raj sharma stories राज शर्मा की कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँहिंदी सेक्सी कहानिया चुदाई की कहानियाँ उत्तेजक कहानिया rajsharma ki kahaniya ,रेप कहानिया ,सेक्सी कहानिया , कलयुग की सेक्सी कहानियाँ , मराठी सेक्स स्टोरीज , चूत की कहानिया , सेक्स स्लेव्स ,
गहरी चाल पार्ट--31
"तुम्हे लगता है की तुमपे दोबारा हमला इसलिए नही हुआ क्यूकी तुम 1 महफूज़ जगह पे हो & शायद उन्हे दूसरा मौका नही मिल रहा है..ह्म्म?",चंद्रा साहब कुर्सी पे नंगे बैठे हुए फ्रूट सलाद खा रहे थे.होटेल के कमरे मे 1 बहुत बड़ी खिड़की थी-ज़मीन से लेके छत तक.उसके बगल मे 1 छ्होटी मेज़ & 2 कुर्सिया लगी हुई थी,उन्ही कुर्सियो पे बैठे दोनो नाश्ता कर रहे थे.
"हां.",नंगी कामिनी अपने दोनो पैर कुर्सी पे चढ़ाए बैठी अपना सलाद ख़तम कर रही थी.
"मगर ऐसा भी तो हो सकता है की उसका मक़सद ही तुम्हे षत्रुजीत सिंग के घर पहुचाना हो.",चंद्रा साहब ने अपना प्लेट मेज़ पे रख दिया.
कामिनी काँटे से 1 टुकड़ा मुँह की ओर ले जा रही थी मगर चंद्रा साहब की बात सुनते ही हैरत से उसका मुँह खुला का खुला रह गया & काँटा पकड़ा हाथ हवा मे ही रुक गया..उसने तो ऐसे सोचा ही नही था..उसे टोनी पे शक़ था..तो-
"..जो आदमी टोनी को कंट्रोल कर रहा है,हो सकता है उसी ने ये चाल चली हो,हमला बॉर्नीयो के बाहर हुआ तो उसकी वजह से तुम्हारा शक़ भी करण के केस पे चला गया & उस आदमी का उल्लू सीधा हो गया.",चंद्रा साहब ने उसके ख़यालो को तोड़ते हुए कहा,"..मगर तुम्हे घबराने की कोई ज़रूरत नही क्यूकी उसके बाद तुमने काफ़ी एहतियात बरता है..यहा तक की शत्रुजीत को भी कुच्छ नही बताया है..है ना?"
कामिनी ने हां मे सर हिलाया,"..तब फ़िक्र की कोई बात नही है..लेकिन ये 1 पहलू है.हो सकता है,तुम्हारा शक़ सही हो..जयंत पुराणिक की मौत के पीछे शायद सचमुच कोई राज़ हो..",वो ग्लास लिए शीशे के पास खड़े हुए नीचे आवंतिपुर को देखते हुए जूस पीने लगे.वो कामिनी की कुर्सी के बगल मे इस तरहसे खड़े थे की अगर बाए सर घूमते तो खिड़की के बाहर देखते & अगर दाए घूमते तो अपनी खूबसूरत शिष्या को.
"..तुमने कहा था की बॉर्नीयो के बार के पीच्चे ऐसा लगता था की 1 सीक्ट्व कॅम हटाया गया है.."
"जी..",कामिनी ने अपना प्लेट मेज़ पे रख दिया.
"..इस बात को मुद्दा बना दो.1 बार बात अदालत मे उठी तो मजबूरन पोलीस को इस बात की छानबीन करनी पड़ेगी..",कामिनी मन ही मन उनकी तारीफ किए बिना नही रह सकी,उसने तो ऐसे सोचा ही नही था..,"..फिर करण ने अगर 2 ही पेग लिए थे विस्की के तो उसे इतना नशा क्यू हुआ?..बॉर्नीयो के बारटेंडर को भी लपेटो & साथ ही मॅनेजर को भी.पोलीस ने सरकारी वकील के ज़रिए कोर्ट के पास करण की मेडिकल रिपोर्ट जमा कराई होगी..-"
"उस रिपोर्ट & करण के बार के बिल को मिला के कोर्ट मे साबित कर दो की करण के ड्रिंक को जानबूझ कर स्ट्रॉंग बनाया गया ताकि नशे मे वो होश खो दे!",कामिनी को उनकी बात पूरी समझ मे आ गयी थी.कमाल का दिमाग़ था उसके गुरु का!उसने तो ऐसे सोचा भी नही था,अब इस से करण बेगुनाह साबित ना भी हो..उसे कुच्छ समय मिल जाएगा & हो सकता है करण को ज़्यादा कड़ी सज़ा भी ना हो.चंद्रा साहब उसकी बात सुनकर मुस्कुराए & फिर अपना जूस ख़त्म कर ग्लास को बाए हाथ मे पकड़े-2 खिड़की से बाहर देखने लगे.
कामिनी के दिल मे अपने इस प्रेमी के लिए बहुत प्यार उमड़ आया,उसके चेहरे से बस कुच्छ दूरी पे ही उनका लंड लटक रहा था,उसने हाथ बढ़ा के उनके हाथ का ग्लास लेकर मेज़ पे रखा,फिर उनके लंड को थाम लिया.चंद्रा साहब ने उसकी ओर देखा तो कामिनी ने अपनी निगाहे उनकी नज़रो से मिला दी & उनकी आँखो मे देखते हुए अपना चेहरा उनकी झांतो मे छुपा लिया.
----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
होटेल से निकलते ही टोनी & शॅरन टॅक्सी खोजने लगे,"सुखी..इस बार तू कौव्वे के पीछे जाना & मैं मोती के पीछे जाऊँगा."
"आप बॉस हो,आपका हुक्म सर आँखो पे!..आप ही ऐश करो.",उसकी बात सुन मोहसिन जमाल ने उसकी पीठ पे 1 धौल जमाया & हंसते हुए अपनी टॅक्सी की ओर बढ़ गया.मोहसिन शॅरन की टॅक्सी के पीछे चला जा रहा था,कोई 20 मिनिट बाद उसने देखा की सेंट्रल मार्केट के पास उसने टॅक्सी छ्चोड़ दी.
मोहसिन कार मे बैठा-2 उसकी हरकते देख रहा था.शॅरन टॅक्सी से उतर के मार्केट के अंदर दाखिल हो गयी,मोहसिन ने टॅक्सी पार्क की & उसके पीछे हो लिया.शॅरन मार्केट के बीच से होते हुए चली जा रही थी,मोहसिन समझ गया था की वो यहा शॉपिंग के लिए नही आई है,फिर उसका मक़सद क्या था?
