Thursday, May 27, 2010

बदले की आग (भाग - 3)

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बदले की आग (भाग - 3)

चलो, फिर पहले तुम्हें काम बता देता हून. उसे लिए मैं बेड रूम में चला आया और साथ ही उसे कहा की,

ठहरो मैं तुम्हें आवाज़ दूँगा तो अंदर आना. वह बेड रूम के दर'वाजे पर खऱी थी. मैने बेड रूम में जाते ही कॅमरा ओं कर दिया. साथ ही उसे आवाज़ दी. रूचि आ जाओ वह जब अंदर आई तो बोली,

यह तो आप का बेड रूम है. यहाँ क्या काम है, आप'को. मैने उस'की आँखों में देखा. वह गुलाबी हो रही थी. वह गरम थी. बस आक्टिंग कर रही थी. मैने कहा की,

वह काम इस बिस्तर पर ही तो करना है तुम'हें तो बोली,

ऐसा कौन सा काम है जो मुझे इस बिस्तर पर करना है.

रूचि डार्लिंग अब शादी शुदा होके इट'नी अंजान भी मत बनो. सुन'ना ही चाह'ती हो तो सुनो, तुम्हें इसी बिस्तर पर चुद'वाना है.

आप'ने क्या समझा के मैं ऐसी वैसी लऱ'की हून जो लोगों से कर'वती फिरती है. मैं जा रही हून. वह दर'वाजे की तरफ चली तो मैने उस'का हाथ पकऱ कर उसे बिस्तर पर ले गया और उसे बिस्तर पर तेल दिया. वह बिस्तर पर गिरी और मुझे देखे'ने लगी. मैने कहा की,

णाटक बंद करो, मुझे पता है की तेरा शोहार काई महीने से आप'ने देश से बाहर है. तुम्हें चुदाई की ज़रूरत है. अब नाटक नहीं, चलो और एक अच्च्ची साली साहिबा की तरह कप'रे उतारो और आप'ने नये जमाई राजा को खुश करो और साथ ही मैने भी आप'ने कप'रे उतारना शुरू कर दिया. वह बिस्तर से उठि और झिझक दिखाते हुए कप'रे उतार'ने लगी. साथ साथ मुझे भी देख रही थी. मैने कहा की,

जल्दी करो रानी, जब से तुम्हें देखा है साला काबू में ही नहीं है. आज मैं तुम्हारी ऐसी चुदाई करूँगा की तुम्हें ज़िंद'जी भर नहीं भूले'जी. चलो, देखो मेरी तरफ, जब मुझे बऱी साली की शरम नहीं तो तुम्हें छोटे जमाई की क्या शरम? अब वह मेरे साम'ने बिल्कुल नंगी खऱि थी. जब उस'की नज़र मेरे लौऱे पर गयी तो उस'की आँखें खुली की खुली रह गयी. वह बोली,

बाप रे बाप इट'ना बऱ भी होता है और फिर उस'ने मेरी आँखों में देखा. उस'की आँखों में डर था. साथ ही साथ मेरा लंड देख कर वह गरम भी हो गयी थी. मैने मान का कऱ किया और कामिनी के बारे में सोच'ने लगा. जैसे जैसे मैं उस मासूम के बारे में सोच रहा था मेरे मान में बाद'ले की आग जल'ने लगी. मैने जाके उसे बॉल से पाक'रा और उस'के होठों पर चुंबन की बार'सात करना शुरू कर दिया. मेरा हाथ उस'के 38 आकार की चूची को दबा रहा था. अब उस'ने सिस'कारी ली..

विशाल..... धीरे धीरे, अब तो मैं आ ही गयी हून और भाग के कहाँ जवँगी. मैने और ज़ोर से उस'की चूचियों को दबाया तो उन में से दूध निकलना शुरू हो गया. मैने उस'के होठों को छोऱ दिया. उस'की चूचियों को मूँ'ह में ले कर चूस'ना शुरू किया. वाउ! एक बच्चे की मा होने से उस'की चूची में काफ़ी दूध था. मैं भूखे बच्चे की तरह उस'का दूध पी रहा था. वह सिसक रही थी..

