Sunday, June 13, 2010

हिंदी कहानियाँ -प्यार का रिश्ता --4

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प्यार का रिश्ता --4

मैने भी कई दीनो से वाइफ को भी नही चोदा था सो मेरा भी लंड खड़ा हो गया... शुचि ने मेरे पॅंट का बटन खोला और ज़िप खोल कर पेंट नीचे सरकया...पेंट के नीचे मैं चड्डी नही पहने हुए था जिसके कारण लंड सीधा झूल गया ....



" वाउ!!!!! वॉट आ मॅसिव मॉन्स्टर'.... .....



उम्म्म्मम पूछ...पुचह उअह्ह्हाआ... ... करते हुए उसने मेरे लंड की टोपी को मूह मे लेकर चुस्सा और पूची दी... मेरा लंड खूबसूरत और गरम होंठो का स्पर्श पाकर घमंड से और अकड़ गया ........



मैने अपनी टीशर्ट निकाल दी और सूची के बदन पर अपने चुंबन के निशान छोड़ने लगा... मैने शिवानी के जैसे पिन पॉइंट को टटोला तो वो कसमसा गई....

हाई मनु( वो अब जीजू से मनु पर आ गई थी) तुम जानते हो औरत को खुस करना...... उम्म्म्मम आआआ और करो मैं जन्नत मे जा रही हू .....

मैं शिवानी के कान के पीछे लीक कर रहा था और उसकी चूत के अगाल बगल और बूब्स के कोनो पर टेंडर मसाज कर रहा था.... सूची की चूत से उसका पानी ऐसे निकल रहा था जैसे वो मूत रही हू...... मैने जैसे ही उसके मम्मो और इन्नर थाइस को अपने कब्ज़े मे लिया वो जोरो से कसमसा गई..... मैने सूची की ब्रा को फाड़ दिया और एक निपल को चूसने लगा और शुचि की बुर मे उंगली डाल कर उसे उंगली से स्क्रू जैसे चोदने लगा... मेरी उंगलिया कुछ मुलायम भी है उन्मै मास्स बहुत है और हड्डी कड़क सो उसकी चूत को मखमली ऐएहसास मिल रहा था.....

सूची कह रही थी जीजू मेरे प्यारे मनु .. मेरी चूत के राजा.... मैं तड़प रही हू.... मैं कई दीनो पहले चुदी थी तब से ऐसे तगड़े लंड से चुदवाने को तड़प रही हू पहले मेरे को चोदो...... सूची नेमेरे लंड को पकड़ कर अपनी चूत पर टीकाया.....मैने सूची को दीवान के कॉर्नर पर खीचा और उसके पैर उसकी छाती से चिपकाए और लंड उसकी चूत पर रगड़ा जिससे सूची और चुदासी होकर तड़पने लगी और मुझे गालिया देने लगी.... अरे भोसड़ी वाले मुझे तडपा क्यों रहा है चोद ना.... मैं शिवानी नही हू जो मैं रुक जाऊंगी और मान जाऊंगी... मुझे तुमसे चुदवाना ही है..... उम्म्म जल्दी पेल.....



मैने शिवानी की गीली चूत का स्वाद अभी तक नही लिया था.. सो उसकीचूत पर दो उंगलिया घूमाकर उनको सूँघा और चॅटा.. उसका स्वाद और स्मेल बहुत ही अछी थी....... सो मैने सीधे उसकी चूत को आइस्क्रीम की कोन की तरह जीभ के नुकीले हिस्से से चटा और क्लिट चूस्सा ... सूची तड़पने लगी थी... मनु मूह से बाद मे चोदना पहले अपना यह 7.5 इंची लंड डालूऊऊ.. ......



सूची की चूत बहुत टाइट थी...... सो मैने फिर से लंड सूची की बुर पर घिसना चालू किया और लंड से फिर से थाप दी उसकी चूत पर... लंड की थाप जब चूत पर पड़ती है तो उसकी आवाज़ और लंड के कदक्पन और गर्मी से चूत और ज़्यादा पनिया जाती है.......



मैने सूची की चूत के मुहाने पर लंड लगाया और धीरे से दबाया...... सूचीकी हल्की सी सीत्कार निकल गयी.... मैने जैसे ही उसके पैर संभाल कर जोरो का धक्का मारा तो सूची की चूत बहुत टाइट और गीली होने के कारण फिसल गया ..... इससे सूची और तड़प गई उसने हाथ डाल कर मेरा लंड पकड़ा और चूत के मुहाने पर टीका लिया मैने उसी अवस्था मे थोड़ा सा दबाया तो सूपड़ा सूची की गरम और गीली टाइट बुर मे घुस गया....



सूची बोली " शी जालिम मेरी चूत मे तुम्हारे लंड का स्वागत है.... साली अभी से झार गई..."

मनु... मेरे राजा मेरी बेरेहमी से चुदाई करना मेरे चिल्लाने की बिल्कुल परवाह मत करना.... तुम तो ठोक दो लंड मेरी बुर मे....... मैने कुछ और लंड घुसाया तो बहुत ताक़त लगाने पर आगे जा रहा था.... जबकि सूची की चूत लगातार झार रही थी.....

मैने करीब 2 इंच घुसाकर रुक गया सूची कराह रही थी और गालिया बक रही थी......और जैसे ही मैं संभला तो अपनी साँस को रोक कर भरपूर धक्का पेला फ़चाक.... .



आईईईईईईईईईईईईईईईईई ईयी मार गैिईईईईईईईईईईईईईई भोसड़ी वालीईई फ़ाआड़ डीईईईईईईईई मेरी छूतततटटटटटटटटटतत्त टतत्त आआआआआआआआ आआआआआअ मेरा लंड आधे से ज़्यादा घुस गया था..... मैने वैसे ही सूपड़ा अंदर रहने तक बाहर खींचा और फिर पूरी ताक़त से 3-4 धक्के दिए अब मेरा पूरा लंड सूची की झांतो वाली बुर के अंदर फँसा हुआ था.. ऐसा लग रहा था जैसे किसी ने गरम मक्खन को गरम करके मेरे लंड पर टाइट बाँध दिया हो..... सूची दर्द मे कराह रही थी.. मेरी लोहे के रोड जैसे लंड को अपनी बुर मे ठुकवा रही थी और चिल्ला रही थी.....