थोड़ी ही देर मे मोहसिन को अपने सवाल का जवाब मिल गया,शॅरन तेज़ी से मार्केट के दूसरी ओर बनी पार्किंग मे जा रही थी.मोहसिन रुक गया & गौर से उसे जाते देखने लगा.उसने देखा की शॅरन 1 सफेद रंग की मारुति सुज़ुकी डज़ीरे के पास जाके रुक गयी.1 लंबे,घनी मूच्छो वाले ड्राइवर ने पिच्छली सीट का दरवाज़ा उसके लिए खोला.ये देखते ही मोहसिन घुमा & बिजली की तेज़ी से अपनी टॅक्सी की ओर भागा.2 मिनिट के अंदर-2 वो अपनी टॅक्सी लिए पार्किंग के बाहर खड़ा था.
मोहसिन कार का पीछा करते-2 सेक्टर-52,विकास खंड पहुँच गया.उसने देखा की डज़ीरे 1 घर के गेट के अंदर चली गयी,उसने उस मकान का पता नोट किया & वाहा से निकल ने ही वाला था की देखा की वोही कार वापस आई मगर इस बार उसकी पिच्छळी सीट पे कोई नही बैठा था.कार उस मकान की दीवार के साथ-2 चलते हुए बाए मूडी & उस मकान से सटे बने हुए बंगल के मैं गेट मे दाखिल हो गयी.मोहसिन ने टॅक्सी उस बंगल के सामने से ले जाते हुए नेम प्लेट का नाम पढ़ा & फिर वाहा से निकल गया.उसके तेज़ दिमाग़ ने ये अंदाज़ा लगा ही लिया था की बगल का मकान भी बुंगले के मालिक जगबीर ठुकारल का ही होगा..बस इस बात को साबित करने के लिए उसे थोड़ा काम करना होगा & फिर वो कामिनी को अपनी रिपोर्ट सौंप सकता है.
----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
"...आअहह...हाइईईई.....!",कामिनी होटेल के बिस्तर पे अपनी बाई कोहनी पे करवट लिए लेटी थी & उसके पीछे चंद्रा साहब उसकी दाई जाँघ को हवा मे उठाए पीछे से उस से सटे हुए उसकी चूत मे अपना लंड घुसेडे उसे चोद रहे थे,चंद्रा साहब का बाए हाथ उसकी उठी कोहनी & बदन के बीच से घुस कर उसकी चूचियो को मसल रहा था & दाया उसकी जाँघ उठाए उसे सहला रहा था.कामिनी की मस्ती का कोई ठिकाना ही नही था,जो काम उसने खिड़की के बगल की कुर्सी पे अपने होंठो से शुरू किया था,चंद्रा सहब उसे अब बिस्तर पे अपने लंड से अंजाम तक पहुँचा रहे थे.
सामने टीवी पे कोई लोकल न्यूज़ चॅनेल आ रहा था मगर दोनो को उसपे आ रही खबरो से कोई मतलब नही था..वो तो बस 1 दूसरे के बदनो मे खोए हुए थे.कामिनी ने दाया हाथ पीछे ले जाके अपने गुरु का सर अपनी ओर खींच कर उन्हे चूमा तो चंद्रा साहब ने भी उसकी जाँघ छ्चोड़ दी & उसके पेट को थाम उसकी किस का जवाब देने लगे.कामिनी की ज़ुबान के जादू ने उनके धक्को मे और तेज़ी ला दी.उनके धक्के कुच्छ ज़्यादा ही तेज़ हो गये.कामिनी हवा मे उड़ी जा रही थी की तभी चंद्रा सहब ने अपना लंड बाहर खींच लिया.
कामिनी ने किस तोड़ के उन्हे देखा तो चंद्रा साहब ने उसके गाल को चूमते हुए फिर से उसकी जाँघ को हवा मे उठा लिया & 1 ही धक्के मे अपने लंड का सूपड़ा घुसा दिया-उसकी चूत मे नही बल्कि गंद मे,"...ऊऊव्व्वव.....!",कामिनी ने तड़प के बिस्तर की चादर को कस के पकड़ लिया मगर तभी उसका ध्यान टीवी पे चल रही खबर पे चला गया,"..पंचमहल मे कल त्रिवेणी ग्रूप के पूर्व वाइस-प्रेसीडेंट श्री जयंत पुराणिक के घर चोरी हो गयी.अभी कुच्छ ही दिन पहले 1 सनसनीखेज़ हादसे मे बॉर्नीयो नाम के पब मे हुए 1 झगड़े मे श्री पुराणिक की गोली लगने से मौत हो गयी थी.."
गंद के कसे छेद के चलते चंद्रा साहब बहुत ज़ोर से धक्के तो नही लगा पा रहे थे मगर इस से उनके मज़े मे कोई कमी नही आई थी.जब लंड गंद की गहराइयो मे उतरता तो छेद सिकुड कर मानो उन्हे किसी मुट्ठी मे जाकड़ लेता & उनके लंड मे 1 मस्ती की लहर उठती जोकि उनके रोम-2 को नशे से भर देती.उन्होने अपना दाया हाथ उसकी जाँघ से हटाया & उसे आगे ले जाके उसकी चूत को अपनी उंगलियो से मारने लगे.
"..चोरो ने घर मे रखे सारी नकदी & ज़वरात पे हाथ सॉफ किया..वारदात के वक़्त श्रीमती.पुराणिक & उनके बच्चे घर से बाहर मिसेज़.पुराणिक के भाई के घर पे थे..",चंद्रा साहब की मस्तानी हर्कतो ने कामिनी को मस्ती की ऊँचाइयो पे पहुँचा दिया था.वो करवट पे पड़ी हुई बस अपने जिस्म के मज़े पे ध्यान दे रही थी मगर इस खबर को भी उसने दिमाग़ के किसी कोने मे महफूज़ रख लिया था..अब उसे यकीन होने लगा था की पुराणिक की मौत 1 हादसा नही हादसे की शक्ल मे क़त्ल था.
चंद्रा साहब का बाया हाथ उसकी चूचिया मसल रहा था & दाया उसकी चूत.वो पागल हो आहे भरती हुई अपनी कमर हिलाते हुए झाड़ ने लगी.अपनी शिष्या को झाड़ते देख चंद्रा साहब ने भी अपने लंड पे लगी रोक को खोल दिया & उसकी गंद को अपने पानी से भर दिया.
