raj sharma stories राज शर्मा की कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँहिंदी सेक्सी कहानिया चुदाई की कहानियाँ उत्तेजक कहानिया rajsharma ki kahaniya ,रेप कहानिया ,सेक्सी कहानिया , कलयुग की सेक्सी कहानियाँ , मराठी सेक्स स्टोरीज , चूत की कहानिया , सेक्स स्लेव्स ,
बाहर बेंगाली अंदर बिहारी पार्ट--2
गतान्क से आगे....................
जब मैं नहा के वापस आई तो वह मम्मी के बेड पर ही बैठा था और मुझे भी वहीं खींच लिया. उस रात उस'ने मेरी दो बार और चुदाई की. सच बात यह है कि लास्ट चुदाई में मुझे बहुत अच्च्छा लगा था और मन में यह भी संतोष था कि सान्याल अंकल भी पोलीस की परेशानी से बच जाएँगे.
'कुतिया उठ. सुबह होगेयी है. तुझे स्कूल जाना है. मेरी नींद खुली और उस कमिने नौकर ने मुझे चूत में अंगुली डाल उठाया था. मेरी हालत खराब थी. मैं बाथरूम भी पाँव छित-राये ही गयी.
'नहीं मैं आज स्कूल नहीं जाऊंजी. मेरा नीचे बहुत दुख रहा है. मुझ से ठीक से चला भी नहीं जाता. मैने स्कूल जाने से साफ मना कर'ते हुए कहा.
'क्या घर बैठकर चुद्वयेगि? रंडी को अब चुदाइ अच्छी लगेने लगी है. नहीं स्कूल जाना है. नहा धोकर तैय्यार हो जा, या मैं तुझे नहलाउ. मैने तुझे पहले भी यहाँ नंगी कर बहुत बार नहलाया है.? मैने रामदीन की बातों पर ध्यान नहीं दिया और रोज की तरह तैय्यर हो गयी.
'चाचा जो तूने कल करा वो ठीक नहीं किया. अब मैं कुँवारी नहीं रही. मैने नाश्ता कर'ते हुए कहा.
'बित्तुआ अगर हम कल उस वक़्त नहीं पहुँचते तो तेरा अंकल तुझे ज़रूर चोद देता. तुझे कुँवारी तो रह'ना ही नहीं था. फिर हम भी तो यहाँ 15 साल से काम पर है. हमार घरवाली मर'ने के बाद तो हम यहीं है ना. रामदीन की बात सुन मैने कहा,
'नहीं कॅभी नहीं. अंकल यह कॅभी नहीं करते. वह जो कुच्छ कर रहे थे केवल उपर उपर से कर रहे थे.
'तू अभी बच्ची है और ना समझ है. मैं दो साल से उस हरामी की आँखों मैं तुझे चोद'ने की हवस्स देख रहा हूँ. तेरा हरामी अंकल कल नहीं तौ आज तेरी चूत ज़रूर फाड़ देता, इस लिए मैने सोचा मैं ही क्यूँ ना तेरी कोरी चूत को फाड़ने का मज़ा ले लूं. फिर मेरे मन में जो डर बैठा था वह मैने रामदीन को बताया,
'अगर मेरे बच्चा हो गया तो क्या करेगा? मुझे पता है यह करने से ही औरतों के बच्चा होता है.
'तू हमे चूतिया समझती है. हम जानते हैं कि तेरी अभी बच्चा पैदा करने की उमारिया नही होई है. चलो जल्दी करो स्कूल की बस का टाइम हो गया '. जैसे ही मैं रोज की तरह स्कूल जाने को निकल'ने के लिए हुई एक बार फिर फोन बज उठा.
'हां स्कूल जाने के लिए तैय्यर है. अच्छा बुलाता हूँ. फिर उसने गले पर एक अंगुली रख मुझे इशारा किया कि यदि कुच्छ कहा तो .......... और मुझे फोन थमा दिया. मैने मम्मी से इंग्लीश में बात तो क़ी पर सारी घट'ना के बारे में कुच्छ भी नहीं बताया. फिर मैने रामदीन को यह कह'ते हुए फोन थमा दिया कि मम्मी उस'से कुच्छ बात करेगी.
