Sunday, June 13, 2010

गहरी चाल पार्ट--23

raj sharma stories राज शर्मा की कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँहिंदी सेक्सी कहानिया चुदाई की कहानियाँ उत्तेजक कहानिया rajsharma ki kahaniya ,रेप कहानिया ,सेक्सी कहानिया , कलयुग की सेक्सी कहानियाँ , मराठी सेक्स स्टोरीज , चूत की कहानिया , सेक्स स्लेव्स ,

गहरी चाल पार्ट--23

जगबीर ठुकराल शॅरन की शर्ट मे हाथ घुसा के उसकी पतली,कोमल कमर को सहला रहा था.उसने उसकी कमर को दबाते हुए उसे खींच कर खुद से सता लिया.अब शॅरन थोड़ा उसकी तरफ घूम कर बैठी थी,उसकी आँखो मे बेटे के देख लेने का डर झलक रहा था.

ठुकराल ने बहुत हल्के से उसके दाए गाल को चूम लिया,शर्म की लाली उसके चेहरे पे फैल गयी.ठुकराल हौले-2 उसके चेहरे को चूम रहा था & धीरे-2 वो भी मस्त हो रही थी.ठुकराल ने उसके सुर्ख होंठो को अपनी उंगलियो से च्छुआ तो वो सिहर उठी,उसके भरे-2 होंठ थारतारने लगे.ठुकराल ने उसी वक़्त अपने होंठ उनपे रख दिए.

शॅरन थोड़ी देर को सब कुच्छ भूल गयी & खुद को ठुकराल की बाहो मे ढीला छ्चोड़ दिया & बस किस का मज़ा लेने लगी.थोड़ी ही देर मे दोनो 1 दूसरे को बाहो मे कसे हुए मस्ती मे चूमे जा रहे थे.ठुकराल के दोनो हाथ उसकी शर्ट मे घुसे उसकी मखमली पीठ & कमर पे घूम रहे थे.

अचानक ठुकराल ने उसकी टी-शर्ट को उपर उठा दिया,"हाअ...!",शॅरन ने उसका हाथ पकड़ लिया.

"क्या हुआ मम्मी?",उसका बेटा मुड़ने को हुआ.

"कुच्छ नही बेटा...1 कीड़ा कपड़ो मे घुस गया था,निकाल दिया.तुम टीवी देखो.",उसने ठुकराल का हाथ अपनी शर्ट से अलग करने की कोशिश की तो ठुकराल ने उसकी ना सुनते हुए शर्ट को उपर कर उसके बदन से अलग कर दिया.अब शॅरन का हल्के नीले रंग का ब्रा नज़र आ रहा था & उसके गले मे से झँकता उसके धड़कते दिल की वजह से उपर-नीचे होता हुआ उसका बड़ा सा क्लीवेज.

ठुकराल ने 1 नज़र उसके घबराहट भरे चेहरे पे डाली & फिर हाथ उसकी पीठ पे ले जाके उसके ब्रा को खोल दिया.उसके सामने शॅरन की बड़ी,कसी हुई गोरी चूचिया चमक उठी.उसने ब्रा को किनारे किया & उसकी शर्ट वापस उसे पहना दी,फिर शर्ट को उसकी गर्दन तक उपर कर दिया.

इसके बाद उसने उसे फिर अपनी बाई बाँह के घेरे मे ले लिया & अपने होंठ उसके सीने पे रख दिए,"..आहह..!",शॅरन ने अपनी आह को अपने हलक मे ही दफ़्न करना चाहा मगर फिर भी 1 हल्की से आवाज़ निकल ही गयी.उसने बेटे की ओर देखा,वो टीवी मे मगन था.

उसकी कमर को दबाते हुए ठुकराल ने उसकी दाई बाई चूची को अपने दाए हाथ से पकड़ लिया & दबा दिया.शॅरन की हालत खराब हो गयी.उसका दिल तो कर रहा था की सब कुच्छ भूल कर इस पल का लुत्फ़ उठाए मगर यहा ये मुमकिन नही था.ठुकराल उसके हल्के भूरे निपल को उंगलियो से मसल रहा था.

जैसे ही निपल कड़ा हुआ उसने वैसे ही चूची को पकड़े हुए अपनी जीभ उस पे चलानी शुरू कर दी.शॅरन के बदन मे तो जैसे बिजली का झटका लग गया.वो ठुकराल के सर के बाल भींचती हुई बेचैनी से अपना बदन हिलाने लगी.ठुकराल ने निपल से खेलने के बाद अपने मुँह मे उसकी बाई चूची भर ली & उसे चूसने लगा.

