गाओं की मस्ती पार्ट--9
गतान्क से आगे............
"आओ मेरे जमाई राजा, आओ अब तुम मेरी चूत का स्वाद लो. मेरी चूत, चूत से निकल रही सहद को तुम जीव से चॅटो और उसका स्वाद लो. अब जल्दी से मेरी चूत चूसो. जल्दी आओ मेरे जमाई राजा, मेरी चूत को संभलो. अब आज से मेरी बेटिओं के साथ साथ मेरी चूत का भी चुदाई तुम्हारे ज़िम्मे मे है"
जगन अब बहुत उत्तेजित हो गया था और उसे अपने सास की बिना झांतों वाली चूत को नज़दीक से देखना था और उसका स्वाद लेना था. वो जल्दी से सास के उपर चढ़ कर उनकी चूत को टटोलने लगा. फिर उनकी पैर के बीच जा कर उनकी चूत को गौर से देखने लगा. जगन को सास की बिना झांतों वाली चूत देख कर बहुत गर्मी आ गयी. उनके मोटे मोटे चूत के होंठ साफ साफ दिख रहे थे और उनकी चूत की घुंडी तना हुआ था और काफ़ी आगे निकल रहा था. जगन दोनों हाथों से उनकी चूत को खोल कर लाल लाल अन्द्रुनि हिस्से को देखने लगा.
फिर जगन अपना जीव निकाल कर आप'ने सास की चूत को धीरे धीरे चाटने लगा. जगन अपनी सास की चूत को उपर से नीचे अपनी जीव से चट रहा था. फिर जगन अपनी जीव की नोक को सास की चूत के अंदर डाल दिया और घुमाना शुरू कर दिया. उसको सास की चूत से निकल रही भेनी भेनी खुश्बू बहुत अच्छा लग रहा था. जगन को सास की चूत का मीठा मीठा रस और उसकी खुसबू बहुत उत्तेजित कर रहा था और वो जीव से उनकी चूत को खूब ज़ोर ज़ोर से चट रहा था और चूस रहा था. जैसे जैसे जगन अपनी सास की चूत को चट और चूस रहा था, वो भी अपनी दामाद का 10" का खरा लंड मूह मे भर कर चूस रही थी.
छ्हम्मो दामाद का लंड, जो क उनके चहेरे के सामने था, मूह मे भर कर अपनी जीव से सहला रही थी. वो लंड को दो उंगलेओं से पकर कर उस पर अपनी जीव फिरा रही थी, फिर उसको मूह मे भर कर अपना सर आगे पिछे कर के उसको मूह के अंदर और बाहर कर रही थी और गाल्लों से उसको दबा रही थी. उधर, जगन अपना जीव सास की चूत के अंदर डाल कर उनकी चूत का रस पी रहा था. जगन जितना ज़ोर से उनकी चूत को चूस्ता था छ्हम्मो उतने ही ज़ोर से अपनी चूत जगन के मूह पर दबा रही थी.
जगन तब अपना कमर हिला हिला कर अपना लंड से अपनी सास का मूह चोदना शुरू कर दिया और अपना वीर्या सास के मूह के अंदर छोड दिया. ठीक उसी समय मे छ्हम्मो भी दोनो जगहों से दामाद का सर कस कर दबा कर अपनी चूतर उठा कर चूत का पानी छोड दिया. छ्हम्मो झरने के बाद भी जगन का लंड हाथों से पकर कर चुस्ती रही और उसको जीव से चट चट कर साफ कर दिया.
" मेरी चूत की चुसाइ मुझे बहुत अच्छी लगी. तुम और तुम्हारा लंड बहुत ही अच्छा है और मैं जब तक तुम्हारे घर रहूंगी मेरी चूत की बहुत ही बरहिया खातिरदारी होगी" छ्हम्मो दामाद का मुरझाया लंड हाथों मे लेकर मसल्ते हुए बोली. उन्होने दामाद का लंड हाथों मे लेकर उसको एक चुम्मा दिया और फिर उसको जीव से चाटना शुरू कर दिया. थोरी देर के बाद जगन का लंड फिर से खरा होने लगा. छ्हम्मो तब जगन का लंड को हाथों मे लेकर चूस्ते हुए जगन से बोली,
"हुमारी बेटिओं की तकदीर बहुत ही अच्छी है. अब मैं तुम को चोदने वाली हूँ और मेरी चुदाई बहुत ही ज़ोर दार रहेगी." फिर उसके बाद छ्हम्मो खरी हो गयी और जगन के उपर दोनो तरफ पैर करके बैठ गयी और उसका लंड हाथों मे लेकर अपनी चूत से भीरा दिया और धीरे धीरे नीचे बैठ कर पूरा का पूरा लंड अपनी चूत मे भर लिया. जगन चित लेट लंड को सास के चूत मे आराम से घुसते देख रहा था. उसको इस बात का बहुत ताज़्ज़ूब हो रहा थी उसकी सास बिना कोई तकलीफ़ के उसका पूरा का पूरा लंड आसानी से अपनी चूत मे घुसेर लिया. छ्हम्मो की चूत बहूत ढीली नही थी और उसकी पकर जगन को बहुत मज़ा दे रहा था. छ्हम्मो आँख बंद कर लिया और दोनो हाथों को जगन के पेट पर रख कर चूतर उठा उठा कर जगन को चोदना शुरू कर दिया.
