Monday, April 12, 2010

कामुक कहानिया मारवाड़ की मस्त मलाई पार्ट --16

raj sharma stories राज शर्मा की कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ
हिंदी सेक्सी कहानिया चुदाई की कहानियाँ उत्तेजक कहानिया rajsharma ki kahaniya ,रेप कहानिया ,सेक्सी कहानिया , कलयुग की सेक्सी कहानियाँ , मराठी सेक्स स्टोरीज , चूत की कहानिया , सेक्स स्लेव्स ,
मारवाड़ की मस्त मलाई पार्ट --16
लेखक-- दा ग्रेट वोरिअर
हिंदी फॉण्ट बाय राज शर्मा

गतांक से आगे........................

उधर कमरे मे पायल और पिंकी बाते कर रहे थे. वो दोनो तो पहले से ही पक्के फ्रेंड्स थे, पिंकी ने पूछा बोल पायल कैसी रही तेरी सुहाग रात तो पायल पिंकी से लिपट गयी और उसके कंधे पे अपना सर रख के रोने लगी तो पिंकी घबरा गयी और पूछा अरे अरे यह क्या कर रही है पायल, क्या हुआ तेरे कू कुछ तो बोल ना, शांति ने कुछ बोला तेरे कू तो वो उस से लिपट के बोहोत देर तक रोती रही और पिंकी उसके सर को अपने हाथ से सहला के उसको तसल्ली देती रही. जब पायल का रोना थोड़ा कम हुआ तो उसने पूछा के क्या हुआ पायल बता ना तो उस ने बताया के पिंकी पहले तो तेरे भाई का लिंग बोहोत ही छोटा सा ही है और उसमे बिल्कुल भी दम नही है मैं क्या करू समझ मे नही आ रहा है मैं तेरे भाई से बोहोत प्यार करती हू पिंकी तो पिंकी ने बोला के अरे पगली इतनी सी बात पे रोती है अरे कभी एग्ज़ाइट्मेंट मे भी हो जाता है और नया नया मामला है ना थोड़े दीनो मे अड्जस्ट हो जाएगा तू क्यों फिकर करती है और फिर राजा भी तो है ना उस से बोल के कुछ ना कुछ सल्यूशन निकालेंगे चल अब रोना धोना बंद कर और नहा धो के रेडी हो जा नीचे सब लोग वेट कर रहे होंगे. और फिर पायल और शांति नहा धो के रेडी हो के नीचे आ गये और सब मेहमान और रिश्तेदार बातें करने लगे. दूसरे दिन सारे गेस्ट्स अपने अपने घरो को वापस चले गये.
उस रात तकरीबन 12 बजे के बाद पूजा आंटी का फोन आया और बोहोत ही धीमी आवाज़ से बोली के राजा मैं आ रही हू डोर खुला रखो तो मैं ने डोर खोल दिया और रूम मे अंधेरा कर के वेट करने लगा. थोड़ी ही देर मे आंटी आ गयी और मेरे से लिपट गयी और बोली के राजा तुम्हारी याद बोहोत आती है रातो मे तो मैं तड़पति हू और अपनी चूत की गर्मी को अपने हाथो से मसल मसल के शांत करती हू अब और देर ना करो और इस प्यासी चूत की प्यास बुझा दो. हम दोनो कमरे मे आ गये और एक ही मिनिट के अंदर दोनो नंगे हो गये और पहले तो 69 पोज़िशन मे आंटी की चूत को चूस चूस के खल्लास किया और जब उनकी चूत से जूस निकल रहा था तब मेरे लौदे को बड़ी ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी मुझे बोहोत ही मज़ा आ रहा था आज आंटी बोहोत जोश मे चूस रही थी ऐसा लग रहा था जैसे मेरे लंड के अंदर से सारी मलाई निचोड़ लेना चाहती हो और मैं उनके इस तरीके से चूसने से फॉरन ही उनके मूह मे झाड़
