Monday, April 12, 2010

कामुक कहानिया मारवाड़ की मस्त मलाई पार्ट --12

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मारवाड़ की मस्त मलाई पार्ट --१२
लेखक-- दा ग्रेट वोरिअर
हिंदी फॉण्ट बाय राज शर्मा

गतांक से आगे........................



पिंकी की शादी को तकरीबन 2 महीने के करीब हो गये थे और इतना ही वक़्त पिंकी की सास को पटाने और चोदने मे लगा था. अब हम डेली चुदाई करने लगे. बड़े मज़े से दिन और रात गुज़र ते रहे. कभी पिंकी और उसकी सास को अलाग चोद्ता तो कभी थ्रीसम. अब हम तीनो एक दम से बे-शरम हो गये थे कभी कभी तो आंटी और पिंकी एक दूसरे की चूत भी चाटने लगी थी. आंटी को अपनी चूत चटवाने मे बोहोत ही मज़ा आता था. अब मैं बिंदास उनके घर आनने जाने लगा था और दोनो को चोदने लगा था. एक दिन पिंकी ने अपने हज़्बेंड लाला से बोल दिया के उसका लंड किसी काम का नही है और अब तुम्है डाइवोर्स दे रही हू तो वो घबरा गया और पिंकी के पैर पकड़ लिए और बोला के प्लीज़ पिंकी ऐसा ना करो तुम जो कहोगी मैं वैसे ही करूँगा तो पिंकी ने बोला के मुझे अछी तरह से चोद के मेरी प्यासी चूत की प्यास बुझा सकते हो तो लाला खामोश होगया और बोला के पिंकी तुम्है तो पता है के मेरी नुनु कमज़ोर है और मैं यह नही कर सकता तो पिंकी ने बोला के अगर मैं अपने किसी दोस्त से चुदवाउ तो तुम्है कोई प्राब्लम होगी तो उसने बोला के अगर किसी को पता चल जाएगा तो बोहोत मुस्किल हो जाएगी तो पिंकी ने बोला के नही होगी तुम उसकी फिकर ना करो तो लाला ने पूछा कोई है तुम्हारा ऐसा फ्रेंड तो पिंकी ने बोला के हा मेरा राजा है ना तो लाला ने बोला के कैसे करोगी तो पिंकी ने बोला के तुम उसकी फिकर ना करो मैं राजा को पटा लूँगी तुम्है कोई प्राब्लम तो नही है ना तो लाला ने बोला के अगर तुम राजा के साथ अपने बदन की प्यास को शांत करना चाहती हो तो मुझे कोई प्राब्लम नही है क्यॉंके वो तुम्हारे और हमारे घर का ही एक सदस्य है ठीक है तुम्है मेरी तरफ से पर्मिशन है तो पिंकी ने बोला के ठीक है लाला अब मैं तुम्है डाइवोर्स नही दूँगी पर तुम राजा को मेरे साथ सोने से रोकना नही और हा मैं तुम्हारे सामने ही उस से चुदवाना चाहुगी तो उसने बोला के अरे ऐसे कैसे तो पिंकी ने बोला के मैं उसको बोलूँगी के तुम्हारे सामने एक टाइम चोद ले ता के तुमको भी पता चले के उसका लंड कितना बड़ा मोटा और सख़्त है और वो कैसे चोद्ता है तो लाला ने बोला के तुम पहले भी राजा से चुदवा चुकी हो क्या तो पिंकी ने बोला के तो फिर तुम क्या समझते हो तुम जो मुझे रात मैं इधर उधर मसल के गरम कर के सो जाते हो तो मैं क्या करू. इसी गर्मी के चलते मैं ने राजा से चुदवा लिया है और अब मैं चाहती हू के तुम भी हमारी चुदाई देखो तो लाला राज़ी होगया. और फिर एक दिन मैं ने लाला के सामने ही पिंकी को खूब ज़ोर ज़ोर से चोदा तो लाला हैरत से मेरे लंड और मेरे चुदाई को देखने लगा और बोला के मुझे ताज्जुब है के इतना बड़ा और इतना मोटा लौदा इतनी छोटी चूत मे कैसे घुस जाता है. अब मैं पिंकी को उसके हज़्बेंड के सामने भी चोद लेता था और आंटी को भी पता
चल चुका था के मैं लाला के सामने ही पिंकी को चोद रहा हू तो उन्हो ने पूछा के लाला को कैसा लगा उसके सामने उसकी पत्नी को कोई और चोद रहा है तो पिंकी ने बोला के वो तो राजा का इतना बड़ा और मोटा लंड देख के घबरा ही गया और एक टाइम तो उसने राजा के लंड को अपने हाथ मे भी पकड़ के देखा तो आंटी हस्ने लगी और बोली के गन्दू का बेटा गन्दू है साला. इसी तरह से पिंकी की और आंटी की चुदाई करते टाइम पास होने लगा. अब वाहा सब हसी खुशी रहने लगे.
दोस्तो अब अपने दोस्त शांति लाल की तरफ चलते हैं
शाँतिलाल की शादी की तय्यारी
शांति लाल की शादी का टाइम करीब आने लगा था तय्यारिया ज़ोर ओ शोर से चल रही थी. पूजा आंटी खुद ही शादी की सारी परचेसिंग हयदेराबाद, कोलकाता और देल्ही से कर चुकी थी और अभी उनको मुंबई जाना था जहा उनका कोई भी रिश्तेदार नही था. अब तक तो उनके साथ कभी शांति होता था तो कभी वो अपनी किसी रिश्ते की कज़िन्स के साथ ही शॉपिंग करने के लिए जा रही थी. मुंबई जाने के लिए उनका और शांति का रिज़र्वेशन फर्स्ट क्लास ए/सी कॉमपार्टमेंट मे हो चुका था और होटल ओबेरोइ मे एक वीक के लिए भी एक सूयीट बुक करवा लिया गया था. इत्तेफ़ाक़ ऐसा हुआ के जिस रात उनकी ट्रेन थी उसी शाम को शांति मिल की सीढियो से नीचे गिर गया और उसके पैर मे हेरलाइन फ्रॅक्चर आ गया और उसको बॅंडेज कर दी गयी थी वो चलने फिरने के काबिल नही था और वो अपनी मम्मी के साथ मुंबई को भी नही जा सकता था. मुंबई को जाना भी ज़रूरी था. रिज़र्वेशन्स और दूसरे कंप्लीट अरेंज्मेंट्स हो चुके थे तो शांति ने बोला के राजा को ले जाओ मम्मी तो पूजा आंटी ने बोला के हा यह ठीक रहेगा और उन्हो ने मुझे बुलाया और बोला के मैं जल्दी से रेडी हो जाउ उनके साथ जाने के लिए तो मैं ने मम्मी को फोन किया तो मम्मी ने बोला के ठीक है तुम चले जाओ मैं तो अब शांति की शादी के करीब ही वापस आउन्गि तो मैं ने कहा के ठीक है मम्मी आप अपने टाइम से आओ यहा तो कोई प्राब्लम नही है.
ट्रेन रात के 10 बजे नामपल्ली रेलवे स्टेशन से निकली. हम रात का खाना तो खा चुके थे. यह फर्स्ट क्लास के कॉमपार्टमेंट मे 2 – 2 ही सीट्स थे एक ऊपेर और एक नीचे. बाहर की गर्मी से ए/सी कॉमपार्टमेंट के अंदर की ठंडक बोहोत अछी लग रही थी. पूजा आंटी नीचे की सीट पे सो गयी और मैं ऊपेर की सीट पे चला गया और थोड़ी ही देर मे सो गया. सुबह 4 बजे के आस पास ट्रेन वीटी स्टेशन पे रुक गयी और हम दोनो उतर गये. बाहर ओबेरोई की लिमज़ीन हमै पिक करने के लिए रेडी खड़ी थी. हम कार मे बैठ के होटेल चले गये. होटेल मे चेक इन किया. हमारा सूयीट 20थ फ्लोर पे था जहा से
दूर तक समंदर का नीला नीला पानी और ऊँची ऊँची बिल्डिंग्स बड़ी रोमॅंटिक लग रही थी. हमारा सूयीट 2 कमरो का था और एक छोटा सा सिट्टिंग रूम टाइप था जहा पर एक छोटी सी डाइनिंग टेबल थी और सोफा सेट विद सेंटर टेबल रखा हुआ था और एक कॉर्नर मे एक बड़ा सा फ्रिड्ज भी रखा था जिस मे मिनरल वॉटर के बॉटल्स, डिफ टाइप्स के जूसज़, कुछ बॉटल्स बियर, ब्रॅंडी, विस्की और शॅंपेन के भी रखे हुए थे. इन सब चीज़ो को जितना यूज़ करते उसका बिल बनता इस्तेमाल ना करो तो बिल नही बनता था. वाहा पे एक बड़ा सा केबल कनेक्टेड टीवी सेट भी रखा हुआ था.
