कच्ची काली--02
लेखक---ग्रेट वारियर
हिन्दी डबिंग--राज शर्मा
अभी हम शहेर से हार्ड्ली 4 या 5 काइलामीटर ही आए थे अभी तकरीबन 20 काइलामीटर और डिस्टेन्स बाकी था. गीता का मस्त बदन, बहेर की हल्की ठंडी हवा और खेतों की मधुर सुगंध से मुझे तो नशा जैसा हो गया था और मई अपने आकड़े हुए लंड पे गीता के हाथों के स्पर्श से जैसे दीवाना हो गया था. गहरी गहरी साँसें ले रहा था गीता मेरे से बोहोत ज़ोर से चिपक के बैठी थी और ऐसे खामोश थी जैसे हम दोनो के बीच कोई खामोश रहने की अनकही अंडरस्टॅंडिंग हो. थोड़ी ही देर मई उसने अपने हाथ से मेरे लंड को पकड़ लिया और मेरे बदन मई 2000 वोल्ट्स के करेंट के झटके लगने लगे और मूह ऊऊऊओह की एक सिसकारी निकल गई. मुझे यकीन हो गया के अब तक तो शाएद बिना जाने ही उसका हाथ मेरे लंड से लग रहा था पर इश्स टाइम पे तो उसने जान बूझ के लंड पकड़ा था. आआहह मई तो दीवाना हो गया और एक ज़ोर की सिसकारी मेरे मूह से निकल गई. थोड़ी देर तक ऐसे ही लंड को पकड़ने के बाद गीता बोली अंकल अछा लग रहा है काइया ? तो मई बोला के आआअहह हा बोहोत ही अछा लग रहा है. मेरा इतना बोलना था के उसने मेरे लंड को अछी तरह से अपने हाथ मई पकड़ लिया और पॅंट के ऊपेर से ही दबा ने लगी. मैने गीता से पूछा के तुम ब्रस्सिएर पहेनटी हो किया तो उसने कहा हा अंकल कभी ब्रस्सिएर पेहेन्ति हू कभी बानयन पेहेन्ति हू. मेरी साँसें तेज़ी से चल रही थी बस इतना ही पूच सका किया साइज़ की ब्रा तो उसने कहा 28 सी मैं सोचने लगा के वो दिन कब आएगा जब मई यह 28 सी साइज़ की चुचियाँ को कब अपने हाथो से दबौगा और कब अपने मूह मई ले के चूवसूगा.. मेरा और मेरे लंड का बुरा हाल था. पॅंट से बहेर निकल ने को मचल रहा था लैकिन मई अपनी तरफ से कुछ स्टार्ट नही करना चाहता था. मई सोच रहा था के वो ही कुछ करे पर उस दिन और कुछ नही हुआ बस वो मेरा लंड पकड़े रही और दबाती रही. घर आ गया और उसको घर पे ड्रॉप किया तो उसने कहा अंकल मम्मी से मिल लीजिए ना तो मई ने अपने लंड की तरफ इशारा कर के कहा के ऐसी पोज़िशन मई तुम्हारी मम्मी से मिला तो वो मुझे मार ही डालेगी तो वो हस्ने लगी और कहा ठीक है वीकेंड पे मिल लेना और थॅंक्स का एक किस मेरे गाल पे कर के अंदर चली गई. मई रात भर तड़प्ता रहा और 2 टाइम मूठ मार के सोगआया. सुबह गीता फिर से वही खड़ी मिली अब वो जान बूझ कर अपनी बस को मिस करने लगी थी ता कि मेरे साथ चल सके. मुझे भी कोई प्राब्लम नही था तो मई डेली गीता को ले के आने और पाने साथ ही वापस लाने लगा. वो डेली रास्ते मई मेरे लंड को पॅंट के ऊपेर से ही पकड़ के दबाती रहती और बोहोत टाइम तो मेरी क्रीम निकलते निकलते रह गई. दिन इसी तरह से गुज़रते रहे और गीता को मेरे साथ आते जाते एक वीक हो गया था. डेली रुटीन बन गया था मेरे साथ आती और शाम मई स्कूल के बाद ऑफीस आ जाती और फिर हम दोनो रात मई वापस आते और हमारे शहेर से बहेर निकलते ही मेरे लंड को अपने हाथ मई ले के ऐसे दबा ने लगती जैसे हमारे बीच एक साइलेंट अग्रीमेंट हो और मुझ से चिपक के अपनी चुचीोन से मेरे बॅक से घिसती रहती और मुझे महसूस होता के वो सीट पे आगे पीछे होती रहती है जिस से उसकी चूत सीट से रगड़ खाते रहती और जिस से शाएद उसको मज़ा आता और शाएद उसका जूस भी निकल जाता होगा यह उसके चूत का मसाज ऐसे ही करती होगी. एक शाम मेरे दिमाग़ मई एक ख़याल आया गीता बाइक पे पीछे बैठी रही और जैसे ही शहेर ख़तम हुआ और रात होने लगी गीता को महसूस भी नही हुआ और मई अपने पॅंट की ज़िप खोल के अपने आकड़े हुए लंड को पॅंट से बहेर निकल दिया और वेट करने लगा. मेरा लंड पूरी तरह से खड़ा हो चक्का था और मेरे पेट के पास स्प्रिंग की तरह से झटके खा रहा था और आकाश की तरफ ऐसे मूह करके खड़ा था जैसे