गया और लंड से क्रीम की पिचकारियाँ निकल निकल के उनके मूह मे गिरने लगी जिसे वो सब मज़े से पी गयी. मेरा लंड तो अभी भी फुल्ली एरेक्ट था. अब उनको नीचे चित्त लिटा के उनकी टाँगो को खोल दिया और उनके ऊपेर झुक के लंड को उनके गीली गरम चूत के सुराख मे रख के एक ही झटके मे लंड को उनकी बेचैन प्यासी चूत के अंदर घुसेड दिया और चोदना शुरू कर दिया. आंटी अपनी टाँगें मेरी बॅक से लपेटे और मेरी गर्दन मे अपनी बाँहे डाले बड़े मज़े से चुद्व रही थी. आंटी को वाइल्ड सेक्स पसंद था ववो बोल रही थी चोद्द्द्द डाल्ल राज्जाअ अओउर्र ज़्ज़ूर्ररर ज़्ज़ूर्र सीए फहाआड्द्ड़ द्दाल्ल्ल मेरि चूत्त्त क्कूव आअहह और ज़्ज़ूर्र सीईए ईईईईईईईई और मेरी बॅक पे लिपटी हुई टाँगो से मुझे अपनी अंदर खेच रही थी और मैं पूरा लंड को सूपदे तक निकाल निकाल के बोहोत ज़ोर ज़ोर से चोद रहा था. मेरा लंड जब उनकी चूत के अंदर घुसता तो उनकी चूत की पंखाड़िया भी लंड के डंडे के साथ अंदर जाती और लंड के डंडे के साथ ही वापस बाहर आ जाती. दीवानो की तरह से चोद रहा था और हम दोनो के बदन पसीने से शराबूर हो चुके थे मेरी नाक से पसीना टपकने लगा तो आंटी ने अपना मूह उठा के पसीने की बूँदो को अपने मूह मे ले के चाट लिया. चुदाई बड़ी तेज़ी से चल रही थी और आंटी अब तक 4 – 5 बार झाड़ चुकी थी उनकी चूत उनके चूत रस्स से बोहोत गीली हो चुकी थी और अब मैं भी आने ही वाला था मैं ने स्पीड और बढ़ा दी और पूरी ताक़त से पागलो की तरह से चोदने लगा और फिर एक फाइनल झटका मारा तो मुझे लगा के मेरा मूसल लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ बचे दानी के अंदर घुस्स गया है और मेरे लंड से गरम गरम और गाढ़ी गाढ़ी मलाई की मोटी मोटी धारियाँ निकल निकल के उनकी बचे दानी को भरने लगी. मेरी मलाई आंटी की चूत मे गिरते ही वो एक बार फिर से झड़ने लगी और मेरे से बोहोत ज़ोर से लिपट गयी. मैं उनके बदन के ऊपेर गिर गया और थोड़ी देर तक उनके सीने पे ही पड़ा रहा दोनो के साँसें गहरी चल रही थी. थोड़ी देर के बाद आंटी उठ गयी और मुझसे लिपट के प्यार करने लगी और जाते जाते बोली के कल सुबह ब्रेकफास्ट मेरे साथ ही करना कल पायल और शांति को उनके बंगले पे भेजने का प्लान है हनी मून के लिए तुम्है और पिंकी को भी जाना होगा उनके साथ तो मैं ने बोला के ठीक है मैं सुबह आ जाउन्गा और मुझे किस करते हुए और लंड को अपनी मुट्ठी मे पकड़ के दबाते हुए आंटी चुदवा के वापस चली गयी और मैं भी बेड पे लेट के गहरी नींद सो गया.
सुबह 10 बजे के करीब फोन की बेल से आँख खुली. आंटी बड़ी धीमी आवाज़ मे बोली के अभी तक सो रहे हो क्या मेरी जान, मैं तुम्हारा इंतेज़ार कर रही हू जल्दी से आजओ मेरे राजा रात का मज़ा अभी तक मेरे बदन मे है और फिर बोली
कल रात का थॅंक्स तो मैं ने बोला के अरे आंटी जान थॅंक्स बोलने की कोई ज़रूरत नही , यू आर मोस्ट वेलकम आप किसी भी टाइम बोलो मैं आपके लिए हमेशा रेडी हू तो उन्हो ने फोन पे ही एक किस दिया और बोली के जल्दी से आ जाओ पूजा की जान और फिर फोन काट दिया.
