Saturday, June 5, 2010

साली ने संभाला पार्ट--2

raj sharma stories


साली ने संभाला पार्ट--2
गतान्क से आगे.....................
वह बोल उठी। "हाय जीजू.... ये आप क्या कर रहे है... मेरी चूत क्यो चाट रहे है...आ... मैं पागल हो जाऊंगी... ओह.... मेरे अच्छे जीजू... हाय... मुझे ये क्या होता जा रहा है॥" कामिनी मस्ती मे अपनी कमर को ज़ोर ज़ोर से आगे पीछे करते हुए मेरे लॅंड को चूस रही। उसके मूह से थूक निकल कर मेरी जाँघो को गीला कर रहा था. मैने भी चाट-चाट कर उसकी चूत को थूक से तर कर दिया था. करीब 10 मिनट तक हम जीजा- साली ऐसे ही एक दूसरे को चूसते चाटते रहे. हम लोगो का पूरा बदन पसीने से भीग चुका था. अब मुझसे सहा नही जा रहा था. मैने कहा. " कामिनी साली अब और बर्दाश्त नही होता. टू सीधी होकर, अपनी टांगे फैला कर लेट जा. अब मैं तुम्हारी चूत मे लॅंड घुसा कर तुम्हे चोदना चाहता हू. मेरी इस बात को सुन कर कामिनी डर गयी. उसने अपनी टांगे सिकोड कर अपनी बुर् को छुपा लिया और घबरा कर बोली. "नही जीजू, प्लीज़ा ऐसा मत कीजिए.मेरी चूत अभी बहुत छ्होटी है और आपका लॅंड बहुत लंबा और मोटा है.मेरी बुर फट जाएगी और मैं मर जाऊंगी. प्लीज़ इस ख़याल को अपने दिमाग़ से निकाल दीजिए.मैने उसके चेहरे को हाथो मे लेकर उसके होतो पर एक प्यार भरा चुंबन जड़ते हुए कहा. "डरने की कोई बात नही है कामिनी. मैं तुम्हारा जीजा हू और तुम्हे बहुत प्यार करता हू. मेरा विश्वास करो मैं बड़े ही प्यार से धीरे धीरे चोदुगा और तुम्हे कोई तकलीफ़ नही होने दूँगा.लेकिन जीजू, आपका इतना मोटा लॅंड मेरी छ्होटी सी बुर मे कैसे घुसेगा? इसमे तो उंगली भी नही घुस पाती है." कामिनी ने घबराए हुए स्वर मे पूछा.इसकी चिंता तुम छोड़ दो कामिनी और अपने जीजू पर भरोसा रखो. मैं तुम्हे कोई तकलीफ़ नही होने दूँगा." मैने उसके सर पर प्यार से हाथ फेरते हुए भरोसा दिलाया.मुझे आप पर पूरा भरोसा है जीजू, फिर भी बहुत डर लग रहा है. पता नही क्या होने वाला है." कामिनी का डर कम नही हो पा रहा था. मैने उसे फिर से धाँढस दिया. "मेरी प्यारी साली, अपने मन से सारा डर निकाल दो और आराम से पीठ के बल लेट जाओ. मैं तुम्हे बहुत प्यार से चोदून्गा. बहुत मज़ा आएगा.ठीक है जीजू, अब मेरी जान आपके हाथो मे है." कामिनी इतना कहकर पलंग पर सीधी होकर लेट गयी लेकिन उसके चेहरे से भय सॉफ झलक रहा था. मैने पास की ड्रेसिंग टेबल से वैसलीन की शीशी उठाई. फिर उसकी दोनो टाँगो को खींच कर पलंग से बाहर लटका दिया. कामिनी डर के मारे अपनी चूत को जाँघो के बीच दबा कर छुपाने की कोशिश कर रही थी. मैने उन्हे फैला कर चौड़ा कर दिया और उसकी टाँगो के बीच खड़ा हो गया. अब मेरा तना हुआ लॅंड कामिनी की छ्होटी सी नाज़ुक चूत के करीब हिचकोले मार रहा था. मैने धीरे से वैसलीन लेकर उसकी चूत मे और अपने लॅंड पर चिपोड ली ताकि लॅंड घुसाने मे आसानी हो. सारा मामला सेट हो चुका था. अपनी कमसिन साली की मक्खन जैसी नाज़ुक बुर को चोदने का मेरा बरसो पुराना ख्वाब पूरा होने वाला था. मैं अपने लॅंड को हाथ से पकड़ कर उसकी चूत पर रगड़ने लगा. कठोर लॅंड की रगड़ खाकर थोड़ी ही देर मे कामिनी की फुददी (क्लितोरिस) कड़ी हो कर तन गयी. वो मस्ती मे कापने लगी और अपने चूतड़ को ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगी.बहुत अच्छा लग रहा है जीजू....... ओ॥ऊ... ओ..ऊओह ..आ बहुत मज़ा आआअरहा है... और रगड़िए जीजू...