Friday, April 23, 2010

चूत की कहानिया-चंचल चूत पार्ट---2

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चंचल चूत पार्ट---2
लेखक-- दा ग्रेट वोरिअर
हिंदी फॉण्ट बाय राज शर्मा
गतांक से आगे........................

दोनो के दिल बोहोत ज़ोर ज़ोर से धड़क रहे थे. दोनो साइलेंट थे बॅस मूह से मस्त सेक्सी आवाज़ें निकल रही थी. मेरी उंगली उसकी चूत के सुराख के अंदर थी पर पूरी अंदर नही गई थी ऐसे ही थोड़ी सी उंगली ही अंदर बहेर कर रहा था. उसकी चूत बोहोत ही गीली हो गई थी. चंचल ने अपना हाथ अपनी टांगो के बीच मे डाल के मेरे लंड को अछी तरह से पकड़ लिया था और दबा रही थी. अपनी चूतड़ उछाल उछाल के मेरी उंगली का मज़ा ले रही थी. उसके मूह से आवाज़ें निकलनी शुरू हो गई थी आआहह राआआआजज़ाआा बोहोत मज़ा आ रहा है आईसीईईई हीईीईईईईई उउउउउह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह और्र्ररर करूऊओ नाआआ प्लीईएआसए… आईईीीससईईई हीईईईईईई आअहह मेरी गोदी मे ऑटोमॅटिकली आगे पीछे होने लगी जैसे मेरी उंगली को चोद रही हो आआआअहह उउउहह ईईएहह
राआआआआआअजज़ाआाआआआआ बूऊऊहूऊऊऊऊवटतत मज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ाआआआआआआआअ एयेए रहााअ है… मेरी उंगली उसकी चूत के सुराख मे अंदर बहेर और कभी उसके चूत के दाने का मसाज.. थोड़ी देर मे ही उसका बदन अकड़ने लगा और चूतड़ को ज़ोर ज़ोर से आगे पीछे करने लगी चूत इतनी गीली हो गई मैं समझा शाएद उसकी सूसू निकल पड़ी हो. आआहह उउउउउउउउह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ऊऊओिईईई राआजाआअ करते हुए वो शांत हो गई और उसकी पीठ मेरे सीने से लग गई.
थोड़ी देर मे जब उसकी साँस ठीक हुई और उसकी आँख खुली तो उसको कुछ होश आया. उसने देखा के मेरे लंड का सूपड़ा उसकी चूत के पास मे ही तो उसने फिर से उसको पकड़ लिया और धीरे से दबा दिया. मैं ने उसको पॅसेंजर सीट पे बिठा दिया. धीरे धीरे उसे पता चला के क्या हुआ..
उसने नशीली आँखो से मुझे देखा और कहा “ हे राजा यह क्या कर दिया तुम ने यह कैसा मज़ा दे दिया तुम ने” मैं मुस्कुराते हुए बोला के मैं ने वोही किया जो तुम दोपेहेर को ऊपेर सोफे पे बैठ के कर रही थी.वो चौंक गई और बोली.. क्या मतलब, मैं क्या कर रही थी दोपेहेर को ? मैं ने बोला के जब
तुम सोफे पे बैठी थी और अपनी मस्त चूत का मसाज कर रही थी तो स्टेरकेस मे से मैं ने उसको देखा. ओह तो तुम ने देखा मुझसे वो शरमाते हुए बोली. मैं ने कहा हा और तभी सोचा के तुम्हारी चूत का मसाज करना चाहिए.वो शरारत से आँख मारते हुए हंस के बोली, सिर्फ़ मसाज या कुछ और भी ? मैं भी हंस दिया और बोला के हा सब कुछ.
इस बीच वो मेरे लंड को पकड़े हुए थी और मसाज कर रही थी. मैं ने चंचल को थोडा सा कॉर्स्स क्या और किस करने लगा. पहले तो उसको समझ नही आरहा था के किस कैसे किया जाता है पर जब मैं ने अपनी जीभ उसके मूह मे डाली तो वो मेरी जीभ को चूसने लगी तब उसको ऑटोमॅटिकली किस करना आ गया. कभी मैं उसकी जीभ को चूस्ता तो कभी वो मेरी जीभ को चूस्ति. उसकी आँखें फिर से मस्ती मे बंद होने लगी उसके बदन मे फिर से एलेक्ट्रिसिटी दौड़ने लगी. मेरे लंड का भी बुरा हाल था जोश मे हिल रहा था लोहे जैसा सख़्त हो गया था.