मैं नहा धो के फ्रेश हो के उनके घर चला गया. टेबल लगी हुई थी. सब गेस्ट्स वापस जा चुके थे अब सिर्फ़ घर वाले ही रह गये थे. शांति और पायल भी नीचे आ गये थे. सब ने नाश्ता किया और फिर कॉफी पीते पीते इधर उधर की बातें करने लगे. शांति और पायल को हनिमून के लिए उनके शमीरपेट वाले बॅंगलो पे भेजने की तय्यरी चल रही थी. आंटी बोली के शांति और पायल चले जाए. लक्ष्मी साथ चली जाएगी जो खाना पका देगी और दूसरे काम कर देगी. कंतिलाल सेठ को तो इन्न बातो की परवाह नही थी. उनकी दुकान पिछले 4 – 5 दीनो से बंद थी उनको तो बस दुकान खोलने की जल्दी पड़ी थी और वो बोले के मैं तो दुकान को जा रहा हू तुम लोग डिसाइड कर्लो और अगर पिंकी भी जाना चाहे तो उसको भेज दो साथ मे तो पिंकी बोली के नही मैं नही जा सकती मुझे आजकल उल्टी कुछ ज़ियादा ही हो रही है और मेरा डॉक्टर के पास अपायंटमेंट भी है और अगर किसी को कोई ऑब्जेक्षन नही हो तो राजा को भेज दो उनके साथ तो कांतिलाल सेठ बोले के हा यह ठीक रहेगा, पूछ लो राजा से, शांति और पायल से अगर उनको कोई प्राब्लम नही है तो राजा को ले जाएँ उन दोनो को कुछ कंपनी भी मिल जाएगी. मे ने ऊपरी दिल से बोला के आंटी यह इनका हनिमून है और मैं उनकी प्राइवसी के चलते कबाब मे हड्डी नही बनना चाहता तो शांति ने बोला के अरे यार ऐसी क्या बात है तुम हमारी फॅमिली से अलग थोड़ा ही हो और अगर तुम साथ रहोगे तो कुछ कंपनी भी रहेगी फिर शांति ने पायल से पूछा तो पायल धीमी से मुस्कान के साथ आहिस्ता से बोली के राजा साथ चले तो मुझे तो कोई प्राब्लम नही है चल सकते है हमारे साथ हमे भी कंपनी मिल जयगी. जब शांति और पायल ने दोनो ने राजा के नाम को आक्सेप्ट कर लिया तो यही डिसाइड किया गया के शांति, पायल, लक्ष्मी और मैं हम चारो वाहा रहेंगे थोड़े दीनो तक और फिर यह सब डिसाइड होने के बाद इतमीनान की साँस लेते हुए कांतिलाल सेठ दुकान चले गये. शाम 5 बजे तक निकलने का प्रोग्राम बना था. मैं भी तय्यारी करने के लिए अपने घर आ गया और उधर आंटी, पिंकी और लक्ष्मी मिल के शांति और पायल का समान पॅक करने लगे.
प्रोग्राम के मुताबिक शाम के 5 बजे के आस पास हम चारो नयी चमकती इंनोवा मे बैठ के बंगलो की तरफ चल दिए. बंगलो पहुँचने तक रात के तकरीबन 7:30 – 8:00 बज गये थे. बंगलो को देखते ही हम सब के मूह से वाउ निकला. बड़ा ज़बरदस्त बंगला था जिस के ऊपेर छोटे छोटे
रंगीन बल्ब्स का डिज़ाइन बना हुआ था और सारे बल्ब रोशन थे अंधेरे मे दुल्हन बहा हुआ था बांग्ला. गेट से अंदर आने के बाद भी तकरीबन 250 मीटर के बाद बंगला शुरू होता था. 2 फ्लोर का बोहोत बड़ा मकान था जिस के कमरे भी बोहोत बड़े बड़े थे. बहुत ज़ियादा ज़मीन होने की वजह से कमरे, सीट आउट्स, किचन, बाथरूमस वाघहैरा सब ही बोहोत बड़े बड़े बनाए गये थे. एक दम से इनडिपेंडेंट यूनिट था यह. बंगलो के पीछे बोहोत दूर तक गार्डेन फैला हुआ था और एक बोहोत ही बड़ा एग शेप्ड स्विम्मिंग पूल भी था. आक्च्युयली यह बंगला मैन रोड से 1 किलोमेटेर अंदर की तरफ था जहा जाने के लिए इन के फार्महाउस जैसी एक प्राइवेट रोड बनी हुई थी. गेट के साथ ही आउटहाउस जहा एक चौकीदार शेम्यू रहता था. बूढ़ा था अकेला ही रहता था. अंदर आने के बाद बोहोत बड़ा सा सिट्टिंग पोर्षन जहा पे 3 सोफा सेट पड़े हुए थे जिनके बीच ग्लास टॉप वाली 3 सेंटर टेबल्स भी पड़ी हुई थी. बड़ा सा किचन जिस्मै सारी सुवेधाएँ मौजूद थी, फ्रिड्ज, ओवेन, माइक्रोवेव एट्सेटरा. एस्पेशली प्रेआप्रेड