FUN-MAZA-MASTI
फागुन के दिन चार--134
१२. ४० रात
एन पी का फोन आया।
ख़ुशी से भरा , ऐ टी एस चीफ ने भी बात की। ख़ुशी से भरा स्वर था , थोड़ी थकान भी।
आपरेशन उन का पूरा हो गया।
आर्मी ने हेल्प की।
बोरीवली के जंगल में साढ़े ग्यारह बजे रात पैरा ट्रूपर्स उतरे थे।
ग्राउंड सपोर्ट ए टी एस के कमांडो फोर्स का था।
बॉमबर ने काफी देर मुकाबला किया फिर अपने बेस को उड़ाने की कोशिश की।
लेकिन कमांडोज़ ने जान पर खेल कर , आग में से उसे निकाला।
दो कमांडो गंभीर रूप से जख्मी हैं।
बॉम्बर भी बहुत जख्मी है , लेकिन उस के बच जाने की आशा है।
उम्मीद है उससे बहुत सूत्र मिलेंगे।
ए टी स चीफ ने बोला की , अब नाटक का अगला अंक शुरू होगा , जो लोग पकड़े गए हैं उनसे बहुत से लोगों का पता चला है।
और सारी जगहों पर रात में ही छापा मारना है।
११८ जगहों पर मुम्बई में और ३२६ जगहों पर पूरे स्टेट में रात में गिरफतारी होनी है।
मेरी आवाज से वो मेरी परेशानी समझ गए और उनके पूछने पर मैंने रीत के बारे में बताया।
दस मिनट बाद उनका फोन आया और उनका वही जवाब था। डेढ़ बजे के आसपास वोलोग बताएँगे।
…
कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था।
किससे बात करूँ , किसी को कुछ भी पता नहीं था।
और जिसे पता था वो बात करने को तैयार नहीं।
थोड़ी देर मैं कमरे में टहलता रहा।
सोचता रहा करन को फोन लगाऊं।
लेकिन कोई मतलब नहीं , रीत का कुछ पता चलता , तो वो सबसे पहले मुझसे शेयर करता।
१२. ५५ हुआ ,
फिर १. ०० बज गया।
कुछ नहीं।
नेवल कमांड में फिर फोन , घंटी घंटी घंटी , नो रिस्पांस।
१. १५ पर दूबे भाभी का फोन आया।
जब मैंने रीत की कोई खबर नहीं बताई , तो उन्होंने पुछा भी नही।
बस बोला , नींद नहीं आ रही थी इसलिए फोन कर लिया।
1. २५ फिर नेवी कमांड , घंटी घंटी घंटी , और अबकी उसने फोन उठा लिया , मेरा नाम पता पुछा और फिर इन्क्वायरी वालों की तरह जवाब देके फोन काट दिया।
..
और उसके बाद फिर वही ,
मैं जानता था , इससे ज्यादा कुछ पता लगा पाना , इनसे मुश्किल है।
करन का फोन आया। उसे भी इतना ही बताया था , लेकिन उसने इतना और पता लगा लिया था की वो लोग शिप से सही सलामत निकल आये हैं।
मैंने सब देवी देवता मना डाले।
ये तय हुआ की हम आधे घंटे में फिर बात करेंगे।
मैंने दूबे भाभी , फेलुदा , सबको बता दिया की रीत से बात तो नहीं हो पायी है , लेकिन वो ठीक है।
एन पी से भी बात हुयी , उसने बताया की मुम्बई में गिरफ़्तारियां शुरू हो गयी है , नागपाड़ा, सेवरी , महाम्ब्रा, वसई , आसनगाँव ऐसे कई जगहों पर छापे चल रहे हैं। अभी तक ४० केकरीब लोग पकडे गए हैं। दो सेट फोन और कुछ हथियारों का जखीरा भी मिला है।
२. ०५ पर करन का फोन फिर आया।
एक बड़ी खबर मिली थी , डाल्टन से। अमेरिका की नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी , पडोसी देश के कमांड और कंट्रोल सेंटर को वाच कर रही थी (हालाँकि कर्टसी हमारे हैकर फ्रेंड्स , उन्होंने उसके कम्युनिकेशन चैनेल जाम कर रखे थे ). लेकिन काम की बात ये पता चली की हमारे देश से १६ जगहों से सेट फोन उस सेंटर से कांटैक्ट करने की कोशिश हुयी। उन सेट फोन की लोकेशन , नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी ने बता दी है जिसे रा को सौंप दिया गया है।