आआ और ठोको यह मदर्चोद बहुत फुदक्ति है ..... डिपार्टमेंट मे 6 महीने पहले चुदवाया था तो वो साला दो धक्के मार कर झाड़ गया था साले का लंड छोटा था और पतला भी....मनु तुम तो खून निकाल दो मेरी चूत से..... मैने लंड थोड़ा बाहर खीचा तो लंड पे सूची का थोड़ा सा खून लगा हुआ था... मैने उसी अवस्था मे फटा फट बहुत गहरे धक्के मारे 10-15 जिससे मेरे अंडों मे भी उबाल आना सुरू हो गया था मैने लंड को उसी अवस्था मे छोड़ कर धीरे से सूची के पैर अपने कंधे पर किया और उसके मम्मे मसलना और निपल को चूसना चालू किया करीब 5-7 मिनिट तक ऐसा करने से सूची भी नॉर्मल हो गई और मेरा भी उबाल सांत हो गया फिर मैने सूची को धीरे धीरे बहुत प्यार से चोदना शुरू किया.... मैं ज़मीन पे खड़ा था और सूची दीवान के किनारे थी उसकी चूत से पानी बह रहा था जिसे ठप ठप्प की आवाज़ आती थी..... सूची ने अब थोडा बड़बड़ाना ज़्यादा कर दिया था जिससे लगा की वो झरने के बहुत करीब है सो मैने भी उसकी चूत की मालिश करते हुए चोदने की स्पीड बढ़ा दी और एक उंगली सूची की गांद के छेद और चूत के बीच मालिस करता जा रहा था....



" हेया राजा जिस दिन शिवानी तुम से चुदवायेगि वो तो निहाल ही जो जाएगी..... उम्म्म्म और तीज़्ज़्ज़ चोदूओ..... ... तुम्हारे लंड मे बहुत दम है मेरे राजा.... एयाया मेरी बुर की खुजली मिटा दो..... उम्म्म्ममममममम. ... सीईईईई आआ ठोको जोरो से........ एयाया मनुव ववववव..... मैईईइ ईयाययाया गायीईईईईईई मैने अब सूची के दोनो पेरो को जोरो से पकड़ कर तबाद तोड़ धक्के मारे और सूची झार गाइ मैं भी झरने के कारिब था सो मैने उससे पूछा कहा लोगि.... राजा आज तो अंदर ही करो...... आआआआआ और मैने फिर से साँस रोक कर फ़ाचा फॅक 3-4 धक्के मारे.... और लंड सूची की बुर की गहराई मे टीका दिया जहा वो ना जाने कितनी बार झारा और साथ ही साथ सूची भी झर्री मैं लंड को सूची की बुर मे ही डाले उसके ऊपेर लेट गया........ .......



कुछ देर लेटने के बाद जब लंड मुरझगया तो मैने सूची की बुर मे पेशाब किया जिससे वो बिल्कुल अनभीग्या थी..... यह क्या मनुव्व यह क्या कर रहे हूऊओ बहुत गरम हाई मेरा पेट फूल रहा हाई आआ और जब मैं पेशाब कर चुका उसकी चूत के अंदर तो मैं सूची के बगल मे लूड़क गया सूची बुर से मैने अपनी पेशाब किसी फव्वारे की तरह निकलते देखी....... . सूची तब भी आआआ ऑश यह क्या निकल रहा है.....

तब मैने सूची को बताया...... ... सूची की बुर को देखा तो उसका मूह फैल गया था....... उस दिन सूची मेरे से 2 बार और चुदवाइ और यह सिलसिला शिवानी के आने तक चलता रहा.......



अब जब शिवानी यूनिवर्सिटी जाती तो मैं और सूची मिलकर चुदाई कर लेते थे......... . एक दिन शिवानी जल्दी घर वापिस आ गयी उसने मेरे को अपने घर से आते हुए रास्ते मे देखलिया उसने मेरे से कहा अपनी गाड़ी यही छोड़ दो और मेरे साथ बैठो....



मैं उसके साथ उसकी गाड़ी मे बैठ गया... शिवानी और मैं लोंग ड्राइव पर निकल गये.. मैने अपने एक फ्रेंड को फोन कर के मेरी गाड़ी उठा कर शिवानी के बंग्लॉ पर रखने के लिए कहकर निसचिंत हो गया ..



"आजकल आप अपनी साली जी पर कुछ ज़्यादा ही मेहरबान हो रहे है....." शिवानी मेरे से कुछ शक करते हुए कह रही थी...



" मेहरबान नही मैं और सूची कई बार मिल चुके है" ' मेरा मतलब है की हम दोनो के अंग से अंग" यानी की मैं उसको कई बार कर चुका हू....



" मनु तुमको शर्म नही आती!!! मेरे से स्ट्रेट फ़ॉर्वाड़ कह दिया" शिवानी थोड़ा तुनक कर बोली....



अब तक हम एक वीरान रास्ते पर आ गये और मैने गाड़ी को नदी के किनारे झाड़ियों के बीच मैं पार्क करवाया जहा से हमारी गाड़ी को सिर्फ़ एरोप्लेन से या बिल्कुल पास आकर ही देखा जा सकता था......मैने अपने सीट को फोल्ड कर लिया तो वो सिंगल बेड हो गयी....

शिवानी ने गुस्से से कहा मनु यह ठीक बात नही है मैं तुमसे कुछ पूछ रही हू और तुम तनिक भी सीरीयस नही हो.....



मैने कहा जैसे मैं लेट गया हू वैसे तुम भी लेट जाओ फिर बाते करैन्गे और तुम्हारे हर सवाल का ज्वाब भी देंगे.......