थोड़ी देर तक वो वैसे ही उसकी कमर थामे हुए कभी उसकी 1 तो कभी दूसरी चूची से खेलता रहा.शॅरन बेसब्री सी हो अपनी जंघे रगड़ रही थी.ठुकराल ने अपना बाए हाथ से उसकी कमर को वैसे ही जकड़े रखा & दाए को सामने से उसकी स्कर्ट मे घुसा दिया.जाँघो के बीच उसका हाथ महसूस करते ही शॅरन ने अपनी जंघे भींच कर उसके हाथ को दबा लिया.

ठुकराल धीरे-2 उसकी रेशमी जंघे सहलाता हुआ आगे बढ़ने लगा.चूचियो को चूमते हुए उसने नज़र नीची की,जैसे-2 उसका हाथ आगे बढ़ रहा था,शॅरन की स्कर्ट भी उपर हो रही थी & उसकी गोरी भारी-2 जंघे नुमाया हो रही थी.आख़िरकार ठुकराल का हाथ उसकी पॅंटी तक पहुँच गया,"...ना..ही..प्लीज़...यह नही..",शॅरन ने उसके सर को अपनी बाहो मे भर अपने सीने पे दबा दिया & उसके कान मे फुसफुसा.

पर ठुकराल ने उसकी नही सुनी.उसने बिजली की तेज़ी से शॅरन की पॅंटी को खींच कर उसके पैरो से निकाल दिया.हल्के नीले रंग की पॅंटी पे 1 धब्बा सा पड़ा हुआ था.ये शॅरन की चूत के उस पानी का दाग था जोकि उसने ठुकराल की हर्कतो से मस्त होकर छ्चोड़ा था.ठुकराल ने पॅंटी को सूँघा & फिर मुस्कुराते हुए उसे किनारे कर शॅरन को चूमने लगा.

उसका दाया हाथ 1 बार फिर उसकी जाँघो के बीच घुस के उसकी चूत तक पहुँच चुका था.ठुकराल का दिल तो कर रहा था की स्कर्ट निकाल के अभी इस हसीना की चूत के दीदार करे मगर उसके बेटे की मौजूदगी मे ऐसा ख़तरे से खाली नही था,फिर थोड़ी ही देर मे वो उसके पूरे नंगे जिस्म का दीदार तो करेगा ही.उसने अपने दिल पे काबू रखा & उसकी स्कर्ट से ढँकी चूत मे अपनी उंगली घुसा दी.

शॅरन की आहें दोनो की किस मे कही खो गयी.ठुकराल बाए हाथ से उसे मज़बूती से थामे उसके होंठ चूमते हुए अपनी उंगली उसकी चूत मे अंदर-बाहर कर रहा था.शॅरन की चूत बड़ी कसी हुई थी & उसने ठुकराल की उंगली को जैसे जाकड़ सा लिया था.तभी शॅरन की चूत की दीवारे उसकी उंगली पे और कस गयी & उसका बदन जैसे अकड़ गया.ठुकराल समझ गया की वो झाड़ चुकी है.

उसने अपनी उंगली निकाली & उसके होंठो को आज़ाद किया.शॅरन तक कर उसके कंधे पे सर रख के बैठ गयी.ठुकराल ने उसकी स्कर्ट & शर्ट को ठीक किया & उसके सर को सहलाने लगा,"मालिक,हम पहुँच गये.",माधो ने कार रोक दी.

थोड़ी ही देर बाद दोनो 1 फ्लॅट के बेडरूम मे 1 दूसरे की बाहो मे खड़े 1 दूसरे को चूम रहे थे.बच्चा दूसरे कमरे मे गहरी नींद सो रहा था & अब दोनो बेफ़िक्र हो 1 दूसरे के जिस्मो का लुत्फ़ उठा रहा थे.ठुकराल ने अपना सूट उतार दिया था & 1 ड्रेसिंग गाउन पहन लिया था,शॅरन अभी भी अपने उसी लिबास मे थी बस उसकी ब्रा & पॅंटी वही ठुकराल की कार मे पड़े हुए थे.वो अपनी बाहे ठुकराल की गर्दन मे डाले उसके बालो को सहला रही थी & ठुकराल उसे चूमते हुए उसकी स्कर्ट उठा रहा था.

उसने अपने हाथ उसकी मुलायम जाँघो पे लगा दिए & सहलाने लगा.मस्त हो शॅरन थोड़ा आगे बढ़ उस से और सॅट गयी.शर्ट के कपड़े मे से उसके नुकीले निपल्स ठुकराल के सीने मे चुभ रहे थे.ठुकराल के हाथ थोड़ा और उपर हुए & उसकी चौड़ी मगर पुष्ट गंद को थाम लिया,"..उउउन्न्ं...!",उसे चूमते हुए शॅरन ने आह भारी तो ठुकराल उसकी गंद को हौले-2 दबाने लगा.छ्होटे कद की शॅरन अपना सर उठा कर उसे चूम रही थी & ठुकराल का लंड उसके पेट पे दबा हुआ था.ठुकराल ने उसे चूमते हुए थोड़ा आगे हो लंड को उसके जिस्म से दबाने की कोशिश की तो वो लड़खड़ा गयी & पीछे बिस्तर पे गिर गयी.