मैं ने चंचल को झुकाया और अपने लंड पे उसका मूह रख दिया. उसका मूह ऑटोमॅटिकली खुल गया और उसने मेरे लंड के सूपदे को अपने मूह मे ले लिया और सूपड़ा चूसने लगी. वाउ. उसका गरम गरम मूह लंड के सूपदे पे लगते ही जैसा मेरे बदन मे करेंट दौड़ने लगा और अपने चूतड़ उठा के उसके मूह मे अपने लंड को थोडा और अंदर घुसा दिया. मैं उसकी चुचिओ को दबा रहा था और मसल रहा था और चंचल मेरे लंड को चूस रही थी जैसे मज़े दार लॉली पोप चूस रही हो.
लंड मोटा था इसी लिए पूरा उसके मूह मे नही घुस्स पा रहा था बॅस लंड का सूपड़ा और थोड़ा सा लंड ही उसके मूह मे जा रहा था. मैं उसके मूह को आधे लंड से ही चोद रहा था. वो लंड को आइस लॉलो पोप की तरह से चूस रही थी. मैं तो बोहोत देर से गरम था मेरी क्रीम मेरे बॉल्स मे बाय्ल होने लगी. मेरा बदन अकड़ने लगा और आँखें बंद हो गई और मुझे महसूस हुआ के मेरी क्रीम अब निकलने वाली है तो मैं चंचल के सर को पकड़ के अपने अपने चूतड़ उठा उठा के लंड को उसके मूह मे घुसेड दिया और से उसके मूह को तेज़ी से चोदना शुरू किया, . मेरे चूतड़ सीट से उठ गये थे और मेरे लंड मे से क्रीम का एक फव्वारा जैसा निकलने लगा. चंचल घबरा गई और लंड को मूह से निकाल रही थी के मैं ने उसके सर को ज़ोर से पकड़ के अपना लंड उसके मूह मे फिर से घुसा दिया और ज़बरदस्ती ही सही चंचल को मेरे क्रीम खानी पड़ी. जब पूरी क्रीम निकल
गई और चंचल ने खा ली तो मैने चंचल से पूछा कैसी है. उसने मुस्कुराते हुए कहा यम्मी यम्मी है. मुझे पहले से पता होता के लंड की क्रीम इतनी यम्मी होती है तो मैं तो तुम्हारे लंड की क्रीम डेली ब्रेकफास्ट मे ब्रेड पे लगा के खाती. मैं हंस दिया और बोला के कोई बात नही कल से डेली खा लेना.
थोड़ी ही देर मई मेरा बदन भी शांत हो गया पर चंचल फिर से गरम हो गई थी. अब मैं अपनी सीट छोड़ के पॅसेंजर सीट पे आ गया और चंचल को सामने डॅशबोर्ड पे उसके चूतड़ टीका के खड़ा कर दिया ऐसे के उसकी गंद डॅशबोर्ड पे थी और उसके पैर सीट पे मेरे दोनो तरफ. मैं ने चंचल की चड्डी उतार दी तो चंचल की चंचल खुली चूत कार की धीमी लाइट मे मुझे मेरे सामने नज़र आने लगी. लाल लाल चूत और छोटा सा चूत का दाना वाउ बोहुत ही चिकनी थी उसकी चूत. एक भी झाँत का बॉल नही था उसकी प्यारी चूत पे. मैं ने पूछा तो चंचल ने बताया के उसको अभी तक मेनास भी नही हुए है. उसके बढ़ते हुए बदन को देख के मैं समझ गया के अभी तक नही हुए तो बॅस कुछ ही दीनो मे हो जाएगे.
चंचल की चूत पे मैं ने किस किया तो वो बेचैन हो गई उसके मूह से बोहोत ज़ोर की सिसकार निकल गई…आआआहह और मेरे सर को पकड़ के अपनी चिकनी चूत मेरे मूह से रगड़ने लगी. उसकी चूत को मैं चाटने लगा ऊपेर से नीचे, नीचे से ऊपेर आअहह क्या स्वीट टेस्ट था उसकी ब्रांड न्यू चूत का जिसमे से थोड़ा थोड़ा जूस निकल रहा था. दोनो हाथों से उसके चूत के दोनो लिप्स को खोल के अंदर के पोर्षन पे जीभ लगाई तो वो मज़े से चिल्लाने लगी. और अपनी गंद उठा के चूत को मेरे मूह पे रगड़ने लगी. मेरा सर पकड़ा हुआ था और मेरे मूह को वो अपनी चूत से चोद रही थी. मेरे हाथ उसकी नेकेड गंद को पड़के हुए थे और मैं उसके छूतदों को दबा रहा था. आहह क्या वंडरफुल चिकने चूतड़ थे उसके.
