rahi thi aur mai itni der mai 4 time jhad chuki thia aur meri choot ka rass unke Lund se tapakta hua neeche floor pe girne laga. Meri peeth deewar se lagi hui thi aur unka Lund kisi hathoude ki tarah se meri choot ko maar raha tha. Wo takreeban aadha ghanta isi style mai chodte rahe aur mai itni der mai shaed 10 time jhad chuki thi. Ab unki saansein bhi tezi se chal rahi thi aur aircondition ke chalte bhi unke aur mere badan paseene se bheeg chuke the. Dono ke badan bohot hi garam ho gaye the aur phir dekte hi dekhte unki speed bhot tez ho gayee aur ek tini zor ka jhatka mara ke mere muh se ek bar phir se cheekh nikal gayee ooooooooooiiiiiiiiiiiiiiiii mmmmmmmmaaaaaaaaaaaaaaaaaa mmmmmaaaaaaarrrrrrrrrr ggggggggggggaaaaaaaaaaiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiii aur unke
Lund se malayee ka fawwara aise nikla jaise fire hose se pressure se aag nujhane ke liye pani nikalta hai aur unki malayee ka pressure lagte hi meri choot bhi deewani hogayee aur jhadne lagi. Mai ne unke gale mai hath aur unki kamar pe pair lapet ke pakad lia tha. Wo jhadte rahe aur meri choot se unki malayee over flow ho ke neeche girti rahi.
Meri Choot se Malayee nikal rahi hai
Ham dono hi buri tarah se thak chuke the. Mujhe to chalna hi nahi aa raha tha choot aur gand dono mai takleef ho rahi thi. Mai abhi bhi unke gale se jhool rahi thi. Wo dheere dheere neeche baithne lage aur apne Lund ko meri choot ke ander hi rakhe rakhe neeche floor pe let gaye. Unka musal abhi bhi
soft nahi hua tha. Mai yeh sochne lagi ke kahi yeh Lund koi duplicate Lund to nahi jo takreeban 5 ghante se lohe jaisa akda hua hai aur abhi tak soft hi nahi hua. Sach aisa Lund kabhi nahi dekha tha. Logo se suna tha ke muslims ka Lund kata hua hot hai par mujhe nahi lag raha tha ke unka Lund kata hua hai wo to structure mai waisa hi tha jaisa Satish ka aur Raj ka tha. Itna zaroor tha ke Unke Lund Ke supade ke ooper wo protective chamdi nahi thi jo Rajj ke aur Satish ke Lund ke head pe hoti hai. Unka Lund to kisi missile ki tarah se ready tha bina protective chamdi ke. Ab meri samajh mai aa gaya tha ke muslims ka Lund chamdi ke bina ho hota hai aur aisa lagta hai jaise Lund chodne ko hamesha hi tayyar rehta hai. Mai ne circumsized Lund aaj pehli bar dekha tha aur mujhe unke Lund se pyar ho gaya tha. Wo mere neeche chitt lete hue the aur mai unke Lund ko apne choot ke ander ghusaye baithi thi. Ab meri ander aur himmat nahi thi ke mai aur chudwati. Mai ne socha ke agar mai sari raat yahi rahi to shaed SK poori raat hi meri chudai karte rahenge aur shaed ek hi din ke ander meri choot ko chod chod kar bhosda bana denge. Mai unke Lund ko apni choot se nikalte hue peeche hati aur unke Lund ko choosne lagi. Meri aur unki mili juli malayee boho thi maze kit hi. Mai unke Lund ko choosti rahi aur wo mere sar ko pakad ke ape Loude pe ghusaye rahe aur apni gand utha kar mere muh ko chodte rahe. Thodi der mai unho ne mujhe baghal se pakad ke signal dia ke mai unke ooper 69 position mai aa gayee. Mai ooper thi aur meri choot se tapakte juice ko DK bade maze se chaat rahe the. Unke daant meri choot ke dane ko lagte hi mai ek bar phir se pagal ho gayee aur apni gand ko ooper utha utha ke apni choot ko unke muh pe patakti rahi aur utne hi josh se unke musal ko choosti rahi. Unka lund aadhe se bhi kam mere muh mai ja raha tha par wo poori koshish kar rahe the ke apne Lund ko mere halak ke ander tak utar de aur isi liye apne ghutne mod ke lete the aur apne dono hatho se mere sar ko pakad ke apne Lund pe daba dia aur ek minute ke liye unka Lund