तेज तेज रगड़िए.... " वो मस्ती से पागल होने लगी थी और अपने ही हाथो से अपनी चूचियो को मसलने लगी थी. मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था. मैं बोला.मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा है साली. बस ऐसे ही साथ देती रहो. आज मैं तुम्हे चोदकर पूरी औरत बना दूँगा. " मैं अपना लॅंड वैसे ही लगातार उसकी चूत पर रगड़ता जा रहा था. वो फिर बोलने लगी. "हाय जीजू जी...ये आपने क्या कर दिया...ऊऊओ. .मेरे पूरे बदन मे करंट दौड़ रहा है.......मेरी चूत के अंदर आग लगी हुई है जीजू... अब सहा नही आता.. ऊवू जीजू जी... मेरे अच्छे जीजू.... कुछ कीजिए ना.. मेरे चूत की आग बुझा दीजिए....अपना लॅंड मेरी बर मे घुसा कर चोदिये जीजू...प्लीज़. . जीजू...चोदो मेरी चूत को.लेकिन कामिनी, तुम तो कह रही थी की मेरा लॅंड बहुत मोटा है, तुम्हारी बुर फट जाएगी. अब क्या हो गया?" मैने यू ही प्रश्न किया.ओह जीजू, मुझे क्या मालूम था कि चुदाई मे इतना मज़ा आता है. आआआः अब और बर्दाश्ता नही होता." कामिनी अपनी कमर को उठा-उठा कर पटक रही थी.हाई जीजू.... ऊऊऊः... आग लगी है मेरी चूत के अंदर .. अब देर मत कीजिए.... अब लॅंड घुसा कर चोदिये अपनी साली को... घुसेड दीजीये अपने लॅंड को मेरी बुर के अंदर... फट जाने दीजिए इसको ....कुछ भी हो जाए मगर चोदिये मुझे " कामिनी पागलो की तरह बड़बड़ाने लगी थी. मैं समझ गया, लोहा गरम है इसी समय चोट करना ठीक रहेगा. मैने अपने फनफनाए हुए कठोर लॅंड को उसकी चूत के छोटे से छेद पर अच्छी तरह सेट किया. उसकी टाँगो को अपने पेट से सटा कर अच्छी तरह जाकड़ लिया और एक ज़ोर दार धक्का मारा.अचानक कामिनी के गले से एक तेज चीख निकली. "आआआआआआआः. ..बाप रीईईई... मर गयी मई.... निकालो जीजू..बहुत दर्द हो रहा है....बस करो जीजू... नही चुदवाना है मुझे....मेरी चूत फट गयी जीजू... छोड़ दीजिए मुझे अब...मेरी जान निकल रही है." कामिनी दर्द से बहाल होकर रोने लगी थी. मैने देखा, मेरे लंड का सुपाड़ा उसकी चूत को फाड़ कर अंदर घुस गया था. और अंदर से खून भी निकल रहा था. अपनी दुलारी साली को दर्द से बिलबिलाते देख कर मुझे दया तो बहुत आई लेकिन मैने सोचा अगर इस हालत मे मे उसे छोड़ दूँगा तो वो दुबारा फिर कभी इसके लिए राज़ी नही होगी. मैने उसे हौसला देते हुए कहा. " बस साली थोड़ा और दर्द सह लो. पहली बार चुदवाने मे दर्द तो सहना ही पड़ता है. एक बार रास्ता खुल गया तो फिर मज़ा ही मज़ा है" मैं कामिनी को धीरज देने की कोशिश कर रहा था मगर वो दर्द से छटपटा रही थी.मैं मर जाऊंगी जीजू... प्लीज़ मुझे छोड़ दीजिए...बहुत ज़्यादा दर्द हो रहा है.. प्लीज़ जीजू..निकाल लीजिए अपना लॅंड." कामिनी ने गिड़गिदाते हुए अनुरोध किया. लेकिन मेरे लिए ऐसा करना मुमकिन नही था. मेरी साली कामिनी दर्द से रोटी बिलखती रही और मैं उसकी टाँगो को कस कर पकड़े हुए अपने लॅंड को धीरे धीरे आगे पीछे करता रहा. थोड़ी थोड़ी देर पर मे लॅंड का दबाव थोड़ा बढ़ा देता था ताकि वो थोड़ा और अंदर चला जाए. इस तरह से कामिनी तकरीबन 15 मिनट तक तड़पती रही और मैं लगातार धक्के लगाता रहा. कुछ देर बाद मैने महसूस किया की मेरी साली का दर्द कुच्छ कम हो रहा था. दर्द के साथ साथ अब उसे मज़ा भी आने लगा था क्योकि अब वा अपने चूतड़ को बड़े ही लय-ताल मे उपर नीचे करने लगी थी.