कभी पूरी चूत को मैं अपने मूह मे ले के दाँतों से काट लेता तो वो मज़े से चिल्ला पड़ती ऊऊओिईईईईईई राआआअजजजाआा बोहोट मज़ाआ आआआअ रहााअ हाईईईईई आईसीईईई हीईीईईईईईईईई आआऐईईई और काटो राआआअजाअ यह मुझे बोहोत टंगगगगगगगगगगग कारटीईईईईईईईई हाईईईईईईईई आअहह आआईयईईईई और उसका बदन फिर से अकड़ने लगा और वो मेरा सर पकड़ के अपनी चूत मे ज़ोर से घुसाने लगी और ज़ोर ज़ोर से रगार्डने लगी उसकी आँखें बंद थी और वो मस्ती मैं आआअहह उउउउउउउह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह की आवाज़ें निकाल रही थी और सडन्ली उसकी चूत मे से मीठा मीठा रस्स निकलना शुरू हो गया और
मैं सारे का सारा रस्स पी गया.. उसकी आँखें बंद थी और उसकी गहरी चलती साँसें ठीक हो गई तब तक मेरा लंड अकड़ के जोश मे हिलने लगा था.
चंचल को डॅश बोर्ड से नीचे उतरा तो चंचल ने मेरे खड़े हुए लंड को अपने छोटे से हाथों मे पकड़ लिया और दबाने लगी और कहा के राजा कुछ और भी तो करो ना. मैं ने कहा चंचल कही कोई प्राब्लम ना हो जाए तो वो बोली कैसी प्राब्लम .. कोई प्राब्लम नही होगी तुम कुछ करो ना प्लीज़ अब मुझ से रहा नही जाता.. मैं ने बोला के देखो चंचल कल हम पूरी तय्यारी से आते हैं और किसी और जगह चलते है. यहा तो कोई जगह हमारे लेटने के लिए ठीक नही है. उसने मेरे आकड़े हुए लंड को शरारत से हस्ते हुए और ज़ोर सी दबाते हुए कहा के इस का क्या होगा अब. . अब मेरे लंड मे से प्री कम निकल के उसके हाथ पे लगना शुरू हो गया था. चंचल ने पूछा हे राजा यह क्या है ? क्या तुम्हारी क्रीम ऐसी होती है ? मैं ने कहा नही यह तो प्री कम है यह चुदाई से पहले चूत को चिकना और स्लिपरी बनाने के लिए निकल ता है ता के लंड चूत मे आसानी से अंदर चला जाए तो वो बोली के कैसे जाएगा राजा इतना बड़ा तो है तुम्हारा लंड और मेरी चूत तो अभी बोहोत ही छोटी है. मैं ने कहा के कोशिश करते हैं धीरे धीरे डालूँगा पर फर्स्ट टाइम तो थोड़ी सी तकलीफ़ होगी पर बाद मे मज़ा ही मज़ा आएग तो उसने कहा ठीक है.
मेरा सरकम्साइज़्ड, शार्प, मोटा लोहे जैसा सख़्त लंड रॉकेट की तरह खड़ा था और चंचल मेरे लंड को पकड़ के ऊपेर नीचे करने लगी जैसे उसे पता हो के मास्टरबेट कैसे करते हैं. मुझे मज़ा आ ने लगा था. वो कार के नीचे खड़ी थी और मैं सीट पे बैठा था. मेरे पैर डोर के बहेर निकले हुए था और चंचल मेरे दोनो पैरों के बीचे मे खड़ी मास्टरबेट कर रही थी. मेरे पैर चंचल की गंद को घेरे मे लिए हुए थे और मेरे हाथ उसकी गंद पे थे और मैं उसके छूतदों को दबा रहा था और एक उंगली उसकी गंद के छेद मे घुसेड़ने की कोशिश कर रहा था चंचल मेरे मोटे लंड को अपने छोटे हाथों से दबा दबा के ऊपेर नीचे कर रही थी.
