गहरी चाल पार्ट--7
इस वक़्त सोफे पे 1 जवान लड़की बैठी थी जिसके बाल सुनहरे & भूरे रंगो से कलर किए हुए थे.लड़की ने 1 हॉल्टर नेक टॉप पहना था जिस से की उसकी पूरी चिकनी बाहें & गोरे कंधो का हिस्सा & उपरी आधी पीठ नुमाया हो रहे थे & उनपे उसके ब्रा के ट्रॅन्स्परेंट स्ट्रॅप्स चमक रहे थे.इसके साथ उसने काली,सीक्विंड स्किन-टाइट जीन्स पहनी थी & पैरों मे हाइ हील सॅंडल्ज़ थी.उसके होंठो पे ग्लॉसी लाल लिपस्टिक चमक रही थी & हाथ-पाँव के नाखूनओ पे मॅचिंग लाल नेल पोलिश.उसके हुलिए से सॉफ ज़ाहिर था की वो 1 हाइ क्लास कल्लगिर्ल है.वो बैठी टीवी पे कोई म्यूज़िक चॅनेल देख रही थी.
तभी हॉल का दरवाज़ा खुला & जगबीर ठुकराल ने अंदर कदम रखा,उसने बंद गले का कोट पहना हुआ था,लग रहा था की वो अभी-2 कही बाहर से वापस लौटा है.उसे देखते ही लड़की मुस्कुराती हुई खड़ी हो गयी,"हेलो!"
जवाब मे ठुकराल ने केवल सर हिलाया & सर से पांब तक उसे घूर्ने लगा,लड़की भी किसी मॉडेल की तरह मुस्कुराती खड़ी थी.ठुकराल के होंठो पे 1 कुटिल मुस्कान तेर गयी & उसका लंड पंत मे नींद से जाग अंगडायाँ लेने लगा,"वाहा खड़ी हो जाओ.",उसने लड़की को टीवी & सोफे के बीच मे खड़े होने को कहा & खुद सोफे के पास आ गया.
उसी वक़्त 1 बार फिर दरवाज़ा खुला & 1 खूबसूरत लड़की हाथ मे ट्रे-जिसपे पानी का ग्लास था,लिए अंदर आई.ये उन 5 लड़कियो मे से 1 थी.लड़की ने 1 बहुत छ्होटा ट्यूब टॉप पहना था & उसकी छातियो का उपरी हिस्सा उस कसे टॉप से छलक सा जा रहा था.नीचे उसने 1 टाइट माइक्रो-मिनी स्कर्ट पहनी थी जो बस उसकी गंद को किसी तरह ढँके हुए थी.
ठुकराल ने ट्रे से ग्लास उठाया & पानी पीते हुए अपनी बाई बाँह उसकी पतली कमर मे डाल दी.पानी पीने के बाद उसने ग्लास लड़की को वापस किया तो उसने उसे किनारे रख दिया,"मेरे कपड़े उतारो.",हुक्म सुनते ही लड़की झुक कर उसके जूते खोलने लगी,"तुम भी अपने कपड़े उतारो.",उसने कल्लगिर्ल को कहा तो मुस्कुराते हुए उसने अपने हाथ नीचे ले जाकर अपने टॉप को उठाया & साथ ही साथ घूम कर अपनी पीठ ठुकराल की तरफ करते हुए,उसे अपने सर से निकाल वही ज़मीन पे गिरा दिया.
ब्रा के ट्रॅन्स्परेंट स्ट्रॅप्स के चलते उसकी गोरी पीठ लगभग नंगी ही थी.लड़की ने भी ठुकराल का कोट & शर्ट निकाल दिए थे & अब वो उसकी पॅंट खोल रही थी.कॉल गर्ल घूमी & ठुकराल की मुस्कुराती नज़रो से अपनी नज़रे मिलाते हुए अपनी बेल्ट निकाल दी.लड़की ने ठुकराल की पॅंट उतार दी थी & अंडरवेर खींचने वाली थी,"इसे रहने दो & अब तुम जाओ."उसने लड़की की गंद थपथपाई & सोफे पे बैठ उसकी बॅक पे अपने हाथ पसार दिए.लड़की ने उसके कपड़ो से निकले 2 मोबाइल फोन्स & 1 ब्लूटूवाय्त हंडसफ़री कीट उसकी बाज़ू मे रख दिए & हॉल से बाहर चली गयी.
कॉल गर्ल ने अपनी जीन्स का बटन खोला & बहुत धीरे से ज़िप सर्काई & जीन्स को नीचे करते हुए 1 बार फिर घूम गयी.उसने अपने उपरी बदन को इस तरह झुकाया की उसकी गंद ठुकराल की आँखो के सामने और उभर गयी.अपनी जाँघो & टाँगो को हिलाते हुए उसने अपनी जीन्स को उतार दिया & फिर घूम कर खड़ी हो गयी.
अब वो 1 लेमन कलर के पुश-उप ब्रा & बहुत ही छ्होटी पॅंटी मे अपनी कमर पे हाथ रखे खड़ी थी.पुश-उप ब्रा ने उसके बड़े से क्लीवेज को और भी उभार दिया था & जब वो ज़रा भी हिलती तो उसकी चूचिया कातिलाना अंदाज़ मे छल्छला जाती.उसकी चूचिया इतनी कसी हुई नही थी& पेट भी हल्का सा निकला हुआ था,पर ये उसकी खूबसूरती को और बढ़ा ही रहा था.
ठुकराल की तजुर्बेकार निगाहो ने 1 नज़र मे ही भाँप लिया कि अगर वो लड़की कुच्छ साल और इस पेशे मे रही तो बहुत जल्द उसका बदन पूरा ढीला पड़ जाएगा & वो वक़्त से पहले ही बूढ़ी हो जाएगी.पर उसे उसके कल से क्या लेना-देना था!उसे तो उसके आज से मतलब था & आज वो लड़की वो फूल थी जिसका हुस्न अपने पूरे शबाब पे था.
तभी ठुकराल का 1 मोबाइल बजा.उसने नंबर देखा,फिर हंडसफ़री कीट अपने बाए कान मे लगाई,"ज़रा वॉल्यूम मूट कर पीएमन न्यूज़ चॅनेल लगाना.",फिर फोन ऑन किया,"ठुकराल स्पीकिंग."
"गुड ईव्निंग,सर!मैं पंन न्यूज़ चॅनेल से बोल रही हू."
"हां,कहिए."
"सर,आप लाइव टेलिफोन इंटरव्यू के लिए तैइय्यार है ना ?"
"जी,हां.",उसने अपने हाथ से कल्लगिर्ल को उसका काम जारी रखने का इशारा किया.वो उसके पास आई & उसकी तरफ अपनी पीठ कर अपनी गर्दन घुमा अपने कंधे के उपर से शरारत भरी नज़रो से अपने ब्रा के हुक की ओर इशारा किया.सामने टीवी पे न्यूज़ आंकर बोलता हुआ दिख रहा था.
ठुकराल ने हुक खोल लड़की की कमर थामनि चाही तो लड़की भाग कर वापस टीवी के सामने चली गयी,"..बस थोड़ी देर मे हुमारे एंकर आपसे बात करेंगे सर.आप प्लीज़ लाइन पे बने रहिएगा."
"ओके."
लड़की ने उसकी तरफ पीठ किए खड़ी हो अपने बाए कंधे के उपर से शरारती मुस्कान के साथ उसे देखते हुए अपने कंधो से ब्रा को सरका दिया तो वो भी वही उसके टॉप के पास ज़मीन पे गिर गया.