"हाँ! हाँ! और ज़ोर से मसलो मेरी निपल को, मुझे तुमसे अपनी निपल मसलवाने मे बहुत मज़ा आ रहा है," छ्हम्मो अपनी चूंची को जगन के तरफ करते हुए बोली. अब छ्हम्मो दामाद को चोद्ते हुए उस पर झुक गयी और अपनी चूंचियो को चूसने के लिए बोली. जगन उन चूंचियो को ज़ोर ज़ोर से चूस रहा था और वो जितना ज़ोर से चूंचियो को चूस्ता था उसकी सास उतनी ही ज़ोर से उसके लंड को चूत मे डाले उस पर उछलती थी. इस समय छ्हम्मो के शरीर से काफ़ी पसीना निकल रहा था और उससे उसकी चूंचियो का स्वाद कुच्छ नमकीन सा होगआया था. थोरी देर तक दामाद को चोद कर थक गयी और दामाद के उपर से नीचे उतर कर चारों हाथ और पैर के सहारे घुटने के बल कुतिया बन कर बिस्तेर पे आ गयी. जगन तब झट सास के पिछे जा कर और उनकी चूत को हाथों से खोल कर उसके अंदर अपना लंड एक झटके के साथ पेल दिया और उनकी कमर को पकर कर चोदना शुरू कर दिया.
"ओह! ससुमा! तुम्हारी चूत तो पूरा का पूरा ज़न्नत है. मुझको तुम्हारी चूत चोदने मे बहुत मज़ा मिल रहा है. तुम्हारी चूत कितना गर्म और टाइट है. मन करता है कि मैं तुमको ऐसे ही हुमेशा चोद्ता रहूं. तुम बहुत सेक्सी हो, अब तुमको तुम्हारे बेटिओं के सामने भी चोदुन्गा और दिखौँगा की उनकी मा कितनी चुड़दकर है, जो की दामाद का लंड चूत से खा रही है. और तुम जो चूत पर से झांतों का अस्तर उतार दिया है इससे तुम्हारी चूत और भी सेक्शी लग रही है. तुम्हारी बेटिओं को समझाना की वो भी अपनी चूतो से झांतों का अस्तर उतार दे," जगन बोलता जा रहा था और अपनी सास के चूत मे अपना लंड पेल रहा था. वो अपना लंड जर तक डालता था और एक खाटके के साथ उसे चूत से निकाल कर फिर से पेल रहा था.
"हाँ! हाँ! मेरे राजा, मेरी जमाई राजा और ज़ोर से पेलो, फार दो आज मेरी चूत को लंड के चोट से. जबसे मेरी बेटिओं ने इस लंड के बारे मे मुझे बताया तब से ही मेरी चूत इस लंड को खाने के लिए परेशान थी. आज मौका मिला है, खूब जी भर कर चोद दो. इसको बहुत दीनो से ऐसे ही लंबा और मोटा लंड से चुद्वने की ख्वाहिश थी. इसकी सारी आज तुम पूरा कर दो.
ओह! ओह! आह! हाँ! ऐसे ही चोद्ते रहो. बहुत मज़ा मिल रहा है तुम्हारे लौरे के धक्को से. मैं तुमसे वादा करती हूँ की जब हुमारी बेटियाँ घर आ जाएँगी, मैं ऐसे ही उनके सामने नंगी हो कर उनके साथ एक ही बिस्तेर पर लेट तुमसे अपनी चूत मे तुम्हारा लंड पिल्वन्गी. चाहे तुम मेरे सामने हुमारी बेटिओं को चोद लेना, मुझे कोई एतराज नही होगा. बस इस समय तुम रुकना मत, मुझे लॉंड के झटकों के साथ चोदो और मेरी चूत को झार दो, अब मुझसे सहा नही जा रहा, मेरी चूत मे बहुत जोरो की ख़ाज़ हो रही है. अपना लंड के झटकों से मेरी चूत की खज़ दूर करो."