विशाल क्या मेरे स्तन को आज खाली कर दोगे. वह तो अच्च्छा हुआ के मैने आप'ने बच्चे को चूची पिलानी छोऱ दी. वरना वह तो भूखा ही रह जाता. विशाल पी लो सारा दूध. मैं एक चूची खाली कर'ने के बाद दूसरे स्तन को भी खाली कर दिया. वह सिसक रही थी. जब मैं उस'के दूध कलश खाली कर चुका तो मैने उसे बिस्तर पर तेल दिया. अब वह बिस्तर पर लेटी थी. मैने उस'की टाँगों को वी शेप में किया. उस'की चूत को चाट्न शुरू किया. जब मेरी ज़ुबान उस के चूत दाने पर गयी तो वह एक दूं से मेरे सर को पकऱ कर अपनी चूत पर दबा दिया. मैने भी अपनी पूरी ज़ुबान उस'की चूत में घुसा दी. उस'ने फिर सिस'कारी ली.

विशाल मेरे पति देव'ने कभी मेरी चूत नहीं चूसी. मुझे क्या पता था की इस में इतना मज़ा है.. मेरी चूत को खा जाओ.. मेरी चूत को खूब चूसो और थोऱी ही देर में वह झऱ'ने लगी..

विशाल मैं झऱ'ने वाली होन्न. यह पहली बार है के मैं सिर्फ़ छूसा से झार्ररर रही हूंन. ऊह... विशाल तुम तो जादूगर निक'ले. और वह मेरे मूँ'ह में झऱ गयी. मैने भी उस'का चूत रस पी लिया.. वह आप'ने होश खो चुकी थी. अब भी वह कह रही थी की ,

क्या मज़ा है चूत छूसा में, मुझे पता ही नहीं था. मैने उसे कहा की,

अभी तो तुम्हें मैने और भी काई मज़े देना हैं और आख'री मज़ा तो तुम कभी नहीं भूलो'जी. अभी देखती जाओ मैं तुम्हारे साथ क्या क्या कर'ता हून. और मैने उसे फिर बॉल से पकऱ कर अपना लंड उस'के मूँ'ह में दे दिया. बोला की,

'कुटिया इस लौऱे को पूरा मूँ'ह में लेके चूस' अगर और मज़ा लेना है तो चूस इस मस्ताने लंड को. वह मेरी आँखों में देखती हुई मेरा लंड चूस'ना शुरू कर दी. मैने उस'के बॉल दोनों हाथों मीयन पकऱ कर अब उस'के मुख को छोड़ रहा था. साथ ही साथ उसे कह रहा था की,

साली चल जल्दी चूस. आह... तू तो एक नंबर की रन्डी है. मैं तुझे सारा दिन एक रन्डी की तरह चोदून्गा. चल रन्डी, चूस मेरे लंड को और वह रन्डी की तरह मेरा लंड छूसा कर रही थी. 5 मिनिट के बाद मैने कहा की.

रन्डी, मैं तेरे मूँ'ह में आप'ना फ़ायदा झाऱ'ने वाला हून.. मेरा वीरया पी जा. ऊह.. चुदैल सालीजी चूसो ज़ोर लगा के.... मैने लंड जितना उस'के मूँ'ह में घुस सक'ता था घुसा दिया. अपना सारा माल उस'के मूँ'ह में छोऱ दिया. वह भी किसी चालू रन्डी की तरह मेरा सारा माल पी गयी. वह मेरी आँखों में देख रही थी. मैने कहा की,

अभी चल और मेरे लिए कॉफी बना के ला. मैने उसे रसोई का बताया और कहाँ पर सारा सामान रखा है, यह भी बताया. उसे कहा की कॉफी बिना दूध के लाना. वह चली गयी. मैं वहीं बिस्तर पर इंत'ज़ार कर'ने लगा. वह 10 मिनिट बाद कॉफी ले कर आई और मुझे दी. मैने कॉफी लेते हुए कहा की,

अब इस में दूध डालो तो वह बोली,

दूध तो मैं नहीं लाई. तुम'ने ही कहा था की कॉफी में दूध नहीं डालना. मैने उस'का स्तन पकऱ'ते हुए कहा की,