कुच्छ पॅलो बाद लंड जब पूरा सिकुड गया तो उन्होने लंड को गंद से धीरे से बाहर खींचा & बिस्तर पे लेट गये.कामिनी ने करवट बदली & उनके सीने पे सर रख के लेट गयी.चंद्रा साहब उसके बॉल सहलाने लगे तो उसने बगल मे पड़ा अपना मोबाइल उठाया & 1 नंबर मिलाया,"हेलो,मोहसिन?"
"हाई,कामिनी जी,आपका काम हो गया है मगर मैं उसके बारे मे आपको कल आपके दफ़्तर मे बताउन्गा."
"ठीक है,मोहसिन..मैने तुम्हे 1 और काम देने के लिए फोन किया था.",वो चंद्रा साहब के सीने के बालो मे उंगलिया फिरा रही थी.
"हां-2,कहिए."
"तुम बॉर्नीयो के मालिक के बारे मे पता कर सकते हो?",उसने चंद्रा साहब के 1 निपल को चूम लिया.
"ज़रूर,कल आपको सारी इन्फर्मेशन मिल जाएगी."
"थॅंक्स,मोहसिन.",कामिनी ने फोन किनारे किया & अपने गुरु के बालो भरे सीने मे मुँह च्छूपा लिया.
"षत्रुजीत सिंग के घर मे,उसी के बेडरूम मे उसकी बीवी का क़त्ल हो जाना कोई खेल तो है नही,कामिनी!",चंद्रा साहब पलंग के हेडबोर्ड से टेक लगाके बैठे थे & उनकी फैली टाँगो के बीच उनकी छाती से अपनी पीठ लगाए,उनके लंड पे अपनी भारी गंद का दबाव डाले हुए कामिनी बैठी थी.चंद्रा साहब कभी उसके बालो को चूमते तो कभी चेहरे को,उनके हाथ बदस्तूर उसकी चूचियो से खेले जा रहे थे.
"..तुम्हारा सोचना बिल्कुल सही है की इसमे किसी अंदर के आदमी का हाथ है..",उन्होने उसके निपल्स को उंगलियो के बीच मसल्ते हुए उसके दाए गाल को चूम लिया.
"मुझे तो पूरा यकीन है की ये काम टोनी ने ही किया है.",कामिनी ने दाया हाथ पीछे ले जाके उनके सर को अपनी गर्दन से लगा दिया.
"ह्म्म....उसपे तो किसी का भी शक़ जा सकता है मगर तुमने कभी इस तरह सोचा है की पोलीस भी सही हो सकती है..",उनके होंठ उसकी गर्दन से होते हुए उसके दाए कंधे तक आ गये थे.
"उउंम्म....आप कहना चाह रहे हैं कि शत्रुजीत भी अभी शक़ के दायरे से बाहर नही हुआ है?"
"बिल्कुल ठीक..",उन्होने अपना सर उठाया & उसकी काली,नशीली आँखो मे झाँकते हुए उसकी चूचियो को बहुत ज़ोर से दबाया,"..हो सकता है,बेकसूर होने का नाटक कर वो तुम्हारे ज़रिए इसमे से सॉफ निकलना चाहता हो."
"..ऊऊहह.....!",कामिनी ने उनकी कलाई पकड़ ली,"..मगर आप ही ने तो कहा था की वो हमेशा सच बोलता है..& अगर वो बचना चाहता है तो अपने वकील से सच बोलना तो सबसे सीधा तरीका है."
"..लेकिन तब वकील तो उसका राज़ जान जाएगा.",उन्होने उसके रोकने के बावजूद उसकी चूचियो को मसलना नही छ्चोड़ा जिसके कारण कामिनी की चूत गीली होने लगी थी & वो बहुत हल्के-2 अपनी कमर हिला के अपनी गंद से उनके लंड को दबाने लगी थी.
"तो क्या हुआ?वकील & क्लाइंट का तो रिश्ता ही ऐसा होता है & क़ानून भी मानता है की वकील & क्लाइंट के बीच की बाते प्रिविलेज्ड इन्फर्मेशन होती हैं जिन्हे वकील को अदालत या दुनिया के सामने खोलने की बंदिश नही होती."
"..फिर भी अगर आदमी शत्रुजीत सिंग जैसा इज़्ज़तदार शख्स हो तो वो तो ऐसा नही चाहेगा ना."
"आपने तो मुझे & उलझा दिया.",कामिनी घूम के उनके सामने हुई & उनके सीने पे प्यार से मुक्का मारा.उसकी इस अदा ने चंद्रा साहब को भी मस्त कर दिया,वैसे भी रात के 11 बज रहे थे & कल सुबह दोनो को वापस पंचमहल जाना था & बस आज की ही रात थी जब वो इस हुस्न की मल्लिका के नशीले बदन का पूरा लुत्फ़ उठा सकते थे.
उन्होने कामिनी को बाहो मे भरा & उसके होंठो को अपने होंठो की गिरफ़्त मे कस लिया & उसे लिए-दिए बिस्तर पे लेट गये & 1 बार फिर से वही मस्ताना खेल शुरू हो गया.
----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
"मॅ'म..ये मिस्टर.शर्मा हैं,काफ़ी देर से आपका इंतेज़ार कर रहे हैं.",कामिनी के ऑफीस मे कदम रखते ही रश्मि ने उस से कहा.कामिनी ने देखा की रश्मि की डेस्क के सामने लगे सोफॉ पे मोहसिन जमाल & मुकुल के अलावा 1 छ्होटा लड़का & वो मिस्टर.शर्मा बैठे थे.उसे देखते ही मिस्टर.शर्मा उठ खड़े हुए,"हेलो,कामिनी जी.मेरा नाम आर.के.शर्मा है & मैं भी 1 वकील हू.मुझे आपको मिस्टर.जयंत पुराणिक का कुच्छ समान सौंपना है."
पुराणिक का नाम सुनते ही कामिनी का माथा ठनका,"हेलो,मोहसिन..अगर बुरा ना मानो तो आप थोड़ी देर वेट करेंगे तब तक मैं मिस्टर.शर्मा से बात कर लेती हू."
"हां,ज़रूर,कामिनी जी.मैं यहा वेट करता हू."
"कहिए,मिस्टर.शर्मा क्या चीज़ है पुराणिक जी की जो आप मुझे देना चाहते हैं."
"कामिनी जी,अपनी मौत से कोई 20-25 दिन पहले मिस्टर.पुराणिक ने मुझ से अपनी 1 विल बनवाई थी & अपने कुच्छ काग़ज़ात मेरे पास रखवाए थे.उन्होने जैसी मुझे इन्स्ट्रक्षन्स दी थी उनके मुताबिक कल उनके विल पढ़े जाने की तारीख थी..",मिस्टर.शर्मा चुप हो गये क्यूकी तभी चपरासी आके 2 चाइ के कप रख गया था.