चंचल को पता नही क्या सूझा के उसने अपनी चूत को मेरे लंड के सूपदे से टच करना शुरू कर दिया और मूसल जैसे लंड को अपने चूत के दोनो लिप्स के बीचे मे से ऊपेर नीचे, नीचे ऊपेर कर के रगड़ने लगी कभी कभी लंड उसकी चूत के सूराख पे टिक्क जाता तो मुझे बोहोत मज़ा आता और वो भी सिसस्स्कारी भरती. मेरे लंड को हाथो से पकड़ के चूत मे ऐसे घिस्स रही थी जैसे कोई मसाला पीस रही हो.
लंड के प्री कम से उसकी चूत भी स्लिपरी हो गई थी और कभी कभी लंड का सूपड़ा उसके चूत मे थोड़ा सा घुस जाता तो वो चौंक के पीछे को हट जाती पर फिर से आगे आके लंड को चूत से रगड़ने लगती. मेरी क्रीम अब फिर से निकलने को रेडी थी मैं ने बोला चंचल और ज़ोर से और ज़ोर से आहह बोहोत मज़ा आ रहा है ऐसे ही आहह ऊओह उसके हाथ भी जोश मे और ज़ोर ज़ोर से चलने लगे. मेरी क्रीम बॅस अब लंड के सूराख तक आ गई तो मैं ने फिर से चंचल का सर पकड़ा और उसको झुका के उसके मूह मे अपने लंड का सूपड़ा घुसेड दिया तो उसने बिना हिचक के अपना मूह खोल के लंड के सूपदे को चूसना शुरू कर दिया और फिर 4 – 5 सेकेंड्स के अंदर ही मेरे लंड मे से क्रीम का फव्वारा ( फाउंटन ) निकलने लगा और चंचल के थ्रोट मे घुस्स गया. लंड मे से क्रीम निकलती रही और वो वो सारी क्रीम निगलती रही. मुझे ऐसा लगा जैसे मेरे सारे बदन मे ब्लड नही मेरे लंड की क्रीम है जो निकलती ही जा रही है और ख़तम ही नही हो रही है.
चंचल ने चूस चूस के मेरे लंड मे से निकली हुई क्रीम को खाया और लंड को सॉफ किया और अपने मूह उठा के मुझे देख के मुस्कुराने लगी. मैं कार से बहेर निकल आया और चंचल को अपनी बाँहो मे जाकड़ लिया. मेरी और उसकी हाइट मे बोहोत ज़ियादा डिफरेन्स नही था तो मेरा लंड उसके पेट के नीचे के हिस्से से टच हो रहा था चूत के करीब. उसके हाथ मेरी गंद पे थे दोनो एक दूसरे से एमब्रेस होते रहे. थोड़ी देर के बाद हम कार वापस ले के घर की तरफ चल दिए. रास्ते मे मेरे हाथ चंचल की चूत का मसाज कर रहे थे तो कभी उसकी वंडरफुल चुचिओ को मसल रहे थे और उसके हाथ मे मेरा लंड था. अभी ट्रॅफिक शुरू होने से पहले ही वो झुकी और मेरे लंड को फिर से अपने मूह मे ले के चूसने लगी और दबा के बोली के राजा मैं कल तक कैसे वेट करू आज ही रात कुछ करो ना. मैं ने कहा थोड़ा सबर करो नही तो बना बनाया खेल बिगड़ जाएगा तो वो खामोश हो गई और इसी तरह हम घर को पहुँच गये.
दूसरे दिन मैं और चंचल एक दूसरे को अजीब नज़रों से देखते रहे ऐसे के किसी को भी महसूस ना हो के हम दोनो के बीच कुछ डाल मे काला है.
शाम होते होते चंचल ने फिर से कहा के राजा चलो कार निकालो मुझे ड्राइविंग सिखाने के लिए ले चलो. मैं ने कहा के पहले मम्मी से पूछ तो लो के कही वो बहेर तो नही जा रही है नही तो उनको मुश्किल होगी. चंचल ने मम्मी से पूछा
तो पता चला के वो कही नही जा रही है कियॉंके उनके कुछ फ्रेंड्स उनसे मिलने के लिए घर पे आ रहे हैं.