दोनो कर्मरो मे अटॅच बाथरूम था. एक मास्टर बेडरूम जो थोड़ा बड़ा था जहा पे एक क्वीन साइज़ बेड था जिसपे एक दम से वाइट कलर की चदडार बिछी हुई थी और 2 पिल्लो और 4 स्क्वेर साइड पिल्लो भी थे जो प्रॉबब्ली सोने के टाइम पे पैरो के बीच मे दबाने के काम आते थे और वो मास्टर बेडरूम मे एक सोफा सेट और सेंटर टेबल और एक राइटिंग टेबल भी थी वो आंटी के लिए था और मेरे लिए दूसरा वाला थोड़ा छोटा था जहा एक डबल बेड पड़ा था और एक राइटिंग टेबल और एक चेर पड़ी हुई थी. सूयीट बड़ा ही शानदार था. दोनो बेडरूम्स के डोर्स सिट्टिंग रूम मे खुलते थे. इस से पहले भी मैं 5 स्टार होटेल्स मे ठहर चुका था लैकिन सूयीट मे यह फर्स्ट टाइम ही आया था. सूयीट मे अड्जस्ट होने होने तक सुबह के 6 बज गये थे. आंटी ने बोला के वो एक घंटा और सोना चाहती है तो मैं अपने कमरे मे आ गया और मैं भी सो गया. आँख खुली तो 8 बज चुके थे 2 घंटे की नींद से तबीयत काफ़ी फ्रेश लग रही थी. मैं बाथरूम मे चला गया और शवर ले के फ्रेश हो के बाहर आ गया इतनी देर मे आंटी भी नहा धो के फ्रेश हो चुकी थी. मैं आंटी को देखा तो देखता ही रह गया. एक तो आंटी का बोहोत ही गोरा रंग और उसके ऊपेर लाइट गुलाबी रंग की फ्लवर प्रिंटेड सारी और मॅचिंग ब्लाउस जो नवल तक नीचे उतरी हुई थी जहा से उनका पेट और बेल्ली बटन सॉफ नज़र आ रहा था. आंटी दूसरे मायनो मे गाज़ाब ढा रही थी मुझे अपनी तरफ ऐसे देखता पा कर हंस पड़ी और बोली हे राज्ज तुम तो मुझे ऐसे देख रहे हो जैसे आज पहले बार देख रहे हो तो मैं अपने ख़यालो से बाहर आ गया और मुस्कुराते हुए बोला के आंटी आप इतनी खूबसूरत हो यह मैं ने कभी भी धयान नही दिया था. आप तो बोहोत ही खूबसूरत हो और एक दम से किसी आकाश से उतरी हुई अप्सरा लग रही हो तो वो मुस्कुरा दी और बोली क्या राज अब मे इतनी खूबसूरत भी नही हू तो मैं ने बोला के नही आंटी आप सच मे बे इंतेहा खूबसूरत हो पता न्ही आज कितने लोग आपको देख के घायल हो जाए तो वो हंस के बोली चलो अब ज़ियादा ना बनाओ और नाश्ता करो. ब्रेकफास्ट अपने सूयीट पर ही मंगवा लिया था. नाश्ता कर के हम होटेल से बाहर आए और टॅक्सी कर के शॉपिंग के लिए निकल गये. शाम देर गये तक शॉपिंग करते
रहे. आंटी को मेरी चाय्स भी अछी लगी और वो मेरी पसंद के आइटम्स ही पर्चेस करती रही. शॉपिंग करते टाइम मेरे और आंटी के हाथ एक दूसरे के हाथो से टच हो रहे थे और मुंबई के रश मे हमारे बदन भी कभी कभी एक दूसरे के बदन से रगड़ खा जाते थे तो कभी जहा ज़ियादा भीड़ होती वाहा मुझे आंटी के बूब्स अपने हाथ पे लगते महसूस होते तो मेरे बदन मे एक सनसनाहट दौड़ जाती इसी तरह से शॉपिंग चलती रही.
शाम को हम वापस अपने कमरे मे आ गये और नहा धो कर फिर से फ्रेश हो गये तो मैं ने पूछा के आंटी क्या प्रोग्राम है अब तो उन्हो ने बोला के तुम जैसा बनाओगे वोही प्रोग्राम होगा तो मैं ने कहा के आंटी पिक्चर देखेगे या बीच पे फ्रेश एर तो उन्हो ने बोला के चलो आज समंदर की सैर ही करते है फिल्म कल देखेंगे तो मैं ने कहा के ठीक है आंटी आज हम डिन्नर भी बाहर ही करेंगे. थोड़ी देर मे हम होटेल से बाहर निकल गये और टहलते हुए नरीमन पॉइंट से चोपॅटी की तरफ चल दिए. सूरज समंदर के अंदर डूब रहा था हल्की हल्की हवा चल रही थी मौसम बोहोट अछा हो रहा था. हम दो घंटे तक ऐसे ही घूमते रहे. वाहा से चाट की बंदी से चाट खरीद के रेत (सांड) मे आ के बैठ गये और इधर उधर की बातें करने लगे. जब रात होने लगी तो आंटी ने बोला के चलो राज खाना खाते है तो हम दोनो फिर से वॉकिंग करते हुए ब्रबोवर्न स्टेडियम की तरफ चले गये जहा पे एक अछा रेस्टोरेंट था इस रेस्टोरेंट मे एक गोल वुडन प्लॅटफॉर्म भी बना हुआ था जहा पे शाम से ही कुछ लड़के और लड़कियाँ गाना सुनाते थे और कभी कोई लड़की डॅन्स भी कर जाती थी. आंटी को यह रेस्टोरेंट बोहोत पसंद आया. वही खाना खा के हम तकरीबन 11 बजे अपने सूयीट मे वापस आ गये. मुंबई के मौसम मे अच्छी ख़ासी ह्यूमिडिटी होती है और सारे बदन को चिप चिपा कर देती है. कमरे मे आने के बाद स्नान करना ज़रूरी था. आंटी शवर ले के आने तक टीवी देखता रहा और फिर मैं ने नीचे कॉफी शॉप से कॉफी का ऑर्डर दे दिया और अपने कमरे मे नहाने चला गया इतनी देर मे आंटी स्नान कर के बाहर आ चुकी थी और उन्हो ने शवर गाउन पहना हुआ था और अपने सर पे टवल लपेटा हुआ था और वेटर के कॉफी लाने का इंतेज़ार कर रही थी.
मैं अभी बाथरूम मे स्नान करके टब से बाहर निकल रहा था के नीचे रखे वाइट टवल पे मेरा पैर फिसल के मूड गया और मैं धप्प से नीचे गिर पड़ा, बतटब की छोटी सी दीवार मेरे थाइस के अन्द्रूनि भाग से लगी और मेरी स्किन वाहा से फॅट गयी और थोड़ा सा खून भी निकला मगर उतना ज़ियादा नही और गिरते ही दरद से मेरे मूह से एक लंबी चीख निकल गयी
और आंटी दौड़ते हुए बाथरूम तक आ गयी और दूर के बाहर से ही पुकार के पूछा के क्या हुआ राज्ज तो मैं ने बड़ी मुश्किल से बोला के मैं नीचे गिर गया हू आंटी और मेरा पैर मूड गया है उठ नही सकता. बाथरूम अंदर से बंद था. आंटी को सडन्ली याद आया के एक एमर्जेन्सी के बाथरूम के दूर फ्रेम मैं राइट साइड पे एक कील होती है जहा स्पेर के लटकी होती है तो उन्हो ने वो स्पेर चाबी दूर के फ्रेम से निकाली और बाथरूम का दूर खोल दिया. मुझे गिरा हुआ देख के आंटी जल्दी से मेरे पास आ गयी. मेरे बदन पे तो टवल भी नही था मैं नंगा ही नीचे गिरा पड़ा था लैकिन कुछ ऐसे स्टाइल मैं था के मेरी एक टाँग के ऊपेर दूसरी टांग रखी थी जिसकी वजह से मेरा लंड आंटी को इमीडीयेट्ली नज़र नही आ रहा था. आंटी मेरे करीब आ गयी और अपना हाथ मेरी तरफ बढ़ाया और बोली के उठो राज्ज चलो बाहर बेड पे लेट जाओ तो मैं उठने की कोशिश किया पर उठा नही गया. आंटी बड़ी मीठी नज़रो से मेरे नंगे बदन को देख रही थी. बड़ी मुश्किल से आंटी ने पीछे से मेरे बगल मे अपने दोनो हाथ डाल के उठाया. मैं तो अपने पैरो पे खड़ा होने के काबिल नही था और सारा वेट आंटी के ऊपेर ही था जिस से मेरे नंगे शोल्डर पे आंटी के बूब्स लग रहे थे. आंटी अभी भी शवर गाउन मैं ही थी जो सामने से ऑलमोस्ट खुला हुआ ही था और बीचे मैं फोल्ड कर के एक डोरी से बँधा हुआ था. मैं ने आंटी से बोला के आंटी मुझे एक टवल देदो तो आंटी ने बोला के बाहर तो चलो बेड पे लेट जाओ अभी तुम्है छोड़ा तो तुम नीचे गिर जाओगे. मैं नंगा ही आंटी के सहारे से उठ गया और ऐसे ही बड़ी मुश्किल से घसीट ते हुए आंटी मुझे बाथरूम से बाहर ले के बेड तक ले आई और मुझे बेड पे लिटा दिया मेरी नज़र आंटी पर पड़ी तो देखा के आंटी की नज़र मेरे लंड से हट नही रही थी वो मेरे लंड को खा जाने वाली नज़रो से देख रही थी. मेरे लंड की तरफ उनको इस तरह घूरते हुए देख कर मेरे लंड मे कुछ मूव्मेंट्स शुरू हो गयी और वो थोड़ा हिलने लगा. मैं अपने लंड को अपने हाथो से छुपाते हुए बोला के आंटी वो चदडार डाल दो मेरे ऊपर तो उन्हो ने कहा के ठहरो पहले मुझे देखने तो दो के कहा चोट लगी है. मेरे पास कुछ पेन किल्लर टॅब्लेट्स और आयंटमेंट है मैं लगा दूँगी तो मैं ने बोला के आंटी मुझे शरम आती है प्लीज़ चदडार डाल दो तो उन्हो ने कहा के अरे मेरे से शरम करोगे अब तुम, तुम्हे तो मैं एक हज़ार बार नंगा देख चुकी हू तो मैं ने हंस के बोला के हा आंटी तब मे बच्चा था लैकिन अब मैं बड़ा हो गया हू बच्चा नही रहा तो उन्हो ने कहा के तो क्या हुआ तुम कितने भी बड़े हो जाओ मेरे सामने तो बच्चे ही रहोगे. अब तुम चुप चाप लेते रहो मैं अभी आती हू और आंटी जैसे ही बेड से उठी मुझे उनकी लाइट क्रीम कलर की पॅंटी और ब्रस्सिएर नज़र आ गयी और फिर आंटी के जाने के बाद मैं ने च्छददर को खेच के ओढ़ लिया और
लेट के आंटी का वेट करने लगा.