"आपने शायद सुना हो की परसो रात को उनके घर चोरी हो गयी जिसकी वजह से कल विल पढ़ने मे देर हुई & कल शाम करीब 8 बजे ही ये काम पूरा हो पाया.उसी विल के मुताबिक ये पॅकेट मुझे आपके सुपुर्द करना है.",उन्होने 1 छ्होटा सा कारटन कामिनी के डेस्क पे रख दिया.
"आप उनकी विल की ये कॉपी पढ़ कर फिर इन काग़ज़ो पे दस्तख़त कर दीजिए की आपने ये पॅकेट रिसीव कर लिया है."
थोड़ी देर बाद मिस्टर.शर्मा वाहा से जा चुके थे & कामिनी सोच मे डूबी हुई थी..आख़िर ऐसी क्या चीज़ थी जो पुराणिक ने उसके लिए रखी थी..उन्होने उस से कभी इस बारे मे या इस से जुड़ी किसी बात का कभी ज़िक्र भी नही किया था..इंटरकम के बजने से कामिनी की सोच का सिलसिला टूटा,"हां,रश्मि."
"मॅ'म,मोहसिन जी को भेजू?"
"हां,भेज दो,साथ मे मुकुल को भी."
"सॉरी,मोहसिन.आपको वेट करना पड़ा."
"कोई बात नही,कामिनी जी.",वो उसके सामने की कुर्सी पे बैठ गया & 1 फाइल उसके सामने रख दी,"ये रही आपके दिए हुए काम की डीटेल्ड रिपोर्ट....कामिनी जी,टोनी ने शुरू मे तो कोई भी ऐसा काम नही किया जोकि बताने लायक था मगर कल रविवार को सवेरे चर्च के बहाने 1 औरत से मिला & उसके साथ होटेल के कमरे मे कोई 3 घंटे तक भी रहा."
"..मेरे पास उसके होटेल के कमरे की वीडियो रेकॉर्डिंग है जोकि इसमे है..",उसने 1 पेन ड्राइव अपनी जेब से निकाल कर कामिनी को दिया,"..उसकी & उस औरत की बातो से 1 बात तो सॉफ है कामिनी जी की ये किसी के लिए कुच्छ ऐसा काम कर रहा है जिसके लिए उसे 1 मोटी रकम मिलने वाली है."
"वही तो पता करना है,मोहसिन कि वो आदमी आख़िर है कौन!"
"शायद मुझे उसका पता चल गया है."
"क्या?!",कामिनी & मुकुल ने 1 साथ कहा.
"मैने उस औरत का पीछा किया था.पता है वो कहा गयी?"
"कहा?"
"सेक्टर-52,विकास खंड के 1 मकान मे.."
"तो..?",मुकुल ने बात समझने की नाकाम कोशिश की.
"जिस कार ने उसे उस मकान मे छ्चोड़ा वो वाहा से निकली & बगल वाले बंगल मे घुस गयी.कार & बंगले का मालिक 1 ही है-जगबीर ठुकराल."
"क्या?!",1 बार फिर कामिनी & मुकुल 1 साथ चौंक पड़े.
"इसका मतलब टोनी ठुकराल का आदमी है."
"अब ये साबित करना आपका काम है,वकील तो आप हैं.",मोहसिन उठ खड़ा हुआ.
"थॅंक्स,मोहसिन.तुम्हे पता नही मेरा कितना बड़ा काम किया है तुमने!",कामिनी ने अपने बॅग से निकाल के 1 लिफ़ाफ़ा उसे थमाया जिसमे उसकी बाकी की फीस थी.
"थॅंक्स,कामिनी जी.ज़रूरत पड़े तो फिर याद कीजिएगा.बाइ!"
"ज़रूर,मोहसिन.बाइ!"
कामिनी मोहसिन की रिपोर्ट पड़ने ही वाली थी की मुकुल ने उसे टोका,"मॅ'म."
"हां."
"आपने 1 कंप्यूटर एक्सपर्ट की बात की थी ना?"
"हां."
"वो बाहर बैठा है उसे बुला लू?"
"बुलाओ.",कामिनी ने रिपोर्ट किनारे की & अपने बाग से वो लिपस्टिक कम पेंद्रीवे निकली.मुकुल 1 15-16 साल के लड़के के साथ वापस आया,उसके पीच्चे थोड़ी सहमी रश्मि भी खड़ी थी.कामिनी ने तीनो को सवालिया नज़रो से देखा.
"मॅ'म यही है वो एक्सपर्ट,रजत."
"ये?!",कामिनी अपनी हैरत को छुपा नही पाई.लड़के ने उसे ऐसे देखा जैसे उसे बुरा लगा हो,"..आइ मीन..ये तो स्कूल मे पढ़ रहा होगा.."
"जी,मॅ'म.ये स्कूल मे ही पढ़ता है,मेरा छ्होटा भाई है..",रश्मि ने कहा,"..मैने तो कहा था मगर मुकुल ने ही ज़िद की..",उसने सकुचाते हुए कहा.कामिनी मुकुल को ऐसे देख रही थी मानो कह रही हो की उसे यही वक़्त मिला था मज़ाक करने को!
"मॅ'म,आप सबको लग रहा होगा की मैं पागल हो गया हू..मगर प्लीज़ 1 बार रजत को कोशिश करने दीजिए."
"कामिनी को इसमे कुच्छ ग़लत नही लगा,"ओके.",उसने पेन ड्राइव रजत को थमायी.
"विटानो 8.",रजत ने पेन ड्राइव को लिया,"..उपर लिपस्टिक नीचे 8 जीबी की ड्राइव.",कामिनी उसे हैरत से देख रही थी.उसने लिपस्टिक को कई बार उलट-पलट के देखा था मगर उसे कही भी उसका नाम नही दिखाई पड़ा था,"रजत,इस्पे तो कही इसका नाम नही लिखा."
"मॅ'म-.."
"मॅ'म,नही दीदी कहो."
"ओके,दीदी.ये बहुत महँगी चीज़ है..आम दुकानो मे नही मिलती..आप कंपनी को रेक़ू7एस्ट कीजिए तो आपको दी जाती है.इसका प्राइस भी बहुत ज़्यादा होता है..",रजत ने अपनी पीठ से अपना बॅग निकाल के खोला & अपना लॅपटॉप निकाल के ऑन किया,"..ये ज़रूर किसी विदेशी शाहर से खरीदी गयी है.",उसने पेन ड्राइव को लॅपटॉप मे लगाया.