'हां मेमसाहिब आप फिकर क्यूँ करती हैं मैं बित्तुआ का अच्छी तरह से ख़याल रखूँगा.रात को उसे अच्छे से दूध पीला के सुला दिया था. फिर फोन रख उस'ने मुझ से कहा,
'मम्मी कह रहीं थी क़ि मैं तेरा ठीक तेरह से ख़याल रखूं. तू स्कूल से आजा तब मैं फिर ठीक तरह से तेरा ख़याल रखूँगा समझ गयी? आज तो रात भर ख्याल रखूँगा. शायद जब मैने मम्मी से कुच्छ नहीं कहा तो उस'की हिम्मत बढ़ गयी थी और वह निश्चिंत हो गया था कि मैं किसी को कुच्छ भी बतानेवाली नहीं.
रामू चाचा तुम बहुत बदमास है. रात में मुझे कौन सा दूध पिलाया था? मेरी अभी वह दूध पीने की उमर थोड़े ही है. और यह कह स्कूल की बस पकड़'ने घर से निकल गयी. दोपहर को मैं स्कूल से लौटी तो सान्याल अंकल अपने घर के बाहर खड़ा मेरा इंतज़ार कर रहा था. मुझे देख'ते ही बोल पड़ा,
पिंकी कल घोर में क्या हुवा. वो साला रामदीन तुम'को क्या बोला. मैं सोच'ने लगी कि अंकल को सब कुच्छ बता देना चाहिए या नहीं. फिर मुझे रामदीन पर गुस्सा आने लगा, उसी की वजास से मैं14 साल में ही एक औरत बन गयी थी.
'क्या होता? कुच्छ ख़ास बात नहीं हुई. अंकल वोही हुआ जो होना था. रामदीन ने मुझे चोद डाला.
क्या बोला तुम. उसने तुम्हे चो.... चोद डाला. उस नौकर की इत'नी हिम्मत . उस साले का मैं पोलीस में डाय'री लिखाएगा.
नहीं अंकल ऐसा मत करना. आप जब कल मेरी बिल खोद रहे थे तब उस'ने फोटो खींच ली है. और ऐसा कह'ते कह'ते मेरी आँखों में आँसू आ गये.
लेकिन पिंकी तुम नहीं जान'ती. तेरे को बच्चा हो गया तो तुम क्या करेगी. उस'ने मुझे एक डर दिखाया जो की लड़कियों की बहुत बड़ी मजबूरी है.
नहीं अंकल रामदीन ने कहा है कि मेरी उमर अभी बच्चा पैदा कर'ने की नहीं हुई है. तब वह बदमास अंकल मेरी पीठ पर हाथ रख के मुझे दिलासा देने लगा और फिर मेरी चूची धीरे धीरे दबाता जा रहा था और कह रहा था,
'रामदीन ने तुझे चोदा है यह तो बहोत अच्च्छा हुवा. मैं भी तो तुझे चोद कर तेरी जवान चूत का मज़ा ले लूं. केयी सालों से तुझे चोद'ने के सपने देख रहा हूँ. अंकल की बात सुन के मुझे पता चला कि रामदीन सही था. रामदीन शुरू में बहुत ही तरीके से मुझे चोदा था और जब उसे पता चल गया कि मैं आराम से उसका बड़ा और मोट लंड अप'नी चूत में लेने लग गयी हूँ तभी वह एक हबशी बना था. सच पूच्हिए तो चोद'ते समय उसका मुझे कुतिया और रंडी कह'ना अच्च्छा लग रहा था.