गिरते ही उसकी स्कर्ट उठ गयी & ठुकराल ने पहली बार उसकी चूत का दीदार किया.उसकी नज़रे तो जैसे वही से चिपक के रह गयी.उसने उसे ठीक से लिटाया & झुक के उसकी चूत को निहारने लगा.उसने हल्के से 1 हाथ उसके उपर फिराया तो शॅरन के बदन मे मज़े की लहर दौड़ गयी,"ऊहह...जगबीर.."

ठुकराल उसकी टाँगो के बीच लेट गया & उसकी चूत को उंगली से कुरेदने लगा.मस्त हो शॅरन अपनी कमर हिलाते हुए उसके सर को पकड़ आहे भरने लगी.थोड़ी देर तक उंगली से उसकी चूत मारने के बाद वो उसके दाने पे बड़ी तेज़ी से गोल-2 उंगली घूमने लगा.शॅरन तो बस पागल ही हो गयी.टोनी ने उसे ऐसे प्यार करना छ्चोड़ दिया था,वो तो उसे बस 1 मशीन की तरह इस्तेमाल करने लगा था.जब उसका दिल करता उसके उपर चढ़ उसे चूमता,दबाता & फिर उसकी चूत को थोड़ी देर छेड़ने के बाद,बिना ये जाने की वो तैय्यार है या नही...उसे मज़ा आ रहा है या नही-अपना छ्होटा-सा लंड उसकी चूत मे घुसा कुच्छ धक्के लगा कर झाड़ जाता & फिर सो जाता.

उसने तो उम्मीद ही छ्चोड़ दी थी की फिर कभी उसके जिस्म को ऐसी खुशी मिलेगी मगर आज ये इंसान उसे फिर से जन्नत की सैर पे ले जा रहा था,उसे ठुकराल पे बहुत प्यार आया.ठुकराल ने देखा की वो झड़ने ही वाली है तो अपनी उंगली हटा के दाने पे अपनी जीभ लगा दी,"..आआहह....य्य्ाआ...हह...!",शॅरन ने अपनी जाँघो मे उसके सर को भींच लिया & कमर उचकाते हुए ज़ोर-2 से आहे भरने लगी.उसकी चूत पानी पे पानी छ्चोड़े जा रही थी.पता नही कितनी देर तक ठुकराल उसकी चूत चाटता रहा & ना जाने वो कितनी बार झड़ी.आख़िरी बार झड़ने के बाद उस से और नही बर्दाश्त किया गया,उसने ठुकराल का सर अपनी चूत से हटाया & करवट ले कर लेट गयी.

ठुकराल ने उसकी स्कर्ट निकाल दी & उसकी चौड़ी गंद पे हाथ फेरने लगा.26 इंच की पतली कमर पे 36 इंच की गंद कुच्छ ज़्यादा ही चौड़ी लग रही थी.ठुकराल उसकी कसी हुई फांको को सहलाने & चूमने लगा.थोड़ी देर बाद शॅरन ने करवट ली तो ठुकराल ने उसे शर्ट उतारने का इशारा किया.शॅरन ने फ़ौरन शर्ट उतार दी & तकिये पे सर रख के लेट गयी.ठुकराल के सामने अब वो पूरी नंगी पड़ी हुई थी,जवाब नही तुम्हारा शॅरन!काश तुम मुझे पहले मिली होती...तो मुझे इतने दीनो तक यू तन्हा ना रहना पड़ता.",शॅरन मुस्कुराते हुए उसके चेहरे को सहला रही थी.

ठुकारल उठा & उसने अपना गाउन खोल दिया,"..हा..!",शॅरन ने चौंक के मुँह पे हाथ रख दिया.ठुकराल बिस्तर के पास ज़मीन पे नंगा खड़ा था & उसका 8 इंच लंबा & कुच्छ ज़्यादा ही मोटा लंड पूरा तना खड़ा था.शॅरन ने आज तक ऐसा तगड़ा लंड नही देखा था.ठुकराल उसके दिल की हालत समझ गया,वो बिस्तर पे चढ़ा & उसके सीने के दोनो तरफ घुटने रख के बैठ गया,"ज़रा इसे प्यार तो करो,मेरी रानी."