गेया'य के दूध के लिए बोला था नहीं डालना. तुम्हारा दूध चाहिए मुझे. डालो इस में और मैं कप उस'की चूचियाँ के पास ले गया और उस'की चूचियों को दबाया तो दूध की धार निकल्ली और कप में जेया'ने लगी. उस'ने दर्द में डूबी एक सिस'कारी ली. मैने फिर ज़ोर से उस'की चूची दबाया. ऐसे ही कुच्छेक बार किया तो मेरा कप दूध से भर गया. मैने उस'का स्तन छोऱ दिया. उसे कहा की ,

मैं कॉफी पीटा हून. तब तक तुम मेरा लंड खूब चूसो फिर मैं तुम्हें ऐसा छोड़ूँगा की तुम्हें नानी याद आ जाएगी. चलो चूसो मेरा लंड और वह मेरा लंड चूस'ने लगी. मैं कॉफी पीटा रहा. जब कॉफी ख़तम हुई तो मैने उसे कहा की,

बिस्तर पर लेट जाओ और आप'नी टाँगों को खोलो, अब तुम्हारी चुदाई हो'जी. चलो, अब एक अच्च्ची साली बन के दिखाओ. वह रन्डी की तरह मेरा हुकाँ मान रही थी. वह फ़ौरन बिस्तर पर लेट गयी. उस'ने आप'नी टाँगों को मेरे लिए फैलाया और मैं उन दोनों टाँगों के बीच आ गया. उस'की आँखों में ख़ौफ़ था. जब मैने अपना लंड उस'की चूत पर रखा तो वह बोली,

विशाल आप'ने लंड पर तेल या क्रीम तो लगा लो. मैं तुम्हारा सारा कहा तो मान रही हून पर तुम ऐसे कैसे पेश आ रहे हो. मैने कहा की ,

हम सक्सेना लोग सेयेल सालियों की ऐसे ही गान्ड मार'ते हैन.ठीक है, तुम कह'ती हो तो मैं तेल लगा लेता हून. पर हम तो सुखी ही मार'ते हैं. मैने अपनी बीवी का बदन पर लगाने वाला तेल लिया और कुच्छ आप'ने लौऱे पर और उस'की चूत पर लगाया और फिर से उस पर आ गया. जब मैने लंड उस'की चूत पर रख कर धक्का लगाया तो वह चीख पऱी,

ओई माआअ मेरिइईई चूत फॅट गाइ. मैने परवाह नहीं की और एक ज़ोर दार धक्का और लगाया और उस'की फिर से चीख निकल गयी. उस'की आँखों में आँसू थे. मेरे दिल को कुच्छ सकूँ मिला. मेरी कामिनी को धुख देने वालों में यह भी शामिल थी. मैने धक्के पर धक्के दिए. तब तक मेरा लंड पूरा उस'की चूत में घुस गया था. फिर मैने उस'की आँखों में देखा वह अब भी रो रही थी. मैने किसी सांड़ की तरह उसे छोड़ना शुरू कर दिया. वह बहुत चीखी चिल्लई पर मैने चुदाई नहीं छोऱी. तकरीबन 5 मिनिट बाद वह सिसक'ने लगी..

विशाल अब मज़ा आ रहा है.. ऊह और छोड़ो. हाय मेरी चूत फाऱ दो. विशाल क्या मज़ा है.. ऊह.. इतना बऱ लंड मेरी चूत में है.. मुझे यक़ीन नहीं हो रहा है.. ओई माआ मेरी चूत में घोरे का लंड है.. मुझे चोदो इस लौऱे से. ऊह.. मैने भी अपनी गति बढ दी. फिर कुच्छेक मिनिट बाद ही वह झऱ'ने वाली थी..

ऊह.. विशाल मैं झऱ रही हून.. उस'की चूत सन्कऱी हो गयी. मेरे लौऱे को कस लिया और वह झऱ'ने लगी..