फिर अंकल मुझे घर में ले गया जो आज भी खाली था. पता नहीं उस बेंगाली अंकल ने अपनी बीवी को कहीं भेज दिया होगा. खैर उस'ने मुझे नंगा कर लिया और मेरे को कस के चोदा. वह मेरे बाप की उमर का था और मेरे पिताजी का अच्च्छा दोस्त होने का दिखावा भी बहुत कर'ता था पर उन'की ग़ैरहाज़िरी में उनकी बेटी को एक रन्डी की तरह चोद भी रहा था. फिर उसने मुझे एक बॉटल दी और कहा इस द्रव को में पी लूँ जिस'से मेरे बच्चा नहीं ठहरेगा.
उसने मुझे समझाया कि रामदीन अब मुझे तबतक चोदेगा जबतक मेरे मम्मी पापा नहीं आ जाते. इसलिए दवा पीनी ज़रूरी है. पर मैं समझ गयी कि अंकल भी मुझे तब तक चोदेगा और वह बदमास अंकल कोई रिस्क लेना नहीं चाह'ता. फिर मैं वहाँ अंकल से चुद'वा आप'ने घर पाहूंची जहाँ रामदीन दरवाजे के बाहर खड़ा मेरा इंतज़ार कर रहा था.
'क्यों कुतिया अपने प्यारे अंकल से भी चुदवा आई. 'अर्रे यह तो होना ही था. अगर मैं कल उस वक़्त नहीं पहुँचता तो वो हरामी तुझे कल ही चोद देता. कोई बात नहीं. जब एक रोटी हो और दो भूके तो बाँट कर खाने मैं ही अकल मंदी है. दोनो मिल कर तेरी चूत चोदेन्गे. ठीक है ना?
'तुम्हे इस से क्या मतलब? यह सुन'कर रामू चाचा ने मेरे बाल पकड़ लिए और मुझे बेड रूम में ले गया.
'मैं तुझे अभी बताता हूँ मेरा इस से क्या मतलब है. उसने न तो मुझे खाने के लिए पूचछा और धोती से अप'ना लंड निकाल मुझे दिखाते हुए कहा,
'चूस इससे रंडी चूस. आज तेरी भूक इसी से मितवँगा.
'नहीं रामदीन छोड़ना है टॉ छोड़ ले लकिन मुख मैं नहीं लूँगी. मैने लंड की और से मुख फेर'ते हुए कहा.
'अररी कुटिया अपनी छूट को टॉ तू अभी अपने अंकल के लॉड का रस पीला के लाई है. अब मेरा रस भी सतक कर देख. यह कह के उसने मेरे बॉल पकड़ लिए और मुझे लंड की तरफ नीचे झुकाने लगा. और मेरी चूची को बेरह'मी से दबाते हुए बोला,
'चूस कुतिया चूस. इसे अपने मुख में ले. अभी कल तक तो तू मेरा अँगूठा कित'ने प्यार से चूस'ती थी अब तू लंड लेने लायक हो गयी है अब इसे चूस. उसी तरह जैसे बच'पन में तू मेरा अँगूठा चूस'ती थी. मेरे पास और कोई चारा नहीं था और मैने आँख बंद कर उस'के लंड को अप'ने मुख में ले लिया. तब वह उत्तेज'ना के मारे मेरी चूची को और ज़ोर से दबाने लगा.
'मेरी चुचि को ऐस्सि बेदर्दी से क्यों दबाते हो मैं चूस तो रही हूँ ना?
'तेरा दाँत मेरे लॉड पेर लग रहा था. जब जब तेरा दाँत मेरे लौडे पर लगेगा मैं तेरी चुचि को मसल डालूँगा. ध्यान से चूस. वह मुझे चूसाता रहा जब तक की उसका लंड मेरे मुख में झाड़'ने नहीं लगा. तब मैने उसके लंड को फ़ौरन अप'ने मुख से निकाल दिया और वह बोला,
'मेरे वीर्य को अपने मुख पर रगड़. 'क्यों कुतिया कैस्सा लगा? मैने मुँह बीच'काते कहा,
'गंदा था. नमकीन नमकीन. मुख खराब हो गया.