" न्यूज़ मे आपका स्वागत है,ठुकराल साहब.",सामने टीवी स्क्रीन 2 हिस्सो मे बनती हुई थी,1 मे एंकर बोलता दिखाई दे रहा था & दूसरे मे ठुकराल की फोटो,"शुक्रिया."
"ठुकराल साहब,आपकी पार्टी ने लोक सभा चुनाव का टिकेट षत्रुजीत सिंग को दे दिया है.खबर है की आप इस बात से खुश नही हैं & शायद पार्टी छ्चोड़ने तक की सोच रहे हैं?"
लड़की वैसी ही खड़ी अपनी पॅंटी मे अपने अंगूठे फँसा कर उसे अपनी गंद मटकाते हुए नीचे सरका रही थी,"देखिए,टिकेट ना मिलने का थोड़ा अफ़सोस तो मुझे है पर मैं पार्टी छ्चोड़ने की बिल्कुल भी नही सोच रहा.ये पार्टी मेरी मा के जैसी है कोई अपनी मा को छ्चोड़ता है क्या!",लड़की की हरकते देख ठुकराल की आँखो मे वासना की चमक & होंठो पे शैतानी मुस्कान आ गयी.
"..पर हमने तो सुना है की आपकी शत्रुजीत सिंग से नही बनती & आप उनके चुनाव प्रचार से अलग-थलग रहने वाले हैं?"
लड़की अब पूरी नंगी हो चुकी थी & ठुकराल की आँखो के सामने उसकी गोरी पीठ & चौड़ी गंद चमक रहे थे,"ये सरासर झूठी बाते हैं!सभी जानते हैं की मैने हमेशा अमरजीत जी के साथ मिल के काम किया है,फिर उनके बेटे से मुझे क्या परेशानी हो सकती है!पता नही कौन आपको ये ऊल-जलूल ख़बरे देता है.पार्टी के उमीदवार की मदद करना मैं अपना धर्म समझता हू & ठुकराल आज तक अपने धर्म से नही डिगा है."
लड़की घूमी,उसने अपनी बाई बाँह अपने सीने पे रख अपनी गोल छातिया ढँक ली थी & दाई हथेली से अपनी चूत को भी छिपा लिया था.वो धीमे कदमो से लहराती हुई ठुकराल की ओर बढ़ने लगी.दबे होने की वजह से उसकी छातिया जैसे बाँह के उपर से छलक्ने को बेताब थी.
"ठुकराल साहब,आपको क्या लगता है ऐसी ख़बरे क्यू आ रही हैं?आख़िर क्या कारण है?",लड़की ठुकराल के पास आई & वैसे ही अपने अंगो को ढँके हुए ठुकराल के दोनो ओर अपने घुटने सोफे पे टीका उसके उपर खड़ी हो गयी.ठुकराल ने उसके हाथो को हटा पहली बार उसकी बड़ी-2,गोल छातिया & चिकनी,गुलाबी चूत का दीदार किया.
"ये सब ऑपोसिशन वालो की साज़िश है,वो जानते हैं की पॅंचमहल मे हमारी पार्टी को चुनाव मे हराना नामुमकिन है..",उसने झुक कर लड़की की बाई छाती के काले निपल पे जीभ फिराते हुए पूरी चूची को अपने मुँह मे भर लिया,"आआआहह...",लड़की कराही.ठुकराल कोई 10-15 सेकेंड तक चूची चूस्ता रहा,"ठुकराल साहब..ठुकराल साहब?आपको मेरी आवाज़ सुनाई दे रही है क्या?"
"जी..माफ़ कीजिएगा,मैं ज़रा अपनी दावा की गोली निगल रहा था...हां तो मैं कह रहा था कि ये सब विरोधी पार्टियो की चाल है,वो चुनाव मे तो हमे हरा नही सकते तो अनप-शनाप बाते फैला रहे हैं,ये सोच के इस से हम मे फूट पड़ जाएगी.",ठुकराल ने लड़की की कमर पे हाथ रख उसे अपनी गोद मे बिठाया तो लड़की ने भी बैठते हुए अपनी नंगी गंद से उसके अंडरवेर मे च्छूपे लंड को ज़ोर से दबा दिया.
ठुकराल ने इस बार उसकी दाई चूची को मुँह मे भर लिया,"..तो आप का कहना है की आप शत्रुजीत सिंग का साथ देंगे?"
ठुकराल ने चूची को मुँह से निकाला,"जी!हां.बिल्कुल.वो हुमारे उमीदवार हैं & मैं उन्हे जीतने मे कोई कसर नही छ्चोड़ूँगा.",लड़की उसकी गोद से सरक कर नीचे कालीन पे घुटनो पे बैठ गयी & 1 झटके मे अंडरवेर को उतार ठुकराल के 8 इंच लंबे & मोटे लंड को बाहर निकाल लिया.
"मगर ठुकराल साहब,आपने ये माना है टिकिट ना मिलने का आपको अफ़सोस है.इसके बारे मे आपका क्या कहना है?",ठुकराल के मुँह से ज़ोर की आह निकल जाती मगर उसने बड़ी मुश्किल से उसे अपने हलक मे ही ज़ब्त कर लिया,दरअसल हुआ ये था कि लड़की ने उसका पूरा लंड अपने मुँह मे भर लिया था,यहा तक की कुच्छ हिस्सा तो उसके हलक मे भी चला गया था,जबकि ठुकराल साहब ये सोच रहे थे की वो अभी लंड को केवल अपनी जीभ से छेड़ेगी.
उसने लड़की के सर को पकड़ लिया.कंठ मे उतरे होने की वजह से उसके लंड को वैसा ही मज़ा मिल रहा था जैसा उसे चूत मे मिलता,"देखिए,अफ़सोस तो बस थोड़ी देर के लिया था.उस से भी ज़्यादा मुझे इस बात की खुशी है की अमरजीत जी के लड़के ने उनके परिवार की पंचमहल की सेवा करने की परंपरा को आगे बढ़ाया है & इसमे उनका हाथ बताने का शुभ अवसर मुझे मिल रहा है."
"ठीक है,ठुकराल साहब.हम मान लेते हैं की आपको अपनी पार्टी से कोई गीला नही है & ना ही शत्रुजीत सिंग से आपके कोई मतभेद हैं.",लड़की ने कंठ से तो लंड को निकाल लिया था पर अभी भी वो उसे अपने हाथ से हिलाते हुए चूस रही थी.ठुकराल अब तक पता नही कितनी लड़कियो को चोद चुका था & उनमे भी सैकड़ो रंडियो को.उसने फ़ौरन भाँप लिया की ये लड़की भी अपने पेशे मे माहिर है & चाहती है की वो उसके हाथो & मुँह से ही झाड़ जाए & आगे उसे ज़्यादा मेहनत ना करनी पड़े.उस बेचारी को क्या पता था कि आज रात उसकी ली गयी रकम के 1-1 पैसे से भी कही ज़्यादा कीमत ठुकराल उस से वसूल करने वाला था.
"जी.अगर अब आपके पास और सवाल ना हो तो मैं इजाज़त चाहूँगा,मेरी बाकी दवा का भी वक़्त हो गया है."
"हां-2,ठुकराल साहब.हम आपका बहुत-2 शुक्रिया अदा करते हैं कि आपने अपना कीमती वक़्त हमे दिया."