शॅरन ने लंड को हाथो मे पकड़ा,उसके छ्होटे-2 हाथ उसकी पूरी मोटाई को अपनी मुट्ठी मे नही ले पा रहे थे.उसके दिल मे ख़याल आया की इतना बड़ा लंड वो कैसे अंदर लेगी & आज तो उसकी चूत की पूरी गहराई को ये राक्षस नापेगा.इस ख़याल ने उसकी चूत मे खलबली सी मचा दी.उसने लंड को हिलाते हुए उसके सूपदे को चूम लिया.थोड़ी देर तक वो लंड को हल्के-2 हाथो से हिलाते हुए बस उसकी लंबाई पे चूमती रही.जब उसने जीभ से लंड & अंदो के बीच की जगह पे जीभ से छेड़ा तो ठुकराल मज़े से करा ह उठा,"..आहह...अब मुँह मे लो इसे मेरी जान & चूसो."

शॅरन ने उसके हुक्म की तामील की मगर लंड इतना मोटा & लूंबा था की उसके मुँह मे समा ही नही रहा था.आधा लंड मुँह मे लिए वो चूस्ते हुए उसके सूपदे पे अपनी जीभ चलाने लगी.ठुकराल मस्त होकर अपनी कमर हिलाने लगा,उसने उसके सर को पकड़ लिया & कमर हिलाकर उसके मुँह को चोदने लगा.शॅरन भी उसकी मज़बूत जंघे थामे उसके लंड पे मुँह चला रही थी.ठुकराल को याद नही था की आख़िरी बार कब किसी लड़की ने इस गर्मजोशी,इस मस्ती के साथ उसका लंड चूसा था.उसके लिए खुद पे काबू रखना मुश्किल हो गया तो उसने लंड खींच लिया.शॅरन ने उसकी ओर शिकायती नज़रो से देखा,"अब तुम्हे अपना बनाने का वक़्त आ गया है,मेरी जान."

शॅरन ने अपनी टाँगे फैला दी & ठुकराल उनके बीच आ गया.उसने उसके घुटनो के नीचे अपने हाथ रख उसकी टाँगो को उठा के गीली चूत पे लंड टीका 1 धक्का दिया,"..आअन्न्न्नह...!",लंड 3 इंच तक अंदर घुस गया.ठुकराल ने हाथ हटा कर झुकते हुए अपनी बाहे उसके घुटनो के नीचे उसकी टाँगो मे फँसा दी & झुकने लगा,"..आऐईयईईईययईई.....आआ...न्न्न...ह..!",शॅरन के चेहरे पे जैसे दर्द की लकीरे खींच गयी.ठुकराल की इस हरकत से उसके घुटने उसकी चूचियो की बगल मे आ गये थे & झुकने से लंड चूत मे घुसता चला जा रहा था.

ठुकराल उसके उपर अब लेट गया था,लंड बस 1 इंच ही बाहर था.शॅरन की चूत बिल्कुल खुल कर उसके लंड को लिए हुए थी & उसकी जंघे बिल्कुल मूड के उसकी चूचियो के बगल मे थी & टाँगे हवा मे.ठुकराल उसे प्यार से चूमने लगा.जब लंड अंदर घुस रहा था तो शॅरन को दर्द महसूस होने लगा था,उसकी चूत को ऐसे बड़े लंड की आदत तो थी नही बल्कि उसके अंदर का हिस्सा तो अभी भी कुँवारा ही था.थोड़ी ही देर बाद उसे लंड की आदत पड़ गयी.ठुकराल ने 1 आख़िरी धक्का दिया & इस बार लंड जड़ तक चूत मे समा गया.उसकी झांते अब शॅरन की चूत के बाहर के हिस्से पे गुदगुदी कर रही थी.शॅरन ने बेचैन होकर ठुकराल के बदन को बाहो मे कस लिया.

ठुकराल थोड़ी देर तक तो उसके उपर लेटे हुए उसकी जंघे मोड,उसकी चूचियो को अपने बालो भरे सीने से पीसते हुए,उसकी चुदाई करता रहा मगर शॅरन की चूत ने उसे चौंका दिया था,10 साल की शादी & 1 बच्चे की मा होने के बावजूद किसी कुँवारी लड़की की तरह कसी हुई थी उसकी चूत.उसके लंड से तो वो ऐसे चिपकी थी जैसे की कॉंडम चिपकता है!ठुकराल अब जल्द से जल्द उस नाज़ुक चूत को अपने पानी से भरना चाहता था.उसने अपनी बाहे उसकी टाँगो से अलग की तो शॅरन ने झट से उन्हे उसकी कमर पे लगा दिया.ठुकराल अपने हाथो पे उचक सा गया & गहरे धक्के लगाने लगा.