'कोई बात नहीं पहेले चुदाई भी तो अच्छी नही लगी थी फिर अच्छी लगने लगी, यह भी अच्छा लग'ने लगेगा. उसके बाद उसने मुझे खाना दिया और रात होने तक फिर कोई नयी बात नहीं हुई.
घर में रामदीन और बाहर में सान्याल अंकल जब तक मेरे मम्मी पापा नहीं आ गये दोनों जन मुझे चोद'ते रहे. मम्मी पापा आने के बाद सब कुच्छ नॉर्मल हो गया पर मैं सारी घाट'ना के बारे में बिल्कुल खामोश रही. अब मुझे चुदाई का चस्का पड़ चुका था. मैं कयी बार अपनी चूत को खुद ही सहलाती. एक दिन रामदीन ने यह देख लिया और वह मेरे पास आके बोला,
'बित्तुआ, क्या चुदाई का बहुत दिल कर रहा है? 'अंकल के पास जा. मैने देख लिया है वो अकेला है. मेरे भाग में तो नहीं पर तेरा तड़प'ना मेरे से देखा नहीं जाता. एक चुदाई हो जाएगी तो तुझे भी अच्च्छा लगेगा.
'मम्मी से क्या कहूँ. तब उस'ने कहा,
'मैं कहेता हूँ तू जेया. मैं तेरी मा को समझा दूँगा. और में जैसे ही बाहर जाने को हुई मम्मी ने देख लिया और मेरी आँख में झाँक जैसे पूच्छ रही थी की कहाँ जा रही हूँ, मैने रामदीन की और देखा और वह मम्मी से बोला,
'मेमसाहिब हम बित्तुआ से बोला है थोडा अंकल के साथ खेल आए. दिमाग़ ताज़ा हो जाएगा तो अच्छी तेरह पढ़ाई कर पाएगी. फिर मैं निकल गयी और केयी दिन बाद अंकल से अच्छी तरह चुदवा घर वापस आ गयी. शाम को मेरे मम्मी पापा एक डिन्नर पार्टी में चले गये तो रामदीन को तो जैसे मन की मुराद मिल गयी. वह रात एक कटोरी में तेल ले मेरे रूम में आया. उसे देख'ते ही मैने पूचछा,
'रामदीन तुम तेल क्यों लाए हो?
'कुतिया जब मैं तेरे छ्होटे से छेद मैं अपना मोटा लॉडा डालूँगा तो दर्द को कुच्छ कम करने के लिए तेल लगाऊँगा. .
'मेरी चूत के छोटे से छेद मैं? 'अर्रे तूने तो मेरे छ्होटे से छेद को चोद चोद कर, क्या कहा था तूने पहेली बार, हाँ, इंडिया गेट बना दिया है. अब क्या दर्द होगा?
'रंडी तू समझी नहीं. मैं तेरी चूत के छेद की बात नहीं कर रहा हूँ लकिन तेरी गांद के छेद की. साली की इस उमर में भी कितनी गान्ड फूल गयी है. तुम साले पैसे वाले क्या खाते हो जो 14 साल में ही 20 साल की औरत सी गान्ड हो गयी है. रामदीन के बात मेरी समझ में आते ही मैं बोल पड़ी,
'नहीं रामदीन तू मेरी गांद नहीं मारेगा. मैं दर्द के मारे मर जाउन्गि .
'अर्रे कुतिया इसी लिए तो तेल लेकर आया हूँ. चल कपड़े उत्तर कर पलंग पर कुतिया की तेरह खरी होज़ा. मैं भी इस नये मज़े के लिए कुच्छ उत्सुक थी और पलंग पर हाथ रख हवा में गांद उभार दी. पहले रामू चाचा ने मेरी गांद ठीक से तेल से चुप'डी और फिर गांद के छेद पर तेल ठीक से मला और आप'नी अंगुल उसमें घुसाने लगा. जब उसकी अंगुल मेरे गांद छेद में ठीक से अंदर बाहर होने लगी तो उसने वहाँ अप'ना लंड टीका दिया और कुच्छ देर रगड़ एक धक्का भीतर दिया और में दर्द से बिल'बिला उठी,
आययययीीईई. ओह मम्मी मैं मर गयी. रामदीन तुम'ने मेरी फाड़ डाली. पर उसने मेरे चिल्लाने पर कोई ध्यान नहीं दिया और कुच्छ देर बाद अंगुल की ही तरह वह लंड से भी मेरी गांद मार'ने लगा
'बीटुआ मज़ा आ गया. तेरी गांद तो बहुत तंग है आस्सा लगा मैं तेरी कोरी चूत फिर से चोद रहा हूँ.