मैं और चंचल कार ले के बहेर निकल गये और फिर से उसी सड़क पे चलने लगे. टाउन से बहेर निकल जाने के बाद जब ट्राफ़्फिसे पूरी ख़तम हो गई और हमारी कार के सिवा कोई और कार सड़क पे नही रही तो चंचल फिर से मेरी गोदी मे आ के बैठ गई अपने दोनो थाइस के मेरे दोनो थाइस के दोनो तरफ कर के जैसे कल बैठी थी. स्टियरिंग क्या खाख संभालती उसने तो मेरा लंड पकड़ना था जो वो पकड़ी हुई थी और लंड से खेल रही थी कभी दबा देती कभी मसाज करने लगती. मेरा हाथ जब उसकी चूत पे लगा तो पता चला के उसने आज चड्डी भी नही पहनी है बॅस स्कर्ट ही थोडा सा लंबा था बिना चड्डी के वाउ मेरा हाथ उसकी चूत पे लगा और मैं उसकी नंगी चूत का मसाज करने लगा. उसकी चूत मे से तो एक ही मिनिट मे जूस निकल आया.
उसकी मक्खन जैसे चिकनी चूत पे मैं हाथ फेर रहा था और उंगली चूत के सूराख मे अंदर बहेर कर रहा था. उसने एक हाथ अपनी टाँगों के बीच मे डाल के मेरे लंड के सूपदे को पकड़ लिया और दबाने लगी. चूत मे से थोड़ी ही देर मे फिर से पानी निकलने लगा और चंचल शांत हो गई.. हम कार चलाते चलाते बोहोत दूर निकल गये थे यहा बोहोत बड़ा ग्राउंड था जिसके दूसरे कॉर्नर मे कुछ घनी झाड़िया ( थिक ट्रीस ) सी थी. कार को वाहा ले गये और कार ऐसे रख दी के सड़क से किसी को नज़र ना आए. इतनी दूर आते आते बोहोत देर भी हो गई थी और थोडा थोड़ा अंधेरा भी होने लगा था.
क्रमशः..........


Chanchal Choot paart---2
gataank se aage........
Dono ke dil bohot zor zor se dhadak rahe the. Dono silent the bass muh se mast sexy awazein nikal rahi thi. meri ungli uski choot ke surakh ke ander thi par poori ander nahi gai thi aise hi thodi si ungli hi ander baher kar raha tha. uski choot bohot hi geeli ho gai thi. Chanchal ne apna hath apni tango ke beech mai dal ke mere lund ko achi tarah se pakad lia tha aur daba rahi thi. Apni chootad uchal uchal ke meri ungli ka maza le rahi thi. Uske muh se awazein nikalne shuru ho gai thi aaaahhhhhh raaaaaaaajjaaaaaa bohot maza aa raha hai aaiseeeeeeee hiiiiiiiii uuuuuhhhhhhhhhh aurrrrr karooooo naaaaaa pleeeeease… aiiiiisseeeeeee hhheeeeeeeeeeeeeee aaahhhhhh meri godi mai automatically aaage peeche hone lagi jaise meri ungli ko chod rahi ho aaaaaaahhhhhh uuuhhhhhhh eeeeehhhhh
Raaaaaaaaaaaaajjaaaaaaaaaaaaaa boooooohhhooooooooooottt mazzzzzzzaaaaaaaaaaaaaaaaa aaa rahaaaaa hai… meri ungli uski choot ke surakh mai ander baher aur kabhi uske choot ke daane ka massage.. thodi der mai hi uska badan akadne laga aur chootad ko zor zor se aage peeche karne lagi choot itni geeli ho gai mai samjha shaed uski susu nikal padi ho. Aaaahhhhhhhhh uuuuuuuuhhhhhhh oooooiiiiii raaaajaaaaa karte hue woh shant ho gai aur uski peeth mere seene se lag gai.yeh kahani the great warrior ki likhi hui hai.
Thodi der mai jab uski saans theek hui aur uski aankh khuli to usko kuch hosh aaya. Usne dekha ke mere lund ka supada uski choot ke paas mai hi to usne phir se usko pakad lia aur dhere se daba dia. Mai ne usko passenger seat pe bitha dia. Dheere dheere use pata chala ke kia hua..
Usne nasheeli aankho se mujhe deka aur kaha “ hey raja yeh kia kar dia tum ne yeh kaisa maza de dia tum ne” mai muskurate hue bola ke mai ne wohi kia jo tum dopeher ko ooper sofe pe baith ke kar rahi thi.woh chounk gai aur boli.. kia matlab, mai kia kar rahi thi dopeher ko ? mai ne bola ke jab
tum sofe pe baithi thi aur apni mast choot ka massage kar rahi thi to staircase mai se mai ne usko dekha. Oh to tum ne dekha mujhe woh sharmate hue boli. Mai ne kaha haa aur tabhi socha ke tumhari choot ka massage karna chahiye.woh shararat se aankh maarte hue hans ke boli, sirf massage ya kuch aur bhi ? mai bhi hans dia aur bola ke haa sab kuch. yeh kahani the great warrior ki likhi hui hai.