अब सिक्योरिटी एजेंसीज उन सारे लोगों को ट्रैप करने में लगी हैं। और सुबह के पहले उन धार दबोचने की तैयारी चल रही है।
हम लोग कुछ देर तक बात करते रहे।
न उसने पुछा न मैंने। लेकिन अन पुछा सवाल मुझे भी सालता रहा , उसे भी।
रीत कहाँ है , कैसे है।
२, २४ पर धमाका हुआ ,
पहले करन फिर एन पी।
एक हेलीकाप्टर पर आर पी जी का हमला हुआ है।
लेकिन उस हमले में कोई घायल हुआ है या नहीं , कुछ पता नहीं चल रहा।
लेकिन हेलीकाप्टर हिट हुआ है , ये कनफर्म्ड है।
कही रीत उस हेलीकाप्टर में न रही हो , हम दोनों सोच रहे थे।
लेकिन नेवल कमांड कंट्रोल कुछ भी बताने को तैयार नहीं था।
२. ३० पर यही खबर एन पी ने दी। लेकिन उसको भी कुछ डिटेल नहीं पता थे।
अब मेरे कुछ समझ में नहीं आ रहा था , क्या बताऊँ। दूबे भाभी का फोन फिर आया था। बस यही नींद नहीं आ रही है , सोचा तुम तो जगे होगे।
यह रात कब खत्म होगी , कैसे खत्म होगी , कुछ समझ में नहीं आ रहा था।
२. ५० पर करन का फोन आया , वो डिसेपेरेट था और नेवल कमांड कंट्रोल सेंटर की ओर जा रहा था।
उसे लग रहा था , की उस हेलीकाप्टर में रीत रही होगी , इसलिए वो सब खबरें स्टोनवाल कर रहे हैं।
एक नान नेवी वाले को आपरेशन में कुछ हो गया , तो उनकेलिए परेशानी की बात होगी इसलिए वो अपने स्टैंड पहले क्लियर करेंगे।
३. ०५ पर करन का फोन आया , वो नेवी के साथ था और उन्होंने सब कुछ बता दिया है।
उसकी आवाज में डर , दुःख, परेशानी , सब एक साथ थी।
मेरा दिल बैठा जा रहा था
…
सब बातें पता चल गयी थीं।
या यूँ कहें जितना नेवी के लोगों ने करन को बताया।
हेलीकाप्टर हिट हुआ था।
मेजर हिट था।
रीत उसी हेलीकाप्टर में थी , और जिस विंडो के बगल में वो बैठी थी , इम्पैक्ट वहीँ हुआ था।
उससे ग्रेज़ करता हुआ ग्रेनेड रोटर को छूता हुआ निकल गया था।
इंपैक्ट से रीत हेलीकाप्टर के अंदर गिर पड़ी थी और उसे मेजर शाक लगा था।
हेलीकॉपटर भी डैमेज हो गया था , लेकिन पायलट ने उसे पास के एक शिप पर उतार दिया। और वहां से रीत और बाकी लोगों को दूसरे हेलीकाप्टर में शिफ्ट का र के लैन्डपर ले जाया गया।
लेकिन जिस ने रीत के हेलीकॉपटर पर फायर किया था , उसे एक दुसरे हेलीकॉपटर ने शूट किया और उनकी बोट सिंक कर दी।
नेवी के स्क्यूबा डाइवर ने उसे अंदर से निकाला , और वो बहुत बुरी तरह घायल है।
कुल ९ लोगों को जिन्दा पकड़ा गया है।
५ बॉडीज मिली हैं।
और लगता है , १०-१२ लोग शिप के साथ सिंक हो गए हैं।
लेकिन करन ये सब कुछ नहीं सुन रहा था। वो बस रीत को देखना चाहता था , अपनी आँखों से।
उसके बहुत जिद करने पर उन लोगो ने कबूला की रीत को हॉस्पिटल में ऐडमिट किया गया है और वो लोग रीत की कंडीशन के बारे में कुछ बता नहीं सकते हैं।
रीत को नेवल हॉस्पिटल , आई एन एस आश्विन में ऐडमिट किया गया था।
नेवल ऑथॉरिटीज के मना करने के बावजूद , करन हॉस्पिटल के लिए रवाना हो गया।
आई एन एस आश्विन
नेवल ऑथॉरिटीज के मना करने के बावजूद , करन हॉस्पिटल के लिए रवाना हो गया।
एन पी ने पहले ही बताया था की अगर रीत को अगर कुछ भी हुआ होगा तो वो उसे आई इन इस आश्विन में ले जायंगे जो नेवी की सबसे बड़ी मेडिकल फैसिलिटी है।