"शुक्रिया.",ठुकराल ने फोन बंद किया & कानो से इयरपीस निकाल कर वही सोफे पे फेंक दिया.लड़की अब उसके लंड को मसल्ते हुए उसके आंडो को चूस रही थी.ठुकराल ने उसे उठा कर फिर पहले की तरह अपने सामने घुटनो पे खड़ा कर दिया & अपने हाथ की बड़ी उंगली उसकी चूत मे पूरी घुसा दी & अपने अंगूठे को उसके दाने पे लगा दिया,".आईईईईययईए...",लड़की बेचैनी से अपनी कमर हिलाने लगी.
ठुकराल ने दूसरे हाथ से उसकी कमर को थाम उसकी गंद को मसल्ते हुए अपना मुँह उसकी छातियो के कड़े निपल्स पे लगा दिया.काफ़ी देर तक वो इसी तरह अपनी उंगली से उसकी चूत मारते हुए उसकी भारी चूचियो का स्वाद चखता रहा.तभी लड़की कुच्छ ज़्यादा बेचैनी से अपनी कमर हिलाने लगी.ठुकराल समझ गया की वो झड़ने वाली है.
उसने तुरंत अपनी उंगली निकाली & लड़की की कमर को पकड़ उसे अपने लंड पे बिठाने लगा.लड़की पूरी तरह से मस्ती मे आ चुकी थी,उसने 1 हाथ नीचे ले जाके लंड को अपनी गीली चूत का रास्ता दिखाया.जुब लंड 2 तिहाई अंदर चला गया तो वो उच्छल-2 कर चुदाई करने लगी पर ठुकराल ने उसे रोक कर उसकी कमर को मज़बूती से पकड़ कर नीचे से 2-3 करार झटके लगा कर लंड को जड तक उसकी चूत मे घुसा दिया,"..ऊवुवयीयियी....माआ.....
उसके बाद ठुकराल शांत बैठ गया & अपने हाथो को उसकी पीठ पे फेरता हुआ उसकी चूचिया पीने लगा.लड़की ने उसे कुच्छ ना करता देखा खुद ही उच्छल-2 कर चुदाई शुरू कर दी,वो झड़ने को बेताब थी.ठुकारल के सर को पकड़ आहे भरती हुई वो अपने सर को पीछे झुका बड़ी तेज़ी से उच्छल रही थी.अचानक वो ज़ोर से चीखी & पागलो की तरह अपनी चूत को लंड पे दबाते हुए झुक कर ठुकराल के होंठो को चूमते हुए झाड़ गयी.ठुकराल उसकी पीठ & गंद को लगाता सहलाए जा रहा था.
लड़की लंबी साँसे लेती हुई ठुकराल के सीने पे झुकी हुई थी.ठुकराल वैसे ही बैठे हुए थोड़ा और नीचे हो सोफे पे अढ़लेता सा हो गया.सोफा काफ़ी लंबा चौड़ा था,इसी कारण ठुकराल को कोई परेशानी नही थी.उसने लड़की की कमर को बड़ी मज़बूती से अपनी बाहो के घेरे मे बाँध लिया & फिर नीचे से इतनी ज़ोर-2 के धक्के लगाए की लड़की पागलो की तरह चीखने लगी.
कुच्छ देर पहले ही झड़ी उसकी चूत इस कातिलाना हमले से फिर से मस्ती मे आ पानी छ्चोड़ने लगी थी.ठुकराल के मुँह पे उसकी छातिया दबी हुई थी & वो बस उन्हे चूमता-चूस्ता जा रहा था.उसके हाथ लड़की की गंद को मसले जा रहे थे.1 बार फिर लड़की की बेचैनी उस मक़ाम पे पहुँच गयी जहा से बस उसे मज़े के समंदर मे गिर जाना था & 1 बार फिर ठुकराल ने पैंतरा बदला.
उसने बिजली की तेज़ी से लड़की को अपनी गोद से उठाया & सोफे पे घोड़ी की तरह कर दिया,अब वो अपने हाथो & घुटनो के बल थी,थकान से उसने अपना चेहरा सोफे के मुलायम गद्दे मे छुपा लिया था.ठुकराल ने अपनी दाई टांग फर्श पे रखी & बाई को सोफे पे.लड़की बेचैनी से अपनी गंद हिला रही थी,उसकी चूत को बेसब्री से लंड का इंतेज़ार था.
ठुकराल ने बहुत धीरे से लंड को पूरा उसकी चूत मे धंसा दिया,फिर उसकी कमर पकड़ी & फिर से उसकी चुदाई शुरू कर दी.लड़की की भारी गंद से जब उसके लंड के आस-पास का हिस्सा टकराता तो उसके अंदो मे गुदगुदी सी होती.उसने 1 हाथ नीचे ले जाके उसकी चूचियो को मसलना शुरू किया & दूसरे से उसकी चूत के दाने के.लड़की के लिए ये दोहरी मार कुच्छ ज़्यादा थी & वो दोबारा झाड़ गयी.पर ठुकराल तो अभी शुरू ही हुआ था.उसने देखा की लड़की निढाल हो सोफे पे गिरने वाली है तो उसने अपने हाथ उसकी चूचियो & चूत से हटा उसकी कमर को मज़बूती से थाम कर चुदाई जारी रखी.
लड़की उसकी चुदाई से 1 बार और झड़ी,उसके बाद ही ठुकराल ने अपने अंदर उबाल रहे लावे को अपने लंड के रास्ते उसकी चूत मे गिरने दिया.लड़की हाँफती हुई सोफे पे पड़ी थी.ठुकराल ने उसे पानी बाहो मे उठाया & उसे साथ ले उस गोल बिस्तर पे लेट गया.फिर उसने 1 रिमोट उठा कर 1 बटन दबाया तो हॉल का दरवाज़ा खोल उसकी पाँचो रखैले पूरी नंगी वाहा आ गयी.
पाँचो मे कौन सबसे खूबसूरत है-ये तय करना मुश्किल था.सभी बेइंतहा हुस्न & जवानी की जीती-जागती मिसाले थी.1 ठुकराल की टाँगो के बीच लेट उसका लंड अपनी जीभ से सॉफ करने लगी तो दूसरी 1 गीले तौलिए से यही काम उस कल्लगिर्ल के साथ कर रही थी.ठुकराल बिस्तर के हेडबोर्ड से टेक लगाके बैठा था,तीसरी उसके पीछे आकर उसकी पीठ से लग कर बैठ गयी & उसके कंधे दबाने लगी.चौथी 1 ट्रॉली धकेलते हुए ले रही थी जिसपे खाने का समान था,उसने 1 प्लेट मे खाना निकाला & ठुकराल के दाई तरफ उसकी बाँह के घेरे मे बैठ उसे खिलाने लगी.पाँचवी के हाथ मे पानी का ग्लास था & वो ठुकराल के बाई बाँह के घेरे मे बैठ गयी & जब वो कहता वो उसे पानी पिलाती.
तभी ठुकराल का दूसरा मोबाइल बजा तो ठुकराल संजीदा हो उठा,उसने उस कल्लगिर्ल की चूत सॉफ कर रही लड़की को फोन लाने का इशारा किया,कॉल गर्ल थक कर नींद की गोद मे जा चुकी थी.
