Saturday, June 12, 2010

बुझाए ना बुझे ये प्यास--13

raj sharma stories राज शर्मा की कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँहिंदी सेक्सी कहानिया चुदाई की कहानियाँ उत्तेजक कहानिया rajsharma ki kahaniya ,रेप कहानिया ,सेक्सी कहानिया , कलयुग की सेक्सी कहानियाँ , मराठी सेक्स स्टोरीज , चूत की कहानिया , सेक्स स्लेव्स ,

बुझाए ना बुझे ये प्यास--13

"क्या तुम्हारी चूत गीली हो चुकी है?" उसने पूछा.

"हां किसी खुली नाल की तरह बह रही है." उसने भी शरम करते
हुए जवाब दिया.

"क्या तुम्हारी चुचियाँ कठोर हो चुकी है... तुम्हारे निपल खड़े
हो गये है?" उसने कहा.

"ऑश हाआं" उसने एक गहरी सांस लेते हुए कहा.

"अपनी चुचियों को गाउन से बाहर निकाल कर अपने निपल को भींचो."

जैसा राज ने कहा उसने वैसे ही किया और उसके मुँह से इस्कारी फूट
पड़ी, 'म्‍म्म्ममममममममम. "

"अपनी उंगली अपनी चूत मे डालो."

महक ने अपने गाउन को अपनी जाँघो पर से खिसकाया और अपन उंगली को
अपनी चूत मे अंदर तक घुसेड दिया..."ओह" एक कराह निकाल पड़ी
उसके मुँह से.

"अब अपनी उंगली से अपनी चूत को चोदो."

उसने अपनी उंगली को थोड़ा बाहर निकाला और फिर उसे अंदर तक घुसा
दिया... वो इसी तरह अपनी उंगली को अंदर बाहर कर अपनी चूत को
चोदने लगी. उसकी सिसकारिया सुन कर वहाँ राज का लंड तन कर खड़ा
हो चुका था. उसने अपने लंड को अपनी अंडरवेर से बाहर निकाला और
उसे मसल्ने लगा.

"मेरा लंड तन कर खड़ा हो चुका है और में इसे जोरों से मसल
रहा हूँ... में जानता हूँ अगर तुम मेरे पास होती तो मेरे लंड को
ज़रूर चूसना पसंद करती...."

"ऑश हाआं हाआं." उसने जवाद दिया, अपने मुँह मे गरम लंड के
एहसास ने उसकी चूत को और गरमा दिया.. उसकी चूत मे जोरों से
खुजली मचने लगी और वो और ज़ोर से अपनी उंगली अंदर बाहर करने
लगी. उसकी सिसकारियों की आवाज़ फोन पर और बढ़ने लगी.

'हां.. में यही चाहता हूँ की तुम अपनी चूत को अपनी उंगली से
तब तक चोदति रहो जब तक की तुम्हारी चूत पानी ना छ्चोड़ दे."

इन गंदी बातों ने महक की चूत की आग और भड़का दी थी.. वो अब
अपनी एक उंगली की बजाई दो उंगली चूत मे डाल कर अंदर बाहर करने
लगी... उसकी चूत मे उबाल बढ़ रहा था.... उसने अपनी सिसकियों को
रोकने के लिए अपना चेहरा वहाँ पड़े एक तकिये मे छुपा लिया और ज़ोर
से सिसकते हुए उंगली अंदर बाहर करने लगी... तभी उसकी चूत ज़ोर
से कड़ी और पानी छोड़ने लगी...

अपनी उखड़ी सांसो पर काबू पाते हुए उसने फोन पर कहा, "ओह राज
मज़ाअ आ गया....."

राज अभी भी अपने लंड को मसल रहा था... वो उसकी सिकियों को फोन
पर सुन रहा था.. वो भी अपने लंड को पानी छुड़ाना चाहता था
लेकिन अभी उसका लंड तय्यार नाहुआ था.. वो और जोरों से अपने लंड को
मसल्ने लगा और महक से बोला.

"मुझसे बात करो और मेरे लंड का पानी छुड़ाने मे मेरी मदद करो."
उसने महक से कहा.

महक के चेहरे पर एक शैतानी मुस्कुराहट आ गयी... वो याद करने
लगी किस तरह राज ने उससे फोन पर बात करते हुए उकसाया था....

"काश इस समय में तुम्हारा लंड चूस रही होती." उसने कहा. "क्या
में तुम्हारा लंड चूसों?"

"हां" उसने जवाब दिया. राज को महक की ये सेक्सी बातें सुनकर मज़ा
आने लगा और वो अपने लंड को ज़ोर से घिसने लगा.

महक को भी इस नये खेल मे मज़ा आने लगा....."में तुम्हारा लंड
चूसना चाहती हूँ... अपनी जीएब तुम्हारे लंड पर घूमना चाहती
हूऊं... और जब तुम्हारा पानी छूटने वाला हूऊ तो में चाहती
हूँ की तुम मेरी चुचियों को अपने रस से नहला दो."

महक की मीठी और सेक्सी आवाज़ ने जादुई असर किया राज पर और उसका
लंड झटके मारने लगा. उसकी गोलैईयों मे उबाल तेज होने लगा.

महक उस लम्हे को याद करने लगी जब शाम को राज ने उसकी चुचियों
को अपने वीर्या की पिचकारी से नहलाया था. वो उसी लम्हे को राज के
साथ इस समाय बाँटना चाहती थी.