उसने किसी को कोलाबा से भेजा भी था , लेकिन उसे पता चला की नेवल पोलिस ने कोलाबा पोस्ट आफिस के आगे पूरी एरिया सील कर रखी है , यहाँ तक की पोलिस वेहिकल को भी नहीं जाने दे रहे हैं।
करन जिसको जिसको जानता था , सबको उसने पकड़ा।
बैरियर तक पहुंचने पर उसे परमिशन मिल गयी थी।
३. २५ पर करन का फोन आया आई ऍन एस आश्विन से ,
वो हॉस्पिटल के अंदर था।
रीत को ट्रीट कर रहे डाक्टर से उसकी बात हो चुकी थी।
रीत अब सेफ थी।
एम आर आई , स्कैन , ब्लड रिपोर्ट्स सब आ चुकी थीं।
जब वो आई तो पूरी तरह शाक में थी।
और कई जगह से इण्टरनल हेमरेज था। उसका ब्लड प्रेशर , पल्स बहुत लो थी।
वह अब कंट्रोल हो गया है।
उसे डीप सिडेशन में रखा गया है।
एक डाकटरस का पैनल उसे कंटिन्यूस मॉनिटर कर रहा है। उसके सारे वाइटल्स अब कंट्रोल्ड हैं। शाम चार बजे तक वो उसे डीप सिडेशन में ही रखंगे, ज्सिअसे बाड़ी की हीलिंग पूरी हो सके।
उसके पहले दोपहर से ही वो दवा की डोज कम करनी शुरू कर देंगे। शाम को कल ६ बजे के बाद वो रीत से थोड़ी देर के लिए मिल सकता है।
करन के बहुत जिद करने पर रीत के आई सी यू का पर्दा हटाकर , बाहर ग्लास पार्टीशन से उन्होंने उसे रीत को दिखाया भी।
चेहरा उसका एकदम सफेद लग रहा था। पूरी देह में जगह जगह पाइप्स लगी थीं और ऊपर कई मॉनिटर लगे थे। चेहरे के ऊपर आक्सीजन मास्क लगा था।
3. ३५ पर करन का फिर फोन आया।
उसने तय किया था वो भी हॉस्पिटल में रहेगा , जबतक रीत ठीक नहीं हो जाती। हॉस्पिटल के लोगों ने उसे भी एक कमरा आई सी यु के पास दे दिया है। नाइट ड्यूटी डॉक्टर्स के रेस्ट रूम्स में से एक।
उसे वहीँ हर छ घंटे पर जारी होने वाली बुलेटिन वो बता देंगे।
एक सिस्टर ने उसका भी ब्लड प्रेशर चेक किया , काफी बढ़ा था। करन को भी उसने सिडेशन पिल्स दे दीं और समझाया की वो सो जाय। रीत जब उठे तो उसे एकदम नार्मल , स्मार्ट लगना चाहिए।
करन ने बोला की वो अपने सारे फोन बंद कर रहा है और कल दिन में बारह बजे के बाद , रीत की हालत बतायेगा। मुझसे बोला वो , की मैं भी सो जाऊं।
करन सो गया लेकिन मेरे जिम्मे बहुत काम बचा था।
Tags = Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | उत्तेजक | कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना मराठी जोक्स | कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी कहानियाँ | मराठी | .blogspot.com | जोक्स | चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी कहानी | पेलता | कहानियाँ | सच | स्टोरी | bhikaran ki | sexi haveli | haveli ka such | हवेली का सच | मराठी स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | की कहानियाँ | मराठी कथा | बकरी की | kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | kutiya | आँटी की | एक कहानी | मस्त राम | chehre ki dekhbhal | | pehli bar merane ke khaniya hindi mein | चुटकले | चुटकले व्यस्कों के लिए | pajami kese banate hain | मारो | मराठी रसभरी कथा | | ढीली पड़ गयी | चुची | स्टोरीज | गंदी कहानी | शायरी | lagwana hai | payal ne apni | haweli | ritu ki hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | www. भिगा बदन | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कामरस कहानी | मराठी | मादक | कथा | नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | bua | bahan | maa | bhabhi ki chachi ki | mami ki | bahan ki | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi, nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories, hindi stories,urdu stories,bhabi,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi maa ,desi bhabhi,desi ,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story, kahaniyan,aunty ,bahan ,behan ,bhabhi ko,hindi story sali ,urdu , ladki, हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी , kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी , ,raj-sharma-stories कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन , ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी , ,जीजू , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت , . bhatt_ank, xossip, exbii, कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ रेप कहानिया ,सेक्सी कहानिया , कलयुग की कहानियाँ , मराठी स्टोरीज , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी
फागुन के दिन चार--134
१२. ४० रात
एन पी का फोन आया।
ख़ुशी से भरा , ऐ टी एस चीफ ने भी बात की। ख़ुशी से भरा स्वर था , थोड़ी थकान भी।
आपरेशन उन का पूरा हो गया।
आर्मी ने हेल्प की।
बोरीवली के जंगल में साढ़े ग्यारह बजे रात पैरा ट्रूपर्स उतरे थे।
ग्राउंड सपोर्ट ए टी एस के कमांडो फोर्स का था।
बॉमबर ने काफी देर मुकाबला किया फिर अपने बेस को उड़ाने की कोशिश की।
लेकिन कमांडोज़ ने जान पर खेल कर , आग में से उसे निकाला।
दो कमांडो गंभीर रूप से जख्मी हैं।
बॉम्बर भी बहुत जख्मी है , लेकिन उस के बच जाने की आशा है।
उम्मीद है उससे बहुत सूत्र मिलेंगे।
ए टी स चीफ ने बोला की , अब नाटक का अगला अंक शुरू होगा , जो लोग पकड़े गए हैं उनसे बहुत से लोगों का पता चला है।
और सारी जगहों पर रात में ही छापा मारना है।
११८ जगहों पर मुम्बई में और ३२६ जगहों पर पूरे स्टेट में रात में गिरफतारी होनी है।
मेरी आवाज से वो मेरी परेशानी समझ गए और उनके पूछने पर मैंने रीत के बारे में बताया।
दस मिनट बाद उनका फोन आया और उनका वही जवाब था। डेढ़ बजे के आसपास वोलोग बताएँगे।
…
कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था।
किससे बात करूँ , किसी को कुछ भी पता नहीं था।
और जिसे पता था वो बात करने को तैयार नहीं।
थोड़ी देर मैं कमरे में टहलता रहा।
सोचता रहा करन को फोन लगाऊं।
लेकिन कोई मतलब नहीं , रीत का कुछ पता चलता , तो वो सबसे पहले मुझसे शेयर करता।
१२. ५५ हुआ ,
फिर १. ०० बज गया।
कुछ नहीं।
नेवल कमांड में फिर फोन , घंटी घंटी घंटी , नो रिस्पांस।
१. १५ पर दूबे भाभी का फोन आया।
जब मैंने रीत की कोई खबर नहीं बताई , तो उन्होंने पुछा भी नही।
बस बोला , नींद नहीं आ रही थी इसलिए फोन कर लिया।
1. २५ फिर नेवी कमांड , घंटी घंटी घंटी , और अबकी उसने फोन उठा लिया , मेरा नाम पता पुछा और फिर इन्क्वायरी वालों की तरह जवाब देके फोन काट दिया।
..