आंटी 5 मिनिट के बाद कमरे मे आई तो उनके हाथ मे कॉफी के 2 कप्स भी थे एक कप मुझे दिया और एक कप से वो खुद कॉफी पीने लगी और बोली के राजा गरम गरम कॉफी पिलो थोड़ा आराम आजाएगा और साथ मे एक पेन किल्लर टॅबलेट भी दे दिया. कॉफी ख़तम करके आंटी कप्स ले गयी और आते समय एक मस्क्युलर क्रीम का ट्यूब ले के आ गयी इतनी देर मे मेरा लंड चदडार के अंदर टेंट बना चुका था जिसे आंटी बड़े गौर से देखते हुए बोली के चलो अब निकालो इसे तो मैं ने बोला के आप रहने दो आंटी मैं खुद ही लगा लूँगा तो आंटी बोली के क्यों मेरे लगाने से दरद कम नही होगा क्या तो मैं ने बोला के नही आंटी ऐसी बात नही बस मुझे शरम आती है तो उन्हो ने बोला के अरे मेरे से शरम करने की ज़रूरत नही और फिर यहा और कोई भी तो नही है किसी को क्या पता चलेगा तो मैं ने कहा के आंटी मुझे शरम आती है प्लीज़ कम से कम लाइट्स तो बंद करदो ना तो उन्हो ने कहा के अछा ठीक है और फिर बेड से उठ कर लाइट बंद करदी लैकिन ग्लास के विंडो से बाहर की थोड़ी थोड़ी रोशनी फिर भी कमरे के अंदर आ रही थी तो उन्हो ने पूछा के अभी भी शरम आ रही है या यह कर्टन्स भी बंद कर दू तो मैं ने बोला के हा आंटी बंद करदो कंप्लीट अंधेरा करदो प्लीज़ तो उन्हो ने बोला के अरे अगर कंप्लीट अंधेरा हो गया तो मुझे कैसे नज़र आएगा के दवा कहा लगानी है तो मैं ने बोला के आ जाएगा आंटी आप प्लीज़ सब कुछ बंद करदो तो उन्हो ने खिड़की के पर्दे भी गिरा दिए और बाहर सिट्टिंग रूम की लाइट्स भी बंद करदी जिस से कमरे मे अब एक दम से अंधेरा च्छा गया.
आंटी बेड पे मेरे राइट साइड के थाइस के करीब आके बैठ गयी और चादर को निकाल दिया. चादर के निकलते ही मेरा लंड जोश मे हिलने लगा. आंटी ने मेरे थाइस को टटोलना शुरू किया और पूछा के बताओ दरद कहा पे है तो मैं ने उनका हाथ अपने हाथ से पकड़ा और थाइ के इन्नर पोर्षन जो के मेरे गोल्फ बॉल के साइज़ के बॉल्स के करीब था उनका हाथ वाहा रख के बताया के यहा है. आंटी ने थोड़ा हाथ को इधर उधर घुमाया और बोली के ठीक है अब तुम चुप चाप लेते रहो मैं मस्क्युलर क्रीम लगाती हू और क्रीम का ट्यूब उठा के जहा मैने बताया था तकरीबन वाहा पे रख के ट्यूब को दबाया और ढेर सारी क्रीम मेरे इन्नर थाइ पे लग गयी. अब आंटी ने उसको स्प्रेड करना शुरू कर दिया. मेरे लंड का तो बुरा हाल हो गया था इतने दीनो बाद लंड के करीब किसी औरत के हाथो का स्पर्श मेरे लंड को दीवाना बना रहा था और मेरी गंद तो अपने आप ही ऊपेर उठ ने लगी थी. मैं चुप चाप लेटा रहा लैकिन मेरी साँसें बोहोट तेज़ी से चल रही थी. क्रीम लगाते
लगाते आंटी की उंगलियाँ मेरे बॉल्स को छू रही थी. हम दोनो मे से कोई भी बात नही कर रहा था कमरे मे अजीब सा सन्नाटा और रोमॅंटिक महॉल था. अब आंटी के उंगलियाँ मेरे बॉल्स को टटोलने लगी थी और फिर एक ही मिनिट के अंदर हाथ को थोड़ा ऊपेर कर के लंड को भी सहलाने लगी तो मैं ने बोला के अरे आंटी यह आप क्या कर रही हो तो उन्हो ने बोला के चुप लेटा रह मैं जो कर रही हू मुझे करने दे बॅस तो मैं ने बोला के आपकी मर्ज़ी आंटी मैं कुछ नही बोलूँगा आप जो करना चाहो सो करो. मेरे मूसल लंड पे उनका हाथ महसूस करके मस्ती से मेरी गंद एक दम से ऊपेर उठ गयी. लंड को सहलाते सहलाते आंटी ने मेरे लंड के डंडे को पकड़ के दबाया और फिर दोनो हाथो से पकड़ लिया फिर भी लंड का सूपड़ा उनके दोनो हाथो से बाहर ही निकला हुआ था और इतना मोटा था के उनकी मुति मे नही समा रहा था और उनकी उंगलियाँ नही मिल रही थी. इतनी देर तक हम दोनो खामोश ही थे फिर जब उन्हो ने मेरे लंड को अछी तरह से अपनी मुथि मे पकड़ लिया तो एक दम से उनका मूह सीटी बजाने वाली तरह से गोल खुल गया और हैरत से निकला अरे बाप रे राजा इतना लंबा इतना मोटा यह तो बड़ा ही शानदार है, लगता है भगवान ने तुम्हारे लिए स्पेशल लिंग बना के तुम्है गिफ्ट किया है. मैं कुछ बोला नही तो फिर आंटी बोली के इतना बड़ा और लोहे जैसा सख़्त भी है इस को पाने के लिए तो कोई भी लड़की या औरत सिर्फ़ सपने मे ही सोचा करती है और दोनो हाथो से लंड को पकड़ के ऊपेर नीचे करते हुए मूठ मारने लगी.
आंटी मेरे साइड मे ही बैठी हुई थी लैकिन शाएद उनको यह पोज़िशन कंफर्टबल नही लग रही थी इसी लिए वो साइड से उठ के मेरी दोनो टाँगो के बीच मे घुटने मोड़ के बैठ गयी और दोनो हाथो से मेरे लंड को पकड़ के मूठ मारने लगी. मैं खामोश ही लेटा रहा और आंटी के हाथो का मज़ा लेता रहा और यह सोच रहा था के क्या आंटी को चोदने का मोका मिलेगा या नही. अब आंटी क्रीम व्रीम सब भूल कर मेरे लंड की सेवा कर रही थी जो किसी मूसल की तरह से मोटा और लोहे जैसा सख़्त हो के किसी मिज़ाइल की तरह से खड़ा था. कमरे मे अंधेरा, और दो जलते बदन होने की वजह से कमरे का महॉल कुछ ज़ियादा ही गरम और सेक्सी हो गया था. आ राजा यह तो इतना शानदार है के इसको किस करने का मंन कर रहा है और बिना कुछ बोले वो झुकी और झुकते झुकते अपने हाथ पीछे कर के अपने बदन से शवर गाउन निकाल के फ्लोर पे फेक दिया और झुक के मेरे लंड को सूपदे पे किस किया और चूसना भी शुरू कर दिया. ऐसा लग रहा था जैसे आंटी मेरे लंड को देख के अपने होश ही खो बैठी है. मैं ने गौर किया तो देखा के आंटी की ब्रस्सिएर और पॅंटी गायब थी शाएद वो जब कॉफी, टॅब्लेट्स और क्रीम लाने के लिए अपने कमरे मैं गयी थी तब ही उन्हो ने ब्रा और पॅंटी को निकाल दिया होगा और शाएद मेरे लंड की सवारी का
मंन भी बना लिया होगा यह सोच कर मैं दिल ही दिल मे मुस्कुराने लगा.