उसके मूह से अब कराह के साथ साथ सिसकारी भी निकालने लगी थी. मैने पूछा. "क्यो साली, अब कैसा लग रहा है? क्या दर्द कुछ कम हुआ?हा जीजू, अब थोडा थोड़ा अच्छा लग रहा है. बस धीरे धीरे धक्के लगाते रहिए. ज़्यादा अंदर मत घुसाईएगा. बहुत दुखाता है." कामिनी ने हान्फ्ते हुए स्वर मे कहा. वह बहुत ज़्यादा लस्त पस्त हो चुकी थी.ठीक है साली, तुम अब चिंता छोड़ दो. अब चुदाई का असली मज़ा आएगा." मैं हौले हौले धक्के लगाता रहा. कुछ ही देर बाद कामिनी की चूत गीली होकर पानी छोड़ने लगी.मेरा लॅंड भी अब कुछ आराम से अंदर बाहर होने लगा. हर धक्के के साथ फॅक-फॅक की आवाज़ आनी शुरू हो गयी. मुझे भी अब ज़्यादा मज़ा मिलने लगा था. कामिनी भी मस्त हो कर चुदाई मे मेरा सहयोग देने लगी थी. वो बोल रही थी.अब अच्छा लग रहा है जीजू, अब मज़ा आ रहा है.ओह जीजू..ऐसे ही चोदते रहिए. और अंदर घुसा कर चोदिये जीजू..आ आपका लंड बहुत मस्त है जीजू जी. बहुत सुख दे रहा है. कामिनी मस्ती मे बड़बदाए जा रही थी.मुझे भी बहुत आराम मिल रहा था. मैने भी चुदाई की स्पीड बढ़ा दी. तेज़ी से धक्के लगाने लगा. अब मेरा लगभग पूरा लॅंड कामिनी की चूत मे जा रहा था मैं भी मस्ती के सातवे आसमान पर पहुच गया और मेरे मूह से मस्ती के शब्द फूटने लगे.हाई कामिनी.मेरी प्यारी साली.मेरी जान..आज तुमने मुझ से चुदवा कर बहुत बड़ा उपकार किया है..हा..साली..तुम्हारी चूत बहुत टाइट है..बहुत मस्त है..तुम्हारी चूची भी बहुत कसी कसी है.ओह्ह.बहुत मज़ा आ रहा है. कामिनी अपने चूतड़ उछाल-उछाल कर चुदाई मे मेरी मदद कर रही थी. हम दोनो जीजा साली मस्ती की बुलंदियो को छू रहे थे. तभी कामिनी चिल्लाई.जीजू.. मुझे कुछ हो रहा है..आ हह.जीजू.. मेरे अंदर से कुछ निकल रहा है..ऊहह..जीजू..मज़ा आ गया..ह..उई..माअं.. कामिनी अपनी कमर उठा कर मेरे पूरे लॅंड को अपनी बुर के अंदर समा लेने की कोशिश करने लगी. मैं समझ गया की मेरी साली का क्लाइमॅक्स आ गया है. वह झाड़ रही थी. मुझ से भी अब और सहना मुश्किल हो रहा था. मैं खूब तेज-तेज धक्के मार कर उसे चोदने लगा और थोड़ी ही देर मे हम जीजा साली एक साथ स्खलित हो गये. बरसो से ईकात्ठा मेरा ढेर सारा वीर्य कामिनी की चूत मे पिचकारी की तरह निकल कर भर गया. मैं उसके उपर लेट कर चिपक गया. कामिनी ने मुझे अपनी बाँहो मे कस कर जाकड़ लिया. कुछ देर तक हम दोनो जीजा-साली ऐसे ही एक दूसरे के नंगे बदन से चिपके हान्फ्ते रहे. जब साँसे कुछ काबू मे हुई तो कामिनी ने मेरे होठ पर एक प्यार भर चुंबन लेकर पूछा. "जीजू, आज आपने अपनी साली को वो सुख दिया है जिसके बारे मे मैं बिल्कुल अंजान थी. अब मुझे इसी तरह रोज चोदियेगा. ठीक है ना जीजू?" मैने उसकी चूचियो को चूमते हुए जबाब दिया. "आज तुम्हे चोद्कर जो सुख मिला है वो तुम्हारी जीजी को चोद्कर कभी नही मिला. तुमने आज अपने जीजू को तृप्त कर दिया." वह भी बड़ी खुश हुई और कहने लगी आप ने मुझे आज बता दिया कि औरत और मर्द का क्या संबंद होता है. वह मेरे सीने से चिपकी हुई थी और मैं उसके रेशमी ज़ुल्फो से खेल रहा था. मैने साली से कहा मेरा लंड को पकड़ कर रखो. उसके हाथो के सपर्श से फिर मेरा लंड खड़ा होने लगा, फिर से मेरे मे काम वासना जागृत होने लगी.