और उसके बाद फिर वही ,
मैं जानता था , इससे ज्यादा कुछ पता लगा पाना , इनसे मुश्किल है।
करन का फोन आया। उसे भी इतना ही बताया था , लेकिन उसने इतना और पता लगा लिया था की वो लोग शिप से सही सलामत निकल आये हैं।
मैंने सब देवी देवता मना डाले।
ये तय हुआ की हम आधे घंटे में फिर बात करेंगे।
मैंने दूबे भाभी , फेलुदा , सबको बता दिया की रीत से बात तो नहीं हो पायी है , लेकिन वो ठीक है।
एन पी से भी बात हुयी , उसने बताया की मुम्बई में गिरफ़्तारियां शुरू हो गयी है , नागपाड़ा, सेवरी , महाम्ब्रा, वसई , आसनगाँव ऐसे कई जगहों पर छापे चल रहे हैं। अभी तक ४० केकरीब लोग पकडे गए हैं। दो सेट फोन और कुछ हथियारों का जखीरा भी मिला है।
२. ०५ पर करन का फोन फिर आया।
एक बड़ी खबर मिली थी , डाल्टन से। अमेरिका की नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी , पडोसी देश के कमांड और कंट्रोल सेंटर को वाच कर रही थी (हालाँकि कर्टसी हमारे हैकर फ्रेंड्स , उन्होंने उसके कम्युनिकेशन चैनेल जाम कर रखे थे ). लेकिन काम की बात ये पता चली की हमारे देश से १६ जगहों से सेट फोन उस सेंटर से कांटैक्ट करने की कोशिश हुयी। उन सेट फोन की लोकेशन , नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी ने बता दी है जिसे रा को सौंप दिया गया है।
अब सिक्योरिटी एजेंसीज उन सारे लोगों को ट्रैप करने में लगी हैं। और सुबह के पहले उन धार दबोचने की तैयारी चल रही है।
हम लोग कुछ देर तक बात करते रहे।
न उसने पुछा न मैंने। लेकिन अन पुछा सवाल मुझे भी सालता रहा , उसे भी।
रीत कहाँ है , कैसे है।
२, २४ पर धमाका हुआ ,
पहले करन फिर एन पी।
एक हेलीकाप्टर पर आर पी जी का हमला हुआ है।
लेकिन उस हमले में कोई घायल हुआ है या नहीं , कुछ पता नहीं चल रहा।
लेकिन हेलीकाप्टर हिट हुआ है , ये कनफर्म्ड है।
कही रीत उस हेलीकाप्टर में न रही हो , हम दोनों सोच रहे थे।
लेकिन नेवल कमांड कंट्रोल कुछ भी बताने को तैयार नहीं था।
२. ३० पर यही खबर एन पी ने दी। लेकिन उसको भी कुछ डिटेल नहीं पता थे।
अब मेरे कुछ समझ में नहीं आ रहा था , क्या बताऊँ। दूबे भाभी का फोन फिर आया था। बस यही नींद नहीं आ रही है , सोचा तुम तो जगे होगे।
यह रात कब खत्म होगी , कैसे खत्म होगी , कुछ समझ में नहीं आ रहा था।
२. ५० पर करन का फोन आया , वो डिसेपेरेट था और नेवल कमांड कंट्रोल सेंटर की ओर जा रहा था।
उसे लग रहा था , की उस हेलीकाप्टर में रीत रही होगी , इसलिए वो सब खबरें स्टोनवाल कर रहे हैं।
एक नान नेवी वाले को आपरेशन में कुछ हो गया , तो उनकेलिए परेशानी की बात होगी इसलिए वो अपने स्टैंड पहले क्लियर करेंगे।
३. ०५ पर करन का फोन आया , वो नेवी के साथ था और उन्होंने सब कुछ बता दिया है।
उसकी आवाज में डर , दुःख, परेशानी , सब एक साथ थी।
मेरा दिल बैठा जा रहा था
…
सब बातें पता चल गयी थीं।
या यूँ कहें जितना नेवी के लोगों ने करन को बताया।
हेलीकाप्टर हिट हुआ था।
मेजर हिट था।
रीत उसी हेलीकाप्टर में थी , और जिस विंडो के बगल में वो बैठी थी , इम्पैक्ट वहीँ हुआ था।
उससे ग्रेज़ करता हुआ ग्रेनेड रोटर को छूता हुआ निकल गया था।
इंपैक्ट से रीत हेलीकाप्टर के अंदर गिर पड़ी थी और उसे मेजर शाक लगा था।
हेलीकॉपटर भी डैमेज हो गया था , लेकिन पायलट ने उसे पास के एक शिप पर उतार दिया। और वहां से रीत और बाकी लोगों को दूसरे हेलीकाप्टर में शिफ्ट का र के लैन्डपर ले जाया गया।