शिवानी ने वैसा ही किया......



अब मैं और शिवानी उसकी कार के आगे की सीट्स को फोल्ड करके बेड की तरह इस्तेमाल कर रहे थे और हम दोनो एक दूसरे के अगाल-बगल मे लेटे हुए थे.



मैं शिवानी को बहुत गौर से देख रहा था...... हम दोनो चुप थे. मैं जानता था की शिवानी के अंदर कई शक और सवालों के तूफान अंगड़ाई ले रहे है. बहुत देर तक ऐसे ही लेटने के बाद पहले मैने हरकत करी और मैं शिवानी के ऊपेर चढ़ गया और उसको किस करने लगा और पहली बार शिवानी के मदमाती गोलाईयो का स्पर्श अपनी हथेली से किया.....

" आररी.....अर्रे. .... यह क्या?!?!?! मनु..... प्लज़्ज़्ज़्ज़ ऐसा मत करो.... रूको तो सही ........" शिवानी मिस्रित भाव से झुंझलाती हुई और मुझे अपने ऊपेर से हटाने की कोशिश करती हुई बोली लेकिन मैने अपने हाथों का प्रेशर उसकी जवानी की गोलाईयो पर बढ़ा दिया.... शिवानी पतले कपड़े का सूट और वैसे ही ब्रा पहने हुए थी जिसके कारण मैं उसके निपल्स का ऐएहसास अपने हथेली के नीचे कर रहा था...... अब शिवानी ज़्यादा विरोध नही कर रही थी..... मैने शिवानी के पैर फैलाए और उसकी सलवार के बीच मे अपना राइट घुटना रगड़ना चालू कर दिया... शिवानी शायद एमसी से थी सो वो चिल्ला पड़ी..." मनु यह क्या हो गया है आज तुम्हे...... तुम से मुझे ऐसे उम्मीद नही थी......"



मैं उसको मुस्कुराते हुए देखता रहा और मैं उसके ऊपेर से हट कर अपनी सीट को वापस उठा कर बैठ गया ......

वो काफ़ी देर तक मुझे बड़बड़ाते रही और गालियाँ देती रही....... शिवानी को सच मे बहुत गुस्सा आ गया था वो भी सीट उठाकर बैठ गई.....

मैने कहा 'शिवि चल जल्दी से गाड़ी स्टार्ट कर ... और वापिस चल"

हमारी गाड़ी चल पड़ी.... वापिस आते आते तक हम दोनो मे से किसी ने बात नही की सिर्फ़ मैं ही किसी रोमॅंटिक गाने को सिटी बजाते हुए गुनगुनता बैठा रहा.... जैसे ही गाड़ी सहर मे दाखिल हुई.... शिवानी ने मेरी तरफ देखा और उसके आँसू निकल पड़े.... बोली " मनु. मुझे बहुत दुख है की तुमने अपना वादा और मेरा विश्वास दोनो तोड़ दिए...." तुम भी दूसरे मर्दों जैसे बेवफा निकले.... अब हम कभी नही मिलेंगे..... .

मैने कहा "शिवि जी गाड़ी रोकिए प्ल्ज़....."



उसने गाड़ी रोक दी....मैं उतरा और गेट लगाते हुए कहा " बाइ माइ डार्लिंग..... .."

इसके पहले की वो कोई जवाब देती मैने एक ऑटो पकड़ा और उसमे सवार होकर अपनी मंज़िल को और निकल गया ............

करीब 1-1½ साल तक हम यूँ ही किन्ही दो अजनाबियो की तारह मिलते रहे मैं जानता था की जैसा उसके बिना मैं तड़प रहा हू वैसे ही वो भी तड़प रही होगी.. पर मैं जो करना चाहता था की उसके दिल मे अपने लिए नफ़रत पैदा करना वो मैं कर चुका था... इसके साथ साथ मैं और सूची मेरे प्लेसस पर मिलकर खूब चुदाई करते सूची ने अपनी दो सहेलियों को भी मेरे से चुदवाया था...पर मैं कभी सूची से शिवानी के बारे मे नही पूछता था यदि वो बात करती तो मैं उसे डाँट देता था और उसकी उसे कीमत तबाद-तोड़ चुदाई से चुकानी पड़ती थी..और एक दिन हम एक दोस्त की एंगेज्मेंट पार्टी पर बैठे हँसी मज़ाक कर रहे थे... मेरा और शिवानी का रिश्ता सभी को मालूम था मुझे मेरे दोस्त भगवान से भी ज़्यादा प्यारे है सो मैं उनसे खूब मिलता जुलता था.....मेरे दोस्त अश्विन की होने वाली बीबी और हम 5-6 दोस्त फंक्षन निपटाने के बाद एक रूम मे बैठकर हँसी मज़ाक कर रहे थे... तभी मेरे दोस्त की होने वाली बीबी(अनु) जिसकी सगाई कुछ देर पहले हुई थी मेरे से पूछ बैठी......



" मनु जी जब जब इनसे (यानी उसके होने वाले पति से और मेरे दोस्त से) फोन पर बात होती थी तो आपकी मोहब्बत की चर्चा ज़रूर होती थी..."



"वो ना जाने कितनी ख़ुसनसीब लड़की रही होगी जिसको आपने पवित्र प्यार दिया....."



"पर आज मैं आपसे कुछ माँगना चाहती हू उम्मीद है आप मुझे निराश नही करेंगे यही मेरे जीवन की सबसे बड़ी और मेरी एँगमेंट का और मेरी शादी का गिफ्ट भी होगा" अनु मेरे से बोली



" बताइए क्या चाहती है"...... मैने कहा...



" आपने उसे... या उसने आप को क्यों छोड़ दिया".... प्ल्ज़ बताइए



"देखिए अनु जी इस मुबारक मौके पे हम जैसे नासुक्रे लोगो से बात तो क्या उनकी परछाईयों से भी बचना चाहिए" मैने अनु को कहा...