शॅरन तो जैसे पागल हो गयी.वो सब भूल गयी-की वो 1 बच्चे की मा है जोकि दूसरे कमरे मे सो रहा है,उसका 1 पति भी है..उसे बस ये याद था की वो 1 औरत थी जिसके जिस्म की प्यास को ये मर्द अपने लंड से बुझा रहा था.उसे ठुकराल पे बहुत प्यार आया,जिस्मो के मिलन से ऐसी खुशी मिलती है,ये तो उसने कभी सोचा ही नही था.वो बेचैनी से उसके सीने के बालो मे हाथ फेरते हुए बहुत तेज़ आवाज़ मे आहे भारती हुई सर उठा के नीचे उसकी चूत मे घुसते-निकलते लंड को देख रही थी.ठुकराल बहुत गहरे &7 तेज़ धक्के लगा रहा था.

शॅरन को आज तक ऐसा एहसा नही हुआ था,उसकी चूत मे कुच्छ अजीब सा महसूस हो रहा था...जैसे बहुत तकलीफ़ हो मगर बहुत मज़ेदार..उसकी कुच्छ समझ मे नही आ रहा था..वो बस सारी ज़िंदगी ऐसे ही हवा मे उड़ते रहना चाहती थी...वो अजीब सा एहसास और तेज़ हो गया...,"..हहुउऊ...न्न्न...आननह....ज़ो..र से...चोदो...जाग..बीर...और...ज़ोर...से...हा..अन्न..आइस..ए..ऐसे...हाआंन्‍णणन्...!",उसे कुच्छ होश नही था की वो क्या चिल्ला रही है,की उसके नाख़ून ठुकराल की पीठ छेद रहे थे...उसे बस ये होश था की उसके बदन के अंदर 1 जैसे कुच्छ बहुत मज़ेदार..कुच्छ बहुत ही खुशी देने वाला एहसास बस मिलने ही वाला है...बस थोड़ी देर और ये लंड इसी तरह उसकी चूत चोद्ता रहे...हान्णन्न्..!

ऐसी खुशी,ऐसा मज़ा उसे कभी नही हुआ था..इतनी खुशी की उसकी आँखो से आँसू निकल पड़े..ठीक उसी वक़्त उसे चूत मे कुच्छ गरम सा महसूस हुआ-ठुकराल भी झाड़ चुका था.वो अब उसके बदन पे लेट के उसके सीने पे सर रख के हाँफ रहा था.शॅरन ने प्यार से उसके सर को चूमा & बड़ी तसल्ली का भाव चेहरे पे लिए आँखे बंद कर ली.
क्रमशः.................


GEHRI CHAAL paart--23

Jagbir Thukral Sharon ki shirt me hath ghusa ke uski patli,komal kamar ko sehla raha tha.usne uski kamar ko dabate hue use khinch kar khud se sata liya.ab sharon thoda uski taraf ghum kar baithi thi,uski aankho me bete ke dekh lene ka darr jhalak raha tha.

thukral ne bahut halke se uske daaye gaal ko chum liya,sharm ki lali uske chehre pe fail gayi.thukral haule-2 uske chehre ko chum raha tha & dheere-2 vo bhi mast ho rahi thi.thukral ne uske surkh hotho ko apni ungliyo se chhua to vo sihar uthi,uske bhare-2 honth tharatharne lage.thukral ne usi waqt apne honth unpe rakh diye.

sharon thodi der ko sab kuchh bhul gayi & khud ko thukral ki baaho me dheela chhod diya & bas kiss ka maza lene lagi.thodi hi der me dono 1 dusre ko baaho me kase hue masti me chume ja rahe the.thukral ke dono hath uski shirt me ghuse uski makhmali pith & kamar pe ghum rahe the.

achanak thukral ne uski t-shirt ko upar utha diya,"haaa...!",sharon ne uska hath pakad liya.

"kya hua mummy?",uska beta mudne ko hua.

"kuchh nahi beta...1 keeda kapdo me ghus gaya tha,nikal diya.tum tv dekho.",usne thukral ka hath apni shirt se alag karne ki koshish ki to thukral ne uski na sunte hue shiart ko upar kar uske badan se alag kar diya.ab sharon ka halke neele rang ka bra nazar aa raha tha & uske gale me se jhankta uske dhadakte dil ki vajah se upar-neeche hota hua uska bada sa cleavage.

thukral ne 1 nazar uske ghabrahat bhare chehre pe dali & fir hath uski pith pe le jake uske bra ko khol diya.uske samne sharon ki badi,kasi hui gori chhatiyaan chamak uthi.usne bra ko kinare kiya & uski shirt vapas use pehna di,fir shirt ko uski gardan tak upar kar diya.

iske baad usne use fir apni baayi banh ke ghere me le liya & apne honth uske seene pe rakh diye,"..aahhh..!",sharon ne apni aah ko apne halak me hi dafn karna chaha magar fir bhi 1 halki se aavaz nikal hi gayi.usne bete ki or dekha,vo tv me magan tha.