आंटी दोनो हाथो से मूठ मार रही थी और सूपदे को चूस भी रही थी फिर उन्हो ने दोनो हाथ हटा लिए और पूरे लंड को अपने मूह मे ले के चूसने लगी तो मैने अपने पैर आंटी के बॅक पे लपेट लिए और उनका सर पकड़ के उनके मूह को चोदने लगा. मेरा लंड बोहोत बड़ा और मोटा है इसी लिए पूरा उनके मूह मे नही घुस रहा था उनके दाँत मेरे लंड के डंडे पे लग रहे थे. ऐसे ही चूस्ते चूस्ते आंटी का मूह मेरे लंड से अड्जस्ट हो गया और अब वो पूरा मूह के अंदर ले के चूस रही थी. मेरा लंड उनके हलक तक जा रहा था. मैं ने बोला के आंटी कुछ स्वाद मुझे भी तो दो, तो वो मेरा मतलब समझ गयी और पलट के मेरे ऊपेर 69 की पोज़िशन मे आ गयी. उनकी चूत तो बे इंतेहा गीली हो चुकी थी और उनकी चूत से बड़ी मस्त खुहबू भी आ रही थी. मैं आंटी की चूत को चाट रहा था ज़ुबान नीचे से ऊपेर और ऊपेर से नीचे और फिर क्लाइटॉरिस को दांतो से पकड़ा तो आंटी काँपने लगी और मेरे मूह मे ही झाड़ गयी. आंटी की चूत का जूस बोहोत मीठा था. आंटी बड़ी मस्ती से मेरा लंड चूस रही थी आंटी के बूब्स मेरे पेट से लग रहे थे तो मैं ने उनको अपने हाथो मे पकड़ लिया आहह क्या मस्त बूब्स थे आंटी के, इतनी एज मे भी इतने कड़क और निपल्स भी एरेक्ट हो गये थे मैं उनको पकड़ के मसल्ने लगा और अपने पेट से उनकी चुचिओ को रगड़ने लगा. मैं अपने पैर घुटनो से मोड अपनी गंद उठा उठा के उनके मूह को चोद रहा था और फिर मेरी मलाई भी रेडी हो गयी थी और फिर उनके सर को पकड़ के अपने लंड को पूरे का पूरा उनके हलक तक घुसा के पकड़ लिया और मेरे लंड मे से गरम गरम मलाई का फव्वारा निकल के आंटी के पेट मे डाइरेक्ट गिरने लगा जिसे वो एक ड्रॉप गिराए बिना पी गयी.
मेरी मलाई निकल जाने के बावजूद आंटी मेरे लंड को चूस रही थी और मैं उनकी गंद पे हाथ रख के उनकी चूत को अपने मूह मे दबा के रखा था और चाट रहा था. मेरा लंड अभी भी फुल्ली एरेक्ट था. आंटी की चूत समंदर की तरह से गीली हो रही थी वो बिना कुछ बोले के पलट गयी और मेरे थाइस के दोनो तरफ अपने दोनो घुटने मोड़ के मेरे ऊपेर आ गयी और मेरे लंड के डंडे को एक हाथ से पकड़ के अपनी चूत के सुराख से लंड के सूपदे पे सटा दिया और एक ही झटके मे बैठ गयी चूत और लंड दोनो गीले होने की वजह से लंड एक ही धक्के मे चूत के अंदर घुस्स गया और आंटी के मूह से ऊऊऊऊऊीीईईईईईईईई म्‍म्म्ममममममाआआअ निकला और वो फॉरन ही मेरे लंड पे से उछल पड़ी और लंड बाहर निकल गया
तो मैं ने पूछा क्या हुआ आंटी तो उन्हो ने बोला के इतना बड़ा मूसल मैं ने कभी नही लिया दरद हुआ इसी लिए, तो मैं ने बोला के आंटी धीरे धीरे बैठो तो उन्हो ने फिर लंड को पकड़ा और लंड को चूत के सुराख मे अटका के धीरे धीरे बैठ ने लगी और आधा लंड चूत के अंदर लेने के बाद वो मेरे ऊपेर झुक गयी और मेरे मूह मे अपनी ज़ुबान डाल के चूसना शुरू कर दिया बड़ा मज़ा आ रहा था उनकी ज़ुबान चूसने मे. मैं हाथो से उनकी गंद को और उनकी पीठ को सहला रहा था फिर मैं उनके बूब्स को चूसने लगा और अपनी गंद उठा उठा के उनको चोदने लगा. आंटी तो मेरे लंड से मस्ती मे चुदवा रही थी आंटी अपनी तरफ से तो पूरी कोशिश कर रही थी के पूरा लंड अंदर लेने की पर उनसे हो नही रहा था तो उन्हो ने बोला के राजा मेरे ऊपेर आ जा और ज़ोर ज़ोर से धक्के मार मार के मुझे चोद तो मैं पलट के उनको नीचे लिटा दिया और अपनी टाँगो से उनकी टाँगे खोल के अपने पैर पीछे कर के उनकी चूत के सुराख मे लंड को सेट किया और एक ही पवरफुल झटका मारा तो उनके मूह से चीख निकलगई म्‍म्माआअरर्ररर गग्ग्गाआआयययययईई र्र्र्र्रररीईईई ऊऊीीईईईई हहाआआआआआआआअ और मेरा लंड पूरा अंदर घुस के उनकी बचे दानी तक पहुच गया था.
मैं एक मिनिट तक उनके ऊपेर ऐसे ही लेटा रहा और जब उनकी टाइट चूत मेरे लंड की मोटाई से अड्जस्ट हो गयी और देखा के आंटी के हाथ मेरे पीठ पे और गंद पे घूम रहे है तो फिर मैं उनकी चुदाई करने लगा. पवरफुल झटके मार रहा था और आंटी मस्ती मे चीख रही थी पफहाआद्द्दद्ड दाआअल्ल्ल्ल्ल्ल्ल ऊऊीीईईईई आऐईएसस्स्सीईए हहिईीईईईईईई राआज्जजज्जाआा ऊऊफफफफफफफफफ्फ़ म्माअरर्र्ररर ज़्ज़्ज़ूओररर ज़्ज़्ज़्ज़ूऊररररर सस्स्सीईई आअहीईए आप्प्न्नीईइ पूओररीई त्त्ताअक्क्क्काआत्त्त्त सस्सीई माआररररर र्र्राअज्ज्जाआअ आआहह. मैं फुल फोर्स से चोद रहा था तो फिर भी आंटी ने बोला के आओउउर्र्रर ज्ज्जूर्र्र सस्सीई कक्चछूड्दद तो मैं ने अपने पैर पीछे बेड के किनारे की लकड़ी से टीका दिया और हाथ से बेड के दूसरे किनारे की लकड़ी को पकड़ के बोहोत से ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा तो आंटी बोली आआआहह र्रर्राआज्जजज्ज्जाआाअ आऐईएसस्स्सीई हहिईीईई कक्चहूऊओददड़ आअहह म्‍म्माआज़्ज़्ज़्ज़्ज़ाआअ एयाया र्राअह्हाआ हहाअईई र्रररीईई ऊऊओह माआर प्पफहाआड्द्ड़ दददाअलल्ल्ल्ल्ल आऔउन्न्ञतट्ट्तीई ककक्कीईईईई कक्चहूऊततततत्त और मैं दीवानो की तरह से उनको चोदने लगा उनके बूब्स डॅन्स कर रहे थे अंटी की चूत बोहोत ही टाइट थी पता नही कितने सालो से नही चूड़ी थी उनकी चूत. उनके डॅन्स करते बूब्स को मैं झुक के अपने मूह मे ले के चूसने लगा. मेरी इतनी पवरफुल चुदाई से बेड भी हिलने लगा था और पच पच की आवाज़े आ रही थी आंटी तो 3 या 4 बार झाड़ भी चुकी थी और उनकी चूत जूस से भर चुकी थी और इसी लिए लंड
अब आसानी से अंदर बाहर हो रह था और आंटी मुझे ज़ोर से पकड़े हुए थी मेरे झटको से उनका पूरा बदन आगे पीछे हो रहा था और मैं भी पुर जोश मे पूरी ताक़त से चोद रहा था, आंटी की आँख से आँसू निकलने लगे और मुझे लगा जैसे अब मेरी क्रीम भी रेडी हो गयी है और मैं ने चोदने की स्पीड बढ़ा दी और आंटी बोल रही थी कक्चछूड्दद दददाअलल्ल्ल र्रर्राआज्जजज्ज्ज्ज इससस्स बबबीईककककचहाआऐययईईन्न्न्न् प्प्प्पयय्य्ाआसस्सिईईईईई आअहह ककककचहूऊतततत्त कककूऊ वो मुझ से लिपट गयी थी और मेरा फाइनल झटका इतना पवरफुल था के आंटी के मूह से एक बार फिर से चीख निकल गयी आआईईई र्र्र्र्रररीईई म्‍म्म्माअरर्र्ररर ग्गगाआईईई उूउउफफफफफफफफ्फ़ और मेरा लंड शाएद उनकी चूत को चीरता हुआ उनकी बचे दानी से होता हुआ उनके पेट के अंदर तक घुस्स गया और मेरे लंड मैं से गरम गरम मलाई का फव्वारा निकलने लगा जिस से आंटी एक बार फिर से झड़ने लगी, उनका बदन काँप रहा था और वो झाड़ रही थी. दोनो के बदन पसीने से लत पथ थे. मेरे लंड मे से भी इतनी क्रीम निकली जो शाएद पहले कभी नही निकली थी और आंटी की चूत हम दोनो के क्रीम से भर गयी.