आकाश मिज़ाइल हो. एक ही मिनिट के अंदर गीता का हाथ मेरे आकड़े हुए लंड पे आगेया तो वो हैरान रह गई और उसके मूह से वाउ अंकल आज तो आप इसको भी ठंडी हवा खिला रहे हो वाउ इतना मोटा इतना बड़ा निकला और मेर मूह से आआअहह निकला और मेरा तो मस्ती के मारे बुरा हाल था और गीता मेरे आकड़े हुए नंगे लंड को अपने छोटे छोटे हाथो से दबाने लगी और मेरे मूह से आअहह और ऊऊहह जैसी साउंड निकल रही थी. मेरा उसने पूछा अछा लग रहा है किया अंकल तो मई बोला के हा बोहोत ही अछा लग रहा है. मेरा लंड इतना मोटा और लंबा था के उसके हाथ मई पूरी तरह से नही आ रहा था. वो मेरे नंगे लंड को अपने सिल्की सॉफ्ट हाथो से कंटिन्यू दबाने लगी और मई मज़े लेने लगा. अपने लंड के लिए एक बात बताडू के मेरा लंड सरकम्साइज़्ड है मेरे पैदा होने के बाद किसी कन्फ्यूषन की वजह से मेरा फॉरेस्किन सरकम्साइज़्ड कर दिया गया था इसी लिए मेरा लंड का टोपा बोहोत चिकना और मिज़ाइल जैसा शार्प है और यह लंड चूत मई घुस्स के जब बचे दानी से टकराता है तो चूतो की धूम ही मचा देता है. थोड़ी देर के बाद मई अपना हाथ उसके हाथ पे रख के ऊपेर नीचे करने लगा जिस से उसको सिग्नल मिल गया के मई किया चाहता हू और उसको किया करना है. वो एक बोहोत ही स्मार्ट स्टूडेंट थी फ़ौरन समझ गई और मेरे लंड को अपने दोनो हाथों से पकड़ के दबाने और ऊपेर नीचे कर के मूठ मरने लगी. बिके धीरे धीरे चल रही थी वो मेरे लंड का मूठ मार रही थी और मेरे मूह से आआहह उूुुुउऊहह जैसी सिसकारियाँ निकल रही थी. अब शाएद उसको खुद ही पता चल गया था का तेज़ी से करना चाहिए और वो ज़ोर ज़ोर से लंड को ऊपेर नीचे कर के मूठ मरने लगी और मेरे बदन मई एलेकट्रिसी दौड़ने लगी और मई ने बाइक स्लो करते करते रोड से थोड़ा नीचे उतार के एक नीम के झाड़ के पास अंधेरे मई बाइक रोक दिया और साइड का स्टॅंड लगा के बाइक खड़ी कर दी. . अब गीता के हाथ मेरे लंड पे ज़ोर ज़ोर से चलने लगे थे वो जैसे जैसे मेरा मूठ मार रही थी मेरे मूह से गहरी गहरी साँसें आअहह ऊऊऊहह निकल रही थी और उसी समय मेरे पॅंट से बहेर निकले नंगे लंड से कम की मोटी मोटी पिचकारियाँ निकालने लगी और निकलती ही चली गई और लंड के सुराख से ऊपेर उछाल के गिरने लगी. 5 – 6 मोटी पिचकारियाँ निकालने के बाद गीता का हाथ रुक गया. थोड़ी देर के बाद जब मेरी साँसें थोड़ी ठीक हुई तो जेब से हॅंडकरचीफ निकाल के पेट्रोल टॅंक के ऊपेर से अपनी क्रीम को सॉफ किया और फिर से बाइक स्टार्ट करके घर की ओर चल दिए. रास्ता भर हम दोनो एक डम से खामोश थे किसी के मूह से कुछ नही निकला और साइलेंट्ली बिना बात किए अपने अपने ख़यालो मैं खोए खोए हम घर आ गये. एक दिन शाम को जब हम वापसी के लिए निकले तो गीता ने कहा के अंकल आज मैं आपके सामने बैठुगी. मैं ने बोला कोई प्राब्लम नही है. शहेर से बहेर आने पर मैने बाइक रोक दिया और गीता पीछे से उठ के मेरे सामने आ के बैठ गई. फिर थोड़ी देर के बाद बोली के अंकल अब आप मुझे वैसे ही हग करिए जैसे मई आपको करती हू और अब हॅंडल मैं संभालती हू. मैं ने पूछा कभी चलाई है किया बाइक तो बोली के हा साइकल चलाती हू और कभी कभी अपनी फ्रेंड की स्कूटी भी चला लेती हू तो मैं कुछ नही बोला और बाइक को स्लो कर के उसके हाथ मई हॅंडल दे दिया. गीता उतनी पर्फेक्ट तो नही पर थोड़ी ही देर मई हॅंडल संभालने के लायक हो गई. अब उसने कहा के अंकल अब आप मुझे हग करिए जैसे मई आपको करती हू तो मैं उसके पेट पे अपने दोनो हाथ रख दिया तो बोली थोड़ा और ऊपेर अंकल तो मैं समझ गया के वो किया चाहती है तो मई भी डाइरेक्ट उसकी चुचीोन को पकड़ लिया तो उसके मूह से आअहह उनकल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल को एक सिसकारी निकल गई तो मई पूछा किया हुआ तो