जब फिर उफहान पर आ गया तो मैने अपनी साली से कहा पेट के बल लेट जाओ. उसने कहा क्यू जीजू? मैने कहा इस बार तेरी चूतर मारनी है. वह सकपका गयी और कहने लगी कल मार लेना. मैने कहा आज सब को मार लेने दो कल पता नही में रहूं कीं आ रहूं. यह सुनते ही उसने मेरा मूह बंद कर लिया और कहा “आप नही रहेंगे तो मैं जीकर क्या करूँगी”. वह पेट के बल लेट गयी. मैने उसकी चूतर के होल पर वसलीन लगाया और अपने लंड पर भी, और धीरे से उसकी नाज़ुक चूटर के होल मे डाल दिया. वह दर्द के मारे चीलाने लगी और कहने लगी “निकालिए बहुत दर्द हो रहा है”, मैने कहा सब्र करो दर्द थोड़ी देर मे गायब हो जाएगा. उसकी चूतर फॅट चुकी थी और खून भी बह रहा था. लेकिन मुझपर तो वासना की आग लगी थी. मैने एक और झटका मारा और मेरा पूरा लंड उसके चूतर मे घुस गया. मैं अपने लंड को आगे पीछे करने लगा. उसका दर्द भी कम होने लगा. फिर हम मस्ते मे खो गये. कुछ देर बाद हम झाड़ गये. मैने लंड को उसके चूतर से निकालने के बाद उसको बाँहो मे लिया और लेट गया. हम दोनो काफ़ी थक गये थे.बहुत देर तक हम जीजा साली एक दूसरे को चूमते-चाटते और बाते करते रहे और कब नींद के आगोश मे चले गये पता ही नही चला. सुभह जब मेरी आँखें खुली मैने देखा साली मेरे नंगे जिस्म से चिपकी हुई है. मैने उसको धीरे से हटा कर सीधा किया, उसकी फूली हुई चूत और सूजी हुई चूतर पर नज़र पड़ी, रात भर की चुदाई से काफ़ी फूल गये थे. बिस्तर पर खून भी पड़ा था जो साली के चूत और चूतर से निकला था. मेरी साली अब वर्जिन नही रही. नंगे बदन को देखते ही फिर मेरी काम अग्नि बढ़ गयी. धीरे से मैने उसके गुलाबी चूत को अपने होंटो से चूमने लगा. चूत पर मेरे मूह का स्पर्श होते ही वह धीरे धीरे नीद से जगाने लगी, उसने मुझे चूत को बेतहासा चूमता देख शरम से आँखें बंद कर ली. समझ गयी फिर रात का खेल होगा फिर जीजा साली का प्यार होगा. इसके4 बाद तो कामिनी मेरी बीवी की तरह रहने लगी, जब उसके घर के लोग उसे ले जाने के लिए 3 महीने के बाद आए तो मैने उनसे कहा कि मुन्ना अब कामिनी के साथ बहुत मिल जुल गया है और कामिनी भी इस घर का सब कुछ समझ गयी है अगर आपको ऐतराज़ ना हो तो कामिनी को और कुछ दिन यही रहने दीजिए.. जब इसकी शादी पक्की हो तो इसे ले जाना. इस तरह कामिनी मेरे पास रुक गयी और एक साल के बाद मैने ही कामिनी से शादी कर लिया. अब तो कामिनी भी मा बनाने वाली है, एंड Sali ne Sambhala paart--2 gataank se aage..................... Vah bol uthee. "haay jeeju.... Ye aap kyaa kar rahe hai... Meree choot kyo chaat rahe hai...aah... Mai paagal ho jaaoongee... Oh.... Mere achche jeeju... Haay... Mujhe ye kyaa hotaa jaa rahaa hai.." Kamini mastee me apanee kamar ko jor jor se aage peeche karate hue mere land ko choos rahee. Usake muh se thook nikal kar meree jaangho ko geelaa kar rahaa thaa. Maine bhee chaat-chaat kar usakee choot ko thook se tar kar diyaa thaa. Kareeb 10 minat tak ham Jija- saalee aise hee ek doosare ko choosate chaatate rahe. Ham logo ka pooraa badan paseene se bheeg chukaa thaa. Ab mujhase sahaa nahee jaa rahaa thaa. Maine kahaa. " Kamini saalee ab aur bardaasht nahee hotaa. Too seedhee hokar, apanee taange failaa kar let jaa. Ab mai tumhaaree choot me land ghusaa kar tumhe chodnaa chaahataa hoo. Meree is baat ko sun kar Kamini dar gayee. Usane apanee taange sikod kar apanee bur ko chhupaa liyaa aur ghabaraa kar bolee. "nahee jeeju, pleeja aisaa mat keejiye.Meree choot abhee bahut chhotee