छ्हम्मो बार्बरा रही थी और अपनी चूतर ज़ोर ज़ोर से आगे पिच्चे करके जगन के हर धक्के का जवाब दे रहीं थी. जब जब छ्हम्मो चूतर पिछे करती थी और जगन उनके चूत मे अपना लंड पेलता था तो छ्हम्मो को लगता था की उनके दामाद का लंड उनके बछेदनी मे घुस रहा है. जगन सास की चूतर पकर कर उनकी गंद मे अपनी एक उंगली डाल कर ज़ोर ज़ोर से चोद रहा था और थोरी देर ऐसे ही चोद्ते चोद्ते उसने अपना माल सास के चूत मे डाल कर उनकी चूत को भर दिया.
छ्हम्मो को लगा जैसे की उनकी जलती हुए चूत के अंदर कोई ठंडा पानी छिड़क कर अंदर की आग को बुझा दिया और वो भी अपनी पानी छोड दी. थोरी देर ऐसे ही सास के पीठ पर रुक कर जगन अपना लंड उनकी चूत से निकाल लिया और जैसे लंड बाहर निकल आया उसकी सास के छ्होट से ढेर सारा सफेद सफेद गाढ़ा पानी उनकी झंघों से बह कर नीचे गिरने लगा.
उस दिन देव शाम को हस्पताल से वापस आया और यह खबर दिया कि जया को एक लर्की उसी दिन दोफर को हुई है. देवकी हस्पताल मे मा और बेटी की देख भाल कर रही है. हो सकता है कि जया को अगले दिन शाम तक हस्पताल से छोड दिया जाए. जया की बेटी पैदा होने की खबर सुन कर छ्हम्मो और जगन बहुत खुस हुए. जगन को पहली बार बाप (पता नहीं बच्ची उसकी है कि नही) और छ्हम्मो पहली बार नानी बनी थी. रात होते होते तीनो जल्दी खाना खा कर सोने की तायारी कर ली क्योंकी अगले दिन सुबह सुबह उन लोगों को हस्पताल जाना था. देव बिस्तेर मे लेट ते ही सो गया क्योंकी वो हस्पताल मे सो नही पाया था.
हालाँकि छ्हम्मो की उमर करीब 45-46 साल थी लेकिन चुद्वने मे वो कोई 25 साल की औरत को भी मात दे सकती थी. छ्हम्मो की शरीर का हर हिस्सा सेक्सी था और उनको देख कर किसी भी मर्द का खरा हो जाना स्वाभबिक था. कमरे के अंदर घुसते ही छ्हम्मो जगन से बोली,
"कपड़े उतार लो" और खुद उतारने लगी. जगन जल्दी से अपना लूँगी और बनियान उतार कर नंगा हो गया और लंड को पकर कर सहलाते हुए सास को कपरे उतारते हुए देखने लगा. जब छ्हम्मो भी पूरी तरह से नंगी हो गयी तो वो उनको बाहों मे भर कर चूमने लगा. लेकिन इस समय छ्हम्मो को शुरू-आती खेल पसंद नही था वो इस समय बहुत चुदसी थी. छ्हम्मो एक कुर्सी के सहारे झुक कर खरी हो गयी और जगन से बोली,
"चलो जल्दी से मुझको धीरे धीरे चोदो." इतना सुनते ही जगन अपना लंड सास की चूत मे लगा कर धीरे से अंदर कर दिया और उनकी चूतर को पकर कर हल्के हल्के झटके के साथ चोदने लगा. छ्हम्मो की चूत पहले से ही पनिया गयी थी और इसलिए जगन के हर धक्के के साथ उनकी चूत से फक! फक! की आवाज़ निकल रही थी. यह चुदाई कुच्छ देर तक चला और थोरी देर के बाद दोनो झार गये. छ्हम्मो बहुत थक चुकी थी, इसलिए जैसे ही जगन अपना पानी से अपनी सास की चूत भर दिया, वो ज़मीन पर बेछे बिस्तेर पर लुढ़क गयी और अपनी दोनो टाँगों को फैला कर सो गयी.
जगन अपनी सास की खुले टाँगों को देख कर झट उनके बीच बैठ गया और फिर से अपना लंड उनके चूत मे डाल दिया. जगन सास की चूत ज़ोर ज़ोर झट'कों के साथ चोदने लगा. अपने झटकों के साथ जगन को महसोस हो रहा था की उसके अंडे सास की चूतर पर टकरा रहे है. थोरी देर इस तरह से अपनी सास को चोदने के बाद जगन उनको बाहों मे भर कर ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा. इस धीमी चुदाई से जगन और उसकी सास दोनो को बहुत मज़ा आया. छ्हम्मो चूत को सिकोर कर जगन के लंड को कभी कभी दबा देतीं थी और इससे उसे बहुत मज़ा मिल रहा था. छ्हम्मो चूत की चुदाई से गरमा कर जगन से बोलने लगी,
"चोदो मुझे और ज़ोर से चोदो, मेरी चूत बहुत प्यासी है, इसको लंड के पानी से भर दो. आन! हाँ! ऐसे तुम अपने हाल से मेरी इस छोटी सी ज़मीन को और ठीक तरीके से जोतो, और गहरा जोतो, आने दो अपना मेरी चूत की गहराइयों मे, पूरा का पूरा लंड पेल दो, बिल्कुल मत घबराना, मेरी तुम्हारे लिए खुली रहेगी, अया! हाँ! हाँ! मेरे चुड़दकर जमाई राजा ऐसे ही चोद्ते रहो." छ्हम्मो अपनी चूतर उठा उठा कर जगन के झटकों को चूत पर ले रही थी.