" मनु जी आपसे किसने कह दिया आप नासुक्रे इंसान है.. आप जैसा मनुता तो शायद ही बिरला कोई इंसान होगा..." बताइए ना प्ल्ज़्ज़ अनु ने फिर रिक्वेस्ट की...

अनु की रेक़ेस्ट का साथ सभी ने दिया....



मैने कहा " ठीक है सबकी यही इक्च्चा है तो यही सही पर यह बात किसी बी तरह शिवानी तक नही पहुचनी चाहिए"



देखो यार मैं शादी सुदा एक बाल-बच्चोदार आदमी हू" अब इस उमर मे आकर यह प्यार-इस्क़-मोहबत बेमानी है.....



वो अभी नादान लड़की है उसको समझाने वाला कोई नही है... उसके मा बाप मार चुके है रिश्ते दारों का पता नही ऐसे मे उसके जज्बताओं के साथ नही खेल सकता.... उसकी आत्मा पवित्र है उसका शरीर पवित्र है मैं उसे छूकर गंदा नही करना चाहता...... मैं आज भी उसे अपनी जिंदगी से ज़्यादा प्यार करता हू.. मैं उसको पाना चाहता हू मैं उसका होना चाहता हू पर मैं यह सब नही कर सकता....... .. मैं भी चुप हो गया और कमरे मे भी सन्नाटा छा गया ....



मुझे ना जाने कितने मौके मिले उसके साथ एककार होने के मैं कब का उसे लड़की से औरत बना चुका होता पर मेरी आत्मा मुझे रोक देती थी. अंदर से आवाज़ आती थी नही मनु यह पाप है उसका साथ दो की वो बहके नही पर उसको धोका मत दो....



इस बीच उसकी सहेली सूची मेरे से जुड़ गई... वो शिवानी से ज़्यादा सुन्दर तो नही पर हा सेक्सी बहुत थी और मुझे मालूम था की उसका फार्मेसी डिपार्टमेंट मे कइयों से शारीरिक संबंध है सो जैसे ही उसने मुझे बुलाया सो मैने उसे भोगा... यही नही सूची ने अपनी 2-3 सहेलियों को मेरे साथ सुलाया...... पर यह सब काम मैं शिवानी के साथ नही करना चाहता था.... और कहते है इस्क़-मुस्क़-और खाँससी छुपाए नही छुपते यही हुआ मेरे और सूची के संबंधों का पता शिवानी को चल गया. हो सकता है पूरा ना चला हो पर उसको कुछ शक-ओ-सुबा तो हो ही गई थी.... मेरे दिमाग़ मे प्लान आया की क्यों ना इस मौके का फायडा उठाया जाए ...... यदि किसी का शक दूर ना करो और उसके साथ कोई हरकत कर दो तो वो बहुत चिड जाता है....मैने ऐसा ही किया और मैं सक्सेज हो गया..... वो मेरे से गुस्सा हो गई और मैने एक साल के लिए सहर ही छोड़ दिया.....क्योंकि मैं जब से उससे मिला उसको बहुत समझाया पर वो नही मानी.... और शायद मैं भी अपना आपा खोता जा रहा था कमजोर पड़ता जा रहा था.....



अनु और अश्विन दोनो रूम से उठकर बाहर निकल गये.... कुछ देर बाद लौटे..... अनु ने कहा " मनु एक बात बताओ की क्या तुम सिर्फ़ देना और सिर्फ़ देना चाहते हो कुछ लेना नही" तुम समझते क्या हो अपने आप को.... की तुम सच मे कोई भगवान हो अरे तुम तो एक ऐसे इंसान हो जो किसी को सिर्फ़ दर्द देते हो..... तुम्हारी ग़लतफहमी है की तुम सभी की मुश्किले अपने सिर पर ले कर उनको हल्का करते हो....



अनु की इस बात पर मैं चौंक पड़ा मैं ही नही जीतने वाहा पर थे सभी चौंक पड़े..... दोस्तो मैं बहस होने लगी .... और अनु अकेली पड़ने लगी... मेरा मन रोने को कर रहा था.... सो मैने उस दिन दारू पी ली.... ना जाने कितनी नीट ही पी गया .......... और मैं अपने होश खो बैठा.. मैं नशे मे चूर चूर हो गया था.... जब मेरी नींद खुली तो मैने टाइम देखा 2-30 हो रहे थे मुझे नही पता मैं उस कमरे से एक आलीशान बेडरूम मे कैसे पहुचा..... . उस बेडरूम की खुसबू मुझे जानी पहचानी लग रही थी मेरे शरीर पर जीन्स-टी-शर्ट की जगह कुर्ता पयज़ामा था... मेरे कपड़े कपबोर्ड की दरवाजे पर टँगे थे... मैं जैसे ही पलंग से उठा तो मेरे शरीर ने मेरा साथ छोड़ दिया और मैं धदाम से ज़मीन पर गिर पड़ा... मेरे पैर मे पट्टी बँधी हुई थी मैं रात की घटना को याद करने की कोशिश कर रहा था......मैं उठा और ड्रेसिंग टेबल पे रखा पानी का गिलास उठाकर जैसे ही मूह से लाया वो ताज़ा नीबू पानी लगा मैं पी गया मैने जग से फिर से पानी लिया वो भी ताज़ा नीबू पानी था...



कुछ देर तक मैं वही ड्रेसिंग टेबल से टिक-कर बैठा रहा फिर अपना सेल ढुंडा वो वन्हि टेबल पर रखा था... मैने उस्मै डेल्ड और रेसीएवेड कॉल्स चेक करी.... मैं उठकर बाथरूम मे गया फ्रेश होकर मैने अपने कपड़े बदले और जैसे ही रूम से बाहर निकलने लगा तो एक बहुत ही खनकती हुई सी आवाज़ मेरे कानो से टकराई....



मनु मैं दौड़ी दौड़ी आपके ही पास आ रही थी...... मुझे चलने मे काफ़ी तक़लीफ़ हो रही थी.......वो अनु थी जिसने मुझे अपने कंधे का सहारा देकर वापिस रूम मे ले जाकर सोफे पर बिठाया..... .