uski kamar ko dabate hue thukral ne uski daayi baayi chhati ko apne daaye hath se pakad liya & daba diya.sharon ki halat kharab ho gayi.uska dil to kar raha tha ki sab kuchh bhul kar is pal ka lutf uthaye magar yaha ye mumkin nahi tha.thukral uske halke bhure nipple ko ungliyo se masal raha tha.

jaise hi nipple kada hua usne vaise hi choochi ko pakde hue apni jibh us pe chalani shuru kar di.sharon ke badan me to jaise bijli ka jhatka lag gaya.vo thukral ke sar ke baal bhinchti hui bechaini se apna badan hilane lagi.thukral ne nipple se khelne ke baad apne mun me uski baayi chhati bhar li & use chusne laga.

thodi der tak vo vaise hi uski kamar thame hue kabhi uski 1 to kabhi dusri chhati se khelta raha.sharon besabri si ho apni janghe ragad rahi thi.thukral ne apna baaye hath se uski kamar ko vaise hi jakde rakha & daaye ko samne se uski skirt me ghusa diya.jangho ke beech uska hath mehsus karte hi sharon ne apni janghe bheench kar uske hath ko daba liya.

thukral dheere-2 uski reshmi janghe sehlata hua aage badhne laga.chhatiyo ko chumte hue usne nazar neechi ki,jaise-2 uska hath aage badh raha tha,sharon ki skirt bhi upar ho rahi thi & uski gori bhari-2 janghe numaya ho rahi thi.aakhirkar thukral ka hath uski panty tak pahunch gaya,"...na..hi..please...yah nahi..",sharon ne uske sar ko apni baaho me bhar apne seene pe daba diya & uske kaan me phusphusai.

par thukral ne uski nahi suni.usne bijli ki tezi se sharon ki panty ko khinch kar uske pairo se nikal diya.halke neele rang ki panty pe 1 dhabba sa pada hua tha.ye sharon ki chut ke us pani ka dagh tha joki usne thukral ki harkato se mast hokar chhoda tha.thukral ne panty ko sungha & fir muskurate hue use kinare kar sharon ko chumne laga.

uska daaya hath 1 bar fir uski jangho ke beech ghus ke uski chut tak pahunch chuka tha.thukral ka dil to kar raha tha ki skirt nikal ke abhi is haseena ki chut ke deedar kare magar uske bete ki maujoodgi me aisa khatre se khali nahi tha,fir thodi hi der me vo uske pure nange jism ka deedar to karega hi.usne apne dil pe kaboo rakha & uski skirt se dhanki chut me apni ungli ghusa di.

sharon ki aahen dono ki kiss me kahi kho gayi.thukral baaye hath se use mazbooti se thame uske honth chumte hue apni ungli uski chut me andar-bahar kar raha tha.sharon ki chut badi kasi hui thi & usne thukral ki ungli ko jaise jakad sa liya tha.tabhi sharon ki chut ki deeware uski ungli pe aur kas gayi & uska badan jaise akad gaya.thukral samajh gaya ki vo jhad chuki hai.

usne apni ungli nikali & uske hontho ko azad kiya.sharon thak kar uske kandhe pe sar rakh ke baith gayi.thukral ne uski skirt & shirt ko thik kiya & uske sar ko sehlane laga,"malik,hum pahunch gaye.",Madho ne car rok di.

thodi hi der baad dono 1 flat ke bedroom me 1 dusre ki baaho me khade 1 dusre ko chum rahe the.bachcha dusre kamre me gehri nind so raha tha & ab dono befikr ho 1 dusre ke jismo ka lutf utha raha the.thukral ne apna suit utar diya tha & 1 dressing gown pehan liya tha,sharon abhi bhi apne usi libas me thi bas uski bra & panty vahi thukral ki car me pade hue the.vo apni baahe thukral ki gardan me dale uske baalo ko sehla rahi thi & thukral use chumte hue uski skirt utha raha tha.

usne apne hath uski mulayam jangho pe laga diye & sehlane laga.mast ho sharon thoda aage badh us se aur sat gayi.shirt ke kapde me se uske nukile nipples thukral ke seene me chubh rahe the.thukral ke hath thoda aur upar hue & uski chaudi magar pusht gand ko tham liya,"..uuunnn...!",use chumte hue sharon ne aah bhari to thukral uski gand ko haule-2 dabane laga.chhote kad ki sharon apna sar utha kar use chum rahi thi & thukral ka lund uske pet pe daba hua tha.thukral ne use chumte hue thoda aage ho lund ko uske jism se dabane ki koshish ki to vo ladkhada gayi & peechhe bistar pe gir gayi.