mere halak se trkraha par mai ne foran hi baher nikal lia aur unke muh pe apni choot daba ke baith gayee aur kaanpte hue unke muh mai hi jhadne lagi. Meri choot ke juice ko wo bade maze se chaatne lage. Jaise hi meri choot ka jhadna band hua unho ne apni gand utha ke apna Lund mere muh mai ghusana shuru kar dia aur mai unke lohe ke khambe ko bade pyar se choomti aur choosti rahi. Apne hatho se unke balls ko bhi daba de dekh rahi thi. Unke balls abhi tak bohot hi tight the aisa lag raha tha jaise unke balls ke ander malayee ki factory hai jaha bohot maal stock mei ready hai. Mei unke balls se khel rahi thi aur kabhi unki gand mai ungli dal rahi thi to wo itni masti mai aa gaye ke ek hi flash mai
mujhe neeche lita dia aur mere boobs pe baith gaye aur apne Lund ko mere muh ke ander tak ghused dia aur mujhe apne halak mai unke Lund ka mota supada mehsoos hua aur unke Lund mei se maalayee ki dhaariyan nikal ne lagi. Jitni der tak unke Lund se malayee ki dhariyan nikalti rahi unho ne apne Lund ko mere halak ke ander ghusa ke rakha jiski wajah se meri gale ki ragein phool gayee aur mera chehra laal hogaya par mai kuch nahi kar sakti thi bass unke neeche padi chatpata rahi thi. Unke Lund se malayee nikalna kam ho gayee to wo mere muh ke ander hi Lund ko rakhe mere ooper gir gaye. Mujhe laga jaise unki malayee se mera pet bhar gaya ho.
DK Ka soya hua Lund aisa tha
Thodi der aise hi pade rehne ke bad wo mere ooper se uthe aur ek bar phir ham dono bathroom chale gaye aur shower lene lage. Unka Lund ab kahi ja ke thoda sa soft hua tha par unka soft Lund bhi Satish ke fully erect Lund se ziada tight aur bada tha. Shower le ke baher aye to unho ne fridge se cake nikala aur churi mere hath mei dete hue bole ke Sneha meri jaan aaj iss cake ko kaat ke apna job celeberate karo to mujhe DK pe be inteha pyar aaya aurmeri aankho se ek bar phir se khushi ke aansoos nikalne lage aur mai unko thanks for everything DK bola aur unho ne churi mere hath mai thama di aur mera hath pakad ke ham dono ne mil ke cake kata. Mai ne cake ka ek piece kaat ke DK ke muh mai rakh dia to wo jhuke ke mere muh mai apne muh se mujhe cake khilane lage aur cake khilana ek bahana ho gaya aur ham ek doosre ko deewano ki tarah se kiss karne lage. Hamare beeche se Hindi
Muslim ka bhed bhao khatm ho gaya tha aur mai sach mei DK se pyar kar ne lagi thi aur wo jitney time chodna chahte the mai apni aapko unse chudwane ke liye tayyar thi.
Time dekha to raat ke 9 baj rahe the. DK ne mere hath mai contract paper de diye aur mujhe choomte hue bole ke Sneha meri jaan mai ne contract sign kar dia hai tum apne room mai jao aur ise achi tarah se padho aur uske bad acho tarah se soch samajh ke sign karo kyonke achi tarah se padhna achi bat hai phri bad mai koi problem na tumko hogi na hamko. Mai ne wahi table pe pade pen ko uthaya aur sign karne lagi to DK ne mera hath pakad lia aur mujhe choomte hue bole ke please Sneha meri baat mano ek bar isko padh to lo ke tumko sab conditions acceptable hai, apne husband se aur tum apne kisi friend se discuss karna chaho to karo uske bad hi sign karo. Mei ne bola ke theek hai DK jaise aap kahoge wiase hi karungi to unho ne mujhe apni baho mai pakad lia aur mujhe apne badan se chipkaate hue kiss karte karte bole ke AAP nahi TUM bolna mujhe acha lageg to mai muskura di aur ek bar phir se meri aankho mia aansoo aa gaye ke kitne acha insaan hai DK. Kitna comfortable feel karti hu mai unke presence mai aur wo mera kitna khayal rakhte hai. Khair ghadi dekhi to pata chala ke raat ke 9:00 pm ho rahe hai.