ऊह.. विशाल मैं झऱ रही हून. हाय... मेरे राजा. तुम्हारे साथ जो कोई भी एक बार कर'वा लेगी वह तुम्हारी दासी बन जाएगी. तभी तो मैं खामोश तुम्हारे सारे हुकाँ मान रही हून. मेरे पति की तो हिम्मत ही नहीं होती मुझ पर हुकुम चलाने की और वह शांत हो गयी. पर मैं रुका नहीं कुच्छ ही समय बाद वह फिर से साथ देने लगी. चुदाई में वह अपनी गान्ड को उठा उठा के मेरे लंड का साथ दे रही थी. वह फिर से पूरी उत्तेजित हो गई थी. मैने अपनी गति को काफ़ी बढ दिया. वह फिर से चिल्ला'ने लगी..

विशाल मैं आस'मान में उऱ रही हून और वह ढेर हो गयी. मैने उसे लगातार 45 से 50 मिनिट तक चोदा. जिस में वह 3 बार झऱ चुकी थी. अब मैं भी झऱ'ने वाला था. मैने कहा की,

मैं झार'ने वाला हून और सारा माल इस रन्डी साली की चूत में डालूँगा. उस'ने कहा,
विशाल मेरी चूत में नहीं झऱ्न. मैं सेफ नहीं हून. मेरे स्तन पर गिरा दो या मेरे मूँ'ह में झऱ दो लेकिन मेरी चूत में नहीं. मैने कहा की,

चुप बे भोस'री की, मैने इट'नी देर बाहर माल गिराने के लिए तेरा भोस्ऱ घोट था क्या? मैं तो तेरी चूत में ही झऱून्ग.

अगर बच्चा हो गया तो, नहीं, विशाल बाहर झाऱो. मैने उस'की एक नहीं सुनी और अपना सारा माल उस'की चूत में झाऱ दिया. उस पे गिर गया. हम 10 मिनिट तक ऐसे ही पऱे रहे वह मेरे नीचे थी. मेरा लंड उस'की चूत में था. फिर. मैं उस'के ऊपर से हट गया तो वह बोली,

विशाल तुम'ने मेरी चूत में क्यों झाऱ दिया. मैं गर्भ'वाती हो गयी तो मेरे पति देव भी आप'ने देश से बाहर है. मैं क्या जबाब दूँगी?

अरे तुम क्यों घबराती हो? क्या इस शहर के सारे डॉक्टर मार गये हैं? बच्चा गिरा देना, नहीं तो आप'ने जैसी ही एक रन्डी और पैदा कर लेना. जब तुम ढाल जाओगी तो काम आएगी. चलो शवर लेते हैं.. फिर अभी तो तुम्हारी बहुत चुदाई होनी है. आज का सारा दिन तुम्हें छोड़ूँगा. जी भर कर तुम्हारी चूत मारूँगा. चलो स्नान घर. जब वह उठि तो उस से चला नहीं जा रहा था. मैं उसे शहारा दे'कर स्नान घर ले कर गया. शवर खोल दिया. हम'ने खूब गरम पानी से शवर लिया और एक दूसरे का बदन माल माल के खूब मज़ा लिया. फिर हम वापिस बिस्तर पर आ गये. दिन के 2 बाज चुके थे. मैने उसे कहा की,

खाना खा लेते हैं. फिर तुम्हारी चुदाई करूँगा. चलो रसोई में और खाना गरम करो. वह कप'रे पहन'ने लगी तो मैने कहा की,

नहीं ऐसे ही रहो, कप'रे नहीं पहन'ना. आज तुम मेरे पास नंगी ही रहो'जी. सिर्फ़ जब घर जाओ'जी तो कप'रे पहन'ने की इजाज़त हो'जी और वह नंगा ही रसोई को चली गयी. मैं कुच्छ देर के बाद रसोई में गया तो वह खाना तबले पर लगा चुकी थी. मैने देखा की उस'का नंगा बदन बऱ ही शान'दार है. जब वह चल रही थी तो उस'की चूचियाँ तार'बूज जैसी हिल रही थी. फूली गान्ड तो देख'ते ही अपना लंड घुसा'ने को दिल करता था. पर मैने थोरा सबर किया की आज साली की खूब चुदाई करूँगा. घान्ड तो मारीनी ही है, लेकिन वह आख़िर में मारूँगा. मैं जाके तबले पे बैठ गया. वह भी मेरे साम'ने वाली कुर्सी पर बैठ गयी. खाना खा'ने के बाद मैने उसे कहा की,