रजत अपने काम मे जुट गया तो कामिनी ने रश्मि की तरफ देख के उसकी तरफ सर से इशारा किया.रश्मि उसके सामने की कुर्सी पे बैठ गयी,"मॅ'म,ये कंप्यूटर्स,गॅडजेट्स & गेम्स के पीछे पागल है.हर वक़्त इन्ही चीज़ो मे घुसा रहता है..-"
"..& मोबाइल फोन्स को भूल गयी,दीदी.",रजत ने लॅपटॉप से सर उठाए बिना उन्हे जता दिया की वो उनकी बाते भी सुन रहा है.दोनो हँसने लगी,"अच्छा,रजत इस काम की क्या फीस लोगे?",कामिनी ने उस से पुचछा.
"कोई फीस नही लेगा,मॅ'म..& वैसे भी पहले काम कर पाएगा तब ना!",रश्मि ने भाई को आँखो से मना करने का इशारा किया मगर रजत ने जैसे बहन को देखा ही ना हो,"जो माँगूंगा देंगी?"
"रजत!"
"रश्मि,बोलने दो उसे..",कामिनी ने उसे रोका,"..बोलो रजत मैं भी तुम्हारी दीदी ही हू."
"दीदी,1 नयी गेम आई है."
"समझो मिल गयी."
"थॅंक्स,दीदी."
"मॅ'म,आप क्यू..-",कामिनी ने हाथ उठा के रश्मि को खामोश रहने का इशारा किया.
कोई 45 मिनिट की मशक्कत के बाद रजत ने अपना लॅपटॉप कामिनी की ओर घुमाया,"लीजिए,दीदी."
"खुल गयी?"
"हाँ."
कामिनी ने फ़ौरन स्क्रीन को देखा,उसपे कयि सारी वीडियो फाइल्स के आइकॉन्स दिख रहे थे.कामिनी ने स्क्रीन को पूरा अपनी ओर कर लिया,"रश्मि,रजत को कुच्छ खिलाओ,भाई.मुझे तो लगता है इंफ़िलेस को चेक करने मे थोडा समय लगेगा."
"तब तो दीदी,मेरा लॅपटॉप मुझे दे दीजिए..",रजत ने पेन ड्राइव निकाली,"..अब इसे किसी भी कंप्यूटर पे चलाइए,कोई प्राब्लम नही होगी."
रजत रश्मि के साथ बाहर जाने लगा,"रश्मि,अभी इसे घर मत जाने देना.शायद ये हमारा 1 और काम भी कर दे."
"जी,मॅ'म.",कामिनी के दिमाग़ मे रजत के लिए 1 और काम भी आ गया था.उसने अपने लॅपटॉप मे लगाके पेन ड्राइव मे स्टोर्ड 1 वीडियो फाइल खोली & फिर जो उसने देखा,उस से उसका मुँह हैरत मे खुल गया & आँखे भी आश्चर्य से फैल गयी..अब उसकी समझ मे बहुत कुच्छ आ गया था.उसने धीरे-2 करके सारी वीडियो फाइल्स देख डाली,फिर मुकुल को इंटरकम के ज़रिए अपने कॅबिन मे बुलाया,"मुकुल हमे बॉर्नीयो जाना होगा,रजत भी हमारे साथ चलेगा."
क्रमशः......................
GEHRI CHAAL paart--31
"Tumhe lagta hai ki tumpe dobara humla isliye nahi hua kyuki tum 1 mehfuz jagah pe ho & shayad unhe dusra mauka nahi mil raha hai..hmm?",Chandra sahab kursi pe nange baithe hue fruit salad kha rahe the.hotel ke kamre me 1 bahut badi khidki thi-zamin se leke chhat tak.uske bagal me 1 chhoti mez & 2 kursiya lagi hui thi,unhi kursiyo pe baithe dono nashta kar rahe the.
"haan.",nangi Kamini apne dono pair kursi pe chadhaye baithi apna salad khatam kar rahi thi.
"magar aisa bhi to ho sakta hai ki uska maqsad hi tumhe Shatrujeet Singh ke ghar pahuchana ho.",chandra sahab ne apna plate mez pe rakh diya.
kamini kaante se 1 tukda munh ki or le ja rahi thi magar chandra sahab ki baat sunte hi hairat se uska munh khula ka khula reh gaya & kanta pakda hath hawa me hi ruk gaya..usne to aise socha hi nahi tha..use Tony pe shaq tha..to-
"..jo aadmi tony ko control kar raha hai,ho sakta hai usi ne ye chaal chali ho,humla Borneo ke bahar hua to uski vajah se tumhara shaq bhi karan ke case pe chala gaya & us aadmi ka ullu seedha ho gaya.",chandra sahab ne uske khayalo ko todte hue kaha,"..magar tumhe ghabrane ki koi zarurat nahi kyuki uske baad tumne kafi ehtiyat barta hai..yaha tak ki shatrujeet ko bhi kuchh nahi bataya hai..hai na?"
kamini ne haan me sar hilaya,"..tab fikr ki koi baat nahi hai..lekin ye 1 pehlu hai.ho sakta hai,tumhara shaq sahi ho..Jayant Puranik ki maut ke peechhe shayad sachmuch koi raaz ho..",vo glass liye sheeshe ke paas khade hue neeche Avantipur ko dekhte hue juice peene lage.vo kamini ki kursi ke bagal me is tarahse khade the ki agar baaye sar ghumate to khidki ke bahar dekhte & agar daaye ghumate to apni khubsurat shishya ko.
"..tumne kaha tha ki borneo ke bar ke peechhe aisa lagta tha ki 1 cctv cam hataya gaya hai.."
"ji..",kamini ne apna plate mez pe rakh diya.
"..is baat ko mudda bana do.1 baar baat adalat me uthi to majburan police ko is baat ki chhanbeen karni padegi..",kamini man hi man unki tarif kiye bina nahi reh saki,usne to aise socha hi nahi tha..,"..fir karan ne agar 2 hi peg liye the whisky ke to use itna nasha kyu hua?..borneo ke bartender ko bhi lapeto & sath hi manager ko bhi.police ne sarkari vakil ke zariye court ke paas karan ki medical report jama karayi hogi..-"
"us report & karan ke bar ke bill ko mila ke court me sabit kar du ki karan ke drink ko jaanbujh kar strong banaya gaya taki nashe me vo hosh kho de!",kamini ko unki baat puri samajh me aa gayi thji.kamaal ka dimagh tha uske guru ka!usne to aise socha bhi nahi tha,ab is se karan begunah sabit na bhi ho..use kuchh samay mil jayega & ho sakta hai karan ko zyada kadi saza bhi na ho.chandra sahab uski baat sunkar muskuraye & fir apna juice khatm kar glass ko baaye hath me pakde-2 khidki se bahar dekhne lage.
kamini ke dil me apne is premi ke liye bahut pyar umad aaya,uske chehre se bas kuchh duri pe hi unka lund latak raha tha,usne hath badha ke unke hath ka glass lekar mez pe rakha,fir unke lund ko tham liya.chandra sahab ne uski or dekha to kamini ne apni nigahe unki nazro se mila di & unki aankho me dekhte hue apna chehra unki jhanto me chhupa liya.