जब जगन लंड को पूरे ज़ोर से अपनी सास की चूत मे घुसेर्ता था, उस समय सुपरा उनके बच्चेड़नी मे चोट कर रहा था और इस'से छ्हम्मो को बहुत मज़ा मिल रहा था, और वो हाथ और पैरों से दामाद को पकर अपनी चूत उससे चूड़ा रही थी. ठीक उसी समय छ्हम्मो देखी की देव उनके कमरे के दरवाजे पर खरा हो कर उनकी और जगन की चुदाई देख रहा है और हाथों से अपना लंड को कपड़ो के उप्पेर से मसल रहा है.
छ्हम्मो जैसे ही देव को कमरे के दरवाजे पर खरा देखी तो उसको बुला लिया. जैसे ही वह उनके नज़दीक आया तो छ्हम्मो हाथ बढ़ा कर उसका धोती खींच कर निकाल दिया और उसको नंगा कर दिया.
"चलो मेरे मूह को लौरे से चोदो", च्चाम्मो देव से बोली. देव झट से अपनी सास की बात मान ली और उनके पास घुटने के बल बैठ कर उनके मूह मे अपना लंड पेल दिया. छ्हम्मो बरे जमाई का लंड मूह से पागलों की तरह चूसने लगी. देव का चूस्ते चूस्ते छ्हम्मो के मूह से लार बहना शुरू हो गया. छ्हम्मो इस समय अपने सर को आगे पिछे कर के लंड मूह के अंदर बाहर कर रही थी. देव अपना पूरा का पूरा लंड सास के मूह मे घुसेर रहा था और निकाल रहा था और उसका लंड सास के गले तक पहुँच रहा था.
लेकिन देव की सास बिना कोई परेशानी के देव के लंड से अपना मूह चुदवा रही थी. छ्हम्मो इस तरह से देव का लंड चूस रही थी की जैसे वो उसके लंड के साथ साथ उसके अंडों को भी खा जाएगी. छ्हम्मो चूत मे जगन का लंड और मूह मे देव का लंड ले कर बहुत उत्तेजित हा गयी थी और इसीलिए वो जल्दी जल्दी दो-तीन बार जगन के झरने के पहले झार गयी. लेकिन देव अभी तक नही झारा था.
देव अपना लंड सास के मूह मे खुला छोड दिया और उनको ही जो करना था करने दिया. तब देव अपना लंड सास के मूह से निकल कर उनको उल्टा लेटा दिया और खुद उनके पिछे जाकर उनकी बिना झांतों की चूत मे अपना लंड थॅन्स दिया. इस समय छ्हम्मो की चूत जगन के पानी से भरी थी लेकिन इसका परवाह देव को नही था. चूत अभी भी चुदासी थी और जैसे ही देव अपना लंड उनकी चूत मे घुसेरा तो उनकी गले से खुशी का आवाज़ निकल ने लगी और वो चुप चाप अपनी चूतर उठाए चुड़ाने लगी.
देव इस समय रोज की ताक़त से ज़्यादा ज़ोर से अपनी सास की चूत को चोद रहा था. उसके दिमाग़ मे यह बात चल रहा था कि वो नंगी सास को चोद रहा है और इस बात से वो इतना गरम हो रहा था कि उसका लंड रोज से ज़यादा कऱ था और दनादन सास की चूत मे धक्के मार रहा था. देव हाथों से छ्हम्मो की चूतरों को मसल रहा था और उनकी चूत को लंड से बजा रहा था. छ्हम्मो की चूतर, चूंची और सारा शरीर देव के ज़ोर दार धक्कों के साथ बुरी तरह हिल रहा था. देव पागलों की तरह अपनी सास को चोद रहा था और ऐसे ही चोद्ते चोद्ते अपना पिचकारी छोड दिया. दोनो सास और दामाद इस भयंकर चुदाई से हाँफ रहे थे और झरते ही दोनो लुरख कर सो गये.