Iss beech who mere lund ko pakde hue thi aur massage kar rahi thi. Mai ne Chanchal ko thoda sa corss kia aur kiss karne laga. pehle to usko samajh nahi aaraha tha ke kiss kaise kia jaata hai par jab mai ne apni jeebh uske muh mai dali to woh meri jeebh ko choosne lagi tab usko automatically kiss karna aa gaya. Kabhi mai uski jeebh ko choosta to kabhi woh meri jeebh ko choosti. Uski aankhein phir se masti mai band hone lagi uske badan mai phir se electricity doudne lagi. Mere lund ka bhi bura haal tha josh mai hil raha tha lohe jaisa sakht ho gaya tha.
Mai ne chanchal ko jhukaya aur apne lund pe uska muh rakh dia. Uska muh automatically khul gaya aur usne mere lund ke supade ko apne muh mai le lia aur supada choosne lagi. Wow. Uska garam garam muh lund ke supade pe lagte hi jaisa mere badan mai current doudne laga aur apne chootad utha ke uske muh mai apne lund ko thoda aur ander ghusa dia. Mei uski chuchion ko daba raha tha aur masal raha tha aur chanchal mere lund ko choos rahi thi jiase maze daar Lolly pop choos rahi ho.
Lund mota tha isi liye poora uske muh mai nahi ghuss pa raha tha bass Lund ka supada aur thoda sa lund hi uske muh mei jar aha tha. Mai uske muh ko aadhe lund se hi chod raha tha. woh lund ko Ice Lollo pop ki tarah se choos rahi thi. Mai to bohot der se garam tha meri cream mere balls mai boil hone lagi. Mera badan akadne laga aur aankhein band ho gai aur mujhe mehsoos hua ke meri cream ab nikalne wali hai to mai chanchal ke sar ko pakad ke apne apne chootad utha utha ke lund ko uske muh mai ghused dia aur se uske muh ko tezi se chodna shuru kia, yeh kahani the great warrior ki likhi hui hai. mere chootad seat se uth gai thi aur mere lund mai se cream ka ek fawwara jaisa nikalne laga. Chanchal ghabra gai aur Lund ko muh se nikal rahi thi ke mai ne uske sar ko zor se pakad ke apna lund uske muh mai phir se ghusa dia aur zabardasti hi sahi chanchal ko mere cream khani padi. Jab poori cream nikal
gai aur chanchal ne kha li to maine Chanchal se poocha kaisi hai. usne muskurate hue kaha yummy yummy hai. mujhe pehle se pata hota ke lund ki cream itni yummy hoti hai to mai to tumhare lund ki cream daily breakfast mai bread pe laga ke khaati. Mai hans dia aur bola ke koi baat nahi kal se daily kha lena.
Thodi hi der mai mera badan bhi shant ho gaya par chanchal phir se garam ho gai thi. Ab mai apni seat chor ke passenger seat pe aa gaya aur chanchal ko saamne dashboard pe uske chootad tika ke khada kar dia aise ke uski gand dashboard pe thi aur uske pair seat pe mere dono taraf. Mai ne chanchal ki chaddi utar di to Chanchal ki chanchal khuli choot car ke dheemi light mai mujhe mere saamne nazar aane lagi. Laal laal choot aur chota sa choot ka daana wow Bohot hi chikni thi uski choot. Ek bhi jhaant ka baal nahi tha uski pyari choot pe. Mai ne poocha to chanchal ne bataya ke usko abhi tak menses bhi nahi hue hai. uske badhte hue badan ko dekh ke mai samajh gaya ke abhi tak nahi huye to bass kuch hi dino mai ho jayege.
Chanchal ki choot pe mai ne kiss kia to woh bechain ho gai uske muh se bohot zor ki siskaar nikal gai…aaaaaahhhhhhhh aur mere sar ko pakad ke apni chikni choot mere muh se ragadne lagi. Uski choot ko mai chaatne laga ooper se neeche, neeche se ooper aaahhhhh kia sweet taste that uski brand new choot ka jisme se thoda thoda juice nikal raha tha. dono hathon se uske choot ke dono lips ko khol ke ander ke portion pe jeebh lagai to woh maze se chillane lagi. Aur apni gand utha ke choot ko mere muh pe ragadne lagi. yeh kahani the great warrior ki likhi hui hai. Mera sar pakda hua tha aur mere muh ko woh apni choot se chod rahi thi. Mere hath uski naked gand ko padke hue the aur mai uske chootadon ko daba raha tha. Aahhhh kia wonderful chikne chootad the uske.