----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
hotel se nikalte hi Tony & Sharon taxi khojne lage,"Sukhi..is baar tu kauwwe ke peechhe jana & main moti ke peechhe jaoonga."
"aap boss ho,aapka hukm sar aankho pe!..aap hi aish karo.",uski baat sun Mohsin Jamal ne uski pith pe 1 dhaul jamaya & hanste hue apni taxi ki or badh gaya.mohsin sharon ki taxi ke peechhe chala ja raha tha,koi 20 minute baad usne dekha ki central market ke paas usne taxi chhod di.
mohsin car me baitha-2 uski harkate dekh raha tha.sharon taxi se utar ke market ke andar dakhil ho gayi,mohsin ne taxi park ki & uske peechhe ho liya.sharon market ke beech se hote hue chali ja rahi thi,mohsin samajh gaya tha ki vo yaha shopping ke liye nahi aayi hai,fir uska maqsad kya tha?
thodi hi der me mohsin ko apne sawal ka jawab mil gaya,sharon tezi se market ke dusri or bani parking me ja rahi thi.mohsin ruk gaya & gaur se use jate dekhne laga.usne dekha ki sharon 1 safed rang ki maruti Suzuki Dzire ke paas jake ruk gayi.1 lambe,ghani moochho vale driver ne pichhli seat ka darwaza uske liye khola.ye dekhte hi mohsin ghuma & bijli ki tezi se apni taxi ki or bhaga.2 minute ke andar-2 vo apni taxi liye parking ke bahar khada tha.
mohsin car ka peechha karte-2 Sector-52,Vikas Khand pahunch gaya.usne dekha ki dzire 1 ghar ke gate ke andar chali gayi,usne us makan ka pata note kiya & vaha se nikal ne hi wala tha ki dkh ki vohi car vapas aayi magar is baar uski pichhli seat pe koi nahi baitha tha.car us makan ki deewar ke sath-2 chalte hue baaye mudi & us makan se sate bane hue bungle ke main gate me dakhil ho gayi.mohsin ne taxi us bungle ke samne se le jate hue name plate ka naam padha & fir vaha se nikal gaya.uske tez dimagh ne ye andaza laga hi liya tha ki bagal ka makan bhi bungle ke malik Jagbir Thukarl ka hi hoga..bas is baat ko sabit akrne ke liye use thoda kaam karna hoga & fir vo kamini ko apni report saunp sakta hai.
----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
"...aaahhhh...haaiiiii.....!",kamini hotel ke bistar pe apni baayi kohni pe karwat liye leti thi & uske peechhe chandra sahab uski daayi jangh ko hawa me uthaye peechhe se us se sate hue uski chut me apna lund ghusede use chod rahe the,chandar sahab ka baaye hath uski uthi khoni & badan ke beech se ghus kar uski chhatiyo ko masal raha tha & daaya uski jangh uthaye use sehla raha tha.kamini ki masti ka koi thikana hi nahi tha,jo kaam usne khidki ke bagal ki kursi pe apne hotho se shuru kiya tha,chandra sahb use ab bistar pe apne lund se anjam tak pahuncha rahe the.
samne tv pe koi local news channel aa raha tha magar dono ko uspe aa rahi khabro se koi matlab nahi tha..vo to bas 1 dusre ke badano me khoye hue the.kamini ne daaya hath peechhe le jake apne guru ka sar apni or khinch kar unhe chuma to chandra sahab ne bhi uski jangh chhod di & uske pet ko tham uski kiss ka jawab dene lage.kamini ki zuban ke jadu ne unke dhakko me aur tezi la di.unke dhakke kuchh zyada hi tez ho gaye.kamini hawa me udi ja rahi thi ki tabhi chandra sahb ne apna lund bahar khinch liya.
kamini ne kiss tod ke unhe dekha to chandra sahab ne uske gaal ko chumte hue fir se uski jangh ko hawa me utha liya & 1 hi dhakke me apne lund ka supada ghusa diya-uski chut me nahi balki gand me,"...oooowwww.....!",kamini ne tadap ke bistar ki chadar ko kas ke pakad liya magar tabhi uska dhyan tv pe chal rahi khabar pe chala gaya,"..Panchmahal me kal Triveni group ke purv vice-president Sri jayant Puranik ke ghar chori ho gayi.abhi kuchh hi din pehle 1 sansanikhez hadse me borneo naam ke pub me hue 1 jhagde me sri puranik ki goli lagne se maut ho gayi thi.."
gand ke kase chhed ke chalte chandra sahab bahut zor se dhakke to nahi laga pa rahe the magar is se unke maze me koi kami nahi aayi thi.jab lund gand ki gehraiyo me utarta to chhed sikud kar mano unhe kisi mutthi me jakad leta & unke lund me 1 masti ki lehar uthati joki unke rom-2 ko nashe se bhar deti.unhone apna daaya hath uski jangh se hataya & use aage le jake uski chut ko apni ungliyo se marne lage.
"..choro ne ghar me rakhe sari nakdi & zevrat pe hath saaf kiya..vardat ke waqt Smt.Puranik & unke bachche ghar se bahar Smt.puranik ke bhai ke ghar pe the..",chandra sahab ki mastani harkato ne kamini ko masti ki oonchaiyo pe pahuncha diya tha.vo karwat pe padi hui bas apne jism ke maze pe dhyan de rahi thi magar is khabar ko bhi usne dimagh ke kisi kone me mehfuz rakh liya tha..ab use yakin hone laga tha ki puranik ki maut 1 hadsa nahi hadse ki shakl me qatl tha.
chandra sahab ka baaya hath uski choochiya masal raha tha & daaya uski chut.vo pagal ho aahe bharti hui apni kamar hilate hue jhad ne lagi.apni shishya ko jhadte dekh chandra sahab ne bhi apne lund pe lagi rok ko khol diya & uski gand ko apne pani se bhar diya.
kuchh palo baad lund jab pura sikud gaya to unhone lund ko gand se dheere se bahar khincha & bistar pe let gaye.kamini ne karwat badli & unke seene pe sar rakh ke let gayi.chandra sahab uske baal sehlane lage to usne bagal me pada apna mobile uthaya & 1 number milaya,"hello,mohsin?"