दोनो दमादों के बीच छ्हम्मो लेटी रहीं और हाँफ रही थी. थोरी देर के बाद जगन और देव दोनो सास के तरफ करवट ले कर लेट गये और सास के शरीर से खेलने लगे.
"आप बाकाई मे बहुत अच्छी सासू मा हो," जगन सास से बोला.
"इस दुनिया में कितने इतने भाग्यवान दामाद है जो की सास को चोद पाते है, और वो भी एक साथ?" तब छ्हम्मो बोली,
"हाँ, मैं बहुत भाग्यशाली हूँ, कितने आदमी मेरा ख़याल रखते है. घर मे मेरे पती और देवर हैं, और इन्हा मेरे दो दो दामाद हैं जो की मेरा हर तरह से ख़याल रखतें हैं. मैं आज बरे दामाद से बहुत खुश हूँ, क्योंकी देवकी मुझसे बोली थी कि देव बहुत जल्दी जल्दी काम ख़तम कर देता है. चिंता मत करो. मैं इन्हा रहा कर तुमको पक्का कर दूँगी. तब तुम भी चुदाई करने मे जगन के जैसा माहीर हो जाओगे." देव यह सुन कर सास की चूंची को मसल्ते हुए बोला,
क्रमशः......
दोस्तों पूरी कहानी जानने के लिए नीचे दिए हुए पार्ट जरूर पढ़े ..............................
आपका दोस्त
राज शर्मा
गाओं की मस्ती पार्ट--1
गाओं की मस्ती पार्ट--2
गाओं की मस्ती पार्ट--3
गाओं की मस्ती पार्ट--4
गाओं की मस्ती पार्ट--5
गाओं की मस्ती पार्ट--6
गाओं की मस्ती पार्ट--7
गाओं की मस्ती पार्ट--8
गाओं की मस्ती पार्ट--9
गाओं की मस्ती पार्ट--10
GAON KEE MASTEE paart--9
gataank se aage............
"aao mere jamai raja, aao ab tum meri choot ka swad lo. Meri choot, choot se nikal rahee sahad ko tum jeev se chato aur uska swad lo. Ab jaldee se meri choot chuso. Jaldee aao mere jamai raja, meri choot ko sambhalo. Ab aaj se meri betion ke sath sath meri choot ka bhi chudai tumhare jimme me hai"
Jagan ab bahut uttejit ho gaya tha aur use apne saas ki bina jhanton wali choot ko nazdeek se dkhna tha aur uska swad lena tha. Wo jaldee se saas ke upar char kar unki choot ko tatolne laga. Phir unki pair ke beech ja kar unki choot ko gaur se dekhne laga. Jagan ko saas ki bina jhanton wali choot dekh kar bahut garmee aa gayee. Unke mote mote choot ke honth saf saf dikh rahe the aur unkee choot ki ghundee tana hua tha aur kafee aage nikal raha tha. Jagan donon hathon se unki choot ko khol kar lal lal andruni hisse ko dekhne laga.
Phir Jagan apna jeev nikal kar ap'ne saas ki choot ko dhire dhire chatne laga. Jagan apni saas ki choot ko upar se neeche apni jeev se chat raha tha. Phir Jagan apni jeev ki nok ko saas ki choot ke andar dal diya aur ghumana shuru kar diya. Usko saas ki choot se nikal rahee bhenee bhenee khushboo nahut achha lag raha tha. Jagan ko saas ki choot ka meetha meetha ras aur uski khusboo bahut uttejit kar raha tha aur wo jeev se unki choot ko khub jor jor se chat raha tha aur chus raha tha. Jaise jaise Jagan apni saas ki choot ko chat aur chus raha tha, wo bhi apni damad ka 10" ka khara lund muh me bhar kar chus rahee thee.
Chhammo damad ka lund, jo k unke chehere ke samne tha, muh me bhar kar apni jeev se sahala rahee thee. Wo lund ko do ungleon se pakar kar us par apni jeev phira rahee thee, phir usko muh me bhar kar apna sar age pichhe kar ke usko muh ke andar aur bahar kar rahee thee aur gallon se usko daba rahee thee. Udhar, Jagan apna jeev saas ki choot ke andar dal kar unki choot ka ras pee raha tha. Jagan jitna jor se unki choot ko chusta tha Chhammo utne hi jor se apni choot Jagan ke muh par daba rahee thee.
Jagan tab apna kamar hila hila kar apna lund se apni saas ka muh chodna shuru kar diya aur apna virya saas ke muh ke andar chhoD diya. Theek usi samay me Chhammo bhi dono jaghon se damad ka sar kas kar daba kar apni chutar utha kar choot ka pani chhoD diya. Chhammo jharne ke bad bhi Jagan ka lund hathon se pakar kar chustee rahee aur usko jeev se chat chat kar saf kar diya.