Kabhi poori Choot ko mai apne muh mai le ke danton se kaat leta to who maze se chilla padti oooooiiiiiiiii raaaaaaajjjaaaaaa bohot mazaaaa aaaaaaa rahaaaaa haiiiiii aiseeeeeeee hiiiiiiiiiiii aaaaaeeeeee aur kaato raaaaaaajaaa yeh mujhe bohot tanggggggggggg kartiiiiiiiiii haiiiiiiiii aaahhhh aaaaiiiiiii aur uska badan phir se akadne laga aur woh mera sar pakad ke apni choot mei zor se ghusaane lagi aur zor zor se ragardne lagi uski aankhein band thi aur woh masti mai aaaaahhhhh uuuuuuuhhhhhhhh ki awaazein nikal rahi thi aur suddenly uski choot mai se meetha meetha rass nikalna shuru ho gaya aur
mai saare ka saara rass pii gaya.. Uski aankhein band thi aur uski gehri chalti saansen theek ho gai tab tak mera lund akad ke josh mai hilne laga tha.
Chanchal ko dash board se neeche utara to chanchal ne mere khade hue lund ko apne chote se hathon mai pakad lia aur dabaane lagi aur kaha ke raajaa kuch aur bhi to karo na. mai ne kaha chanchal kahi koi problem na ho jaye to wo boli kaisi problem .. Koi problem nahi hogi tum kuch karo na please ab mujh se raha nahi jaata.. mai ne bola ke dekho chanchal kal ham poori tayyari se aate hain aur kisi aur jagah chalte hai. yaha to koi jaga hamare letne ke liye theek nahi hai. usne mere akde hue lund ko shararat se haste hue aur zor see dabaate hue kaha ke iss ka kia hoga ab. yeh kahani the great warrior ki likhi hui hai. Ab mere lund mai se pre cum nikal ke uske hath pe lagna shuru ho gaya tha. chanchal ne poocha hey raajaa yeh kia hai ? kia tumhari cream aisi hoti hai ? mai ne kaha nahi yeh to pre cum hai yeh chudai se pehle choot ko chikna aur slippery banaane ke liye nikal ta hai taa ke lund choot mai aasaani se ander chala jaye to woh boli ke kaise jayega raja itna bada to hai tumhara lund aur meri choot to abhi bohot hi choti hai. mai ne kaha ke koshish karte hain dheere dheere daalunga par firt time to thodi si takleef hogi par baad mai maza hi maza ayeg to usne kaha theek hai.
Mera circumcised, sharp, mota lohe jaisa sakht lund rocket ki tarah khada tha aur Chanchal mere lund ko pakad ke ooper neeche karne lagi jaise use pata ho ke masturbate kaise karte hain. Mujhe maza aa ne laga tha. Woh car ke neeche khadi thi aur mai seat pe baitha tha. Mere pair door ke baher nikle hue tha aur chanchal mere dono pairon ke beeche mai khadi masturbate kar rahi thi. mere pair chanchal ki gand ko ghere mei liye hue the aur Mere hath uski gand pe the aur mai uske chootadon ko daba raha tha aurek ungli uski gand ke ched mai ghusedne ki koshish kar raha tha chanchal mere mote lund ko apne chote hathon se daba daba ke ooper neeche kar rahi thi.
Chanchal ko pata nahi kia soojha ke usne apne choot ko mere lund ke supade se touch karna shuru kar dia aur moosal jaise lund ko apne choot ke dono lips ke beeche mai se ooper neeche, neeche ooper kar ke ragadne lagi kabhi kabhi lund uski choot ke soorakh pe tikk jata to mujhe bohot maza aata aur woh bhi sissskaari bharti. Mere lund ko hatho se pakad ke choot mai aise ghiss rahi thi jaise koi masala pees rahi ho.