हनिमून रूम बोहोत ही बड़ा था और सब से लास्ट वाला जहा से बंगलो का पीछे वाला हिस्सा था जहा से स्विम्मिंग पूल और गार्डेन नज़र आता था. यह रूम बोहोत खुसबुदार फूलो से अछी तरह से सज़ा हुआ था. क्वीन साइज़ डबल बेड जिसपे गुलाबी रंग की फ्लवर वाली रेशमी चदडार बिछी हुई थी. पायल को डॅन्स का बोहोत शोक था, वो बड़ी अछी ट्रेंड डॅन्सर थी और उसको वेस्टर्न स्लो डॅन्स भी बोहोत ही पसंद था इसी लिए अंदर की तरफ बेडरूम के करीब एक अलग से बना हुआ डॅन्सिंग रूम था जहा कंप्लीट लेटेस्ट म्यूज़िक सिस्टम और लाइटिंग सिस्टम लगा हुआ था जैसा के किसी फिल्म स्टूडियो मे होता है वैसे कंप्लीट सिस्टम्स लगे हुए थे और वाहा एक फर्स्ट क्लास फुल राउंड डॅन्स फ्लोर बना हुआ था.
घर को हम एक घंटे तक घूम के देखते और एक एक चीज़ की तारीफ करते रहे. शांति और पायल का हनिमून रूम तो नीचे ही था पर मेरे लिए फर्स्ट फ्लोर पे एक रूम सेट किया हुआ था और लक्ष्मी के लिए भी ग्राउंड फ्लोर पे ही एक रूम था लैकिन शांति और पायल की प्राइवसी के चलते लक्ष्मी को भी फर्स्ट फ्लोर पे बने हुए मैड’स रूम मे से एक रूम दे दिया गया. ग्राउंड फ्लोर से फर्स्ट फ्लोर तक जाने के लिए जो स्टेरकेस बना हुआ था वाहा पे एक डोर भी लगा हुआ था जिसे बंद करने से ग्राउंड और फर्स्ट फ्लोर एक दम से अलग हो जाते थे. और वही स्टेरकेस पे एक डोर बेल भी लगी हुई थी जिसे बजा के फर्स्ट फ्लोर पे किसी को भी किसी ज़रूरत के लिए पुकारा जा सकता था. रात के खाने के बाद हम तीनो घूमने के लिए गार्डेन मे निकल गये और लक्ष्मी खाना खा के बर्तन वाघहैरा धो के ऊपेर अपने कमरे मे सोने के लिए चली गयी. पायल और शांति किसी लवर्स की तरह एक दूसरे के हाथो मे हाथ डाले चल रहे थे कभी कभी कोई रोमॅंटिक बात एक दूसरे के कान मे कर के मुस्कुराने लगते. काफ़ी देर
तक बाहर गार्डेन और स्विम्मिंग पूल के पास घूमने के बाद मैं ने बोला के तुम लोग यही गार्डेन मैं बैठ जाओ और चाँदनी रात के फुल मून को एंजाय करो और मुस्कुराते हुए बोला के और हा रोमॅन्स भी करो मैं अब तुम दोनो के बीच मे कबाब मे हड्डी नही बनना चाहता, मैं जा रहा हू सोने के लिए. यह कह कर मैं चला आया और ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर के बीच के डोर को अंदर से लॉक कर दिया ता के कोई बिना बताए के ऊपेर ना आ सके और अपने कमरे मे आ गया. अपने कमरे की लाइट खोली, देखा तो मेरे बेड पे लक्ष्मी नंगी लेटी मेरा इंतेज़ार कर रही थी. मैं पायल की खूबसूरती देख के वैसे ही पागल हो चुका था और अब लक्ष्मी को अपने बेड पे नंगी लेट देख के तो मेरा लंड एक दम से अटेन्षन मे आ गया. मैं ने पूछा के अगर शांति कमरे मे आ जाता तो क्या करती, क्या ऐसे ही नंगे लेटे रहती तो उसने मुस्कुराते हुए मुझे विंडो से बाहर देखने के लिए बोला, विंडो से बाहर देखा तो शांति और पायल एक झाड़ के नीचे खड़े एक दूसरे से लिपटे किस्सिंग कर रहे थे इसे देख के लक्ष्मी ने बोला के मैं ने देख लिया था के आप अकेले ही आ रहे हो इसी लिए मैं आपके लिए रेडी हो गयी मेरी चुदाई भी बोहोत दीनो से नही हुई ना और मेरी चूत बोहोत ही प्यासी हो गयी है इसे अपने लंड का पानी पीला कर इसकी प्यास को बुझा दो और यह बोहोत भूकि है इसे अपने लंड की मलाई खिला दो और मेरा हाथ पकड़ के बिस्तर मे खेच लिया. उसके पास से फ्रेश साबुन की खुश्बू आ रही थी. लगता था के किचन के काम कर के वो भी नहा धो के मेरे पास चुदवाने आई है ता के पसीने की स्मेल ना आए.