" meri choot ki chusai mujhe bahut achhee lagee. Tum aur tumhara lund bahut hi achha hai aur mai jab tak tumhare ghar rahungee meri choot ki bahut hi barhiya khaatirdaree hogee" Chhammo damad ka murjhaya lund hathon me lekar masalte hue boli. Unhone damad ka lund hathon me lekar usko ek chumma diya aur phir usko jeev se chatna shuru kar diya. Thori der ke bad Jagan ka lund phir se khara hone laga. Chhammo tab Jagan ka lund ko hathon me lekar chuste hue Jagan se boli,
"humaree betion ki takdeer bahut hi achhee hai. Ab mai tum ko chodne wali hoon aur meri chudai bahut hi jor dar rahegee." Phir uske bad Chhammo kharee ho gayee aur Jagan ke upar dono taraf pair karke baith gayee aur uska lund hathon me lekar apni choot se bhira diya aur dhire dhire neeche baith kar pura ka pura lund apni choot me bhar liya. Jagan chit lete lund ko saas ke choot me aram se ghuste dekh raha tha. Usko is baat ka bahut tazzub ho raha thi uski saas bina koi takleef ke uska pura ka pura lund aasanee se apni choot me ghuser liya. Chhammo ki choot bahoot dhili nahee thee aur uski pakar Jagan ko bahut maza de raha tha. Chhammo ankh band kar liya aur dono hathon ko Jagan ke pet par rakh kar chutar utha utha kar Jagan ko chodna shuru kar diya.
"Han! Han! Aur jor se masalo meri nipple ko, mujhe tumse apni nipple masalwane me bahut maza aa raha hai," Chhammo apni chunchee ko Jagan ke taraf karte hue boli. Ab Chhammo damad ko chodte hue us par jhuk gayee aur apni chuncheon ko chusne ke liye boli. Jagan un chuncheon ko jor jor se chus raha tha aur wo jitna jor se chuncheon ko chusta tha uski saas utni hi jor se uske lund ko choot me dale us par uchaltee thee. Is samay Chhammo ke sharer se kafee paseena nikal raha tha aur usse uski chuncheon ka swad kuchh namkeen sa hogaya tha. Thori der tak damad ko chod kar thak gayee aur damad ke upar se neeche utar kar charon hath aur pair ke sahare ghutne ke bal kutia ban kar bister pe aa gayee. Jagan tab jhat saas ke pichhe ja kar aur unki choot ko hathon se khol kar uske andar apna lund ek jhatke ke sath pel diya aur unki kamar ko pakar kar chodna shuru kar diya.
"Oh! sasuma! Tumharee choot to pura ka pura zannat hai. Mujhko tumharee choot chodne me bahut maja mil raha hai. Tumharee choot kitna garm aur tight hai. Man karta hai ki mai tumko aise hi humesha chodta rahun. Tum baut sexy ho, ab tumko tumhare betion ke samne bhi chodunga aur dikhaunga ki unki maa kitnee chuddakar hai, jo ki damad ka lund choot se kha rahee hai. Aur tum jo choot par se jhanton ka astar utar diya hai isse tumharee choot aur bhi sexi lag rahee hai. Tumharee betion ko samjhana ki wo bhi apni chooton se jhanton ka astar utar de," Jagan bolta ja raha tha aur apni saas ke choot me apna lund pel raha tha. Wo apna lund jar tak dalta tha aur ek khatke ke sath use choot se nikal kar phir se pel raha tha.
"han! Han! Mere raja, meri jamai raja aur jor se pelo, phar do aaj meri choot ko lund ke chot se. Jabse meri betion ne is lund ke bare me mujhe bataaya tab se hi meri choot is lund ko khane ke liye pareshan thee. Aaj mauka mila hai, khoob jee bhar kar chod do. Isko bahut dino se aise hi lumba aur mota lund se chudwane ki kwaish thee. Iski saree kwaish aaj tum pura kar do.
Oh! Oh! Ah! Han! Aise hi chodte raho. Bahut maza mil raha hai tumhare laure ke dhakko se. mai tumse wada kartee hun ki jab humaree betian ghar aa jayengee, mai aise hi unke samne nangee ho kar unke sath ek hi bister par let tumse apni choot me tumhara lund pilwangee. Chahe tum mere samne humaree betion ko chod lena, mujhe koi etraj nahee hoga. Bas is samay tum rukna mat, mujhe laund ke jhatkon ke sath chodo aur meree choot ko jhaar do, ab mujhse saha nahee ja raha, meri choot me bahut joro ki khaaz ho rahee hai. Apna lund ke jhatkon se meri choot ki khaz door karo."