Lund ke pre cum se uski choot bhi slippery ho gai thi aur kabhi kabhi lund ka supada uske choot mai thoda sa ghus jata to woh chounk ke peeche ko hat jaati par phir se aage aake Lund ko choot se ragadne lagti. Meri cream ab phir se nikalne ko ready thi mai ne bola chanchal aur zor se aur zor se aahhhhh bohot maza aa raha hai aise hi aahhhhh ooohhhh uske hath bhi josh mai aur zor zor se chalne lage. Meri cream bass ab lund ke soorakh takk aa gai to mai ne phir se chanchal ka sar pakda aur usko jhuka ke uske muh mai apne lund ka supada ghused dia to usne bina hich ke apna muh khol ke lund ke supade ko choosna shuru kar dia aur phir 4 – 5 seconds ke ander hi mere lund mai se cream ka fawwara ( fountain ) nikalne laga aur chanchal ke throat mai ghuss gaya. yeh kahani the great warrior ki likhi hui hai. Lund mai se cream nikalti rahi aur who woh sari cream nigalti rahi. Mujhe aisa laga jaise mere saare badan mai blood nahi mere Lund ki cream hai jo nikalti hi ja rahi hai aur khatam hi nahi ho rahi hai.
Chanchal ne choos choos ke mere lune mai se nikli hui cream ko khaya aur lund ko saaf kia aur apne muh utha ke mujhe dekh ke muskuraane lagi. Mai car se baher nikal aaya aur chanchal ko apni baho mai jakad lia. Meri aur uski height mai bohot ziada difference nahi tha to mera Lund uske pet ke neeche ke hisse se touch ho raha tha choot ke kareeb. Uske hath meri gand pe the dono ek doosre se embrace hote rahe. Thodi der ke baad ham car wapas le ke ghar ki taraf chal diye. Raaste mai mere hath Chanchal ki choot ka massage kar rahe the to kabhi uski wonderful chuchion ko masal rahe the aur uske hath mai mera lund tha. Abhi traffic shuru hone se pehle hi woh jhuki aur mere lund ko phir se apne muh me le ke choosne lagi aur daba ke boli ke Raja mai kal tak kaise wait karu aaj hi raat kuch karo na. mai ne kaha thoda sabar karo nahi to bana banaya khel bigad jayega to woh khamosh ho gai aur isi tarah ham ghar ko pohonch gaye.
Doosrey din mai aur chanchal ek doosre ko ajeeb nazron se dekhte rahi aise ke kisi ko bhi mehsoos na ho ke ham dono ke beech kuch daal mai kaala hai.
Shaam hote hote chanchal ne phir se kaha ke Raja chalo car nikalo mujhe driving sikhaane ke liye le chalo. Mai ne kaha ke pehle mummy se pooch to lo ke kahi woh baher to nahi ja rahi hai nahi to unko mushkil hogi. Chanchal ne mummy se poocha
to pata chala ke woh kahi nahi ja rahi hai kiyonke unke kuch friends unse milne ke liye ghar pe aa rahe hain.
Mai aur chanchal car le ke baher nikal gaye aur phir se usi sadak pe chalne lage. Town se baher nikal jaane ke baad jab traffice poori khatam ho gai aur hamari car ke siwa koi aur car sadak pe nahi rahi to chanchal phir se meri godi mei aa ke baith gai apne dono thighs ke mere dono thighs ke dono taraf kar ke jaise kal baithi thi. yeh kahani the great warrior ki likhi hui hai. Steering kia khaakh sambhaalti usne to mera lund pakadna tha jo woh pakdi hui thi aur lund se khel rahi thi kabhi daba deti kabhi massage karne lagti. Mera hath jab uski choot pe laga to pata chala ke usne aaj chaddi bhi nahi pehni hai bass skirt hi thoda sa lamba tha bina chaddi ke wow mera hath uski choot pe laga aur mai uski nangi choot ka massage karne lage. Uski choot mai se to ek hi minute mai juice nikal aaya.
Uski makkhan jaise chikni choot pe mai hath pher raha tha aur ungli choot ke soorakh mai ander baher kar raha tha. usne ek hath apni tangon ke beech mai daal ke mere lund ke supade ko pakad lia aur dabaane lagi. Choot mai se thodi hi der mai phir se pani niakalne laga aur chanchal shant ho gai.. ham car chalaate chalaate bohot door nikal gaye the yaha bohot bada ground tha jiske doosre corner mai kuch ghani jhaadia ( Thick Trees ) si thi. Car ko waha le gaye aur car aise rakh di ke sadak se kisi ko nazar na aye. Itni door aate aate bohot der bhi ho gai thi aur thoda thoda andhera bhi hone laga tha.











आपका दोस्त राज शर्मा
साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
आपका दोस्त
राज शर्मा

(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj












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