यह 5 – 6 महीनो मैं लक्ष्मी कुछ ज़ियादा ही जवान लगने लगी थी. उसके बूब्स भी थोड़े बड़े हो गये थे. चूत का पेडू भी कुछ उठ गया था. ळैकिन अभी भी उसकी कमसिन चूत बोहोत प्यारी लग रही थी. उसने मुझे लिटाया और पागलो की तरह से चूमने लगी और बोल रही थी के कितना तड़पाया है आपने मुझे मैं शब्दो मे बता नही सकती अब मेरे से और सहन नही होता बस अब पेल दो अपना मूसल मेरी गरम प्यासी चूत के अंदर और बड़ी तेज़ी से मेरे कपड़े निकालने लगी. थोड़ी ही देर के अंदर हम दोनो नंगे बिस्तर मे एक दूसरे से लिपटे पड़े हुए थे.



Mast Marwari Malaai ( MMM )--paart--16

Udhar kamre mai Payal aur Pinky bate kar rahe the. Wo dono to pehle se hi pakke friends the, Pinky ne poocha bol Payal kaisi rahi teri suhag raat to Payal Pinky se lipat gayee aur uske kandhe pe apna sar rakh ke rone lagi to Pinky ghabra gayee aur poocha arey arey yeh kia kar rahi hai Payal, kia hua ter ku kuch to bol na, kis shanti ne kuch bola tere ku to wo us se lipat ke bohot der tak roti rahi aur Pinky uske sar ko apne hath se sehlaa ke usko tasalli deti rahi. Jab Payal ka rona thoda kam hua to usne poocha ke kia hua Payal bata na to us ne bataya ke Pinky pehle to tere bhai ka Ling bohot hi chota sa hi hai aur usmai bilkul bhi dam nahi hai mai kia karu re samajh mai nahi aa raha hai mai tere bhai se bohot pyar karti hu pinky to Pinky ne bola ke are pagli itni si bat pe roti hai arey kabhi excitement mai bhi ho jata hai aur naya naya mamla hai na thode dino mai adjust ho jayega tu kyon fikar karti hai aur phir Raja bhi to hai na us se bol ke kuch na kuch solution nikalenge chal ab rona dhona band kar aur naha dho ke ready ho ja neeche sab log wait kar rahe honge. Aur phir Payal aur Shanti naha dho ke ready ho ke neeche aa gaye aur sab mehman aur rishtedar batein karne lage. Doosrey din sarey guests apne apne gharo ko wapas chale gaye.