girte hi uski skirt uth gayi & thukral ne pehli baar uski chut ka deedar kiya.uski nazre to jaise vahi se chipak ke reh gayi.usne use thik se litaya & jhuk ke uski chut ko niharne laga.usne halke se 1 hath uske upar firaya to sharon ke badan me maze ki lehar daud gayi,"oohh...jagbir.."

thukral uski taango ke beech let gaya & uski chut ko ungli se kuredne laga.mast ho sharon apni kamar hilate hue uske sar ko pakad aahe bharne lagi.thodi der tak ungli se uski chut marne ke baad vo uske dane pe badi tezi se gol-2 ungli ghumane laga.sharon to bas pagal hi ho gayi.Tony ne use aise pyar karna chhod diya tha,vo to use bas 1 machine ki tarah istemal karne laga tha.jab uska dil karta uske upar chadh use chumta,dabata & fir uski chut ko thodi der chhedne ke baad,bina ye jane ki vo taiyyar hai ya nahi...use maza aa raha hai ya nahi-apna chhota-sa lund uski chut me ghusa kuchh dhakke laga kar jhad jata & fir so jata.

usne to ummeed hi chhod di thi ki fir kabhi uske jism ko aisi khushi milegi magar aaj ye insan use fir se jannat ki sair pe le ja raha tha,use thukral pe bahut pyar aaya.thukral ne dekha ki vo jhadne hi vali hai to apni ungli hata ke dane pe apni jibh laga di,"..aaaahhhhhhh....yyaaaa...hhhh...!",sharon ne apni jangho me uske sar ko bhinch liya & kamar uchkate hue zor-2 se aahe bharne lagi.uski chut pani pe pani chhode ja rahi thi.pata nahi kitni der tak thukral uski chut chaatata raha & na jane vo kitni baar jhadi.aakhiri baar jhadne ke baad us se aur nahi bardasht kiya gaya,usne thukral ka sar apni chut se hataya & karwat le kar let gayi.

thukral ne uski skirt nikal di & uski chaudi gand pe hath ferne laga.26 inch ki patli kamar pe 36 inch ki gand kuchh zyada hi chaudi lag rahi thi.thukral uski kasi hui fanko ko sehlane & chumne laga.thodi der baad sharon ne karwat li to thukral ne use shirt utarne ka ishara kiya.sharon ne fauran shirt utar di & takiye pe sar rakh ke let gayi.thukral ke samne ab vo puri nangi padi hui thi,jawab nahi tumhara sharon!kash tum mujhe pehle mili hoti...to mujhe itne dino tak yu tanha na rehna padta.",sharon muskurate hue uske chehre ko sehla rahi thi.

thukarl utha & usne apna gown khol diya,"..haa..!",sharon ne chaunk ke munh pe hath rakh diya.thukral bistar ke paas zamin pe nanga khada tha & uska 8 inch lumba & kuchh zyada hi mota lund pura tana khada tha.sharon ne aaj tak aisa tagda lund nahi dekha tha.thukral uske dil ki halat samajh gaya,vo bistar pe chadha & uske seene ke dono taraf ghutne rakh ke baith gaya,"zara ise pyar to karo,meri rani."

sharon ne lund ko hatho me pakda,uske chhote-2 hath uski puri motai ko apni mutthi me nahi le pa rahe the.uske dil me khayal aaya ki itna bada lund vo kaise andar legi & aaj to uski chut ki puri gehrayi ko ye rakshas naapega.is khayal ne uski chut me khalbali si macha di.usne lund ko hilate hue uske supade ko chum liya.thodi der tak vo lund ko halke-2 hatho se hilate hue bas uski lambai pe chumti rahi.jab usne jibh se lund & ando ke beech ki jagah pe jibh se chheda to thukral maze se kara h utha,"..aahhh...ab munh me lo ise meri jaan & chuso."

sharon ne uske hukm ki tameel ki magar lund itna mota & lumba tha ki uske munh me sama hi nahi raha tha.aadha lund munh me liye vo chuste hue uske supade pe apni jibh chalane lagi.thukral mast hokar apni kamar hilane laga,usne uske sar ko pakad liya & kamar hilakar uske munh ko chodne laga.sharon bhi uski mazbut janghe thame uske lund pe munh chala rahi thi.thukral ko yaad nahi tha ki aakhiri baar kab kisi ladki ne is garmjoshi,is masti ke sath uska lund chusa tha.uske liye khud pe kabu rakhna mushkil ho gaya to usne lund khicnh liya.sharon ne uski or shikayati nazro se dekha,"ab tumhe apna banane ka waqt aa gaya hai,meri jaan."