Chhammo Barbara rahee thee aur apni chutar jor jor se aage pichhe karke Jagan ke har dhakke ka jawab de raheen thee. Jab jab Chhammo chutar pichhe kartee thee aur Jagan unke choot me apna lund pelta tha to Chhammo ko lagta tha ki unke damad ka lund unke bachhedanee me ghus raha hai. Jagan saas ki chutar pakar kar unki gand me apni ek unglee dal kar jor jor se chod raha tha aur thori der aise hi chodte chodte usne apna mal saas ke choot me dal kar unki choot ko bhar diya.
Chhammo ko laga jaise ki unki jaltee hue choot ke andar koi thanda pani chhirk kar andar ki aag ko bujha diyia aur wo bhi apni pani chhoD dee. Thori der aise hee saas ke peeth par ruk kar Jagan apna lund unki choot se nikal liya aur jaise lund bahar nikal aya uskee saas ke chhot se dher sara safed safed gaarha pani unki jhanghon se baha kar neeche girne laga.
Us din Deva sham ko haspatal se wpas aaya aur yah khabar diya ki Jaya ko ek larkee usi din dophar ko huyee hai. Devkee haspatal me maa aur beti ki dekh bhal kar rahee hai. Ho sakta hai ki Jaya ko agle din sham tak haspatal se chhoD diya jaye. Jaya ki beti paida hone ki khabar sun kar Chhammo aur Jagan bahut khus hue. Jagan ko pahali bar baap (pata naheen bachhee uski hai ki nahee) aur Chhammo pahali baar naanee banee thee. rat hote hote teeno jaldee khana kha kar sone ki tayaree kar lee kyonkee agle din subah subah un logon ko haspatal jana tha. Deva bister me let te hi so gaya kyonkee wo haspatal me so nahee paya tha.
Halanki Chhammo ki umar kareeb 45-46 saal thee lekin chudwane me wo koi 25 saal ki aurat ko bhi maat de saktee thee. Chhammo ki shareer ka har hissa sexy tha aur unko dekh kar kisi bhi mard ka khara ho jana swabhabik tha. Kamare ke andar ghuste hi Chhammo Jagan se boli,
"kapre utar lo" aur khud utarne lagee. Jagan jaldee se apna lungee aur baniyan utar kar nanga ho gaya aur lund ko pakar kar sahalate hue saas ko kapare utarte hue dekhne laga. Jab Chhammo bhi puri tarah se nangee ho gayee to wo unko bahon me bhar kar chumne laga. Lekin is samay Chhammo ko shuruyatee khel pasand nahee tha wo is samay bahut chudasi thee. Chhammo ek kursee ke sahare jhuk kar kharee ho gayee aur Jagan se boli,
"Chalo jaldee se mujhko dhire dhire chodo." Itna sunte hi Jagan apna lund saas ki choot me laga kar dhire se andar kar diya aur unki chutar ko pakar kar halke halke jhatke ke sath chodne laga. Chhammo ki choot pahale se hi paniya gayee thee aur isliye Jagan ke har dhakke ke sath unki choot se phak! Phak! Ki awaj nikal rahee thee. yah chudai kuchh der tak chala aur thori der ke bad dono jhar gaye. Chhammo bahut thak chukee thee, isliye jaise hi Jagan apna pani se apni saas ki choot bhar diya, wo jameen per bechhe bister par ludhak gayee aur apni dono tangon ko phaila kar so gayee.
Jagan apni saas ki khule tangon ko dekh kar jhat unke beech baith gaya aur phir se apna lund unke chot me dal diya. Jagan saas ki choot jor jor jht'kon ke sath chodne laga. Apne jhatkon ke sath Jagan ko mahasos ho raha tha ki uske ande saas ki chutar par takra rahe hai. Thori der is tarah se apni saas ko chodne ke bad Jagan unko bahon me bhar kar jor jor se chodne laga. Is dhemee chudai se Jagan aur uski saas dono ko bahut maza aaya. Chhammo choot ko sikor kar Jagan ke lund ko kabhi kabhi daba deteen thee aur isse use bahut maza mil raha tha. Chhammo choot ki chudai se garma kar Jagan se bolne lagee,
"chodo mujhe aur jor se chodo, meri choot bahut pyasi hai, isko lund ke pani se bhar do. An! Han! Aise tum apne hal se meri is chhoTee si jameeen ko aur theek tarike se joto, aur gahara joto, aane do apna meri choot kee gaharaiyon me, pura ka pura lund pel do, bilkul mat ghabarana, meri tumhare liye khulee rahegee, aaah! Han! Han! Mere chuddakar jamai raja aise hi chodte raho." Chhammo apni chutar utha utha kar Jagan ke jhatkon ko choot par le rahee thee.