मैं उनके ऊपेर ऐसे ही लेटा रहा दोनो गहरी गहरी साँसे ले रहे थे. आंटी मेरे कान मे बोली के थॅंक यू राजा आज तो ज़िंदगी भर की चुदाई का मज़ा आ गया ऐसी चुदाई ज़िंदगी भर कभी नही हुई थी मुझे तुम ने जवान होने का एहसास दिला दिया मस्ती मे मेरे सारे बदन मे मीठा मीठा दरद हो रहा है.आइ लव यू राजा यू आर दा बेस्ट, तुम सच मे एक मर्द हो और मेरे कान मे धीरे से बोली के राजा प्लीज़ मुझे हमेशा ऐसे ही चोद्ते रहना और मुझे ज़िंदगी भर ऐसी ही चुदाई का मज़ा देते रहना और फिर कान के लटकते हुए हिस्से को अपने मूह मेी ले के चूसने लगी मुझे फॉरन ही पिंकी याद आ गयी जब तो मेरे साथ वो बाइक पे बैठी थी तो वो भी मेरे कान को ऐसे हो चूस रही थी. पिंकी का सोचते ही उसकी पहली चुदाई याद आ गयी और मेरा लंड आंटी की मलाई से भरी चूत के अंदर ही अंदर एक बार फिर से अकड़ने लगा तो आंटी चौंक गयी और बोली के वाह राजा यह तो फिर से तय्यार हो रहा है तो मैं मुस्कुरा के बोला के आंटी इसे भी तो आपकी टाइट चूत को चोद के मज़ा आया है और यह फिर से चुदाई करना चाहता है तो आंटी बोली के मैं ने कब मना किया है आज मेरी चूत को चोद चोद के फाड़ डालो और इस चूत का भोसड़ा ही बना दे मेरे राजा. मैं आंटी की ज़ुबान से ऐसे शब्द सुन के हैरान रह गया के इतनी धार्मिक दिखाई देने वाली आंटी ऐसी लंड, चूत और चुदाई की बातें कर रही है मैं ने पूछ ही लिया के आंटी आप इतनी धार्मिक लगती हो मैं ने कभी सपने मे भी नही सोचा था के आप मेरे से चुड़वावगी और ऐसे शब्द का उपयोग करोगी तो वो
हस्ने लगी और बोली के क्यों मैं औरत नही हू, क्या मेरे अंदर एमोशन्स नही है, क्या मुझे चुद्वने का शोक नही है, क्या मेरी प्यासी चूत को अछा तगड़ा लंड नही चाहिए तो मैं ने बोला के यू आर राइट आंटी तो वो बोली के राजा तुम्है क्या मालूम के मैं कितना तड़पति हू और कितने सालो से अपनी चूत की खुजली मैं अपनी उंगली से मिटा रही हू. सेठ साहिब तो किसी काम के नही है. उनका पेट ही मेरे बदन से लगता है उनका लंड तो मेरी चूत के करीब भी नही पहुँच पाता तो तुम ही बताओ मैं क्या करू तो मैं ने उनको चूमते हुए बोला के आंटी आप एक दम से सही बोल रही हो आपको भी चुदवाने का पूरा राइट है आपको अपने एमोशन्स नही रोकने चाहिए और मैं आपको ज़िंदगी भर चोदुन्गा और आपको हमेशा खुश रखूँगा यह मेरा आपसे वादा है तो आंटी के आँखो से आँसू निकल पड़े और मुझे बड़ी ज़ोर से लिपटा लिया और रोने लगी और मुझे चूमते हुए बोले जा रही थी के आइ लव यू राजा मैं ज़िंदगी भर नही भूल सकती के तुमने मेरे बदन की आग को कैसे मस्ती से शांत किया है आइ लव यू आइ लव यू राज. वो किसी छोटी बच्ची की तरह से मेरी बाँहो मे लिपट के रो रही थी और बोहोत देर तक रोती रही और मैं ने उनको रोने दिया ता के उनके अंदर की भादास निकल जाए और मैं थोड़ी देर उनके बालो मे अपनी उंगलियाँ डाल के सहलाता रहा और उनको चूमता रहा तो थोड़ी देर मैं उनका रोना कम हुआ और मेरे कान मे धीरे से कहा आइ लव यू मेरे स्वीट राजा जी तुम ने मुझे वो खुशी दी है जिसके लिए मैं आज तक तरसती थी और हा अब मुझे आंटी मत समझना अपनी रंडी समझना और किसी रंडी की तरह से ही मेरी चुदाई करना मैं हमेशा ही तुम से चुडाने के लिए रेडी हू समझे ? तो मैं ने कहा के ठीक है आंटी आप बिल्कुल फिकर ना करो. आंटी यह तो बताओ के आपकी चूत अभी तक इतनी टाइट कैसे है तो वो मुझे प्यार करते हुए बोली के जब साल ओ साल चुदाई ना हो तो चूत तो टाइट ही होगी ना और मेरी चूत तो लंड का रास्ता देखते देखते थक्क गयी है और आज मुझे ऐसा लंड मिला है जिसकी मैं बचपन से तमन्ना करती थी आज मुझे मेरे सपनो का लंड मिला है और बरसो की प्यासी चूत ने ऐसे शानदार लंड का पानी पिया है और आज मेरी चूत की बरसो की आग बुझी है. अब और देर ना करो मेरे राजा प्लीज़ और चोद डालो अपनी पूजा रंडी को और चोद चोद के इस चूत का भोसड़ा बना दो अब मैं और सहन नही कर सकती.



Mast Marwari Malaai ( MMM )--paart--12


Pinky ki shadi ko takreeban 2 mahine ke kareeb ho gaye the aur itna hi waqt pinky ki saas ko pataane aur chodne mai laga tha. Ab ham daily chudai karne lage. Bade maze se din aur raat guzar te rahe. Kabhi Pinky aur uski saas ko alaag chodta to kabhi threesome. Ab ham teeno ek dum se be-sharam ho gaye the kabhi kabhi to aunty aur pinky ek doosre ki choot bhi chaatne lagi thi. Aunty ko apni choot chatwane mai bohot hi maza aata tha. Ab mai bindaas unke ghar aanne jaane laga tha aur dono ko chodne laga tha. Ek din Pinky ne apne husband Lala se bol dia ke uska lund kisi kaam ka nahi hai aur ab tumhai divorce de rahi hu to wo ghabra gaya aur Pinky ke pair pakad liye aur bola ke please Pinky aisa na karo tum jo kahogi mai waise hi karunga to Pinky ne bola ke mujhe achi tarah se chod ke meri pyasi choot ki pyas bujha sakte ho to Lala khamosh hogaya aur bola ke Pinky tumhai to pata hai ke meri nunu kamzor hai aur mai yeh nahi kar sakta to Pinky ne bola ke agar mai apne kisi dost se chudwaoon to tumhai koi problem hogi to usne bola ke agar kisi ko pata chal jayega to bohot muskil ho jayegi to Pinky ne bola ke nahi hogi tum uski fikar na karo to Lala ne poocha koi hai tumhara aisa friend to Pinky ne bola ke haa Mera Raja hai na to Lala ne bola ke kaise karogi to Pinky ne bola ke tum uski fikar na karo mai Raja ko pata lungi tumhai ki problem to nahi hai na to Lala ne bola ke agar tum Raja ke sath apne badan ki pyas ko shant karna chahti ho to mujhe koi problem nahi hai kyonke wo tumhare aur hamare ghar ka hi ek sadasya hai theek hai tumhai meri taraf se permission hai to Pinky ne bola ke theek hai Lala ab mai tumhai divorce nahi dungi par tum Raja ko mere sath sone se rokna nahi aur haa mai tumhare samne hi us se chudwana chahugi to usne bola ke arey aise kaise to pinky ne bola ke mai usko bolungi ke tumhare samne ek time chod le taa ke tumko bhi pata chale ke uska Lund kitna bada mota aur sakht hai aur wo kaise chodta hai to Lala ne bola ke tum pehle bhi Raja se chudwa chuki ho kia to Pinky ne bola ke to phir tum kia samajhte ho tum jo mujhe raat mai idhar udhar masal ke garam kar ke so jate ho to mai kia karu. Isi garmi ke chalte mai ne Raja se chudwa lia hai aur ab mai chahti hu ke tum bhi hamari chudai dekho to Lala razi hogaya. Aur phir ek din mai ne Lala ke samne hi Pinky ko khub zor zor se choda to Lala hairat se mere Lund aur merei chudai ko dekhne laga aur bola ke mujhe tajjub hai ke itna bada aur itna mota Louda itni choti choot mai kaise ghus jata hai. Ab mai pinky ko uske husband ke samne bhi chod let tha aur aunty ko bhi pata
chal chuka tha ke mai Lala ke samne hi Pinky ko chod raha hu to unho ne poocha ke Lala ko kaisa laga uske samne uski patni ko koi aur chod raha hai to pinky ne bola ke wo to Raja ka itna bada aur mota Lund dekh ke ghabra hi gaya aur ek time to usne Raja ke Lund ko apne hath mai bhi pakad ke dekha to aunty hasne lagi aur boli ke gandu ka beta gandu hai sala. Isi tarah se Pinky ki aur aunty ki chudai karte time pass hone laga. Ab waha sab hasi khushi rehne lage.
Shantilal Ki Shadi Ki Tayyari
Shantil lal ki shadi ka time kareeb aane laga tha tayyariya zor o shor se chal rahi thi. Pooja aunty khud hi shadi ki saari purchasing Hyderabad, Kolkata aur Delhi se kar chuki thi aur abhi unko Mumbai jana tha jaha unka koi bhi rishtedar nahi tha. Ab tak to unke sath kabhi Shanti hota tha to kabhi wo apni kisi rishte ki cousins ke sath hi shoppingkarne ke liye ja rahi thi. Mumbai jane ke liye unka aur Shanti ka reservation first class A/C compartment mai ho chuka tha aur Oberoi mai ek week ke liye bhi ek suite book karwa lia gaya tha. Ittefaq aisa hua ke jis raat unki train thi usi sham ko Shanti mill ki seedhion se neeche gir gaya aur uske pair mai hairline fracture aa gaya aur usko bandage kar di gayee thi wo chalne phirne ke kabil nahi tha aur wo apni mummy ke sath Mumbai ko bhi nahi ja sakta tha. Mumbai ko Jana bhi zaroori tha. Reservations aur doosre complete arrangements ho chuke the to Shanti ne bola ke Raja ko le jao mummy to Pooja aunty ne bola ke haa yeh theek rahega aur unho ne mujhe bulaya aur bola ke mai jaldi se ready ho jau unke sath jane ke liye to mai ne mummy ko phone kia to mummy ne bola ke theek hai tum chale jao mai to ab Shanti ki shadi ke kareeb hi wapas aungi to mai ne kaha ke theek hai mummy aap apne time se aao yaha to koi problem nahi hai.