"हेलो..कहा थे तुम?मैं कब से तुम्हे फोन कर रहा था!...ह्म्म्म...अच्छा..ठीक है..तुम फ़ौरन यहा चले आओ..और हां..किसी को इस बात की भनक नही लगनी चाहिए...ठीक है..और किसी को किसी कीमत पे ये नही पता चलना चाहिए कि हम दोनो 1 दूसरे को जानते हैं..ओके.".ठुकराल ने फोन बंद किया तो लड़की ने फोन किनारे रख दिया & उसकी गोद मे बैठ उसकी छाती सहलाने लगी..पर वो तो अपने ख़यालो मे खोया हुआ था..."....शत्रुजीत सिंग जगबीर ठुकराल का हक़ छ्चीन कर तुमने कितनी बड़ी ग़लती की है ये तुम्हे अब पता चलेगा..",उसने मन ही मन सोचा,खाना ख़तम हो चुका था.उसने पानी पिया & उस छाती सहलाती लड़की को खींच कर उसकी मस्त चूचिया दबाते हुए उसे चूमने लगा.
------------------------------
रात के 1 बजे बिस्तर पे कामिनी करवाते बदल रही थी.उसकी आँखो से नींद कोसो दूर थी.रह-2 के उसे अपनी ज़िंदगी मे 1 मर्द की कमी खल रही थी..कैसा होता अगर कोई अभी उसे अपनी मज़बूत बाहो मे भींच कर उसके मखमली बदन से खेलता उसकी चुदाई कर रहा होता!
उसे सुबह करण के साथ गोल्फ कोर्स वाली बात & शत्रुजीत के साथ हुई क्लब वाली बात याद आ गयी..विकास के बाद ये दोनो ही थे जिन्होने उसके जवान बदन मे उमंगे पैदा कर दी थी..पर 1 और इंसान भी तो था जिसे वो भूल रही थी-चंद्रा साहब.
उसे याद आ गयी वो शाम जब चंद्रा साहब ने पहली बार उसके जिस्म को च्छुआ था.वो उनकी कुर्सी के बगल मे खड़ी हो उन्हे फाइल मे कुच्छ दिखा रही थी की तभी पेन नीचे गिर गया.वो उठाने झुकी तो उसे लगा जैसे उसकी गंद पे किसी ने हाथ फिटाया है.क्या चंद्रा साहब ने ऐसा किया?उसे लगा की ये उसका वहाँ है.पर फिर तो ये लगभग रोज़ की ही बात हो गयी.जब उसका ध्यान कही और होता तो वो उसकी गंद च्छू देते.
कामिनी उनकी बहुत इज़्ज़त करती थी & उनकी ऐसी हर्कतो पे उसे बड़ी हैरत हुई पर उसे उस से भी ज़्यादा हैरत इस बात पे हुई की उसे ये बिल्कुल भी बुरा नही लगा,बल्कि जब भी वी चोरी से उसे छुते तो उसके बदन मे रोमांच की लहर दौड़ जाती.
1 बार वो विकास & उनके बीच उनकी कार मे बैठी कोर्ट जा रही थी.विकास को तो बस उस से चिपकने का मौका चाहिए था तो वो उस से सॅट कर बैठा था.दिखाने के लिए 1 फाइल खोल ली थी & उसके नीचे हाथ से उसकी सारी मे ढँकी जाँघ सहला रहा था.पर चंद्रा साहब भी अपनी जाँघ उस से सताए दूसरी ओर बैठे थे.अचानक उसने अपने पेट के बगल मे कुच्छ महसूस किया.उसने आँखो के कोने से देखा की चंद्रा साहब जो उसकी दाई ओर बैठे थे वो हाथ बँधे बैठे हैं & अपने दाए हाथ से उसके पेट को इस तरह सहला रहे हैं कि वो उसकी सारी से च्छूप गया है.
कामिनी का हाल बुरा हो गया,ये दोनो मर्द उसके जिस्म से खेल रहे थे & उसकी चूत मे कसक उठने लगी थी.तभी चंद्रा ने 1 ऐसी हरकत की उसकी चूत ने बस पानी छ्चोड़ दिया.वो फाइल देखने के बहाने मुड़ते हुए झुके & अपने हाथ को उसकी सारी के नीचे किए हुए उसकी बाई छाती की बगलो को हल्के-2 दबाने लगे,वो भी इस तरह की विकास को भनक भी ना लगी.कोर्ट पहुँचते-2 कामिनी पागल सी हो गयी.जैसे ही कार रुकी वो भाग कर कोर्ट के बाथरूम मे गयी & अपनी उंगली से खुद को शांत किया.
उसके विरोध ना करने की वजह से चंद्रा साहब का हौसला और बढ़ गया था.1 दिन देर शाम ऑफीस मे लाइट चली गयी.चंद्रा साहब ने विकास को बाहर जा कर देखने को कहा की जेनरेटर क्यू नही शुरू हुआ.उसमे कुच्छ खराबी थी & विकास मेकॅनिक के साथ लग गया.इस कम मे 15 मिनिट लगे.
कॅबिन मे घुप अंधेरा था & उसका फयडा उठा कर चंद्रा साहब उठ खड़े हुए & खड़ी हुई कामिनी को पीछे से दबोच लिया.उनका 1 हाथ उसके पेट पे फिसलते हुए उसकी नाभि को कुरेदने लगा तो दूसरा उसकी ब्लाउस मे क़ैद चूचियो को उपर से ही मसल्ने लगा.दोनो बिल्कुल खामोश थे,कामिनी बस खड़ी हुई उनकी हर्कतो का मज़ा ले रही थी कि तभी विकास की आवाज़ आई,"हां..अब ऑन करो.",चंद्रा साहब ने फ़ौरन उसे छ्चोड़ दिया & अपनी कुर्सी पे चले गये.
तभी बत्ती भी आ गयी & वो ऐसे बैठे रहे जैसे कुच्छ हुआ ही ना हो.इसके बाद ही उन्होने उसे & विकास को अपनी प्रॅक्टीस शुरू करने को कहा था..शायद उन्हे खुद पे भरोसा नही था & अगर वो हमेशा उनके सामने रहती तो वो ज़रूर और हदो को भी पार कर जाते.
कामिनी के नज़रो मे उनकी इज़्ज़त और बढ़ गयी-वो ग़लती कर रहे थे,अपनी असिस्टेंट के साथ ये सब उन्हे शोभा नही देता था पर वक़्त रहते उन्होने खुद को संभाल लिया था.कोई और वकील होता तो अब तक उसे अपने बिस्तर मे घसीट चुका होता और फिर शायद उसकी विकास से शादी भी नही हुई होती.
अच्छा ही होता!..वो आज इस अकेलेपन,इस तन्हाई से तो बच जाती....पर वो फिर ऐसे क्यू सोच रही थी..2 जवान खूबसूरत मर्दो से उसका परिचय हुआ था & अगर किस्मत ने उसका साथ दिया तो वो किसी 1 के साथ या फिर दोनो के साथ फिर से अपनी राते रंगीन करेगी.ये ख़याल आते ही उसका हाथ अपनी नाइटी के नीचे नंगी चूत पे चला गया & उस से खेलने लगा.