sharon ne apni tange faila di & thukral unke beech aa gaya.usne uske ghutno ke neeche apne hath rakh uski tango ko utha ke gili chut pe lund tika 1 dhakka diya,"..aaannnnhhhhh...!",lund 3 inch tak andar ghus gaya.thukral ne hath hata kar jhukte hue apni baahe uske ghuto ke neeche uski taango me fansa di & jhukne laga,"..aaaiiiiiyyyeeee.....aaaa...nnn...hh..!",sharon ke chehre pe jaise dard ki lakeere khinch gayi.thukral ki is harkat se uske ghutne uski chhatiyo ki bagal me aa gaye the & jhukne se lund chut me ghusta chala ja raha tha.

thukral uske upar ab let gaya tha,lund bas 1 inch hi bahar tha.sharon ki chut bilkul khul kar uske lund ko liye hue thi & uski janghe bilkul mud ke uski choochiyo ke bagal me thi & tange hawa me.thukral use pyar se chumne laga.jab lund andar ghus raha tha to sharon ko dard mehsus hone laga tha,uski chut ko aise bade lund ki aadat to thi nahi balki uske andar ka hissa to abhi bhi kunwara hi tha.thodi hi der baad use lund ki aadat pad gayi.thukral ne 1 aakhiri dhakka diya & is baar lund jad tak chut me sama gaya.uski jhante ab sharon ki chut ke bahar ke hisse pe gudgudi kar rahi thi.sharon ne bechain hokar thukral ke badan ko baaho me kas liya.

thukral thodi der tak to uske upar lete hue uski janghe mode,uski chhatiyo ko apne baalo bhare seene se peeste hue,uski chudai karta raha magar sharon ki chut ne use chaunka diya tha,10 saal ki shadi & 1 bachche ki maa hone ke bavjood kisi kunwari ladki ki tarah kasi hui thi uski chut.uske lund se to vo aise chipki thi jaise ki condom chipakta hai!thukral ab jald se jald us nazuk chut ko apne pani se bharna chata tha.usne apni baahe uski taango se alag ki to sharon ne jhat se unhe uski kamar pe laga diya.thukral apne hatho pe uchak sa gaya & gehre dhakke lagane laga.

sharon to jaise pagal ho gayi.vo sab bhul gayi-ki vo 1 bachche ki maa hai joki dusre kamre me so raha hai,uska 1 pati bhi hai..use bas ye yaad tha ki vo 1 aurat thi jiske jism ki pyas ko ye mard apne lund se bujha raha tha.use thukral pe bahut pyar aaya,jismo ke milan se aisi khushi milti hai,ye to usne kabhi scoha hi nahi tha.vo bechaini se uske seene ke baalo me hath ferte hue bahut tez aavaz me aahe bharti hui sar utha ke neeche uski chut me ghuste-nikalte lund ko dekh rahi thi.thukral bahut gehre &7 tez dhakke laga raha tha.

sharon ko aaj tak aisa ehsa nahi hua tha,uski chut me kuchh ajeeb sa mehsus ho raha tha...jaise bahut taklif ho magar bahut mazedar..uski kuchh samajh me nahi aa raha tha..vo bas sari zindaghi aise hi hawa me udte rehna chahti thi...vo ajeeb sa ehsas aur tez ho gaya...,"..hhhuuu...nnn...aannhhh....zo..r se...chodo...jag..biir...aur...zor...se...haa..ann..ais..e..aise...haaaannnnn...!",use kuchh hosh nahi tha ki vo kya chilla rahi hai,ki uske nakhun thukral ki pith chhed rahe the...use bas ye hosh tha ki uske badan ke andar 1 jaise kuchh bahut mazedar..kuchh bahut hi khushi dene vala ehsas bas milne hi wala hai...bas thodi der aur ye lund isi tarah uski chut chodta rahe...haannnn..!

aisi khushi,aisa maza use kabhi nahi hua tha..itni khushi ki uski aankho se aanso nikal pade..thik usi waqt use chut me kuchh garam sa mehsus hua-thukral bhi jhad chuka tha.vo ab uske badan pe let ke uske seene pe sar rakh ke hanf raha tha.sharon ne pyar se uske sar ko chuma & badi tasalli ka bhav chehre pe liye aankhe band kar li.







Tags = राज शर्मा की कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ Raj sharma stories , kaamuk kahaaniya , rajsharma हिंदी सेक्सी कहानिया चुदाई की कहानियाँ उत्तेजक कहानिया Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स | सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स | vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा | सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such | सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई | एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein | चुटकले चुदाई के | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain | चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा | सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai | payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ | हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी | हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai | mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना,

No comments:

Raj-Sharma-Stories.com

Raj-Sharma-Stories.com

erotic_art_and_fentency Headline Animator