'मुझे बहुत दर्द हुवा और बिल्कुल अच्छा नहीं लगा. मैने रुवानसे स्वर में कहा.
'कोई बात नहीं. दो चार बार गांद मारूँगा तो वो भी तेरी चूत की तेरह खुल जाएगी और तुझे मज़ा आने लगेगा. फिर उस'ने मेरी चूत भी चोदी और 11 बजे के करीब मम्मी पापा आ गये.
फिर तो यह सिलसिला चल पड़ा. जब भी मम्मी पापा घर पर नहीं होते रामदीन मुझे चोद'ता और मेरी गांद मार'ता. जब मा घर पे होती तो मैं अंकल के पास कॅरोम खेल'ने का बहाना कर वहाँ चली जाती और अंकल से मज़ा लूट'ती.
एंड्स
BAAHAR BENGALI ANDAR BIHARI paart--2
gataank se aage....................
Jab main naha ke vaapas aaye to vah mummy ke bed par hee baitha tha aur mujhe bhee vaheen kheench liya. Us raat us'ne meree do baar aur chudayee kee. Sach baat yah hai ki last chudayee men mujhe bahut achchha laga tha aur man men yah bhee santosh tha ki Saanyal uncle bhee police kee pareshaanee se bach jaayenge.
'Kutiya uth. Subah hogayi hai. Tujhe school jaana hai. Meree neend khulee aur us kamine naukar ne mujhe choot men angulee daal uthaaya tha. Meree halat kharaab thee. Main bathroom bhee paanv chhitraaye hee gayee.
'Nahin main aaj school nahin jaoonji. Mera neeche bahut dukh raha hai. Mujh se theek se chala bhee naheen jaata. Maine school jaane se saaph mana kar'te huye kaha.
'Kya ghar baithkar chudwayegi? Randi ko ab chudai achchi lagene lagi hai. Nahin school jaana hai. Naha dhokar taiyyar ho ja, ya main tujhe nahlaaun. Maine tujhe pahle bhee yahan nangee kar bahut baar nahalaaya hai.? maine Ramdeen kee baaton par dhyaan naheen diya aur roj kee tarah taiyyar ho gayee.
'Chacha jo tune kal kara woh theek nahin kiya. Ab main kunvaaree naheen rahee. Maine naasta kar'te huye kaha.
'Bittua agar hum kal uss waqt nahin pahunchte tau tera uncle tujhe zaroor chod deta. Tujhe kunvaaree to rah'na hee naheen tha. Phir ham bhee to yahan 15 saal se kaam par hai. Hamaar gharvaalee mar'ne ke baad to ham yaheen hai na. Ramdeen kee baat sun maine kaha,
'Nahin kabhie nahin. Uncle yeh kabhie nahin karte. Vah jo kuchh kar rahe the keval upar upar se kar rahe the.
'Tu abhi bachchi hai aur na samajh hai. Main do saal se uss haraami ki aankhon main tujhe chod'ne ki hawass dekh raha hoon. Tera harami uncle kal nahin tau aaj teri choot zaroor phaad deta, iss liye maine socha main hee kyoon na teri kori choot ko phaadne kaa mazaa le loon. Phir mar man men jo dar baitha tha vah maine Ramdeen ko bataaya,
'Agar mere bachcha ho gaya tau kya karega? Mujhe pata hai yah karne se hee auraton ke bachcha hota hai.