मैने अनु से सॉरी कहा और पूछा अनु प्ल्ज़ मुझे बताओ कल रात क्या हुआ....

"ज़्यादा कुछ नही... मनु.... आपने बस 3-4 बॉटल झोनी वॉकर व्हीश्के नीट अपने गले के नीचे कर के ज़िद करके उठे और भाग खड़े हुए.. जबार्दुस्त नशे के कारण सीडीयों से गिरे लेकिन फिर भी आप ना माने अपने अपनी बाइक स्टार्ट की और जाकर एक गाड़ी से भीड़ गये... उसके बाद आपको हम हॉस्पिटल ले गये जिससे भिड़े घायल तो वो भी बहुत है.... पर ठीक है... और आपको यह चोट लगी बस.... कोई 35-40 स्टिचेस है और हल्के हल्के दो फ्रॅक्चर बस......



हम दोनो बात कर ही रहे थे की इतने मे अश्विन और अजय भी आ गये.... मैने दोनो से माफी माँगी और उनसे कहा यार मेरे को उसके पास ले चलो जिससे मेरी गाड़ी टकराई थी वो भी घायल है मुझे उसको सॉरी बोलना है....

" मनु थोड़ा शांति रखो अभी चलते है कुछ खा पी तो लो..."



हम सब ने मिल कर लंच लिया...... फिर हम अजय की गाड़ी मे सवार होकर चल पड़े.... गाड़ी मे सिर्फ़ अनु ही मुझे छेड़ती रही........ .....



गाड़ी एक आलीशान ड्यूप्लेक्स फ्लॅट के सामने रुक गई..... सभी उतरे और मुझे उतारा....हम अंदर दाखिल हुए.. अजय ने गाते खुलवाया मुझे नही पता गेट किसने खोला... हम जाकर हाल मे सोफे पर बैठ गये......



मैने कहा "कम से कम नाम तो बता दो यार "



बस आती होगी..... वो .....



और देखता हू की सामने से शिवानी चली आ रही थी...... मैं जो रेड रोज़ का बुके लाया था उसे विश करने वो मेरे हाथ से छूट गया ....



तुम!!!! यहा और मैं तुम से टकराया..... .?!!!? ओह!!!! माइ गॉड" खैर.... अब मुझे पता है आपको कहा चोट लगी है.... लीजिए ... क़ुबूल फरमाइए.... .शिवानी जी......" मैने गुलदस्ता शिवानी को देते हुए उसे रात के लिए सॉरी कहा......
क्रमशः..............................


प्यार का रिश्ता --4

maine bhi kai dino se wife ko bhi nai choda tha so mera bhi lund khada ho gaya... shuchi ne mere pant ka button khola aur zip khol kar pent neeche sarkaya...pent ke neeche mai chaddi nahi pehne hue tha jiske kaaran lund seedha jhool gaya ....



" wow!!!!! what a massive monster'.... .....



ummmmm puch...puchhhhh uahhhaaaa... ... karte hue usne mere lund ki topi ko muh me lekar chussaa aur poochi di... mera lund khoobsurat aur garam aunthon ka sparsh pakar ghamand se aur akad gaya ........



maine apni tshirt nikal di aur suchi ke badan par apne chumaan ke nishaan chodne laga... maine shivani ke jaise pin point ko tatola to wo kasmasa gai....

hi Manu( wo ab jiju se Manu par aa gai thi) tum jante ho aurat ko khus karna...... ummmmm aaaaaa aur karo mai jannat mai jaa rahi hoo .....

mai shivani ke kaan ke peeche lick kar raha thaa aur uski choot ke agal bagal aur boobs ke kono par tender massage kar raha tha.... suchi ki choot se uska paani aise nikal raha tha jaise wo moot rahi hoo...... maine jaise hi uske mammo aur inner thighs ko apne kabje mai liya wo joro se kasmasa gai..... maine suchi ki bra ko faad diya aur ek nipple ko choosne laga aur shivani ki bur mai ungli daal kar use ungli se screw jaise chodne laga... meri ungliya kuch mulayam bhi hai unmai maass bahut hai aur haddi kadak so uski choot ko makhmali aehsaas mil raha tha.....

suchi keh rahi thi jiju mere pyare Manu .. meri choot ke raja.... mai tadap rahi hoo.... mai kai dino pehle chudi thi tab se aise tagde lund se chudwane ko tadap rahi hooo pehlee mere ko chodo...... suchi mere lund ko pakad kar apni choot par tikaya.....maine suchi ko deewaan ke corner par kheecha aur uske pair uski chaati se chipkaye aur lund uski choot par tapthapaya jisse suchi aur chudaasii hokar tadapne lagi aur mujhe gaaliya dene lagi.... are bhosdi wale mujhe tadpa kyon raha hai chod na.... mai shivani nahi hoo jo mai ruk jaoongi aur maan jaoongi... mujhe tumse chudwana hi haii..... ummm jaldi pel.....



maine shivani ki gili choot ka swaad abhi tak nahi liya tha.. so uskichoot par do ungliyaa ghumakar unko soongha aur chaata.. uska swad aur smell bahut hi achi thi....... so maine seede uski choot ko icecream ki cone ki tarah jeev ke nukeele hisse se chata aur clit choossaa ... suchi tadapne lagi thii... Manu muh se baad me chodna pehle apna yeh 7.5 inchi lund daaloooooo.. ......



suchi ki choot bahut tight thi...... so maine phir se lund suchi ki bur par ghisna chaaloo kiya aur lund se phir se thaap di uski choot par... lund ki thaap jab choot par parti hai to uski aawaaj aur lund ke kadakpan aur garmi se choot aur jyada paniya jaati haii.......



maine ssuchi ki choot ke muhane par lund lagaya aur dheere se dabaya...... suchi halki si seetkaar nikal gayi.... maine jaise hi uske pair sambhal kae joro ka dhakka maara to suchi ki choot bahut tight aur geeli hone ke kaaran fisal gaya ..... isse suchi aur tadap gai usne haath daal kar mera lund pakda aur choot ke muhane par tika liya maine usi awasta mai thoda sa dabaya to supada suchi ki garam aur gili tight bur mai ghus gayaa....



suchi boli " hii jaalim meri choot mai tumhare lund ka swagat hai.... sali abhi se jhar gai..."