hai aur aapakaa land bahut lambaa aur motaa hai.Meree bur fat jaayegee aur mai mar jaaoongee. Please is khayaal ko apane dimaag se nikaal deejiye.Maine usake chehare ko haatho me lekar usake hotho par ek pyaar bhara chumban jadte hue kahaa. "darane kee koee baat nahee hai Kamini. Mai tumhaaraa jija hoo aur tumhe bahut pyaar karataa hoo. Meraa vishwaas karo mai bade hee pyaar se dheere dheere chodugaa aur tumhe koee takleef nahee hone doongaa.lekin jeeju, apakaa itanaa motaa land meree chhotee see bur me kaise ghusegaa? Isame to ungalee bhee nahee ghus paatee hai." Kamini ne ghabaraaye hue swar me poochaa.isakee chintaa tum chod do Kamini aur apane jeeju par bharosaa rakho. Mai tumhe koee takaleef nahee hone doongaa." Maine usake sar par pyaar se haath ferate hue bharosaa dilaayaa.mujhe aap par pooraa bharosaa hai jeeju, fir bhee bahut dar lag rahaa hai. Pataa nahee kyaa hone vaalaa hai." Kamini kaa dar kam nahee ho paa raha thaa. Maine use fir se dhaandhas diyaa. "meree pyaaree saalee, apane man se saaraa dar nikaal do aur aaraam se peeth ke bal let jaao. Mai tumhe bahut pyaar se chodoongaa. Bahut majaa aayegaa.theek hai jeeju, ab meree jaan aapake haatho me hai." Kamini itanaa kahakar palang par seedhee hokar let gayee lekin usake chehare se bhay saaf jhalak rahaa thaa. Maine paas kee dresing tebala se vaisleen kee sheeshee uthaaee. Fir usakee dono taango ko kheench kar palang se baahar latakaa diyaa. Kamini dar ke maare apanee choot ko jaangho ke beech dabaa kar chupane kee koshish kar rahee thee. Maine unhe failaa kar chaudaa kar Diyaa aur usakee taango ke beech khadaa ho gayaa. Ab mera tanaa hua land Kamini kee chhotee see naajuk choot ke kareeb hichkole maar rahaa thaa. Maine dheere se vaisleen lekar usakee choot me aur apane land par chipod lee taaki land Ghusaane me aasaanee ho. Saaraa maamalaa set ho chukaa thaa. Apanee kamsin saalee kee makkhan jaisee naajuk bur ko chodane kaa mera barso puraanaa khwaab pooraa hone vaalaa thaa. Mai apane land ko haath se pakad kar usakee choot par ragadne lagaa. Kathor land kee ragad khaakar thodee hee der me Kamini kee fuddee (klitoris) kadee ho kar tan gayee. Vo mastee me kaapane lagee aur apane chootad ko jor jor se hilaane lagee.bahut achchaa lag rahaa hai jeeju....... O..oo... O..ooohh ..aah bahut majaa aaaaarahaa hai... Aur ragadiye jeeju...tej tej ragadiye.... " Vo mastee se paagal hone lagee thee aur apane hee haatho se apanee choochiyo ko masalane lagee thee. Mujhe bhee bahut majaa aa raha thaa. Mai bolaa.mujhe bhee bahut majaa aa rahaa hai saalee. Bas aise hee saath detee raho. Aaj mai tumhe chodakar pooree aurat banaa doongaa. " mai apanaa land vaise hee lagaataar usakee choot par ragadtaa jaa rahaa thaa. Vo fir bolane lagee. "haay jeeju jee...ye aapane kyaa kar diyaa...oooooh. .mere poore badan me karant daud rahaa hai.......meree choot