Uss raat takreeban 12 baje ke baad Pooja Aunty ka phone aaya aur bohot hi dheemi awaz se boli ke Raja mai aa rahi hu door khula rakho to mai ne door khol dia aur room mai andhera kar ke wait karne laga. Thodi hi der mai aunty aa gayee aur mere se lipat gayee aur boli ke Raja tumhari yaad bohot aati hai raato mai to mai tadapti hu aur apni choot ki garmi ko apne hatho se masal masal ke shant karti hu ab aur der na karo aur iss pyasi choot ki pyas bujha do. Ham dono kamre mai aa gaye aur ek hi minute ke ander dono nange ho gaye aur pehle to 69 position mai aunty ki choot ko choos choos ke khallas kia aur jab unki choot se juice nikal raha tha tab mere Loude ko badi zor zor se choosne lagi mujhe bohot hi maza aa raha tha aaj aunty bohot josh mai choos rahi thi aisa lag raha tha jaise mere Lund ke ander se saari malai nichod lena chahti ho aur mai unke iss tareeke se choosne se foran hi unke muh mai jhad
gaya aur Lund se cream ki pichkariyan nikal nikal ke unke muh mai girne lagi jise wo sab maze se pii gayee. Mera Lund to abhi bhi fully erect tha. Ab unko neeche chitt lita ke unki tango ko khol dia aur unke ooper jhuk ke Lund ko unke geeli garam choot ke surakh mai rakh ke ek hi jhatke mai Lund ko unki bechain pyaasi choot ke ander ghused dia aur chodna shuru kar dia. Aunty apni tangein meri back se lapete aur meri gardan mai apni bahe dale bade maze se chudwa rahi thi. Aunty ko wild sex pasand tha wwo bol rahi thi chhodd daall raajjaaa aauurr zzoorrrr zzoorr seee phhaaaddd ddaalll meriii chhhoot kkooo aaahhh aur zzoorr seeeee iiiiieeeeeee aur meri back pe lipti hui tango se mujhe apni ander khech rahi thi aur mai poora Lund ko supade tak nikal nikal ke bohot zor zor se chod raha tha. Mera Lund jab unki choot ke ander ghusta to unki choot ki pankhadiya bhi Lund ke dande ke sath ander jati aur Lund ke dande ke sath hi wapas baher aa jati. Deewano ki tarah se chod raha tha aur ham dono ke badan paseene se sharaabur ho chuke the meri naak se paseena tapakne laga to aunty ne apna muh utha ke paseene ki boondo ko apne muh mai le ke chaat lia. Chudai badi tezi se chal rahi thi aur aunty ab tak 4 – 5 baar jhad chuki thi unki choot unke choot rass se bohot geeli ho chuki thi aur ab mai bhi aane hi wala tha mai ne speed aur badha di aur poori taakat se pagalo ki tarah se chodne laga aur phir ek final jhatka mara to mujhe laga ke mera musal Lund uski choot ko phaadta hua bache dani ke ander ghuss gaya hai aur mere Lund se garam garam aur gaadhi gaadhi malai ki moti moti dhariyan nikal nikal ke unki bache dani ko bharne lagi. Meri malai aunty ki choot mai girte hi wo ek bar phir se jhadne lagi aur mere se bohot zor se lipat gaye. Mai unke badan ke ooper gir gaya aur thodi der tak unke seene pe hi pada raha dono ke saansein gehri chal rahi thi. thodi der ke bad aunty uth gayi aur mujhse lipat ke pyar karne lagi aur jaate jaate boli ke kal subah breakfast mere sath hi karna kal Payal aur Shanti ko unke bangle pe bhejne ka plan hai honey moon ke liye tumhai aur pinky ko bhi jana hoga unke sath to mai ne bola ke theek hai mai subah mai aa jaunga aur mujhe kiss karte hue aur Lund ko apni mutthi mai pakad ke dabaate hue aunty chudwa ke wapas chali gayi aur mai bhe bed pe let ke gehri neend so gaya.
Subah 10 baje ke kareeb phone ki bell se aankh khuli. Aunty badi dheemi awaz mai boli ke abhi tak so rahe ho kia meri jaan, mai tumhara intezar kar rahi hu jaldi se aajao mere Raja raat ka maza abhi tak mere badan mai hai aur phir boli
kal rat ka thanks to mai ne bola ke arey aunty jaan thanks bolne ki koi zaroorat nahi , you are most welcome aap kisi bhi time bolo mai aapke liye hamesha ready hu to unho ne phone pe hi ek kiss dia aur boli ke jaldi se aa jao pooja ki jaan aur phir phone kaat dia.