'Tu humain chutiya samjhti hai. Hum jaante hain ki teri abhi bachcha paida karne ki umaria nahi hoyi hai. Chalo jaldi karo school ki bus ka taim ho gaya '. Jaise hee main roj kee tarah school jaane ko nikal'ne ke liye huyee ek baar phir phone baj utha.
'Haan school jaane ke liye taiyyar hai. Achcha bulata hoon. Phir usne gale par ek angulee rakh mujhe ishaara kiya ki yadi kuchh kaha to .......... aur mujhe phone thama diya. maine mummy se english men baat to kee par saaree ghaT'na ke baare men kuchh bhee naheen bataaya. Phir maine Ramdeen ko yah kah'te huye phone thama diya ki mummy us'se kuchh baat karegee.
'Haan memsahib aap fikar kyoon karti hain main bittua ka achchi terah se khayal rakhoonga.Raat ko use achchhe se doodh pila ke sula diya tha. Phir phone rakh us'ne mujh se kaha,
'Mummy keh rahin thi ki main tera theek terah se khayal rakhoon. Tu school se aaja tab main phir theek terah se tera khayal rakoonga samajh gayi? Aaj to raat bhar khyaal rakhoonga. Shaayad jab maine mummy se kuchh naheen kaha to us'kee himmat baDh gayee thee aur vah nishchint ho gaya tha ki main kisee ko kuchh bhee bataanevaalee naheen.
Ramu chacha tum bahut badmaas hai. Raat men mujhe kaun sa doodh pilaaya tha? Meree abhee vah doodh peene kee umar thode hee hai. Aur yah kah school kee bas pakad'ne ghar se nikal gayee. Dopahar ko main school se lauTee to Saanyal uncle apne ghar ke bahar khada mera intazaar kar raha tha. Mujhe dekh'te hee bol pada,
Pinky kal ghor men kya huwa. Vo saala Ramdeen tum'ko kya bola. Main soch'ne lagee ki uncle ko sab kuchh bata dena chaahiye ya naheen. Phir mujhe Ramdeen par gussa aane laga, usee kee vajas se main14 saal men hee ek aurat ban gayee thee.
'Kya hota? Kuchh khaas baat nahin huyi. Uncle wohi hua jo hona tha. Ramdeen ne mujhe chod dala.
Kya bola tum. usne tumhe cho.... chod daala. us naukar kee it'nee himmat . Us saale ka main police men daay'ree likhaayega.
Naheen uncle aisa mat karna. Aap jab kal meree bil khod rahe the tab us'ne photo kheench lee hai. Aur aisa kah'te kah'te meree aankhon men aansoo aa gaye.
Lekin Pinky tum naheen jaan'tee. tere ko bachcha ho gaya to tum kya karegee. Us'ne mujhe ek dar dikhaaya jo ki ladkiyon kee bahut badee majbooree hai.
Naheen uncle Ramdeen ne kaha hai ki meree umar abhee bachcha paida kar'ne kee naheen huyee hai. Tab Vah badmaas uncle meree peeth par haath rakh ke mujhe dilaasa dene laga aur phir meree choochee dheere dheere dabaata ja raha tha aur kah raha tha,
'Ramdeen ne tujhe choda hai yah to bahot achchha huwa. main bhi tau tujhe chod kar teri jawan choot ka mazaa le loon. Kayi saalon se tujhe chod'ne ke sapne dekh raha hoon. Uncle kee baat sun ke mujhe pata chala ki Ramdeen sahee tha. Ramdeen shuru men bahut hee tarike se mujhe choda tha aur jab use pata chal gaya ki main aaraam se uska bada aur moTa lund ap'nee choot men lene lag gayee hoon tabhee vah ek habshee bana tha. Sach poochhiye to chod'te samay uska mujhe kutia aur randee kah'na achchha lag raha tha.