------------------------------
रात के 1 बजे शत्रुजीत अपने बेडरूम मे दाखिल हुआ.अंदर अंधेरा था & खिड़की से आती हल्की चाँदनी मे उसने देखा की नंदिता छ्होटी सी नेग्लिजी मे लेटी हुई है.वो उसकी तरफ ही देख रही थी.शत्रुजीत ने अपने कपड़े उतारे & पूरा नंगा हो उसके बगल मे चादर मे घुस गया पर उसने पत्नी को छुने की कोई कोशिश नही की ना ही नादिता ने उसकी तरफ हाथ बढ़ाया.दोनो को आज तक ये बात समझ मे नही आई थी-दोनो जवान & खूबसूरत थे,1 जैसे फॅमिली बॅकग्राउंड से थे,किसी और को चाहते भी नही थे फिर आख़िर क्यू उन्हे 1 दूसरे से प्यार नही हुआ था...बस अपनी भूख मिटाने के लिए दोनो चुदाई करते थे.उसमे भी बहुत मज़ा आता था उन्हे पर प्यार-प्यार उस वक़्त भी नही होता था उनके बीच.
शत्रुजीत ने गर्दन घुमाई तो पाया की नंदिता उसे देखा रही है.नज़रे मिलते ही जैसे कोई चिंगारी भड़की & दोनो घूम कर 1 दूसरे से चिपक गये.नंदिता ने खुद ही अपनी नेग्लिजी निकाल दी,उसने नीचे कुच्छ भी नही पहना था & शत्रुजीत उसके बदन को चूमने,चाटने लगा.हर बार ईयसे ही होता था दोनो ऐसे प्यार करते जैसे वक़्त ही ना हो उनके पास,ये आख़िरी रात हो उनके जीवन की.
शत्रुजीत उसकी चूचियो को चूस्ते हुए उसकी टाँगो के बीच आ रहा था की नादिता ने खुद अपनी जंघे फैला दी.शत्रुजीत ने 1 झटके मे अपना लंड अपनी बीवी की चूत मे उतार दिया.दोनो आहे भर रहे थे,1 दूसरे को चूम रहे थे,खरोंच रहे थे...पर 1 बार भी 1 दूसरे का नाम नही लिया..बस जैसे दो अजनबी 1 साथ 1 रात के लिए साथ हुए हो.पर वो अजनबी भी कुच्छ तो प्यार जताएंगे.
शत्रुजीत बस धक्के लगाए जा रहा था,बीवी की कसी चूत उसे हुमेशा पागल कर देती थी पर उसने कभी उसे ये नही बताया था.नंदिता भी पति की मर्दानगी की कायल थी.कितना भी थका हो जब तक वो ना झड़ती वो रुकता नही था.उसने हुमेशा उसे खुश किया था पर उसने भी कभी उसकी इस बात की तारीफ नही की थी.
"आहह....आअहह...",नंदिता अपने पति से चिपकी झड़ने लगी तो शत्रुजीत ने भी अपना वीर्या उसकी चूत मे गिरा दिया.फिर वो उसके उपर से अपना लंड निकाल कर उतर कर अपनी जगह पे लेट गया.नंदिता थोड़ी देर पड़ी रही फिर उठ कर बाथरूम चली गयी,अपनी चूत सॉफ करने के लिए.शत्रुजीत उसके लौटने का इंतेज़ार करने लगा ताकि फिर वो बाथरूम जा अपना लंड सॉफ कर सके.
------------------------------
रात के 1 बजे करण अपने बिस्तर पे नंगा लेटा अपना लंड हिलाते हुए अपने मोबाइल से नंबर डाइयल कर रहा था.थोड़ी देर बाद किसी ने कॉल रिसीव किया तो उसके होंठो पे मुस्कुराहट फैल गयी & वो और तेज़ी से लंड हिलाने लगा.
इस रात सभी जाग रहे थे & किसी ना किसी तरीके से अपने जिस्म की आग को शांत कर रहे थे बस 1 इंसान था जिसे शायद इस काम से कोई मतलब नही था-अब्दुल पाशा.वो पाशा जिसकी 1 नज़र अच्छे-अछो का खून जमा देती थी,जिसकी हरी आँखे किसी ठंडी झील के जैसी थी वो इस वक़्त 1 मासूम बच्चे की तरह अपने कमरे मे गहरी नींद मे सो रहा था.
काश सभी उसकी तरह निश्चिंत होते!
GEHRI CHAAL paart--7
Is waqt sofe pe 1 jawan ladki baithi thi jiske baal sunehre & bhure rango se color kiye hue the.ladki ne 1 halter neck top pehna tha jis se ki uski puri chikni baahen & gore kandho ka hissa & upari aadhi pith numaya ho rahe the & unpe uske bra ke transparent straps chamak rahe the.iske sath usne kali,sequined skin-tight jeans pehni thi & pairon me high heel sandals thi.uske hotho pe glossy lal lipstick chamak rahi thi & hath-paanv ke nakhuno pe matching lal nail polish.uske huliye se saaf zahir tha ki vo 1 high class callgirl hai.vo baithi tv pe koi music channel dekh rahi thi.
tabhi hall ka darvaza khula & Jagbir Thukral ne andar kadam rakha,usne band gale ka coat pehana hua tha,lag raha tha ki vo abhi-2 kahi bahar se vapas lauta hai.use dekhte hi ladki muskurati hu khadi ho gayi,"hello!"
jawab me thukral ne kewal sar hilaya & sar se paanb tak use ghurne laga,ladki bhi kisi model ki tarah muskurati khadi thi.thukral ke hotho pe 1 kutil muskan tair gayi & uska lund pant me neend se jag angdaiyaan lene laga,"vaha khadi ho jao.",usne ladki ko tv & sofe ke beech me khade hone ko kaha & khud sofe ke paas aa gaya.
usi waqt 1 bar fir darwaza khula & 1 khubsurat ladki hath me tray-jispe pani ka glass tha,liye andar aayi.ye un 5 ladkiyo me se 1 thi.ladki ne 1 bahut chhota tube top pehna tha & uski chhatiyo ka upari hissa us kase top se chhalaka sa ja raha tha.neeche usne 1 tight micro-mini skirt pehni thi jo bas uski gand ko kisi tarah dhanke hue thi.
thukral ne tray se glass uthaya & pani pite hue apni baayi banh uski patli kamar me dal di.pani pine ke bad usne glass ladki ko vapas kiya to usne use kinare rakh diya,"mere kapde utaro.",hukm sunte hi ladki jhuk kar uske joote kholne lagi,"tum bhi apne kapde utaro.",usne callgirl ko kaha to muskurate hue usne apne hath neeche le jakar apne top ko utahya & sath hi sath ghum kar apni pith thukral ki taraf karte hue,use apne sar se nikal vahi zamin pe gira diya.
bra ke transparent straps ke chalte uski gori pith lagbhag nangi hi thi.ladki ne bhi thukral ka coat & shirt nikal diye the & ab vo uski pant khol rahi thi.call girl ghumi & thukral ki muskurati nazro se apni nazre milate hue apni belt nikal di.ladki ne thukral ki pant utar di thi & underwear khinchne wali thi,"ise rehne do & ab tum jao."usne ladki ki gand thapthapai & sofe pe baith uski back pe apne hath pasar diye.ladki ne uske kapdo se nikale 2 mobile phones & 1 bluetooth handsfree kit uski bazu me rakh diye & hall se bahar chali gayi.
call girl ne apni jeans ka button khola & bahut dhere se zip sarkayi & jeans ko neeche karte hue 1 bar fir ghum gayi.usne apne upari badan ko is tarah jhukaya ki uski gand thukral ki aankho ke samne aur ubhar gayi.apni jangho & tango ko hilate hue usne apni jeans ko utar diya & fir ghum kar khadi ho gayi.
ab vo 1 lemon color ke push-up bra & bahut hi chhoti panty me apni kamar pe hath rakhe khadi thi.push-up bra ne uske bade se cleavage ko aur bhi ubhar diya tha & jab vo zara bhi hilti to uski chhatiyan katilana andaz me chhalchhala jati.uski chhatiyaan itni kasi hui nahi thi& pet bhi halka sa nikla hua tha,par ye uski khubsurti ko aur badha hi raha tha.
thukral ki tajurbekar nigaho ne 1 nazar me hi bhanp liya ki agar vo ladki kuchh saal aur is peshe me rahi to bahut jald uska badan pura dheela pad jayega & vo waqt se pehle hi budhi ho jayegi.par use uske kal se kya lena-dena tha!use to uske aaj se matlab tha & aaj vo ladki vo phool thi jiska husn apne pure shabab pe tha.
tabhi thukral ka 1 mobile baja.usne number dekha,fir handsfree kit apne baaye kaan me lagai,"zara volume mute kar PMN news channel lagana.",fir phone on kiya,"thukral speaking."