Train raat ke 10 baje Nampally Railway station se nikli. Ham raat ka khana to kha chuke the. Yeh first class ke compartment mei 2 – 2 hi seats the ek ooper aur ek neeche. Baher ki garmi se A/C compartment ke ander ki thandak bohot achi lag rahi thi. Pooja aunty neeche ki seat pe so gayee aur mai ooper ki seat pe chala gaya aur thodi hi der mai so gaya. Subah 4 baje ke aas paas train VT station pe ruk gayi aur ham dono utar gaye. Baher Oberoi ki limousine hamai pick karne ke liye ready khadi thi. ham car mai baith ke hotel chale gaye. Hotel mei chek in kia. Hamara suite 20th floor pe tha jaha se
door tak samander ka neela neela pani aur oonchi oonchi buildings badi romantic lag rahi thi. Hamara suite 2 kamro ka tha aur ek chota sa sitting room type tha jaha par ek choti si dining table thi aur sofa set with center table rakha hua tha aur ek corner mai ek bada sa fridge bhi rakha tha jis mai Mineral water ke bottles, diff types ke juices, kuch bottles beer, brandy, whisky aur Champaign ke bhi rakhe hue the. In sab cheeezo ko Jitna use karte uska bill banta istemal na karo to bill nahi banta tha. Waha pe ek bada sa cable connected TV set bhi rakha hua tha.
Dono karmro mai attach bathroom tha. Ek master bedroom jo thoda bada tha jaha pe ek queen size bed tha jispe ek dum se white colour ki chaddar bichi hui thi aur 2 pillow aur 4 square side pillow bhi the jo probably sone ke time pe pairo ke beech mai dabane ke kaam aate the aur wo master bedoorm mai ek sofa set aur center table aur ek writing table bhi thi wo aunty ke liye tha aur mere liye doosra wala thoda chota tha jaha ek double bed pada tha aur ek writing table aur ek chair padi hui thi. Suite bada hi shandaar tha. Dono bedrooms ke doors sitting roomai khulte the. Iss se pehle bhi mai 5 star hotels mai thair chuka tha laikin Suite mai yeh first time hi aaya tha. Suite mai adjust hone hone tak subah ke 6 baj gaye the. Aunty ne bola ke wo ek ghanta aur sona chahti hai to mai apne kamre mai aa gaya aur mai bhi so gaya. Aankh khuli to 8 baj chuke the 2 ghante ki neend se tabiat kaafi fresh lag rahi thi. Mai bathroom mai chala gaya aur shower le ke fresh ho ke baher aa gaya itni der mai aunty bhi naha dho ke fresh ho chuki thi. Mai aunty ko dekha to dekhta hi reh gaya. Ek to aunty ka bohot hi gora rang aur uske ooper Light gulabi rang ki flower printed saree aur matching blouse jo naval tak neeche utri hui thi jaha se unka pet aur belly button saaf nazar aa raha tha. Aunty doosre mano mai Ghazab dha rahi thi mujhe apni taraf aise dekhta paa kar hans padi aur boli hey Rajj tum to mujhe aise dekh rahe ho jaise aaj pehle baar dekh rahe ho to mai apne khayalo se baher aa gaya aur muskurate hue bola ke aunty aap itni khoobsoorat ho yah mai ne kabhi bhi dhayan nahi dia tha. Aap to bohot hi khubsoorat ho aur ek dam se kisi aakaash se utri hui apsara lag rahi ho to wo muskura di aur boli kia Raj jab mai itni khoobsoorat bhi nahi hu to mai ne bola ke nahi aunty aap sach mai be inteha khubsoorat ho pata nhi aaj kitne log aapko dekh ke ghayal ho jaye to wo hans ke boli chalo ab ziada na banao aur nashta karo. Breakfast apne suite par hi mangwa lia tha. Nashta kar ke ham hotel se baher aye aur taxi kar ke shopping ke liye nikal gaye. Sham der gaye tak shopping karte
rahe. Aunty ko meri choice bhi achi lagi aur wo meri pasand ke items hi purchase karti rahi. Shopping karte time mere aur aunty ke hath ek doosre ke hatho se touch ho rahe the aur Mumbai ke rush mai hamare badan bhi kabhi kabhi ek doosre ke badan se ragad kha jate the to kabhi jaha ziada bheed hoti waha mujhe aunty ke boobs apne hath pe lagte mehsoos hote to mere badan mai ek sansanahat doud jati isi tarah se shopping chalti rahi.
Sham ko ham wapas apne kamre mai aa gaye aur naha dho kar phir se fresh ho gaye to mai ne poocha ke aunty kia programme hai ab to unho ne bole ke tum jaisa banaoge wohi programme hoga to mai ne kaha ke aunty picture dekhege ya beach pe fresh air to unho ne bola ke chalo aaj samander ki sair hi karte hai film kal dekhenge to mai ne kaha ke theek hai aunty aaj ham dinner bhi baher hi karenge. Thodi der mai ham hotel se baher nikal gaye aur tehelte hue Nariman Point se chowpati ki taraf chal diye. Sooraj samander ke ander doob raha tha halki halki hawa chal rahi thi mousam bohot acha ho raha tha. Ham do ghante tak aise hi ghoomte rahe. Waha se chaat ki bandi se chaat kharid ke ret (sand) mai aa ke baith gaye aur idhar udhar ki baatein karne lage. Jab raat hone lagi to aunty ne bola ke chalo raj khana khaate hai to ham dono phir se walking karte hue Brabourne stadium ki taraf chale gaye jaha pe ek acha restaurant tha iss restaurant mai ek gol wooden platform bhi bana hua tha jaha pe sham se hi kuch ladke aur ladkiyan gaana sunaate the aur kabhi koi ladki dance bhi kar jati thi. Aunty ko yeh restaurant bohot pasand aaya. Wahi khana kha ke ham takreeban 11 baje apne suite mai wapas aa gaye. Mumbai ke mousam mai ahchi khaasi humidity hoti hai aur sare badan ko chip chipa kar deti hai. Kamre mai aane ke bad snan karna zaroori tha. Aunty shower le ke aane tak TV dekhta raha aur phi mai ne neeche coffee shop se coffee ka order de dia aur apne kamre mai nahaane chala gaya itni der mai aunty snan kar ke baher aa chuki thi aur unho ne shower gown pehna hua tha aur apne sar pe towel lapeta hua tha aur waiter ke coffee laane ka intezar kar rahi thi.
Mai abhi bathroom mai snan karke tub se baher nikal raha tha ke neeche rakhe white towel pe mera pair phisal ke mud gaya aur mai dhapp se neeche gir pada, bathtub ki choti si deewar mere thighs ke androoni bhaag se lagi aur meri skin waha se phat gayi aur thoda sa khoon bhi nikla magar utna ziada nahi aur girte hi darad se mere muh se ek lambi cheekh nikal gayee
aur aunty doudte hue bathroom tak aa gayee aur door ke baher se hi pukar ke poocha ke kia hua rajj to mai ne badi mushkil se bola ke mai neeche gir gaya hu aunty aur mera pair mud gaya hai uth nahi sakta. Bathroom ander se band tha. Aunty ko suddenly yaad aaya ke ek emergency key bathroom ke door frame mai right side pe ek keel hoti hai jaha spare key latki hoti hai to unho ne wo spare chaabi door ke frame se nikali aur bathroom ka door khol dia. Mujhe gira hua dekh ke aunty jaldi se mere pas aa gayee. Mere badan pe to towel bhi nahi tha mai nanga hi neeche gira pada tha laikin kuch aise style mai tha ke meri ek taang ke ooper doosri tang rakhi thi jiski wajah se mera Lund aunty ko immediately nazar nahi aa raha tha. Aunty mere kareeb aa gayi aur apna hath meri taraf badhaya aur boli ke utho rajj chalo baher bed pe let jao to mai uthne ki koshish kia par utha nahi gaya. Aunty badi meethi nazro se mere nange badan ko dekh rahi thi. Badi mushkil se aunty ne peeche se mere baghal mai apne dono hath dal ke uthaya. Mai to apne pairo pe khada hone ke kabil nahi tha aur sara weight aunty ke ooper hi tha jis se mere nange shoulder pe aunty ke boobs lag rahe the. Aunty abhi bhi shower gown mai hi thi jo saamne se almost khula hua hi tha aur beeche mai fold kar ke ek dori se bandha hua tha. Mai ne aunty se bola ke aunty mujhe ek towel dedo to aunty ne bola ke baher to chalo bed pe let jao abhi tumhai chhora to tum neeche gir jaoge. Mai nanga hi aunty ke sahare se uth gaya aur aise hi badi mushkil se ghaseet te hue aunty mujhe bathroom se baher le ke bed tak le ayi aur mujhe bed pe lita dia meri nazar aunty par padi to dekha ke aunty ki nazar mere Lund se hat nahi rahi thi wo mere Lund ko khaa jaane wali nazro se dekh rahi thi. Mere Lund ki taraf unko iss tarah ghoorte hue dekh kar mere Lund mai kuch movements shuru ho gayee aur wo thoda hilne laga. Mai apne Lund ko apne hatho se chupaate hue bola ke aunty wo chaddar dal do mere oooper to unho ne kaha ke thairo pehle mujhe dekhne to do ke kaha maar lagi hai. mere pas kuch pain killer tablets aur ointment hai mai laga dungi to mai ne bola ke aunty mujhe sharam aati hai please chaddar dal do to unho ne kaha ke arey mere se sharam karoge ab tum, tumhei to mai ek hazar baar nanga dekh chuki hu to mei ne hans ke bola ke haa aunty tab mai bacha tha laikin ab mai bada ho gaya hu bacha nahi raha to unho ne kaha ke to kia hua tum kitne bhi bade ho jao mere samne to bache hi rahoge. Ab tum chup chaap lete raho mai abhi aati hu aur aunty jaise hi bed se uthi mujhe unki light cream colour ki panty aur brassier nazar aa gayee aur phir aunty ke jane ke bad mai ne chhadder ko khech ke odh lia aur
let ke aunty ka wait karne laga.