ke andar aag lagee huee hai jeeju... Ab sahaa nahee aataa.. Ooooh jeeju jee... Mere achche jeeju.... Kuch keejiye na.. Mere choot kee aag bujhaa deejiye....apanaa land meree bur me ghusaa kar chodiye jeeju...please. . Jeeju...chodo meree choot ko.lekin Kamini, tum to kah rahee thee kee meraa land bahut motaa hai, tumhaaree bur fat jaayegee. Ab kyaa ho gayaa?" Maine yu hee prashna kiyaa.oh jeeju, mujhe kyaa maalum thaa ki chudaaee me itanaa majaa aataa hai. Aaaaaah ab aur bardaashta nahee hotaa." Kamini apanee kamar ko uthaa-uthaa kar patak rahee thee.haee jeeju.... Ooooooh... Aag lagee hai meree choot ke andar .. Ab der mat keejiye.... Ab land ghusaa kar chodiye apanee saalee ko... Ghused deejeeye apane land ko meree bur ke andar... Fat jaane deejiye isko ....kuch bhee ho jaaye magar chodiye mujhe " Kamini paagalo kee tarah badbadaane lagee thee. Mai samajh gayaa, lohaa garam hai isee samay chot karanaa theek rahegaa. Maine apane fanafanaaye huye kathor land ko usakee choot ke chote se ched par achchee tarah set kiyaa. Usakee taango ko apane pet se sataa kar achchee tarah jakad liyaa aur ek jor daar dhakkaa maaraa.Achaanak Kamini ke gale se ek tej cheekh nikalee. "aaaaaaaaaaaaah. ..baap reeeeeeee... Mar gayee mai.... Nikaalo jeeju..bahut dard ho raha hai....bas karo jeeju... Nahee chudawaanaa hai mujhe....meree choot fat gayee jeeju... Chod deejiye mujhe ab...meree jaan nikal rahee hai." Kamini dard se behaal hokar rone lagee thee. Maine dekhaa, mere land kaa supaadaa usakee choot ko faad kar andar ghus gayaa thaa. Aur andar se khoon bhee nikal rahaa thaa. Apanee dulaaree saalee ko dard se bilbilaate dekh kar mujhe dayaa to bahut aayee lekin maine sochaa agar is haalat me mai use chod dungaa to wo dubaaraa fir kabhee isake liye raajee nahee hogee. Maine use hausalaa dete hue kahaa. " bas saalee thodaa aur dard sah lo. Pahalee baar chudawaane me dard to sahanaa hee padataa hai. Ek baar raastaa khul gayaa to fir majaa hee majaa hai" mai Kamini ko dheeraj dene kee koshish kar rahaa thaa magar wo dard se chatapataa rahee thee.mai mar jaaoongee jeeju... Pleej mujhe chod deejiye...bahut jyaadaa dard ho rahaa hai.. Pleej jeeju..nikaal leejiye apanaa land." Kamini ne gidgidaate hue anurodh kiyaa. Lekin mere liye aisaa karanaa mumakin nahee thaa. Meree saalee Kamini dard se rotee bilakhatee rahee aur mai usakee taango ko kas kar pakade hue apane land ko dheere dheere aage peeche karataa rahaa. Thodee thodee der par mai land ka dabaav thodaa badhaa detaa tha taaki wo thodaa aur andar chalaa jaaye. Is tarah se Kamini takareeban 15 minata tak tadapatee rahee aur mai lagaataar dhakke lagaataa rahaa. Kuch der baad maine mahasoos kiyaa kee meree saalee kaa dard kuchh kam ho rahaa thaa. Dard ke saath saath ab use majaa bhee aane lagaa thaa kyoki ab wah apane chootad ko bade hee lay-taal me upar neeche karane