Manu... mere raja meri berehmi se chudai karna mere chillane ki bilkul parwah mat karnaa.... tum to thok do lund meri bur mai....... mai kuch aur lund ghusaya to bahut takat lagane par aage jaa raha thaa.... jabki suchi ki choot lagatar jhar rahi thi.....

maine karib 2 inch ghusakar ruk gaya suchi karah rahi thi aur gaaliyaa gak rahi thi......aur jaise hi mai samhla to apni saans ko rok kar bharpoor dhakka pelaa phachaak.... .



aiiiiiiiiiiiiiiiiii iii mar gaiiiiiiiiiiiiiiiii bhosdi waleeeeeeeee phaaaad diiiiiiiiii meri choottttttttttttttt tttt aaaaaaaaaaaaaaaa aaaaaaaaaaa mera lund aadhe se jyada ghus gaya tha..... maine waise hi supada ander rehne tak bahar kheencha aur phir poori takat se 3-4 dhakke diya ab mera poora lund suchi ki jhanto wali bur ke ander phansa hua tha.. aisa lag raha tha jaise kisi ne garam makkhan ko mere garam karke mere lund par tight baandh diya ho..... suchi dard mai karah rahi thi.. meri lohe ke rod jaise lund ko apni bur mai thukwa rahi thi aur chilla rahi thi.....



aaaa aur thoko yeh madarchod bahut phudakti hai ..... department mai 6 mahine pehle chudwaya tha to wo saala do dhakke maar kar jhad gaya tha saale ka lund chota tha aur patla bhi....Manu tum to khoon nikal do meri choot se..... maine lund thoda bahar kheechaa to lund pe suchi ka thoda sa khoon laga hua thaa... maine usi awasta mai fata fat bahut gehre dhakke maare 10-15 jisse mere andon mai bhi ubaal aana suru ho gaya tha maine lund ko usi awastha mai chor kar dheere se suchi ke pair apne kandhe par kiya aur uske mamme masalna aur nipple ko choosna chaalo kiya karib 5-7 minit tak aisa karne se suchi bhi normal ho gai aur mera bhi ubaal saant ho gaya phir maine suchi ko dheere dheere bahut pyar se chodna shuru kiya.... mai jameen pe khada tha aur suchi deewaan ke kinare thi uski choot se paani beh raha tha jise thap thapp ki awaj aati thi..... suchi ne ab thoda badbadana jyada kar diya tha jjisse laga ki wo jharne ke bahut kareeb hai so maine bhi uski choot ki maalish karte hue chodne ki speed bada di aur ek ungli suchi ki gaand ke ched aur chood ke beech maalis karta jaa raha thaa....



" haa rajaa jis din shivani tum se chudwayegi wo to nihaal hi jo jayegi..... ummmm aur teezzz chodooo..... ... tumhare lund mai bahut dum hai mere rajaa.... aaaaa meri bur ki khujli mita do..... ummmmmmmmmm. ... siiiiii aaaa thoko joro see........ aaaaa Manuv vvvvv..... maiiii iaaaaaa gaayiiiiiiiiiiiiii maine ab suchi ke dono poondon ko joro se pakad kar tabad tor dhakke maare aur suchi jhar gayiii mai bhi jharne ke kaarib tha so maine usse poocha kaha logi.... raaja aaj to ander hi karooo...... aaaaaaaaaa aur maine fir se saans rok kar faacha fach 3-4 dhakke maare.... aur lund suchi ki bur ki gehrai mai tika diyaa jaha wo na jaane kitni baar jhara aur sath hi saath suchi bhi jharriiii mai lund ko suchi ki bur mai hi daale uske ooper let gaya........ .......



kuch der letne ke baad jab lund murjhagaya to maine suchi ki bur mai pehsaab kari jisse wo bilkul anbhigya thi..... yehh kya Manuvv yeh kyaa kar rahe hooooo bahut garam haiii mera pet phool raha haiii aaaa aur jab mai peshaab kar chuka uski choot ke ander to mai suchi ke bagal mai ludak gaya suchi bur se maine apni pehsaab kisi fawware ki tarah nikalte dekhi....... . suchi tab bhi aaaaaa ohhhh yehhh kya nikal raha haiii.....

tab maine suchi ko bataya...... ... suchi ki bur ko dekha to uska muh fail gaya tha....... us din suchi mere se 2 baar aur chudwai aur yeh silsila shivani ke aane tak chalta raha.......



ab jab shivani university jaati to mai aur suchi milkar chudai kar lete the......... . ek din shivani jaldi ghar wapis aa gayi usne mere ko apne gar se aate hue raste mai dekhliya usne mere se kaha apni gaadi yehi chor do aur mere saath baitho....



main uske saath uski gaadi mai baithgaya... shivani aur mai long drive par nikal gaye.. maine apne ek friend ko phone kar ke meri gadi utha kar shivani ke bunglow par rakhne ke liye kehkar nischint ho gaya ..



"aajkal aap apni saali ji par kuch jyada hi meharbaan ho rahe hai....." shivani mere se kuch shak karte hue keh rahi thi...



" meharbaan nahi mai aur suchi kai baar mil chuke hai" ' mera matlab hai ki hum dono ke ang se ang" yani ki mai usko kai bar kar chuka ho....