Phir uncle mujhe ghar men le gaya jo aaj bhee khaalee tha. Pata naheen us Bengali uncle ne apnee biwi ko kaheen bhej diya hoga. Khair us'ne mujhe nanga kar liya aur mere ko kas ke choda. Vah mere baap kee umar ka tha aur mere pitaajee ka achchha dost hone ka dikhaava bhee bahut kar'ta tha par un'kee gairhaajiri men unkee beTee ko ek ranDee kee tarah chod bhee raha tha. Phir usne mujhe ek bottle dee aur kaha is drav ko men pee loon jis'se mere bachcha naheen thaharega.
Usne mujhe samjhaaya ki Ramdeen ab mujhe tabtak chodega jabtak mere mummy papa naheen aa jaate. Isliye dava peenee jarooree hai. Par main samajh gayee ki uncle bhee mujhe tab tak chodega aur vah badmaas uncle koee risk lena naheen chaah'ta. Phir main vahan uncle se chud'va ap'ne ghar pahoonchee jahan Ramdeen darvaaje ke baahar khada mera intzaar kar raha tha.
'Kyon kutiya apne pyaare uncle se bhi chudwa aayi. 'Arre yeh tau hona hee tha. Agar main kal uss waqt nahin pahunchta tau woh haraami tujhe kal hee chod deta. Koyi baat nahin. Jab ek roti ho aur do bhooke tau baant kar khaane main hee akal mandi hai. Dono mill kar teri choot chogenge. Theek hai na?
'Tumhain iss se kya matlab? yah sun'kar Ramu chaacha ne mere baal pakad liye aur mujhe bed room men le gaya.
'Main tujhe abhi batata hoon mera iss se kya matlab hai. Usne n to mujhe khaane ke liye poochha aur dhoti se ap'na lund nikaal mujhe dikhaate huye kaha,
'Choos isse randi choos. Aaj teree bhook isee se mitaaunga.
'Nahin Ramdeen chodna hai tau chod le lakin mukh main nahin lungi. Maine lund kee aur se mukh pher'te huye kaha.
'Arri kutiya apni choot ko tau tu abhi apne uncle ke laude ka ras pila ke laayi hai. Ab mera ras bhi satak kar dekh. Yah kah ke usne mere baal pakad liye aur mujhe lund kee taraf neeche jhukaane laga. aur meree choochee ko berah'mee se dabaate huye bola,
'Choos kutiya choos. ise apne mukh men le. Abhee kal tak to tu mera anguTha kit'ne pyaar se choos'tee thee ab tu lund lene laayak ho gayee hai ab ise choos. Usee tarah jaise bach'pan men tu mera anguTha choos'tee thee. Mere paas aur koee chaara naheen tha aur maine aankh band kar us'ke lund ko ap'ne mukh men le liya. Tab vah uttej'na ke maare meree choochee ko aur jor se dabaane laga.
'Meri chuchi ko aissi bedardi se kyon dabate ho main choos tau rahi hoon na?
'Tera daant mere laude per lag raha tha. Jab jab tera daant mere lauDe per lagega main teri chuchi ko masal daloonga. Dhyaan se choos. Vah mujhe choosaata raha jab tak ki uska lund mere mukh men jhad'ne naheen laga. Tab maine uske lund ko phauran ap'ne mukh se nikaal diya aur vah bola,
'Mere veerya ko apne mukh per ragard. 'Kyon kutiya kaissa laga? Maine munh bich'kaate kaha,
'Ganda tha. Namkeen namkeen. mukh kharaab ho gaya.
'Koyi baat nahin pahele chudai bhi tau achchi nahi lagi thi phir achchi lagene lagi, yeh bhi achcha lag'ne lagega. Uske baad usne mujhe khaana diya aur raat hone tak phir koee nayee baat naheen huyee.
Ghar men Ramdeen aur baahar men Saanyal uncle jab tak mere mummy papa naheen aa gaye donon jan mujhe chod'te rahe. Mummy papa aane ke baad sab kuchh normal ho gaya par main saaree ghaT'na ke baare men bilkul khaamosh rahee. Ab mujhe chudayee ka chaska pad chuka tha. Main kayee baar apnee choot ko khud hee sahalatee. Ek din Ramdeen ne yah dekh liya aur vah mere paas aake bola,
'Bittua, kya chudai ka bahut dil kar raha hai? 'Uncle ke pas ja. Maine dekh liya hai woh akela hai. Mere bhaag men to naheen par tera tadap'na mere se dekha naheen jaata. Ek chudayee ho jaayegee to tujhe bhee achchha lagega.