Jab Jagan lund ko pure jor se apni saas ki choot me ghuserta tha, us samay supara unke bachhedanee me choT kar raha tha aur is'se Chhammo ko bahut maja mil raha tha, aur wo hath aur pairon se damad ko pakar apni choot usse chudwa rahee thee. Theek usi samay Chhammo dekhee ki Deva unke kamare ke darwaje par khara ho kar unki aur Jagan ki chudai dekh raha hai aur hathon se apna lund ko kaparon ke upper se masal raha hai.
Chhammo jaise hee Deva ko kamare ke darwaje par khara delhee to usko bula liya. Jaise hi vah unke nazdeek aaya to Chhammo hath barha kar uska dhoti khinch kar nikal diya aur usko nanga kar diya.
"Chalo mere muh ko laure se chodo", Chhammo Deva se boli. Deva jhat se apni saas ki baat man lee aur unke pas ghutne ke bal baith kar unke muh me apna lund pel diya. Chhammo bare jamai ka lund muh se pagalon ki tarah chusne lagee. Deva ka chuste chuste Chhammo ke muh se laar bahana shuru ho gaya. Chhammo is samay apne sar ko aage pichhe kar ke lund muh ke andar bahar kar rahee thee. Deva apna pura ka pura lund saas ke muh me ghuser raha tha aur nikaal raha tha aur uska lund saas ke gale tak paunch raha tha.
Lekin Deva ki saas bina koi pareshanee ke Deva ke lund se apna muh chudwa rahee thee. Chhammo is tarah se Deva ka lund chus rahee thee ki jaise wo uske lund ke sath sath uske andon ko bhi kha jayegee. Chhammo choot me Jagan ka lund aur muh me Deva ka lund le kar bahut uttejit ha gayee thee aur isiliye wo jaldee jaldee do-teen bar Jagan ke jharne ke pahale jhar gayee. lekin Deva abhi tak nahee jhara tha.
Deva apna lund saas ke muh me khula chhoD diya aur unko hi jo karna tha karne diya. Tab Deva apna lund saas ke muh se nikal kar unko ulta leta diya aur khud unke pichhe jakar unkee bina jhanton ki choot me apna lund thans diya. Is samay Chhammo ki choot Jagan ke pani se bharee thee lekin iska parwah Deva ko nahee tha. choot abhi bhi chudasee thee aur jaise hi Deva apna lund unki choot me ghusera to unki gale se khushi ka awaj nikal ne lagee aur wo chup chap apni chutar uthaye chudaane lagee.
Deva is samay roj ki takat se jyada jor se apni saas ki choot ko chod raha tha. Uske dimag me yah baat chal raha tha ki wo nangee saas ko chod raha hai aur is baat se wo itna garam ho raha tha ki uska lund roj se jayada kaRa tha aur danadan saas ki choot me dhakke mar raha tha. Deva hathon se Chhammo ki chutaron ko masal raha tha aur unki choot ko lund se baja raha tha. Chhammo ki chutar, chunchee aur sara sharer Deva ke jor dar dhakkon ke sath buree tarah hil raha tha. Deva pagalon ki tarah apni saas ko chod raha tha aur aise hi chodte chodte apna pichkaree chhoD diya. Dono saas aur damad is bhayankar chudai se hanf rahe the aur jharte hi dono lurakh kar so gaye.
dono damadon ke beech Chhammo leti raheen aur hanf rahee thee. Thori der ke baad Jagan aur Deva dono saas ke taraf karwat le kar let gaye aur saas ke shareer se khelne lage.
"Aap bakai me bahut achhee sasu ma ho," Jagan saas se bola.
"is duniya men Kitne itne bhaagyawan damad hai jo ki saas ko chod pate hai, aur wo bhi ek sath?" tab Chhammo boli,
"han, mai bahut bhagyashalee hun, kitne aadmi mera khayal rakhte hai. Ghar me mere patee aur dewar hain, aur inha mere do do damad hain jo ki mera har tarah se khayal rakhten hain. Mai aaj bare damad se bahut khush hun, kyonkee Devkee mujhse boli thee ki Deva bahut jaldee jaldee kam khatam kar deta hai. Chinta mat karo. Mai inha raha kar tumko pakka kar dungee. Tab tum bhi chudai karne me Jagan ke jaisa maheer ho jaoge." Deva yah sun kar saas ki chunchee ko masalte hue bola,
आपका दोस्त राज शर्मा
साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
आपका दोस्त
राज शर्मा
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj
Tags = राज शर्मा की कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ Raj sharma stories , kaamuk kahaaniya , rajsharma हिंदी सेक्सी कहानिया चुदाई की कहानियाँ उत्तेजक कहानिया Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स | सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स | vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा | सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such | सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई | एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein | चुटकले चुदाई के | चुटकले व्यस्कों के लिए | pajami kese banate hain | चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा | सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai | payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ | हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी | हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai | mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना,
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