तबले से बर्तन उठा लो और रसोई में रख कर आओ. उस'ने फ़ौरन ही मेरी बात पर अमल किया. कुच्छेक मिनिट में तबले को सॉफ कर दिया. जब वह वापिस आई तो मैने उसे हाथ से पकऱ कर तबले पर बैठ दिया. उसे कहा की ,

अपनी टांगीण खोलो. वह जो मैं कह'ता वह ही करती जा रही थी. एक रन्डी की तरह मेरा हर हुकुम मान रही थी. मैने फिर उस'की चूत के होठों को आप'ने हाथों से खोला और उस'की चूत को चूस'ने लगा. जब मेरी जीभ उस'के भगोष्ट पर गयी तो वह सिस'कारी लेने लगी..

विशाल बहुत मज़ा आ रहा है. मैने उस'के भगोष्ट को आप'ने दाँतों से हल्का सा काट तो उस'ने एक और कामुक सिस'कारी दी. माआआ. मैने कुच्छ देर उस'की चूत को छा'ता फिर मैं उस'की टाँगों के बीच में खऱ हो गया. अपना लंड उस'की चूत के होठों में फँसा के एक ज़ोरदार झट्क दिया. मेरा लंड उस'की चूत में गहराई तक उतार गया. उस'के मूँ'ह से एक चीख निकल गयी..

मैं मार गैइइ मेरिइइ चूत फॅट गयी. विशाल. . मैने कहा की,

ज़रा सबर करो अभी कहाँ फटी है. अभी तो इसे फॅट'ना है.

तुम मुझे बेरहमी से चोद रहे हो, सुबह से. हाय, उस'की चीख जब भी मैं सुनता था, मुझे सकूँ मिलता था. मेरा बदला पूरा हो रहा था. मैं उसे तऱप तऱप और बेइज्जत करते हुए चोदना चाह रहा था. मैने अब अपनी पूरी ताक़त से उस'की चूत मार'नी शुरू कर दी. वह उत्तेजना और दर्द के मारे सिसक रही थी. साथ ही साथ अपनी गान्ड को मेरे लंड की तरफ धकेल रही थी. अब साली रन्डी को मज़ा आ रहा था. उस'ने ज़ोर ज़ोर से कामुक सिस'कारी लेना शुरू कर दिया था. साथ ही साथ मुझे और तीज़ी से चोद'ने का बोल रही थी..

विशाल और छोड़ो मेरी चूत को. विशाल फाऱ दो मेरी चूत. मेरे ऊपर रहम नहीं करना. ऊह.. मेरी चूत कब से प्यासी थी. मेरा पति जो विदेश में बैठ है साला भऱुअ है. और कुच्छ ही देर में वह झऱ गयी. मैने उसे उठाय और अपना लंड उस'के मूँ'ह में दे दिया. वह भी किसी रन्डी की तरह मेरा लंड चूस'ने लगी. मैने उस'के सिर को आप'ने हाथों में लिया और उसके मुख को छोड़'ने लगा और कुच्छ ही देर में उस'का मूँ'ह आप'ने वीरया से भर दिया. उस'ने एक बूँद भी ज़या नहीं जेया'ने दिया. सारा माल पी गयी. फिर मैने उसे कहा की,

चलो रसोई में सारे बर्तन धो कर और रसोई को सॉफ करके जल्दी से बेड रूम में आओ. उस'ने मेरी तरफ देखा जैसे कह रही हो. मैं कोई नौकरानी तो नहीं पर वह जो मैं कह'ता वही करती जा रही थी. मैं उसे रसोई में ही छोऱ के बेड रूम में आ गया क्योंकि मुझे थोऱी सी रेस्ट चाहिए थी. रात भर मैने कामिनी को चोदा था. अब इस रन्डी को भी काई बार चोद चुका था. अभी और भी चोदना था. अभी तो इस'की गान्ड भी मार'नी थी. वह भी कॅमरा के साम'ने. मैने कॅमरा को देखा वह नज़र से च्छूपा हुआ था. वह उसे नहीं देख सक'ती थी. मैने उसे बिस्तर पर ज़ूम किया हुआ था. फिर कोई 20 मिनिट के बाद वह बेड रूम में आई......

भाग 4 का इंत'ज़ार करें.






















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