Aunty 5 minute ke baad kamre mai aye to unke hath mei coffee ke 2 cups bhi the ek cup mujhe dia aur ek cup se wo khud coffee peene lagi aur boli ke Raja garam garam coffee pilo thoda aaraam aajayega aur sath mai ek pain killer tablet bhi de dia. Coffee khatam karke aunty cups le gayee aur aate samay ek muscular cream ka tube le ke aa gayee itni der mai mera Lund chaddar ke ander tent bana chuka tha jise aunty bade ghor se dekhte hue boli ke chalo ab nikalo ise to mai ne bole ke aap rehne do aunty mai khud hi laga lunga to aunty boli ke kyon mere lagane se darad kam nahi hoga kia to mai ne bola ke nahi aunty aisi bat nahi bass mujhe sharam aati hai to unho ne bola ke arey mere se sharam karne ki zaroorat nahi aur phir yaha aur koi bhi to nahi hai kisi ko kia pata chalega to mai ne kaha ke aunty mujhe sharam aati hai please kam se kam lights to band kardo na to unho ne kaha ke acha theek hai aur phir bed se uth kar light band kardi laikin glass ke window se baher ki thodi thodi roshni phir bhi kamre ke ander aa rahi thi to unho ne poocha ke abhi bhi sharam aa rahi hai ya yeh curtains bhi band kar du to mai ne bola ke haa aunty band kardo complete andhera kardo please to unho ne bola ke arey agar complete andhera ho gaya to mujhe kaise nazar ayega ke dawa kaha lagani hai to mai ne bola ke aa jaega aunty aap please sab kuch band kardo to unho ne khidki ke parde bhi gira diye aur baher sitting room ki lights bhi band kardi jis se kamre mai ab ek dum se andhera chha gaya.
Aunty bed pe mere right side ke thighs ke kareeb aake baith gayee aur chadar ko nikal dia. Chadar ke nikalte hi mrea Lund josh mai hilne laga. Aunty ne mere thighs ko tatolna shuru kia aur poocha ke batao darad kaha pe hai to mai ne unka hath apne hath se pakda aur thigh ke inner portion jo ke mere golf ball ke size ke balls ke kareeb tha unka hath waha rakh ke bataya ke yaha hai. Aunty ne thoda hath ko idhar udhar ghumaya aur boli ke theek hai ab tum chup chap lete raho mai muscular cream lagati hu aur cream ka tube utha ke jaha maine bataya tha takreeban waha pe rakh ke tube ko dabaya aur dher sari cream mere inner thigh pe lag gayi. Ab aunty ne usko spread karna shuru kar dia. Mere Lund ka to bura haal ho gaya tha itne dino bad Lund ke kareeb kisi aurat ke hatho ka sparsh mere Lund ko deewana bana raha tha aur meri gand to apne aap hi ooper uth ne lagi thi. Mei chup chaap leta raha laikin meri saansein bohot tezi se chal rahi thi. Cream lagate
lagate aunty ki unglian mere balls ko choo rahi thi. Ham dono mai se koi bhi baat nahi kar raha tha kamre mai ajeeb sa sannata aur romantic mahol tha. Ab aunty ke unglian mere balls ko tatolne lagi thi aur phir ek hi minute ke ander hath ko thoda ooper kar ke Lund ko bhi sehlane lagi to mai ne bola ke arey aunty yeh aap kia kar rahi ho to unho ne bola ke chup leta reh mai jo kar rahi hu mujhe karne de bass to mai ne bola ke aapki marzi aunty mai kuch nahi bolunga aap jo karna chaho so karo. Mere musal Lund pe unka hath mehsoos karke masti se meri Gand ek dum se ooper uth gayee. Lund ko sehlaate sehlaate aunty ne mere Lund ke dande ko pakad ke dabaya aur phir dono hatho se pakad lia phir bhi Lund ka supada unke dono hatho se baher hi nikla hua tha aur itna mota that ke unki muthi mai nahi sama raha tha aur unki unglian nahi mil rahi thi. itni der tak ham dono khamosh hi the prhir jab unho ne mere Lund ko achi tarah se apni muthi mai pakad lia to ek dum se unka muh seeti bajane wali tarah se gol khul gaya aur hairat se nikla arey baap re Raja itna lamba itna mota yeh to bada hi shandaar hai, lagta hai Bhagwan ne tumhare liye special ling bana ke tumhai gift kia hai. Mei kuch bola nahi to phir aunty boli ke itna bada aur lohe jaisa sakht bhi hai is ko pane ke liye to koi bhi ladki ya aurat sirf sapne mai hi socha karti hai aur dono hatho se Lund ko pakad ke ooper neeche karte hue muth marne lagi.
Aunty mere side mai hi baithi hui thi laikin shaed unkko yeh position comfortable nahi lag rahi thi isi liye wo side se uth ke meri dono tango ke beech mai ghutne mod ke baith gayee aur dono hatho se mere Lund ko pakad ke muth marne lagi. Mai khamosh hi leta raha aur aunty ke hatho ka maza leta raha aur yeh soch raha tha ke kia aunty ko chodne ka moka milega ya nahi. Ab aunty cream wream sab bhool kar mere Lund ki seva kar rahi thi jo kisi musal ki tarah se mota aur lohe jaisa sakht ho ke kisi missile ki tarah se khada tha. Kamre mai andhera, aur do jalte badan hone ki wajah se kamre ka mahol kuch ziada hi garam aur sexy ho gaya tha. Aah Raja yeh to itna shandar hai ke isko kiss karne ka mann kar raha hai aur bina kuch bole ke wo jhuki aur jhukte jhukte apne hath peeche kar ke apne badan se shower gown nikal ke floor pe phek dia aur jhuk ke mere Lund ko supade pe kiss kia aur choosna bhi shuru kar dia. Aisa lag raha tha jaise aunty mere Lund ko dekh ke apne hosh hi kho baithi hai. Mai ne ghor kia to dekha ke aunty ki brassier aur panty ghayab thi shaed wo jab coffee, tablets aur cream laane ke liye apne kamre mai gayi thi tab hi unho ne bra aur panty ko nikal dia hoga aur shaed mere Lund ki sawari ka
mann bhi bana lia hoga yeh soch kar mai dil hi dil mai muskuraane laga.
Aunty dono hatho se muth mar rahi thi aur supade ko choos bhi rahi thi phir unho ne dono hath hata liye aur poore lund ko apne muh mai le ke choosne lagi to mai apne pair aunty ke back pe lapet lia aur unka sar pakad ke unke muh ko chodne laga. Mera Lund bohot bada aur mota hai isi liye poora unke muh mai nahi ghus raha tha unke daant mere Lund ke dande pe lag rahe the. Aise hi chooste chooste aunty ka muh mere Lund se adjust ho gaya aur ab wo poora muh ke ander le ke choos rahit hi. Mera Lund unke halak tak ja raha tha. Mai ne bola ke aunty kuch swad mujhe bhi to do, to wo mera matlab samajh gayi aur palat ke mere ooper 69 ki position mai aa gayi. Unki choot to be inteha geeli ho chuki thi aur unki choot se badi mast khuhboo bhi aa rahi thi. Mai aunty ki choot ko chaat raha tha zuban neeche se ooper aur ooper se neeche aur phir clitoris ko dato se pakda to aunty kaanpne lagi aur mere muh mai hi jhad gayi. Aunty ki choot ka juice bohot meetha tha. Aunty badi masti se mera Lund choos rahi thi aunty ke boobs mere pet se lag rahe the to mai ne unko apne hatho mai pakad lia aahhh kia mast boobs the aunty ke, itni age mai bhi itne kadak aur nipples bhi erect ho gaye the mai unko pakad ke masalne laga aur apne pet se unki chuchion ko ragadne laga. Mai apne pair ghutno se mode apni gand utha utha ke unke muh ko chod raha tha aur phir meri malai bhi ready ho gayee thi aur phir unke sar ko pakad ke apne Lund ko poore ka poora unke halak tak ghusa ke pakad lia aur mere Lund mai se garam garam malai ka fawwara nikal ke aunty ke pet mai direct girne laga jise wo ek drop giraye bina pi gayee.