'Mummy se kya kahoon. Tab us'ne kaha,
'Main keheta hoon tu jaa. Main teri ma ko samjha doonga. Aur men jaise hee baahar jaane ko huyee mummy ne dekh liya aur meree aankh men jhaank jaise poochh rahee thee ki kahan jaa rahee hoon, Maine Ramdeen kee aur dekha aur vah mummy se bola,
'Memsahib hum bittua se bola hai thoda uncle ke saath khel aaye. Dimaag taaza ho jayega tau achchi terah padhai kar payegi. Phir main nikaal gayee aur kayee din baad uncle se achchhee tarah chudva ghar vaapas aa gayee. Shaam ko mere mummy papa ek dinner party men chale gaye to Ramdeen ko to jaise man kee muraad mil gayee. vah raat ek katoree men tel le mere room men aya. Use dekh'te hee maine poochha,
'Ramdeen tum tel kyon laaye ho?
'Kutiya jab main tere chhote se chhed main apna mota lauda daloonga tau dard ko kuchh kam karne ke liye tel lagaoonga. .
'Meri choot ke chohte se chhed main? 'arre tune tau mere chhote se chhed ko chod chod kar, kya kaha tha tune paheli baar, haan, India Gate bana diya hai. Ab kya dard hoga?
'Randi tu samjhi nahin. Main teri choot ke chhed ki baat nahin kar raha hoon lakin teri gaand ke chhed ki. Saali kee is umar men bhee kitnee gaanD phool gayee hai. Tum saale paise vaale kya khaate ho jo 14 saal men hee 20 saal kee aurat see gaanD ho gayee hai. Ramdeen ke baat meree samajh men aate hee main bol padee,
'Nahin Ramdeen tu meri gaand nahin maarega. Main dard ke maare mar jaaungi .
'Arre kutiya issi liye tau tel lekar aaya hoon. Chal kapde uttar kar palang per kutiya ki terah khari hoja. Main bhee is naye maje ke liye kuchh utsuk thee aur palang par haath rakh hava men gaand ubhaar dee. Pahle Ramu chaacha ne meree gaand theek se tel se chup'dee aur phir gaand ke chhed par tel theek se math ap'nee angul usmen ghusaane laga. Jab uskee angul mere gaand chhed men theek se andar baahar hone lagee to usne vahan ap'na lund tika diya aur kuchh der ragad ek dhakka bheetar diya aur men dard se bil'bila uThee,
AYYYYIIIIEEEE. Oh mummy main mar gayi. Ramdeen tum'ne meree phaad daalee. Par usne mere chillane par koee dhyaan naheen diya aur kuchh der baad angul kee hee tarah vah lund se bhee meree gaand maar'ne laga
'Bitua mazaa aa gaya. Teri gaand tau bahut tang hai aissa laga main teri kori choot phir se chod raha hoon.
'Mujhe bahut dard huwa aur bilkul achcha nahin laga. Maine ruvaanse swar men kaha.
'Koyi baat nahin. Do chaar baar gaand marunga tau woh bhi teri choot ki terah khul jayegi aur tujhe mazaa aane lagega. Phir us'ne meree choot bhee chodee aur 11 baje ke kareeb mummy papa aa gaye.
Phir to yah silsila chal pada. Jab bhee mummy papa ghar par naheen hote Ramdeen mujhe chod'ta aur meree gaand maar'ta. Jab maa ghar pe hotee to main uncle ke paas carrom khel'ne ka bahaana kar vahan chalee jaatee aur uncle se maja looT'tee.
Ends
आपका दोस्त राज शर्मा
साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
आपका दोस्त
राज शर्मा
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj
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