लेकिन जिस ने रीत के हेलीकॉपटर पर फायर किया था , उसे एक दुसरे हेलीकॉपटर ने शूट किया और उनकी बोट सिंक कर दी।
नेवी के स्क्यूबा डाइवर ने उसे अंदर से निकाला , और वो बहुत बुरी तरह घायल है।
कुल ९ लोगों को जिन्दा पकड़ा गया है।
५ बॉडीज मिली हैं।
और लगता है , १०-१२ लोग शिप के साथ सिंक हो गए हैं।
लेकिन करन ये सब कुछ नहीं सुन रहा था। वो बस रीत को देखना चाहता था , अपनी आँखों से।
उसके बहुत जिद करने पर उन लोगो ने कबूला की रीत को हॉस्पिटल में ऐडमिट किया गया है और वो लोग रीत की कंडीशन के बारे में कुछ बता नहीं सकते हैं।
रीत को नेवल हॉस्पिटल , आई एन एस आश्विन में ऐडमिट किया गया था।
नेवल ऑथॉरिटीज के मना करने के बावजूद , करन हॉस्पिटल के लिए रवाना हो गया।
आई एन एस आश्विन
नेवल ऑथॉरिटीज के मना करने के बावजूद , करन हॉस्पिटल के लिए रवाना हो गया।
एन पी ने पहले ही बताया था की अगर रीत को अगर कुछ भी हुआ होगा तो वो उसे आई इन इस आश्विन में ले जायंगे जो नेवी की सबसे बड़ी मेडिकल फैसिलिटी है।
उसने किसी को कोलाबा से भेजा भी था , लेकिन उसे पता चला की नेवल पोलिस ने कोलाबा पोस्ट आफिस के आगे पूरी एरिया सील कर रखी है , यहाँ तक की पोलिस वेहिकल को भी नहीं जाने दे रहे हैं।
करन जिसको जिसको जानता था , सबको उसने पकड़ा।
बैरियर तक पहुंचने पर उसे परमिशन मिल गयी थी।
३. २५ पर करन का फोन आया आई ऍन एस आश्विन से ,
वो हॉस्पिटल के अंदर था।
रीत को ट्रीट कर रहे डाक्टर से उसकी बात हो चुकी थी।
रीत अब सेफ थी।
एम आर आई , स्कैन , ब्लड रिपोर्ट्स सब आ चुकी थीं।
जब वो आई तो पूरी तरह शाक में थी।
और कई जगह से इण्टरनल हेमरेज था। उसका ब्लड प्रेशर , पल्स बहुत लो थी।
वह अब कंट्रोल हो गया है।
उसे डीप सिडेशन में रखा गया है।
एक डाकटरस का पैनल उसे कंटिन्यूस मॉनिटर कर रहा है। उसके सारे वाइटल्स अब कंट्रोल्ड हैं। शाम चार बजे तक वो उसे डीप सिडेशन में ही रखंगे, ज्सिअसे बाड़ी की हीलिंग पूरी हो सके।
उसके पहले दोपहर से ही वो दवा की डोज कम करनी शुरू कर देंगे। शाम को कल ६ बजे के बाद वो रीत से थोड़ी देर के लिए मिल सकता है।
करन के बहुत जिद करने पर रीत के आई सी यू का पर्दा हटाकर , बाहर ग्लास पार्टीशन से उन्होंने उसे रीत को दिखाया भी।
चेहरा उसका एकदम सफेद लग रहा था। पूरी देह में जगह जगह पाइप्स लगी थीं और ऊपर कई मॉनिटर लगे थे। चेहरे के ऊपर आक्सीजन मास्क लगा था।
3. ३५ पर करन का फिर फोन आया।
उसने तय किया था वो भी हॉस्पिटल में रहेगा , जबतक रीत ठीक नहीं हो जाती। हॉस्पिटल के लोगों ने उसे भी एक कमरा आई सी यु के पास दे दिया है। नाइट ड्यूटी डॉक्टर्स के रेस्ट रूम्स में से एक।
उसे वहीँ हर छ घंटे पर जारी होने वाली बुलेटिन वो बता देंगे।
एक सिस्टर ने उसका भी ब्लड प्रेशर चेक किया , काफी बढ़ा था। करन को भी उसने सिडेशन पिल्स दे दीं और समझाया की वो सो जाय। रीत जब उठे तो उसे एकदम नार्मल , स्मार्ट लगना चाहिए।
करन ने बोला की वो अपने सारे फोन बंद कर रहा है और कल दिन में बारह बजे के बाद , रीत की हालत बतायेगा। मुझसे बोला वो , की मैं भी सो जाऊं।
करन सो गया लेकिन मेरे जिम्मे बहुत काम बचा था।
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
1 comment:
bhai ji is kahani ke next part to post karo
This story is awesome
Post a Comment