"hi,kamini ji,aapka kaam ho gaya hai magar main uske bare me aapko kal aapke daftar me bataung."
"thik hai,mohsin..maine tumhe 1 aur kaam dene ke liye fone kiya tha.",vo chandra sahab ke seene ke baalo me ungliya fira rahi thi.
"haan-2,kahiye."
"tum borneo ke malik ke bare me pata kar sakte ho?",usne chandra sahab ke 1 nipple ko chum liya.
"zarur,kal aapko sari information mil jayegi."
"thanx,mohsin.",kamini ne fone kinare kiya & apne guru ke baalo bhare seene me munh chhupa liya.
"Shatrujeet Singh ke ghar me,usi ke bedroom me uski biwi ka qatl ho jana koi khel to hai nahi,Kamini!",Chandra Sahab palang ke headboard se tek lagake baithe the & unki faili taango ke beech unki chhati se apni pith lagaye,unke lund pe apni bhari gand ka dabav dale hue kamini baithi thi.chandra sahab kabhi uske baalo ko chumte to kabhi chehre ko,unke hath badastur uski chhatiyo se khele ja rahe the.
"..tumhara sochna bilkul sahi hai ki isme kisi andar ke aadmi ka hath hai..",unhone uske nipples ko ungliyo ke beech masalte hue uske daaye gaal ko chum liya.
"mujhe to pura yakin hai ki ye kaam Tony ne hi kiya hai.",kamini ne daaya hath peechhe le jake unke sar ko apni gardan se laga diya.
"hmm....uspe to kisi ka bhi shaq ja sakta hai magar tumne kabhi is tarah socha hai ki police bhi sahi ho sakti hai..",unke honth uski gardan se hote hue uske daaye kandhe tak aa gaye the.
"uummm....aap kehna chah rahe hain ki shatrujeet bhi abhi shaq ke dayre se bahar nahi hua hai?"
"bilkul thik..",unhone apna sar uthaya & uski kali,nashili aankho me jhankte hue uski choochiyo ko bahut zor se dabaya,"..ho sakta hai,bekasur hone ka natak kar vo tumhare zariye isme se saaf nikalna chahta ho."
"..oooohhhhhh.....!",kamini ne unki kalai pakad li,"..magar aap hi ne to kaha tha ki vo humesha sach bolta hai..& agar vo bachna chahta hai to apne vakil se sach bolna to sabse seedha tarika hai."
"..lekin tab vakil to uska raaz jaan jayega.",unhone uske rokne ke bavjood uski chhatiyo ko masalna nahi chhoda jiske karan kamini ki chut gili hone lagi thi & vo bahut halke-2 apni kmara hila ke apni gand se unke lund ko dabane lagi thi.
"to kya hua?vakil & client ka to rishta hi aisa hota hai & kanoon bhi manta hai ki vakil & client ke beech ki baate privileged information hoti hain jinhe vakil ko adalat ya duniya ke samne kholne ki bandish nahi hoti."
"..fir bhi agar aadmi shatrujeet singh jaisa izzatdar shakhs ho to vo to aisa nahi chahega na."
"aapne to mujhe & uljha diya.",kamini ghum ke unke samne hui & unke seene pe pyar se mukka mara.uski is ada ne chandra sahab ko bhi mast kar diya,vaise bhi raat ke 11 baj rahe the & kal subah dono ko vapas Panchmahal jana tha & bas aaj ki hi raat thi jab vo is husn ki mallika ke nashile badan ka pura lutf utha sakte the.
unhone kamini ko baaho me bhara & uske hontho ko apne hontho ki giraft me kas liya & use liye-diye bistar pe let gaye & 1 baar fir se vahi mastana khel shuru ho gaya.
----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
"ma'am..ye Mr.Sharma hain,kafi der se aapka intezar kar rahe hain.",kamini ke office me kadam rakhte hi Rashmi ne us se kaha.kamini ne dekha ki rashmi ki desk ke samne lage sofo pe Mohsin Jamal & Mukul ke alawa 1 chhota ladka & vo mr.sharma baithe the.use dekhte hi mr.sharma uth khade hue,"hello,kamini ji.mera naam Raj.Sharma hai & main bhi 1 vakil hu.mujhe aapko Mr.jayant Puranik ka kuchh saman saunpna hai."
Puranik ka naam sunte hi kamini ka matha thanka,"hello,mohsin..agar bura na mano to aap thodi der wait karenge tab tak main mr.sharma se baat kar leti hu."
"haan,zarur,kamini ji.main yaha wait karta hu."
"kahiye,mr.sharma kya chiz hai puranik ji ki jo aap mujhe dena chahte hain."
"kamini ji,apni maut se koi 20-25 din pehle Mr.puranik ne mujh se apni 1 will banwai thi & apne kuchh kagzat mere paas rakhwaye the.unhone jaisi mujhe instructions di thi unke mutabik kal unke will padhe jane ki tarikh thi..",mr.sharma chup ho gaye kyuki tabhi chaprasi aake 2 chai ke cup rakh gaya tha.
"aapne shayad suna ho ki parso raat ko unke ghar chori ho gayi jiski vajah se kal will padhne me der hui & kal sham karib 8 baje hi ye kaam pura ho paya.usi will ke mutabik ye packet mujhe aapke supurd karna hai.",unhone 1 chhota sa carton kamini ke desk pe rakh diya.
"aap unki will ki ye copy padh kar fir in kagazo pe dastkhat kar dijiye ki aapne ye packet receive kar liya hai."
thodi der baad mr.sharma vaha se ja chuke the & kamini soch me dubi hui thi..aakhir aisi kya chiz thi jo puranik ne uske liye rakhi thi..unhone us se kabhi is bare me ya is se judi kisi baat ka kabhi zikr bhi nahi kiya tha..intercom ke bajne se kamini ki soch ka silsila tuta,"haan,rashmi."
"ma'am,mohsin ji ko bheju?"
"haan,bhej do,sath me mukul ko bhi."
"sorry,mohsin.aapko wait karna pada."
"koi baat nahi,kamini ji.",vo uske samne ki kursi pe baith gaya & 1 file uske samne rakh di,"ye rahi aapke diye hue kaam ki detailed report....kamini ji,tony ne shuru me to koi bhi aisa kaam nahi kiya joki batane layak tha magar kal ravivar ko savere church ke bahane 1 aurat se mila & uske sath hotel ke kamre me koi 3 ghante tak bhi raha."