Meri malai nikal jane ke bawajood aunty mere Lund ko choos rahi thi aur mai unki gane pe hath rakh ke unki choot ko apne muh mai daba ke rakha tha aur chaat raha tha. Mera Lund abhi bhi fully erect tha. Aunty ki choot samandar ki tarah se geeli ho rahi thi wo bina kuch bole ke palat gayee aur mere thighs ke dono taraf apne dono ghutne mod ke mere ooper aa gayi aur mere Lund ke dande ko ek hath se pakad ke apni choot ke surakh se Lund ke supade mai sata dia aur ek hi jhatke mai baith gayee choot aur Lund dono geele hone ki wajah se Lund ek hi dhakke mai choot ke ander ghuss gaya aur aunty ke muh se ooooooooooiiiiiiiiiii mmmmmmmmmaaaaaaa nikla aur wo foran hi mere Lund pe se uchal padi aur Lund baher nikal gaya
to mai ne poocha kia hua aunty to unho ne bola ke itna bada musal mai ne kabhi nahi lia darad hua isi liye, to mai ne bola ke aunty dheere dheere baitho to unho ne phir Lund ko pakda aur Lund ko choot ke surakh mai atka ke dheere dheere baith ne lagi aur aadha Lund choot ke ander lene ke bad wo mere ooper jhuk gayi aur mere muh mai apni zuban dal ke choosna shuru kar dia bada maza aa raha tha unki zuban choosne mai. Mei hatho se unki gand ko aur unki peeth ko sehla raha tha phir mai unke boobs ko choosne laga aur apni gand utha utha ke unko chodne laga. Aunty to mere Lund se masti mai chudwa rahi thi aunty apni taraf se to poori koshish kar rahi thi ke poora Lund ander lene ki par unse ho nahi raha tha to unho ne bola ke Raja mere ooper aa ja aur zor zor se dhakke maar maar ke mujhe chod to mai palat ke unko neeche lita dia aur apni tango se unki tange khol ke apne pair peeche kar ke unki choot ke surakh mai Lund ko set kia aur ek hi powerful jhatka mara to unke muh se cheekh nikalgayee mmmaaaaarrrrr ggggaaaaaayyyyyeeeeeee rrrrrrreeeeeeeee ooooiiiiiii hhhhhhhhhaaaaaaaaaaaaaaaaa aur mera Lund poora ander ghus ke unki bache dani tak pohoch gaya tha.
Mei ek minute tak unke ooper aise hi leta raha aur jab unki tight choot mere Lund ki motai se adjust ho gayee aur dekha ke aunty ke hath mere peeth pe aur gand pe ghoom rahe hai to phir mai unki chudai karne laga. Powerful jhatke mar raha tha aur aunty masti mai cheekh rahithi pphhaaaddddd daaaaalllllll ooooiiiiiii aaaeeesssseeeee hhhhiiiiiiiiii Raaaajjjjjaaaaaa ooooffffffffff mmaaarrrrrr zzzooorrr zzzzoooorrrrr sssseeeeee aaahhhheeeee aappnniiiii pooorriiiii tttaaakkkkaaaatttt ssseeee maaaarrrrr rrraaajjjaaaaa aaaahhhhhh. Mai full force se chod raha tha to phir bhi aunty ne bola ke aaauuurrrr jjjoorrr ssseeee ccchhhhooddd to mai ne apne pair peeche bed ke kinare ki lakdi se tika dia aur hath se bed ke doosre kinare ki lakdi ko pakad ke bohot se zor zor se chodne laga to auney boli aaaaaahhhhh rrrraaaajjjjjjaaaaaaa aaaeeesssseeee hhhhiiiiii ccchhhoooooddd aaahhhhh mmmaaazzzzzaaaaa aaaaa rraaahhaaaa hhaaaeeee rrrreeeeee ooooohhhhhhh maaaar ppphhaaaddd dddaaallllll aaauunnntttteeee kkkkiiiiii ccchhhhooootttttt aur mai deewano ki tarah se unko chodne laga unke boobs dance kar rahe the uanty ki choot bohot hi tight thi pata nahi kitne salo se nahi chudi thi unki choot. Unke dance karte boobs ko mai jhuk ke apne muh mei le ke choosne laga. Meri itni powerful chudai se bed bhi hilne laga tha aur pach pach ki awazin aa rahi thi aunty to 3 ya 4 baar jhad bhi chuki thi aur unki choot juice se bhar chuki thi aur isi liye Lund
ab aasaani se ander baher ho rah tha aur aunty mujhe zor se pakde hue thi mere jhatko se unka poora badan aage peeche ho raha tha aur mai bhi poore josh mai poori takat se chod raha tha, aunty ki aank se aansoo nikalne lage aur mujhe laga jaise ab meri cream bhi ready ho gayi hai aur mai ne chodne ki speed badha di aur aunty bol rahi thi ccchhhooddd dddaaallll rrrraaaajjjjjjj issss bbbeeeeccccchhhhhaaaaaiiiinnnn ppppyyyaaaasssiiiiiii aaahhhhhhhh ccccchhhhoooottttt kkkoooo wo mujh se lipat gayee thi aur mera final jhatka itna powerful tha ke aunty ke muh se ek baar phir se cheekkhh nikal gayee aaaaeeeeeee rrrrrrreeeeee mmmmaaarrrrrr gggaaaaeeeeee uuuufffffffff aur mera lund shaed unki choot ko cheerta hua unki bache dani se hota hua unke pet ke ander tak ghuss gaya aur mere Lund mai se garam garam malai ka fawwara nikalne laga jis se aunty ek bar phir se jhadne lagi, unka badan kaanp raha tha aur wo jhad rahi thi. Dono ke badan paseene se lath path the. Mere Lund mai se bhi itni cream nikli jo shaed pehle kabhi nahi nikli thi aur aunty ki choot ham dono ke cream se bhar gayee.
Mai unke ooper aise hi leta raha dono gehri gehri sansei le rahe the. Aunty mere kaan mai boli ke Thank you Raja aaj to zindagi bhar ki chudai ka maza aa gaya aisi chudai zindagi bhar kabhi nahi hui thi mujhe tum ne jawan hone ka ehsaas dila dia masti mai mere sare badan mei meetha meetha darad ho raha hai.I Love you Raja you are the best, tum sach mai ek mard ho aur mere kaan mai dheere se boli ke Raja please mujhe hamesha aise hi chodte rehna aur mujhe zindagi bhar aisi hi chudai ka maza dete rehna aur phir kaan ke latakte hue hisse ko apne muh mei le ke choosne lagi mujhe foran hi Pinky yaad aa gayee jab to mere sath wo bike pe baithi thi to wo bhi mere kaan ko aise ho choos rahi thi. Pinky ka sochte hi uski pehli chudai yaad aa gayee aur mera Lund aunty ki malai se bhari choot ke ander hi ander ek baar phir se akadne laga to aunty chounk gayee aur boli ke wah Raja yeh to phir se tayyar ho raha hai to mai muskura ke bola ke aunty ise bhi to aapki tight choot ko chod ke maza aaya hai aur yeh phir se chudai karna chahta hai to aunty boli ke mai ne kab mana kia hai aaj meri choot ko chod chod ke phad dalo aur is choot ka bhosda hi bana de mere Raja. Mai Aunty ki zuban se aise shabd sun ke hairan reh gaya ke itni dharmik dikhayee dene wali aunty aisi Lund, Choot aur Chudai ki baatein kar rahi hai mai ne pooch hi liya ke aunty aap itni dharmik lagti ho mai ne kabhi sapne mai bhi nahi socha tha ke aap mere se chudwaogi aur aise shabd ka upyog karogi to wo
hasne lagi aur boli ke kyon mai aurat nahi hu, kia mere ander emotions nahi hai, Kia mujhe chudwane ka shok nahi hai, kia meri pyasi choot ko acha tagda Lund nahi chahiye to mai ne bola ke you are right aunty to wo boli ke Raja tumhai kia maloom ke mai kitna tadapti hu aur kitne salo se apni choot ki khujli mai apni ungli se mita trahi hu. Sait sahib to kisi kaam ke nahi hai. Unka pet hi mere badan se lagta hai unka Lund to meri choot ke kareeb bhi nahi pohoch pata to tum hi batao mai kia karu to mai ne unko choomte hue bola ke aunty aap ek dum se sahi bol rahi ho aapko bhi chudwane ka poora right hai aapko apne emotions nahi rokne chahiye aur mai aapko zindagi bhar chodunga aur aapko hamesha khush rakhunga yeh mera aapse wada hai to aunty ke aankho se aansoo nikal pade aur mujhe badi zor se lipta lia aur rone lagi aur mujhe choomte hue bole ja rahi thi ke I love you Raja mai zindagi bhar nahi bhool sakti ke tumne mere badan ki aag ko kaise masti se shant kia hai I love you I love you Raja. Wo kisi choti bacchi ki tarah se meri baho mai lipat ke ro rahi thi aur bohot der tak roti rahi aur mai ne unko rone dia taa ke unke ander ki bhadaas nikal jaye aur mai thodi der unke balo mai apni unglian dal ke sehlaata raha aur unko choomta raha to thodi der mai unka rona kam hua aur mer kaan mai dheere se kaha I Love You mere sweet Raja JI tum ne mujhe wo khushi di hai jiske liye mai aaj tak tarasti thi aur haa ab mujhe aunty mat samajhna apni Randi samajhna aur kisi randi ki tarah se hi meri chudai karna mai hamesha hi tum se chudne ke liye ready hu samjhe ? to mai ne kaha ke theek hai aunty aap bilkul fikar na karo. Aunty yeh to batao ke aapki choot abhi tak itni tight kaise hai to wo mujhe pyar karte hue boli ke jab saal o saal chudai na ho to choot to tight hi hogi na aur meri choot to Lund ka raasta dekhte dekhte thakk gayi hai aur aaj mujhe aisa Lund mila hai jiski mai bachpan se tamanna karti thi aaj mujhe mere sapno ka Lund mila hai aur barso ki pyasi choot ne aise shandar Lund ka pani piya hai aur aaj meri choot ki barso ki aag bujhi hai. Ab aur der na karo mere Raja please aur chod dalo apni pooja randi ko aur chod chod ke iss choot ka bhosda bana do ab mai aur sehan nahi kar sakti.

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साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
आपका दोस्त
राज शर्मा

(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj




































































































































































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