Mai jaane ke liye uthi to mujh se chala nahi ja raha tha. DK ne mujh se kaha ke Sneha mai tumko apni car mai tumhare hotel tak drop kar dunga par pehle tum yahi office ke ander hi thoda sa chalne ki practice karlo nahi to shaed hotel ke logo ko doubt ho jayega aur shaed wo samajh bhi jayen ke kisi ne tumahre sath Samohik Balatkar ( Gang Bang ) kia hai. Meri samajh mai yeh bat aa gayee aur thodi der aise hi takleef se chalne ke bad meri chaal kuch theek hui to DK mujhe sahara de ke neeche garage mai le gaye aur mai unki car mai baith gayee. Garage mai unke car ke liye ek alag se space thi aur usko ek door bhi laga hua tha jiski wajah se unki car kisi ko bhi dikhayee nahi de sakti thi. Unke room se ek private lift direct unki car ke pas nikalti thi. Ham unki car mai baith gaye. DK ne car start kar di aur foran hi uska aircondition bhi chalu kar dia jiski wajah se car ke ander garmi mehsoos nahi ho rahi thi. Mai DK ki taraf bohot pyar se dekhne lagi aur mera bass nahi chal raha tha ke mai yahi car ke ander hi chhad ke unke ooper baith jau aur unko kiss karti hi rahu itne pyare lag rahe the wo mujhe. DK ne poocha aise kia dekh rahi ho Sneha to meri aankho mai ek bar phir se aansoo aa gaye aur mai ne bole ke mai sari umar tumahra ehsaan manugi DK tumne mujhe job dia aur
phir mujhe itna pyar bhi dia aur shararat se muskurate hue bola ke aur chod chod ke meri choti si choot ka bhosda bhi to bana dia to DK ne bola ke kyon tumhai mera Lund aur meri chudai pasand nahi ayi kia to mei ne bola ke arey kia baat karte hai aap aisa Lund to shaed hi kisi ke pas hoga aur aisi shandar chudai bhi shaed hi koi kar sake. Mera int bolna the ke unho ne ishare se apne mujhe apne Lund ki taraf dekhne ko bola. Oyi maa dekha to wo phir se khada ho chuka tha. Mai to dang hi reh gayee ke itni der se sala unka Lund khada hai aur continue choot ko chod raha hai ya gand ko phad raha hai aur ek bar phir se yeh khada ho gaya. Yeh koi real Lund hai ya artificial. Unho ne mera hath pakad ke apne akde hue Lund pe rakh dia to mai usko dabane lagi aur poochne lagi ke DK kabhi tumhara Lund sota bhi hai ya hamesha hi jaagta aur choot ya gand mai ghusne ka intezar karta rehta hai to unho ne bola ke nahi ab yeh Lund tumhare yeh pyare muh ka intezar kar raha hai wo apni ek ungli mere muh ke ander dalte bole. Mai ne unke Lund ko pant se baher nikal lia aur usko apne hatho mai pakad ek pyar se dabane lagi. Lund ke dande ko dabaate hi usmai se pre cum ki ek boond baher nikal gayi jise mai ne apni zuban se chaat lia. DK ne mere sar pe apna hath rakh lia aur mere muh ko apne Lund pe dabane lage. Mera muh automatically khul gaya aur mia unke Lund ko choosne lagi. Mere muh mai unka Lund phansa hua tha aur mai apna muh ooper neeche kar ke choos rahi thi. Meri choot aise hi geeli hona shuru ho gayee thi.