Mai naha dho ke fresh ho ke unke ghar chala gaya. Table lagi hui thi. Sab guests wapas ja chuke the ab sirf ghar wale hi reh gaye the. Shanti aur Payal bhi neeche aa gaye the. Sab ne nashta kia aur phir coffee peete peete idhar udhar ki batein karne lage. Shanti aur Payal ko honeymoon ke liye unke Shameerpet wale Bangalow pe bhejne ki tayyari chal rahi thi. Aunty boli ke Shanti aur Payal chale jaye. Laxmi sath chali jayegi jo khana paka degi aur doosre kaam kar degi. Kantilal Sait ko to inn baato ki parwah nahi thi. Unki dukan pichle 4 – 5 dino se band thi unko to bass dukan kholne ki jaldi padi thi aur wo bole ke mai to dukan ko ja raha hu tum log decide karlo aur agar Pinky bhi jana chahe to usko bhej do sath mai to Pinky boli ke nahi mai nahi ja sakti mujhe aajkal utli kuch ziada hi ho rahi hai aur mera doctor ke pas appointment bhi hai aur agar kisi ko koi objection nahi ho to Raja ko bhej do unke sath to Kantilal Sait bole ke haa yeh theek rahega, pooch lo Raja se, Shanti aur Payal se agar unko koi problem nahi hai to Raja ko le jayen un dono ko kuch company bhi mil jayegi. Mei ne oopri dil se bola ke aunty yeh inka Honeymoon hai aur mai unki privacy ke chalte kabab mai haddi nahi banna chahta to Shanti ne bola ke arey yaar aisi kia baat hai tum hamari family se alag thoda hi ho aur agar tum sath rahoge to kuch company bhi rahegi phir Shanti ne payal se poocha to Payal dheemi se muskan ke sath aahista se boli ke Raja sath chale to mujhe to koi problem nahi hai chal sakte hai hamare sath hamei bhi company mil jaygi. Jab Shanti aur Payal ne dono ne Raja ke naam ko accept kar lia to dinally yehi decide kia gaya ke Shanti, Payal, Laxmi aur mai ham charo waha rahenge thode dino tak aur phir yeh sab decide hone ke baad itmenan ki saans lete hue Kantilal Sait dukan chale gaye. Sham 5 baje tak nikalne ka programme bana tha. Mai bhi tayyari karne ke liye apne ghar aa gaya aur udhar Aunty, Pinky aur Laxmi mil ke Shanti aur Payal ka samaan pack karne lage.
Programme ke mutabik sham ke 5 baje ke aas paas ham charo nayee chamakti Innova mai baith ke bungalow ki taraf chal diye. Bungalow pohochne tak rat ke takreeban 7:30 – 8:00 baj gaye the. Bungalow ko dekhte hi ham sab ke muh se WOW nikla. Bada zabardast bangla tha jis ke ooper chote chote
rangeen bulbs ka design bana hua tha aur sare bulb roshan the andhere mai dulhan baha hua tha bangla. Gate se ander aane ke baad bhi takreeban 250 meter ke bad bangla shuru hota tha. 2 floor ka bohot bada makaan tha jis ke kamre bhi bohot bade bade the. Bohot ziada land hone ki wajah se kamre, sit outs, kitchen, bathrooms waghaira sab hi bohot bade bade banaye gaye the. Ek dum se Independent unit tha yeh. Bungalow ke peeche bohot door tak garden phaila hua tha aur ek bohot hi bada egg shaped swimming pool bhi tha. Actually yeh bangla main road se 1 kilometer ander ki taraf tha jaha jane ke liye in ke farmhouse jaisi ek private road bani hui thi. Gate ke sath hi Outhouse jaha ek choukidar Shamu rehta tha. Budha tha akela hi rehta tha. Ander aane ke bad bohot bada sa sitting portion jaha pe 3 sofa set pade hue the jinke beech glass top wali 3 center tables bhi padi hui thi. Bada sa kitchen jismai sari suvedhayen moujoud thi, Fridge, oven, Microwave etc. Especially preapred Honeymoon room bohot hi bada tha aur sab se last wala jaha se bungalow ka peeche wala hissa tha jaha se swimming pool aur garden nazar aata tha. Yeh room bohot khusbudar phoolo se achi tarah se saja hua tha. Queen size double bed jispe gulabi rang ki flower wali reshmi chaddar bichi hui thi. Payal ko dance ka bohot shok tha, wo badi achi trained dancer thi aur usko western slow dance bhi bohot hi pasand tha isi liye ander ki taraf bedroom ke kareeb ek alag se bana hua dancing room tha jaha complete latest music system aur lighting system laga hua tha jaisa ke kisi film studio mai hota hai waise complete systems lage hue the aur waha ek first class full round dance floor bana hua tha.