"good evening,sir!main PMN news channel se bol rahi hu."
"haan,kahiye."
"sir,aap live telephone interview ke liye taiyyar hai na ?"
"ji,haan.",usne apne hath se callgirl ko uska kaam jari rakhne ka ishara kiya.vo uske paas aayi & uski taraf apni pith kar apni gardan ghuma apne kandhe ke upar se shararat bhari nazro se apne bra ke hook ki or ishara kiya.samne tv pe news anchor bolta hua dikh raha tha.
thukral ne hook khol ladki ki kamar thamni chahi to ladki bhag kar vapas tv ke samne chali gayi,"..bas thodi der me humare anchor aapse baat karenge sir.aap please line pe bane rahiyega."
"ok."
ladki ne uski taraf pith kiye khadi ho apne baaye kandhe ke upar se shararati muskan ke sath use dekhte hue apne kandho se bra ko sarka diya to vo bhi vahi uske top ke paas zamin pe gir gaya.
"PMN news me aapka swagat hai,thukral sahab.",samne tv screen 2 hisso me banti hui thi,1 me anchor bolta dikhayi de raha tha & dusre me thukral ki photo,"shukriya."
"thukral sahab,aapki party ne Lok Sabha chunav ka ticket Shatrujeet Singh ko de diya hai.khabar hai ki aap is baat se khush nahi hain & shayad party chhodne tak ki soch rahe hain?"
ladki vaisi hi khadi apni panty me apne anguthe phansa kar use apni gand matkate hue neeche sarka rahi thi,"dekhiye,ticket na milne ka thoda afsos to mujhe hai par main party chhodne ki bilkul bhi nahi soch raha.ye party meri maa ke jaisi hai koi apni maa ko chhodta hai kya!",ladki ki harkate dekh thukral ki aankho me vasna ki chamak & hotho pe shaitani muskan aa gayi.
"..par humne to suna hai ki aapki shatrujeet singh se nahi banti & aap unke chunav prachar se alag-thalag rehne wale hain?"
ladki ab puri nangi ho chuki thi & thukral ki aankho ke samne uski gori pith & chaudi gand chamak rahe the,"ye sarasar jhuthi baate hain!sabhi jante hain ki maine humesha Amarjit ji ke sath mil ke kaam kiya hai,fir unke bete se mujhe kya pareshani ho sakti hai!pata nahi kaun aapko ye ool-jalool khabre deta hai.party ke umeedvaar ki madad karna main apna dharm samajhta hu & thukral aaj tak apne dharm se nahi diga hai."
ladki ghumi,usne apni baayi banh apne seene pe rakh apni gol chhatiyaan dhank li thi & daayi hatheli se apni chut ko bhi chhipa liya tha.vo dheeme kadmo se lehrati hui thukral ki or badhne lagi.dabe hone ki wajha se uski chhatiyaan jaise banh ke upar se chhalakne ko betab thi.
"thukral sahab,aapko kya lagta hai aisi khabre kyu aa rahi hain?aakhir kya karan hai?",ladki thukral ke paas aayi & vaise hi apne ango ko dhanke hue thukral ke dono or apne ghutne sofe pe tika uske upar khadi ho gayi.thukral ne uske hatho ko hata pehli baar uski badi-2,gol chhatiyo & chikni,gulabi chut ka deedar kiya.
"ye sab opposition valo ki sazish hai,vo jante hain ki Pnachmahal me humari party ko chunav me harana namumkin hai..",usne jhuk kar ladki ki baayi chhati ke kale nipple pe jibh phirate hue puri choochi ko apne munh me bhar liya,"aaaaaahhhhh...",ladki karahi.thukral koi 10-15 second tak choochi chusta raha,"thukral sahab..thukral sahab?aapko meri avaz sunai de rahi hai kya?"
"ji..maaf kijiyega,main zara apni dava ki goli nigal raha tha...haan to main keh raha tha ki ye sab virodhi partiyo ki chaal hai,vo chunav me to hume hara nahi sakte to anap-shanap baate faila rahe hain,ye soch ke is se hum me phoot pad jayegi.",thukral ne ladki ki kamar pe hath rakh use apni god me bithaya to ladki ne bhi baithte hue apni nangi gand se uske underwear me chhupe lund ko zor se daba diya.
thukral ne is bar uski daayi choochi ko munh me bhar liya,"..to aap ka kehna hai ki aap shatrujeet singh ka sath denge?"
thukral ne choochi ko munh se nikala,"ji!haan.bilkul.vo humare umeedvaar hain & main unhe jitane me koi kasar nahi chhodunga.",ladki uski god se sarak kar neeche kaleen pe ghutno pe baith gayi & 1 jhatke me underwear ko utar thukral ke 8 inch lambe & mote lund ko bahar nikal liya.
"magar thukral sahab,aapne ye mana hai kiticket na milne ka aapko afsos hai.iske bare me aapka kya kehna hai?",thukral ke munh se zor ki aah nikal jati magar usne badi mushkil se use apne halak me hi zabt kar liya,darasal hua ye tha ki ladki ne uska pura lund apne munh me bhar liya tha,yaha tak ki kuchh hissa to uske halak me bhi chala gaya tha,jabki thukral sahab ye soch rahe the ki vo abhi lund ko kewal apni jibh se chhedegi.
usne ladki ke sar ko pakad liya.kanth me utare hone ki vajah se uske lund ko vaisa hi maza mil raha tha jaisa use chut me milta,"dekhiye,afsos to bas thodi der ke liya tha.us se bhi zyada mujhe is bat ki khushi hai ki amarjit ji ke ladke ne unke parivar ki panchmahal ki seva karne ki parampara ko aage badhaya hai & isme unka hath batane ka shubh avsar mujhe mil raha hai."
"thik hai,thukral sahab.hum maan lete hain ki aapko apni party se koi gila nahi hai & na hi shatrujeet singh se aapke koi matbhed hain.",ladki ne kanth se to lund ko nikal liya tha par abhi bhi vo use apne hath se hilate hue chus rahi thi.thukral ab tak pata nahi kitni ladkiyo ko chod chuka tha & unme bhi saikdo randiyo ko.usne fauran bhanp liya ki ye ladki bhi apne pehse me mahir hai & chahti hai ki vo uske hatho & munh se hi jad jaye & aage use zyada mehnat na karni pade.us bechari ko kya pata tha ki aaj raat uski li gayi rakam ke 1-1 paise se bhi kahi zyada keemat thukral us se vasool karne vala tha.