" Manu tumko sharm nahi aati!!! mere se straight forwad keh diya" shivani thoda tunak kar boli....



ab tak hum ek veeran raaste par aa gaye aur maine gaadi ko nadi ke kinare jhaadiyon ke beech mai park karwaya jaha se hamari gaadi ko sirf aeroplane se ya bilkul paas aakar hi dekha ja sakta tha......maine apne seat ko fold kar liya to wo single bed ho gayi....

shivani ne gusse se kaha Manu yeh theek baat nahi hai mai tumse kuch pooch rahi hu aur tum tanik bhi serious nahi ho.....



maine kaha jaise mai let gaya hoo waise tum bhi let jao phir baatain karainge aur tumhare har sawal ka jwab bhi denge.......



shivani ne waisa hi kiya......



ab mai aur shivani uski car ke aagey ki seats ko fold karke bed ki tarah istemaal kar rahe the aur hum dono ek doosre ke agal-bagal mai lete hue they.



mai shivani ko bahut gaur se dekh raha tha...... hum dono chup they. mai jaanta tha ki shivani ke ander kai shak aur sawalon ke toofaan angadaai le rahe hai. bahut der tak aise hi letne ke baad pehle maine harkat kari aur mai shivani ke ooper chad gaya aur usko kiss karne laga aur pehli baar shivani ke madmaati golaiyaaiyon ka sparsh apni hatheli se kiya.....

" arree.....arre. .... yeh kya?!?!?! Manu..... plzzzz aisa mat karo.... ruko to sahi ........" shivani misrit bhaav se jhunjhlaati hui aur muthe apne ooper se hatane ki koshish karti hui boli lekin maine apne hathon ka pressure uski jawani ki golaiyaaiyon par bada diya.... shivani patle kapde ka suit aur waise hi bra pehne hue thi jiske kaaran mai uske nipples ka aehsaas apne hatheli ke neeche kar raha tha...... ab shivani jyada virodh nahi kar rahi thi..... maine shivani ke pair failaye aur uski salwar ke beech mai apna right knee ragadna chaloo kar diya... shivani shayad MC se thi so wo chilla padi..." MANU yeh kya ho gaya hai aaj tumai...... tum se mujhe aise ummeed nahi thi......"



mai usko muskurate hue dekhta raha aur mai uske ooper se hat kar apni seat ko wapas utha kar baith gaya ......

wo kaafi der tak mujhe badbadate rahi aur galiyaan deti rahi....... shivani ko sach mai bahut gussa aa gaya tha wo bhi seat uthakar baith gai.....

maine kaha 'shivi chal jaldi se gadi start kar ... aur wapis chal"

hamari gaadi chal padi.... wapis aate aate tak hum dono mai se kisi ne baat nahi ki sirf mai hi kisi romantic gaane ko siti bajate hue gungunata biatha rha.... jaise hi gadi sehar mai daakhil hui.... shivani ne meri taraf deka aur uske aansoo nikal pade.... boli " Manu. mujhe bahut dukh hai ki tumne apna wada aur mera vishwas dono tod diye...." tum bhi doosre mardon jaise bewafa nikle.... ab hum kabhi nahi milenge..... .

maine kaha "shivi g gadi rokiye plz....."



usne gaadi rok di....Mai utra aur gate lage hue kaha " bye my darling..... .."

iske pehle ki wo koi jawab deti maine ek auto pakda aur usmai sawar hokar apni manzil ko aur nikal gaya ............

karib 1-1½ saal tak hum yun hi kinhi do ajnabiyion ki tarh milte rahe main jaanta tha ki jaisa uske bina mai tadap raha hoo wiase hi wo bhi tadap rahi hogi.. par mai jo karna chahta tha ki uske dil me apne liye nafrat paida karna wo mai kar chuka tha... iske saath saath mai aur suchi mere places par milkar khoob chudai karte suchi ne apni do saheliyon ko bhi mere se chudwaya tha...par mai kabhi suchi se shivani ke baare mai nahi poochnta tha yadi wo baat karti to mai use daant deta tha aur uski use keemat tabad-tod chudai se chukani padti thi..aur ek din hum ek dost ki engagement party par baithe hansi majak kar rahe they... mera aur shivani ka rishta sabhi ko maloom tha mujhe mere dost bhagwan se bhi jyada pyare hai so mai unse khoob milta julta tha.....mere dost ashwin ki hone wali bibi aur hum 5-6 dost function nipatne ke baad ek room mai baithkar hansi majak kar rahe they... tabi mere dost ki hone wali bb(anu) jiski sagai kuch der pehle hui thi mere se pooch baithi......



" Manu g jab jab inse (yani uske hone wale pati se aur mere dost se) phone par baat hoti thi to aapki mohabbat ki charcha jaroor hoti thi..."



"wo na jaane kitni khusnaseeb ladki rahi hogi jisko aapne pavitra pyaar diya....."



"par aaj mai aapse kuch maangna chahti hoo ummeed hai aap mujhe niraash nahi karenge yehi mere jivan ki sabse badi aur meri engament ka aur meri shaadi ka gift bhi hoga" anu mere se boli



" bataiye kya chahti hai"...... maine kaha...



" aapne use... ya usne aap ko kyon chor diya".... plz bataiye



"dekhiye anu ji is mubarak mauke pe hum jaise nasukre logo se baat to kya unki parchaiyon se bhi bachna chahiye" maine anu ko kaha...

" Manu g aapse kisne keh diya aap nasukre insaan hai.. aap jaisa Manuta to shyad hi birla koi insaan hoga..." bataiye na plzz anu ne fir request ki...

anu ki reqest ka saath sabhi ne diya....



maine kaha " theek hai sabki yehi ikcha hai to yehi sahi par yeh baat kisi bi tarah shivani tak nahi pahuchna chahiye"



dekho yaar mai shaadi suda ek bal-bachchodaar aami hoo" ab is umar me akar yeh pyar-isq-mohabat bemani hai.....



wo abhi nadan ladki hai usko samjhane wala koi nahi hai... uske maa baap mar chuke hai rishte daron ka pata nahi aise mai uske jajbataon ke saath nahi khel sakta.... uski aatma pavitra hai uska sharir pavitra hai mai use chookar ganda nahi karna chahta...... mai aaj bhi use apni jindagi se jyada pyaar karta hoo.. mai usko pana chahta hoo mai uska hona chahta hoo par mai yeh sab nahi kar sakta....... .. mai bhi chup ho gaya aur kamre mai bhi sannata cha gaya ....