गीता बोली के कुछ नही अंकल बोहोत अछा लग रहा है ऐसे ही पकड़े रहो ना प्लीज़ और मई गीता की चुचीोन को मसल ने लगा. रुटीन की तरह से मेरा लंड मेरे पॅंट से बहेर निकला हुआ था और उसकी गॅंड से टकरा रहा था. मेरा मन कर रहा था के बस अभी बाइक रोक के गीता की गॅंड मार दू या उसकी चुदाई करके चूत फाड़ डालु पर मई ने ऐसा कुछ नही किया अपने आप को कंट्रोल किया और बस उसकी चुचीोन को दबा ता रहा. थोड़ी ही देर के बाद उसके शर्ट के अंदर हाथ दाल के उसकी 14 साल की नंगी छोटी से मस्त कड़क और कच्ची कली जैसी चुचीोन को दबाने और मसालने लगा. मेरा हाथ उसकी नंगी चुचीोन पे लगते ही उसके मूह से आआआहह अंकल बोहोत अछा लग रहा है कहा और उसकी सिसकारी निकल गई मई ने पूछा किया हुआ तो गीता ने बोला के कुछ नही अंकल आपका हाथ लगने से बोहोत मज़ा आ रहा है ऐसे ही करते रहो प्लीज़. वाउ किया मस्त चुचियाँ थी गीता की किया बताउ देखने मई उतनी बड़ी नही दिखती थी लकिन उसकी चुचीोन से मेरा हाथ भर गया था लग रहा था जैसे के किसी बड़ी जवान लड़की की चुचियाँ हो. मई ने सोचा के वाउ किया चुचियाँ हैं हॅंडफुल आंड मौथ्फुल और सोचा के इन्हेई मूह मेी लेके चूसने मई मस्त मज़ा आएगा बॅस टाइम का वेट कर रहा था के कब मौका मिलेगा.. गीता की चुचियाँ जिसे दबाने मई मस्त मज़ा आ रहा था मुझे. एक डम से टाइट जैसे कोई सख़्त आपल और उसपे अभी तक सही तरीके से निपल्स भी नही निकले थे वाउ किया मस्त थी चुचियाँ उसकी आअहह बोहोत मज़ा आ रहा था उसकी चुचियाँ दबाने मई. कभी उसकी दोनो चुचीोन को दोनो हाथो से दबाता तो कभी उसकी निपल्स की जगह ( अभी निपल्स निकले ही नही थे ) को थंब और फिंगर के बीच मई मसल डालता ऊऊओिईईईईईईईई उसके मूह से सिसकारी निकल जाती. उसका बदन बोहोत गरम हो गया था. उसके चुचियाँ दबा ते दबाते उसके पेट पे हाथ घूमने लगा और अपनी तरफ खेंचा तो मेरे लंड का डंडा उसकी गॅंड से लगा और उसके मूह से एक ज़बरदस्त सिसकारी निकल गई मई ने फिर से पूछा काइया हुआ तो उसने बड़ी मुश्किल से कहा आआअहह अंकल बोहोत ही मज़ा आता है अंकल मेरे बदन मई जैसे एलेक्ट्रिसिटी आ गई हो. सारा रास्ता उसकी चुचियाँ दबा ता रहा और मसलता रहा. कॉलोनी की टर्निंग आने लगी तो बाइक रोक के गीता को वापस पीछे बिठा दिया और उसके घर पे ड्रॉप कर के अपने घर मैं आके सब से पहला काम जो किया वो अपने लंड का मूठ मारा और स्नान कर के खाना खाया और सो गया.
--
साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
आपका दोस्त
राज शर्मा
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj
Tags = राज शर्मा की कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ Raj sharma stories , kaamuk kahaaniya , rajsharma हिंदी सेक्सी कहानिया चुदाई की कहानियाँ उत्तेजक कहानिया Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स | सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स | vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा | सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such | सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई | एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein | चुटकले चुदाई के | चुटकले व्यस्कों के लिए | pajami kese banate hain | चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा | सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai | payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ | हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी | हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai | mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना,
No comments:
Post a Comment