lagee thee.Usake muh se ab karaah ke saath saath siskaaree bhee nikalane lagee thee. Maine poochaa. "kyo saalee, ab kaisaa lag raha hai? Kyaa dard kuch kam huaa?Haa jeeju, ab thodaa thodaa achchaa lag raha hai. Bas dheere dheere dhakke lagaate rahiye. Jyaadaa andar mat ghusaaeeyegaa. Bahut dukhataa hai." Kamini ne haanfte hue swar me kahaa. Vah bahut jyadaa last past ho chukee thee.theek hai saalee, tum ab chinata chod do. Ab chudaaee kaa asalee majaa aayegaa." Mai haule haule dhakke lagaataa rahaa. Kuch hee der baad Kamini kee choot geelee hokar paanee chodne lagee.Meraa land bhee ab kuch aaraam se andar baahar hone lagaa. Har dhakke ke saath fach-fach kee aawaaj aanee shuru ho gayee. Mujhe bhee ab jyaadaa majaa milane lagaa thaa. Kamini bhee mast ho kar chudaaee me meraa sahayog dene lagee thee. Vo bol rahee thee.ab achchaa lag raha hai jeeju, ab majaa aa raha hai.oh jeeju..Aise hee chodate rahiye. Aur andar ghusaa kar chodiye jeeju..aah aapkaa land bahut mast hai jeeju jee. Bahut sukh de rahaa hai. Kamini mastee me badbadaaye jaa rahee thee.Mujhe bhee bahut aaraam mil rahaa thaa. Maine bhee chudaaee kee speed badhaa dee. Tejee se dhakke lagaane lagaa. Ab meraa lagabhag pooraa land Kamini kee choot me jaa rahaa thaa mai bhee mastee ke saatawe aasamaan par pahuch gayaa aur mere muh se mastee ke shabd footane lage.haee Kamini.meree pyaaree saalee.meree jaan..aaj tumane mujh se chudawaa kar bahut badaa upakaar kiyaa hai..haa..saalee..tumhaaree choot bahut tight hai..bahut mast hai..tumharee choochee bhee bahut kasee kasee hai.Ohh.bahut maja aa rahaa hai. Kamini apane chootad uchaal-uchaal kar chudaaee me meree madad kar rahee thee. Ham dono jija saalee mastee kee bulandiyo ko choo rahe the. Tabhee Kamini chillaayee.jeeju.. Mujhe kuch ho rahaa hai..aah hhh.jeeju.. Mere andar se kuch nikal rahaa hai..oohh..jeeju..maja aa gayaa..hh..uuee..maaan.. Kamini apanee kamar uthaa kar mere poore land ko apanee bur ke andar samaa lene kee koshish karane lagee. Mai samajh gayaa ki meree saalee kaa climax aa gayaa hai. Vah jhad rahee thee. Mujh se bhee ab aur sahanaa mushkil ho rahaa thaa. Mai khoob tej-tej dhakke maar kar use chodane lagaa aur thodee hee der me ham Jija saalee ek saath skhalit ho gaye. Baraso se eekatthaa mera dher saaraa veerya Kamini kee choot me pichakaaree kee tarah nikal kar bhar gayaa. Mai usake upar let kar chipak gayaa. Kamini ne mujhe apanee baanho me kas kar jakad liyaa. Kuch der tak ham dono jija-saalee aise hee ek dusare ke nange badan se chipake haanfte rahe. Jab saanse kuch kaaboo me huee to Kamini ne mere hotho par ek pyaar bhar chumban lekar poochaa. "jeeju, aaj aapane apanee saalee ko wo sukh diyaa hai jisake baare me mai bilkul anjaan thee. Ab mujhe isee tarah roj chodiyegaa. Theek hai na jeeju?" Maine usakee choochiyo ko choomate hue jabaab diyaa. "aaj tumhe chodkar jo