"..mere paas uske hotel ke kamre ki video recording hai joki isme hai..",usne 1 pen drive apni jeb se nikal kar kamini kodi,"..uski & us aurat ki baato se 1 baat to saaf hai kamini ji ki ye kisi ke liye kuchh aisa kaam kar raha hai jiske liye use 1 moti rakam milne vali hai."
"vahi to pata karna hai,mohsin ki vo aadmi aakhir hai kaun!"
"shayad mujhe uska pata chal gaya hai."
"kya?!",kamini & mukul ne 1 sath kaha.
"maine us aurat ka peechha kiya tha.pata hai vo kaha gayi?"
"kaha?"
"Sector-52,Vikas Khand ke 1 makan me.."
"to..?",mukul ne baat samajhne ki nakam koshish ki.
"jis car ne use us makan me chhoda vo vaha se nikli & bagal vale bungle me ghus gayi.car & bungle ka malik 1 hi hai-Jagbir Thukral."
"kya?!",1 baar fir kamini & mukul 1 sath chaunk pade.
"iska matlab tony thukral ka aadmi hai."
"ab ye sabit karna aapka kaam hai,vakil to aap hain.",mohsin uth khada hua.
"thanx,mohsin.tumhe pata nahi mera kitna bada kaam kiya hai tumne!",kamini ne apne bag se nikal ke 1 lifafa use thamaya jisme uski baki ki fees thi.
"thanx,kamini ji.zarurat pade to fir yaad kijiyega.bye!"
"zarur,mohsin.bye!"
kamini mohsin ki report padne hi wali thi ki mukul ne use toka,"ma'am."
"haan."
"aapne 1 computer expert ki baat ki thi na?"
"haan."
"vo bahar baitha hai use bula lu?"
"bulao.",kamini ne report kinare ki & apne bag se vo lipstick cum pendrive nikali.mukul 1 15-16 saal ke ladke ke sath vapas aaya,uske peechhe thodi sehmi rashmi bhi khadi thi.kamini ne teeno ko sawaliya nazro se dekha.
"ma'am yahi hai vo expert,Rajat."
"ye?!",kamini apni hairat ko chhupa nahi payi.ladke ne use aise dekha jaise use bura laga ho,"..i mean..ye to school me padh raha hoga.."
"ji,ma'am.ye school me hi padhta hai,mera chhota bhai hai..",rashmi ne kaha,"..maine to kaha tha magar mukul ne hi zid ki..",usne sakuchate hue kaha.kamini mukul ko aise dekh rahi thi mano keh rahi ho ki use yahi waqt mila tha mazak karne ko!
"ma'am,aap sabko lag raha hoga ki main pagal ho gaya hu..magar please 1 baar rajat ko koshish karne dijiye."
"kamini ko isme kuchh galat nahi laga,"ok.",usne pen drive rajat ko thamayi.
"Vitano 8.",rajat ne pen drive ko liya,"..upar lipstick neeche 8 gb ki drive.",kamini use hairat se dekh rahi thi.usne lipstick ko kai baar ulat-palat ke dekha tha magar use kahi bhi uska naam nahi dikhayi pada tha,"rajat,ispe to kahi iska naam nahi likha."
"ma'am-.."
"ma'am,nahi didi kaho."
"ok,didi.ye bahut mahangi chiz hai..aam dukano me nahi milti..aap company ko requ7est kijiye to aapko di jati hai.iska price bhi bahut zyada hota hai..",rajat ne apni pith se apna bag nikal ke khola & apna laptop nikal ke on kiya,"..ye zarur kisi videshi shahr se kharidi gayi hai.",usne pen drive ko laptop me lagaya.
rajat apne kaam me jut gaya to kamini ne rashmi ki taraf dekh ke uski taraf sar se ishara kiya.rashmi uske samne ki kursi pe baith gayi,"ma'am,ye computers,gadgets & games ke peechhe pagal hai.har waqt inhi chizo me ghusa rehta hai..-"
"..& mobile phones ko bhul gayi,didi.",rajat ne laptop se sar uthaye bina unhe jata diya ki vo unki baate bhi sun raha hai.dono hansne lagi,"achha,rajat is kaam ki kya fees loge?",kamini ne us se puchha.
"koi fees nahi lega,ma'am..& vaise bhi pehle kaam kar payega tab na!",rashmi ne bhai ko aankho se mana karne ka ishara kiya magar rajat ne jaise bahan ko dekha hi na ho,"jo mangunga dengi?"
"rajat!"
"rashmi,bolne do use..",kamini ne use roka,"..bolo rajat main bhi tumhari didi hi hu."
"didi,1 nayi game aayi hai."
"samjho mil gayi."
"thanx,didi."
"ma'am,aap kyu..-",kamini ne hath utha ke rashmi ko khamosh rehne ka ishara kiya.
koi 45 minute ki mashakkat ke baad rajat ne apna laptop kamini ki or ghumaya,"lijiye,didi."
"khul gayi?"
"haan."
kamini ne fauran screen ko dekha,uspe kayi sari video files ke icons dikh rahe the.kamini ne screen ko pura apni or kar liya,"rashmi,rajat ko kuchh khilao,bhai.mujhe to lagta hai infiles ko check karne me thoda samay lagega."
"tab to didi,mera laptop mujhe de dijiye..",rajat ne pen drive nikali,"..ab ise kisi bhi computer pe chalaiye,koi problem nahi hogi."
rajat rashmi ke sath bahar jane laga,"rashmi,abhi ise ghar mat jane dena.shayad ye humara 1 aur kaam bhi kar de."
"ji,ma'am.",kamini ke dimagh me rajat ke liye 1 aur kaam bhi aa gaya tha.usne apne laptop me lagake pen drive me stored 1 video file kholi & fir jo usne dekha,us se uska munh hairat me khul gaya & aankhe bhi aashcharya se fail gayi..ab uski samajh me bahut kuchh aa gaya tha.usne dheere-2 karke sari video files dekh dali,fir mukul ko intercom ke zariye apne cabin me bulaya,"mukul hume Borneo jana hoga,rajat bhi humare sath chalega."
Tags = राज शर्मा की कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ Raj sharma stories , kaamuk kahaaniya , rajsharma हिंदी सेक्सी कहानिया चुदाई की कहानियाँ उत्तेजक कहानिया Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स | सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स | vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा | सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such | सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई | एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein | चुटकले चुदाई के | चुटकले व्यस्कों के लिए | pajami kese banate hain | चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा | सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai | payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ | हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी | हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai | mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना,
No comments:
Post a Comment