"ji.agar ab aapke paas aur sawal na ho to main ijazat chahunga,meri baki dawa ka bhi waqt ho gaya hai."
"haan-2,thukral sahab.hum aapka bahut-2 shukriya ada karte hain ki aapne apna keemti waqt hume diya."
"shukriya.",thukral ne phone band kiya & kano se earpiece nikal kar vahi sofe pe phenk diya.ladki ab uske lund ko masalte hue uske ando ko chus rahi thi.thukral ne use utha kar phir pehle ki tarah apne samne ghutno pe khada kar diya & apne hath ki badi ungli uski chut me puri ghusa di & apne anguthe ko uske dane pe laga diya,".aaiiiiyyyeee...",ladki bechaini se apni kamar hilane lagi.
thukral ne dusre hath se uski kamar ko tham uski gand ko masalte hue apna munh uski chhatiyo ke kade nipples pe laga diya.kafi der tak vo isi tarah apni ungli se uski chut marte hue uski bhari chhatiyo ka swad chakhta raha.tabhi ladki kuchh zyada bechaini se apni kamar hilane lagi.thukral samajh gaya ki vo jhadne wali hai.
usne turant apni ungli nikali & ladki ki kamar ko pakad use apne lund pe bithane laga.ladki puri tarah se masti me aa chuki thi,usne 1 hath neeche le jake lund ko apni gili chut ka rasta dikhaya.jub lund 2 tihayi andar chala gaya to vo uchhal-2 kar chudai karne lagi par thukral ne use rok kar uski kamar ko mazbooti se pakad kar neeche se 2-3 karare jhatke laga kar lund ko jud tak uski chut me ghusa diya,"..ooouiiii....maaaa.....
uske baad thukaral shant baith gaya & apne hatho ko uski pith pe ferta hua uski choochiya peene laga.ladki ne use kuchh na karta dekha khud hi uchhal-2 kar chudai shuru kar di,vo jhadne ko betab th.thukarl ke sar ko pakad aahe bharti hui vo apne sar ko peechhe jhuka badi tezi se uchhal rahi thi.achanak vo zor se chikhi & paglo ki tarah apni chut ko lund pe dabate hue jhuk kar thukral ke hotho ko chumte hue jhad gayi.thukral uski pith & gand ko lagatarsehlaye ja raha tha.
ladki lambi sanse leti hui thukral ke seene pe jhuki hui thi.thukral vaise hi baithe hue thoda aur neeche ho sofe pe adhleta s ho gaya.sofa kafi lamba chauda tha,isi karan thukral ko koi pareshani nahi thi.usne ladki ki kamar ko badi mazbooti se apni baaho ke ghere me bandh liya & fir neeche se itni zor-2 ke dhakke lagaye ki ladki paaglo ki tarah chikhne lagi.
kuchh der pehle hi jhadi uski chut is katilana humle se fir se masti me aa pani chhodne lagi thi.thukral ke munh pe uski chhatiya dabi hui thi & vo bas unhe chumta-chusta ja raha tha.uske hath ladki ki gand ko masle ja rahe the.1 bar fir ladki ki bechaini us maqam pe pahunch gayi jaha se bas use maze ke samandar me gir jana tha & 1 bar fir thukral ne paintra badla.
usne bijli ki tezi se ladki ko apni god se uthaya & sofe pe ghodi ki tarah kar diya,ab vo apne hatho & ghutno ke bal thi,thakan se usne apna chehra sofe ke mulayam gadde me chhupa liya tha.thukral ne apni daayi tang farsh pe rakhi & baayi ko sofe pe.ladki bechaini se apni gand hila rahi thi,uski chut ko besabri se lund ka intezar tha.
thukral ne bahut dheere se lund ko poora uski chut me dhansa diya,fir uski kamar pakdi & fir se uski chudai shuru kar di.ladki ki bhari gand se jab uske lund ke aas-paas ka hissa takrata to uske ando me gudgudi si hoti.usne 1 hath neeche le jake uski chhatiyo ko masalna shuru kiya & dusre se uski chut ke dane ke.ladki ke liye ye dohri maar kuchh zyada thi & vo dobara jhad gayi.par thukral to abhi shuru hi hua tha.usne dekha ki ladki nidhal ho sofe pe girne wali hai to usne apne hath uski choochiyo & chut se hata uski kamar ko mazbooti se tham kar chudai jari rakhi.
ladki uski chudai se 1 bar aur jhadi,uske baad hi thukral ne apne andar ubal rahe lave ko apne lund ke raste uski chut me girne diya.ladki hanfti hui sofe pe padi thi.thukral ne use pani baaho me uthaya & use sath le us gol bistar pe let gaya.fir usne 1 remote utha kar 1 button dabaya to hall ka darvaza khol uski paancho rakhailen puri nangi vaha aa gayi.
pancho me kaun sabse khubsurat hai-ye tay karna mushkil tha.sabhi beintaha husn & jawani ki jiti-jagti misale thi.1 thukral ki tango ke beech let uska lund apni jibh se saaf karne lagi to dusri 1 gile tauliye se yahi kaam us callgirl ke sath kar rahi thi.thukral bistar ke headboard se tek lagake baitha tha,teesri uske peechhe aakar uski pith se lag kar baith gayi & uske kandhe dabane lagi.chauthi 1 trolley dhakelte hue le rahi thi jispe khane ka saman tha,usne 1 plate me kahan nikla & thukral ke daayi trafa uski baanh ke ghere me baith use khilane lagi.panchvi ke hath me pani ka glass tha & vo thukral ke baayi banh ke ghere me baith gayi & jab vo kehta vo use pani pilati.
tabhi thukral ka dusra mobile baja to thukral sanjeeda ho utha,usne us callgirl ki chut saaf kar rahi ladki ko phone lane ka ishara kiya,call girl thak kar neend ki god me ja chuki thi.
"hello..kaha the tum?main kab se tumhe phone kar raha tha!...hmmm...achha..thik hai..tum fauran yaha chale aao..aur haan..kisi ko is bat ki bhanak nahi lagni chahiye...thik hai..aur kisi ko kisi keemat pe ye nahi pata chalna chahiye ki hum dono 1 dusre ko jante hain..ok.".thukral ne phone band kiya to ladki ne phone kinare rakh diya & uski god me baith uski chhati sehlane lagi..par vo to apne khayalo me khoya hua tha..."....shatrujeet singh jagbir thukral ka haq chheen kar tumne kitni badi galti ki hai ye tumhe ab pata chalega..",uske man hi man socha,khana khatam ho chuka tha.usne pani piya & us chhati sehlati ladki ko khinch kar uski mast chhatiya dabate hue use chumne laga.
------------------------------
raat ke 1 baje bistar pe Kamini karwate badal rahit hi.uski aankho se neend koso dur thi.reh-2 ke use apni zindagi me 1 mard ki kami khal rahi thi..kaisa hota agar koi abhi use apni mazboot baaho me bheench kar uske makhmali badan se khelta uski chudai kar raha hota!
use subah Karan ke sath golf course vali baat & shatrujeet ke sath hui club vali baat yaad aa gayi..Vikas ke bad ye dono hi the jinhone uske jawan badan me umange paida kar di thi..par 1 aur insan bhi to tha jise vo bhool rahi thi-Chandra sahab.
use yaad aa gayi vo sham jab chandra sahab ne pehli bar uske jism ko chhua tha.vo unki kursi ke bagal me khadi ho unhe file me kuchh dikha rahi thi ki tabhi pen neeche gir gaya.vo uthane jhuki to use laga jaise uski gand pe kisi ne hath fitaya hai.kya chandra sahab ne aisa kiya?use laga ki ye uska vaham hai.par fir to ye lagbhag roz ki hi bat ho gayi.jab uska dhyan kahi aur hota to vo uski gand chhu dete.
kamini unki bahut izzat karti thi & unki aisi harkato pe use badi hairat hui par use us se bhi zyada hairat is bat pe hui ki use ye bilkul bhi bura nahi laga,balki jab bhi vi chori se use chhute to uske badan me romanch ki lahar daud jati.