mujhe na jaane kitne mauke mile uske saath ekakaar hone ke mai kab ka use ladki se aurat bana chuka hota par meri aatma mujhe rok deti thi. ander se awaj aati thi nahi Manu yeh paap hai uska saath do ki wo behke nahi par usko dhoka mat do....



is beech uski saheli suchi mere se jud gai... wo shivani se jyada sunder to nahi par haa sexy bahut thi aur mujhe maloom tha ki uska pharmacy department mai kaiyon se sharirik sambandh hai so jaise hi usne mujhe bulaya so maine use bhoga... yehi nahi suchi ne apni 2-3 saheliyon ko mere saath sulaya...... par yeh sab kaam mai shivani ke saath nahi karna chahta tha.... aur kehtey hai isq-musq-aur khanssi chupaye nahi chupte yehi hua meri aur suchi ke sambandhon ka pata shivani ko chal gaya. Ho sakta hai poora na chala ho par usko kuch shak-o-subha to ho hi gai thi.... mere dimaag mai plan aaya ki kyon na is mauke ka fayda uthaya jaye ...... yadi kisi ka shak door na karo aur uske saath koi harkat kar do to wo bahut chid jaata hai....maine aisa hi kiya aur mai success ho gaya..... wo mere se gussa ho gai aur maine ek saal ke liye sehar hi chor diya.....kyonki mai jab se usse mila uske bahut samjhaya par wo nahi maani.... aur shayad mai bhi apna apa khota ja raha tha kamjor padta ja raha tha.....



Anu aur ashwin dono room se uthkar bahar nikal gaye.... kuch der baad laute..... anu ne kaha " Manu ek baat batao ki kya tum sirf dena aur sirf dena chahte ho kuch lena nahi" tum samajhte kya ho apne aap ko.... ki tum sach mai koi bhagwan hai are tum to ek aise insaan ho jo kisi ko sirf dard dete ho..... tumhari galatfehmi hai ki tum sabhi ki mushkilain apne sir par le kar unko halka kartey ho....



anu ki is baath par mai chaunka pada mai hi nahi jitne waha par they sabhi chounk pade..... dosto mai behas hone lagi .... aur anu akeli padne lagi... mera man rone ko kar raha tha.... so maine us din daroo pi li.... na jaane kitni neat hi pi gaya .......... aur mai apne hosh kho baitha.. mai nashe mai choor choor ho gaya tha.... jab meri neend khuli to maine time dekha 2-30 ho rahe the mujhe nahi pata mai us kamre se ek alishaan bedroom mai kaise pahucha..... . us bedroom ki khusboo mujhe jaani pehchaani lag rahi thi mere sharir par jeans-tshirt ki jagah kurta payjama tha... mere kapde cupboard ki darwaje par tange they... mai jaise hi palang se utha to mere sharir ne mera saath chor diya aur mai dhadam se jjameen par girpada... mere pair mai patti bandhi hui thi mai raar ki ghatnaoo ko yaad karne ki koshish kar raha tha......mai utha aur dressing table pe rakha pani ka gilass uthakar jaise hi muh se laya wo taza neeboo paani laga mai pe gaya maine jug se phir se pani liya wo bhi tza niboo paani tha...



kuch der tak mai wahi dressing table se tik-kar baitha raha phir apna cell dhoonda wo wohi table par rakha tha... maine usmai dailed aur recieved calls check kari.... mai uthkar bathroom mai gaya fresh hokar maine apne kapde badle aur jaise hi room se bahar nikalne laga to ek bahut hi khankti hui si awaj mere kaano se takrai....



MANU mai daudi daudi aapke hi paas aa rahi thi...... mujhe chalne mai kaafi taqleef ho rahi thi.......wo anu thi jisne mujhe apne kandhe ka sahara dekar wapis room mai le jakar sofe par bithaya..... .



maine anu se sorry kaha aur poocha anu plz mujhe batao kal raat kya hua....

"jyada kuch nahi... Manu.... aapne bas 3-4 bottle jhony walker whishkey neat apne gale ke neeche kar ke jid karke uthe aur bhaag khade hue.. jabardust nashe ke kaaran seediyon se gire lekin fir bhi aap na maane apne apni bike start ki aur jakar ek gaadi se bhid gaye... uske baad aapko hum hospital le gaye jisse bhide ghyal to wo bhi bahut hai.... par theek hai... aur apko yeh chot lagi bas.... koi 35-40 stiches hai aur halke halke do fracture bas......



hum dono baat kar hi rahe the ki itne mai ashwin aur ajay bhi aa gaye.... maine dono se maafi maangi aur unse kaha yar mere ko uske paas le chalo jisse meri gaadi takrai thi wo bhi ghayal hai mujhe usko sorry bolna hai....

" Manu thoda shanti rakho abhi chalte hai kuch kha pi to lo..."



hum sab ne mil kar lunch liya...... phir hum ajay ki gadi mai sawar hokar chal pade.... gadi mai sirf anu hi mujhe cherti rahi........ .....



gadi ek alishan duplex flat ke saamne ruk gai..... sabhi utre aur mujhe utaara....hum ander dakhil hue.. ajay ne gate khulwaya mujhe nahi pata gate kisne khola... hum jakar haal mai sofe par baith gaye......



maine kaha "kam se kam naam to bata do yaar "



bas aati hogi..... wo .....



aur dekhta hoo ki saamne se shivani chali aa rahi thi...... mai jo red rose ka bukey laya tha use wish karne wo mere haat se choot gaya ....



tum!!!! yeha aur mai tum se takraya..... .?!!!? ohhhhhhh!!!! my god" khair.... ab mujhe pata hai aapko kaha chot lagi hai.... lijiye ... kubool farmaiye.... .shivani g......" maine guldasta shivani ko dete hue use raat ke liye sorry kaha......













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