Ghar ko ham ek ghante tak ghoom ke dekhte aur ek ek cheez ki tareef karte rahe. Shanti aur Payal ka Honeymoon room to neeche hi tha par mere liye first floor pe ek room set kia hua tha aur Laxmi ke liye bhi ground floor pe hi ek room tha laikin Shanti aur Payal ki privacy ke chalte Laxmi ko bhi first floor pe bane hue Maid’s room mai se ek room de dia gaya. Ground floor se first floor tak jane ke liye jo staircase bana hua tha waha pe ek door bhi laga hua tha jise band karne se Ground aur first floor ek dum se alag ho jate the. Aur wahi staircase pe ek door bell bhi lagi hui thi jise baja ke first floor pe kisi ko bhi kisi zaroorat ke liye pukara ja sakta tha. Raat ke khane ke bad ham teeno ghoomne ke liye garden mai nikal gaye aur Laxmi khana kha ke bartan waghaira dho ke ooper apne kamre mai sone ke liye chali gayee. Payal aur Shanti kisi lovers ki tarah ek doosre ke hatho mai hath dale chal rahe the kabhi kabhi koi romantic bat ek doosre ke kaan mai kar ke muskurane lagte. Kaafi der
tak baher garden aur swimming pool ke paas ghoomne ke bad mai ne bola ke tum log yahi garden mai baith jao aur chandni raat ke full moon ko enjoy karo aur muskurate hue bola ke aur haa romance bhi karo mai ab tum dono ke beech mai kabab mai haddi nahi banna chahta, mai ja raha hu sone ke liye. Yeh keh kar mai chala aaya aur Ground floor aur first floor ke beech ke door ko ander se lock kar dia taa ke koi bina bataye ke ooper na aa sake aur apne kamre mai aa gaya. Apne kamre ki light kholi, dekha to mere bed pe Laxmi nangi leti mera intezar kar rahi thi. Mai Payal ki khubsurti dekh ke waise hi pagal ho chuka tha aur ab Laxmi ko apne bed pe nangi lete dekh ke to mera Lund ek dum se attention mai aa gya. Mai ne poocha ke agar Shanti kamre mai aa jata to kia karti, kia aise hi nange lete rehti to usne muskurate hue mujhe window se baher dekhne ke liye bola, window se baher dekha to Shanti aur Payal ek jhaad ke neeche khade ek doosre se lipte kissing kar rahe the ise dekh ke Laxmi ne bola ke mai ne dekh lia tha ke aap akele hi aa rahe ho isi liye mai aapke liye ready ho gayi meri chudai bhi bohot dino se nahi hui na aur meri choot bohot hi pyasi ho gayee hai ise apne Lund ka pani pila kar iski pyas ko bujha do aur yeh bohot bhooki hai ise apne Lund ki malai khila do aur mera hath pakad ke bistar mai khech lia. Uske pas se fresh sabun ki khushbu aa rahi thi. Lagta tha ke kitchen ke kaam kar ke wo bhi naha dho ke mere pas chudwane ayi hai taa ke paseene ki smell na aye.
Yeh 5 – 6 mahino mai Laxmi kuch ziada hi jawan lagne lagi thi. uske boobs bhi thode bade ho gaye the. Choot ka pedu bhi kuch uth gaya tha. Laikin abhi bhi uski kamsin choot bohot pyari lag rahi thi. Usne mujhe litaya aur pagalo ki tarah se choomne lagi aur bol rahi thi ke kitna tadapay hai aapne mujhe mai shabdo mai bata nahi sakti ab mere se aur sahan nahi hota bas ab pel do apna musal meri garam pyasi choot ke ander aur badi tezi se mere kapde nikalne lagi. Thodi hi der ke ander ham dono nange bistar mai ek doosre se lipte pade hue the.

--
साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
आपका दोस्त
राज शर्मा

(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj


































































































































































Tags = राज शर्मा की कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ Raj sharma stories , kaamuk kahaaniya , rajsharma
हिंदी सेक्सी कहानिया चुदाई की कहानियाँ उत्तेजक कहानिया
Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स | सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स | vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा | सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such | सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई | एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein | चुटकले चुदाई के | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain | चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा | सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai | payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ | हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी | हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai | mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना,

No comments:

Raj-Sharma-Stories.com

Raj-Sharma-Stories.com

erotic_art_and_fentency Headline Animator