1 bar vo vikas & unke beech unki car me baithi court ja rahi thi.vikas ko to bas us se chipakne ka mauka chahiye tha to vo us se sat kar baitha tha.dikhane ke liye 1 file khol li thi & uske neeche hath se uski sari me dhanki jangh sehla rha tha.par chandra sahab bhi apni jangh us se sataye dusri or baithe the.achanak usne apne pet ke bagal me kuchh mehsus kiya.usne aankho ke kone se dekha ki chandra sahab jo uski dayi or baithe the vo hath bandhe baithe hain & apne daye hath se uske pet ko is tarah sehla rahe hain ki vo uski sari se chhup gaya hai.
kamini ka haal bura ho gaya,ye dono mard uske jism se khel rahe the & uski chut me kasak uthne lagi thi.tabhi chandra ne 1 aisi harkat ki uski chut ne bas pani chhod diya.vo file dekhne ke bahane mudte hue jhuke & apne hath ko uski sari ke neeche kiye hue uski baayi chhati ki baglo ko halke-2 dabane lage,vo bhi is tarah ki vikas ko bhanak bhi na lagi.court pahunchte-2 kamini pagal si ho gayi.jaise hi car ruki vo bhag kar court ke bathroom me gayi & apni ungli se khud ko shant kiya.
uske virodh na karne ki vajah se chandra sahab ka hausla aur badh gaya tha.1 din der sham office me light chali gayi.chandra sahab ne vikas ko bahar ja kar dekhne ko kaha ki generator kyu nahi shuru hua.usme kuchh kharabi thi & vikas mechanic ke sath lag gaya.is kam me 15 minute lage.
cabin me ghup andhera tha & uska fayda utha kar chandra sahab uth khade hue & khadi hui kamini ko peechhe se daboch liya.unka 1 hath uske pet pe fisalte hue uski nabhi ko kuredne laga to dusra uski blouse me qaid chhatiyo ko upar se hi masalne laga.dono bilkul khamosh the,kamini bas khadi hui unki harkato ka mza le rahi thi ki tabhi vikas ki aavaz ayi,"haan..ab on karo.",chandra sahab ne fauran use chhod diya & apni kursi pe chale gaye.
tabhi batti bhi aa gayi & vo aise baithe rahe jaise kuchh hua hi na ho.iske bad hi unhone use & vikas ko apni practice shuru karne ko kaha tha..shayad unhe khud pe bharosa nahi tha & agar vo humesha unke samne rehti to vo zaroor aur hado ko bhi par kar jate.
kamini ke nazro me unki izzat aur badh gayi-vo galti kar rahe the,apni assistant ke sath ye sab unhe shobha nahi deta tha par waqt rehte unhone khud ko sambhal liya tha.koi aur vakil hota to ab tak use apne bistar me ghasit chuka hota aur phir shayad uski vikas se shadi bhi nahi hui hoti.
achha hi hota!..vo aaj is akelepan,is tanhai se to bach jati....par vo fir aise kyu soch rahi thi..2 jawan khubsurat mardo se uska parichay hua tha & agar kismat ne uska sath diya to vo kisi 1 ke sath ya fir dono ke sath fir se apni raate rangeen karegi.ye khayal aate hi uska hath apni nighty ke neeche nangi chut pe chala gaya & us se khelne laga.
------------------------------
raat ke 1 baje shatrujeet apne bedroom me dakhil hua.andar andhera tha & khidki se aati halki chandni me usne dekha ki nandita chhoti si negligee me leti hui hai.vo uski taraf hi dekh rahi thi.shatrujeet ne apne kapde utare & pura nanga ho uske bagal me chadar me ghus gaya apr usne patni ko chhune ki koi koshish nahi ki na hi nadita ne uski taraf hath badhaya.dono ko aaj tak ye bat samajh me nahi aayi thi-dono jawan & khubsurat the,1 jaise family background se the,kisi aur ko chahte bhi nahi the fir aakhir kyu unhe 1 dusre se pyar nahi hua tha...bas apni bhukh mitane ke liye dono chudai karte the.usme bhi bahut maza aata tha unhe par pyar-pyar us waqt bhi nahi hota tha unke beech.
shatrujeet ne gardan ghumayi to paya ki nandita use dekha rahi hai.nazre milte hi jaise koi chingari bhadki & dono ghum kar 1 dusre se chipak gaye.nandita ne khud hi apni negligee nikal di,usne neeche kuchh bhi nahi pehna tha & shatrujeet uske badan ko chumne,chatne laga.har bar iase hi hota tha dono aise pyar karte jaise waqt hi na ho unke paas,ye aakhiri raat ho unke jiwan ki.
shatrujeet uski choochiyo ko chuste hue uski tango ke beech aa raha tha ki nadita ne khud apni janghe phaila di.shatrujeet ne 1 jhatke me apna lund apni biwi ki chut me utar diya.dono aahe bhar rahe the,1 dusre ko chum rahe the,kharonch rahe the...par 1 bar bhi 1 dusre ka naam nahi liya..bas jaise do ajnabi 1 sath 1 raat ke liye sath hue ho.par vo ajnabi bhi kuchh to pyar jatayenge.
shatrujeet bas dhakke lagaye ja raha tha,biwi ki kasi chut use humesha pagal kar deti thi par usne kabhi use ye nahi batay tha.nandita bhi pati ki mardangi ki kayal thi.kitna bhi thaka ho jab tak vo na jhadti vo rukta nahi tha.usne humesha use khush kiya tha par usne bhi kabhi uski is bat ki tareef nahi ki thi.
"aahhhhh....aaahhhhhh...",
------------------------------
raat ke 1 baje Karan apne bistar pe nanga leta apna lund hilate hue apne mobile se number dial kar raha tha.thodi der baad kisi ne call receive kiya to uske hotho pe muskurahat phail gayi & vo aur tezi se lund hilane laga.
is raat sabhi jaag rahe the & kisi na kisi tarike se apne jism ki aag ko shant kar rahe the bas 1 insan tha jise shayad is kaam se koi matlab nahi tha-Abdul Pasha.vo pasha jiski 1 nazar achhe-achho ka khun jama deti thi,jiski hari aankhe kisi thandi jheel ke jaisi thi vo is waqt 1 masoom bachche ki tarah apne kamre me gehri neend me so raha tha.
kash sabhi uski tarah nishchint hote!
Tags = राज शर्मा की कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ Raj sharma stories , kaamuk kahaaniya , rajsharma हिंदी सेक्सी कहानिया चुदाई की कहानियाँ उत्तेजक कहानिया Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स | सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स | vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा | सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such | सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई | एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein | चुटकले चुदाई के | चुटकले व्यस्कों के लिए | pajami kese banate hain | चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा | सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai | payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ | हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी | हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai | mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना,
No comments:
Post a Comment