sukh milaa hai wo tumharee jiji ko chodkar kabhee nahee milaa. Tumane aaj apane jeeju ko tript kar diyaa." Wah bhi badi khush hui aur kehane lagi aap ne mujhe aj bata diya ki aurat aur mard ka kya samband hota hai. Wah mere seene se chipki hui thi aur main uske reshami julfo se khel raha tha. Maine saali se kaha mera land ko pakad kar rakho. Uske hatho ke saparsh se phir mera land khada hone laga, phir se mere me kaam vasana jagrit hone lagi.Jab phir ufhan par aa gaya to maine apni saali se kaha pet ke bal let jao. Usne kaha kyu jeeju? Maine kaha is bar teri chutar marni hai. Wah sakpaka gayi aur kehane lagi kal mar lena. Maine kaha aaj sab ko mar lene do kal pata nahi mein rahoon kin a rahoon. Yeh sunte hi usne mera muh band kar liya aur kaha “aap nahi rahenge to main jeekar kya karoongi”. Wah pet ke bal let gayi. Maine uski chutar ke hole par vaslin lagaya aur apne land par bhi, aur dheere se uski najuk chutar ke hole me dal diya. Wah dard ke mare chilane lagi aur kehane lagi “nikaliye bahut dard ho raha hai”, Maaine kaha sabr karo dard thodi der me gayab ho jayega. Uski chutar phat chuki thi aur khoon bhi beh raha tha. Lekin mujhpar to vasana ki aag lagi thi. Maine ek aur jhataka mara aur mera pura land uske chutar me ghus gaya. Main apne land ko aage peeche karne laga. Uska dard bhi kam hone laga. Phir ham maste me kho gaye. Kuch der bad ham jhad gaye. Maine land ko uske chutar se nikalne ke baad usko baho me liya aur let gaya. Ham dono kafi thak gaye the.Bahut der tak ham jija saalee ek dusare ko choomate-chaatate aur baate karate rahe aur kab neend ke aagosh me chale gaye pataa hee nahee chalaa. Subhah jab meri aankhein khuli maine dekha saali mere nange jism se chipki hui hai. Maine usko deere se hata kar sidha kiya, uski puli hui choot aur suji hui chutar par nazar padi, raat bhar ki chudai se kafi phool gaye the. Bistar par khoon bhi pada tha jo saali ke choot aur chutar se nikala tha. Meri saali ab virgin nahi rahi. Nange badan ko dekhate hi phir meri kaam agni bad gayi. Dheere se maine uske gulabi choot ko apne hoto se chumne laga. Choot par mere muh ka sparsh hote hi wah dheere dheere need se jagane lagi, Usne mujhe choot ko betahasa chumta dekh sharam se aankhein band kar li. Samajh gayi phir raat ka khel hoga phir Jija saali ka pyaar hoga. Iske4 baad to kamini meri biwi ki tarah rehane lagi, jab uske ghar ke log use le jane ke liye 3 mahine ke baad aye to maine unse kaha ki Munna ab Kamini ke sath bahut mil jul gaya hai aur Kamini bhi is ghar ka sab kuch samajh gayi hai agar apko aitraz na ho to kamini ko aur kuch din yahi rehane dijiye.. jab iski shadi pakki ho to ise le jana. Is tarah kamini mere paas ruk gayi aur ek saal ke baad maine hi kamini se shadi kar liya. Ab to Kamini bhi maa banane wali hai, end

















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