Car Ke ander chudai
Thodi hi der mai mai unka aadha lund choos rahi thi aur unke Lund ka supada mere throat mai lag raha tha. Unka hath mere boob pe tha aur wo usko squeeze kar rahe the. Meri samajh mai nahi aa raha tha ke mai ek bar phir se aise shandar Lund se chudwa lu ya aise hi unka Lund choos choos kar Lund ki cream kha jau. Unka Lund chooste chooste mai itni garam ho gayee thi ke mujhe ab apni choot ke ander unka Lund chahiye tha. Mai apni seat se thoda ooper uthi aur apni ek tang utha ke stearing ke aur unke beech mai dal ke unke ooper baithne ki koshish karne lagi to wo muskura diye aur apna hath neeche dal ke kisi lever ko dabaya to unki seat peeche jo gir gayee aur ek mini bed ki tarah se bah gayee. Mai ek hi second ke ander unke ooper chad gayee aur unke Lund ko pakad ke apni choot ke surakh se sata dia aur ek hi jhatke mai unke ooper baith gayee aur unka musal jo mere thook se geela ho chuka tha meri choot ko cheerta hua ek ghach ki sound ke sath ander tak ghus gaya aur mere muh se ek halki si cheekh nikal gayee ooooooooooohhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhh mmmmaaaaaaaaa aur mera sara badan darad se akad gaya laikin foran hi mujhe maza aane laga. DK mere boobs ko choosne lage aur apni gand ooper utha utha ke mujhe chodne lage. Mai bhi kuch itni utaoli ho chuki thi ke neeche se wo dhakke mar rahe the aur ooper se mai unke Lund ke ooper uchal kood kar rahi thi aur car mai ek rhythmic music chal rahi thi. Thodi der tak aise hi chodne ke bad hamara rhythm tez ho ne laga. Mai to shaed 3 ya 4 time jhad chuki thi aur phir jaise hi mujhe unka Lund apni choot ke ander phoolta mehsoos hua mai ek time zor se ooper uchli aur unke Lund ko apni choot ke bohot ander tak ghusa ke daba ke unke Lund pe baith gayee. Meri iss harkat se unka Lund nehaal ho gaya aur meri choot ke ander fawwara chhorne laga. Mujhe bohot hi maza aa rha tha, mere muh se aaaaaaaaahhhhhhhhhhhhh ooooooooooooohhhhhhhhhhh mmmmmmmaaaaaazzzzzaaaaa aaaaa rrrrraaaaaa hhhhaaaa hhhhaaaeeeee aaaaahhhhhhhhhhh mmeeeeeeeeerrrrrrrrrriiiiiiiiii nnnniiiikkkkkaaaalllnnneee wwwaaallleee hhhhhaaaaaaaiiiiiii aur unka Lund apni bache dani ke ander mehsoos hone laga tha. Unki cream ka fawwara jaise hi meri bache dani pe laga mere muh se masti bhari aaaagggggggghhhhhhhhhhhhh nikal, meri aankhein band ho gayee, saans tezi se chalne lagi aur uske sath hi mai ek bar phir se kaanpte hue jhad gayee. Thodi der tak mai unke Lund ko apni choot ke ander hi dabaye unke ooper padi rahi. Mai DK ke ooper thi aur jaise hi thodi der ke bad mai unke musal se ooper uth, meri choot ke ander se unki aur meri malayee nikalke unke pant pe giri aur unke pant ko geela kar dia. Wo muskura ke apne geele pant ko dekhne lage. Mai apni seat pe wapas aa chuki thi aur
jhuk ke unke hamare juice se chamakte Lund ko apne muh mai lia aur chaat chaat ke saaf kia. DK ne apni seat ke lever theek kai aur remote ka button dabaya to samne garage ka door khul gaya aur car baher nikal gayee. Car ke baher nikalte hi door automatically band ho gaya.
kramashah......................











आपका दोस्त राज शर्मा साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँआपका दोस्तराज शर्मा(¨`·.·´¨) Always`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !`·.¸.·´ -- raj

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Posted By .....raj..... to Kamuk Kahaniyan.Com कामुक-कहानियाँ.ब्लॉगस्पोट.कॉम at 10/11/2010 04:57:00 AM


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