"तुम्हे पता है जब तुम मेरी चुचियों पर अपना मदन रस चिड़क कर
चले गये तो में तुम्हारे जाने के बाद उस रस को चट्टी रही.
तुम्हारे वीर्या का स्वाद बहोत अक्चा है." उसने कहा.

"वो मेरे वीर्या को छाती और उसे स्वाद अक्चा लगा"... इस ख़याल ने
ही राज के लंड को और उतेज़ित कर दिया और उसके लंड ने झटका खाते
हुए पिचकारी छ्चोड़ दी... एक लंबी धार ज़मीन पर गिरी फिर दूसरी
फिर तीसरी.... वो हुंकार भर कर अपने लंड का पनी छोड़ता रहा.

महक ने फोन पर उसकी हुंकार सुनी और उसे खुद पर गर्व होने लग
की उसने सिर्फ़ बात करके उसका पानी छुड़वा दिया ठीक उसी तरह जिस
तरह उसने उसकी चूत की प्यास बुझाई थी. राज की हुंकार और
सिसकारियाँ सुन कर उसे आनंद हो रहा था.

जब राज की साँसे थोडी संभली तो उसने फोन पर कहा, "अगली बार जब
तुम्हारा पति जब सहर के बाहर चला जाए तो मुझे फोन करना."
कहकर उसने फोन रख दिया.

महक ने भी फोन रख दिया और अपने कपड़े ठीक कर वहीं सोफे पर
लेट गयी. वो इतना थक चुकी थी की कब उसे गहरी नींद ने आ घेरा
उसे पता ही नही चला.

महक के पति को सहर के बाहर जाने मे अभी दो हफ्ते पड़े थे और
वो पागल हुए जा रही थी... उसकी चूत मे खुजली मची हुई थी...
एक आग लगी हुई थी... उसकी समझ मे नही आ रहा था की वो क्या
करे... उसने राज को फोन नही किया था... वो नही चाहती थी की
उसके पति को किसी प्रकार का शॅक हो या फिर वो पकड़ी जाए......

अपने पति के साथ वो पहले से कहीं उग्र हो गयी थी... हर समय वो
उसे किसी ना किसी अदा या हरकत से उत्तेजित करने लगी... लेकिन वो था
की जैसे उसे किसी चीज़ का असर ही नही होता था.. अपनी तड़पति बीवी
की भावनाओ को वो पढ़ नही पता था.. उसके बदन से निकलती आग को
वो एहसास नही कर सका.. और हर बार की तरह अपना मतलब निकाल वो
उसे तड़प्ता छ्चोड़ देता.

महक अब रेग्युलर तौर पर हस्तमैथुन करने लगी थी.. और उसकी
चूत पानी भी छोड़ती थी... लेकिन कहाँ एक मोटा ताज़ा लंड और कहाँ
नाज़ुक मुलायम छोटी सी उंगलियाँ... उसे वो सुख प्राप्त नही होता था
जो उसने राज के लंड से महसूस किया था. उसे याद आती रहती थी वो
गंदी बातें जो राज ने उसके साथ के थी.. वो राज के साथ और उसके
लंड के लिए मारी जा रही थी.. पागल हो रही थी..

आख़िर एक दिन उसके पति ने ऑफीस से फोन कर कहा की वो उसका
सूटकेस पॅक कर दे क्यों की वो आज की रात टूर पर सहर के बाहर
जा रहा है. महक दिन भर उसका समान पॅक करती रही और सपने
देखती रही कब राज आएगा और उसकी ज़रूरतों को पूरा करेगा.

उसका पति शाम को घर आया और तुरंत ही एरपोर्ट के लिए रवाना हो
गया. उसने महक को बताया की इस बार हो सकता है की वो लंबे समय
के लिए टूर पर रहेगा. कहने को तो महक उसके ज़्यादा लंबे समय
तक बाहर रहेने के लिए नाराज़गी दीखी लेकिन दीमग मे सिर्फ़ राज
बसा हुआ था. उसने अपने पति को चूम कर विदा किया, और शायद वो
अभी तक टॅक्सी मे भी नही बैठा होगा की महक ने राज को उसके सेल
फोन पर मेसेज कर दिया उसका पति बाहर जा रहा है और वो रात
को आ सकता है.

फोन रखने के बाद वो तुरंत बाथरूम मे घुस गयी और तय्यार होने
लग गयी.... आज की रात अपने जवान प्रेमी की बाहों मे गुज़रने के
लिए.... उसके साथ सेक्स का हर वो खेल खेलने के लिए जो उसने आज तक
नही खेले थे. वो तय्यार होकर अपने प्रेमी का इंतेज़ार करने लगी.

आने वाले दो घंटे तक महक उसके फोन का इंतेज़ार करती रही. वो
हर आधे घंटे पर उसके वाय्स मैल पर मेसेज छोड़ती लेकिन राज का
फोन नही आया. आख़िर उसे विश्वास हो गया की राज आज की रात नही
आएगा. बदहवास सी वो अपने कमरे मे गयी और कपड़े बदल कर उसने
नाइट गाउन पहन लिया. वो हॉल मे आई और सोफे पर बैठ कर टीवी
देखने लगी. करीब 11.30 कब उसे नींद आ गयी उसे पता नही लेकिन
12.30 के करीब उसके दरवाज़े पर दस्तक हुई तो उसकी नींद टूटी. वो
दौड़ती हुई दरवाज़े की तरफ भागी की शायद राज हो.

ऐसा नही था की राज को महक के कॉल या मेसेज नही मिले थे,
लेकिन उसे महक को तड़पने मे मज़ा आ रहट था. वो जानता था की
जीतन वो तडपेगी उतनी ही वो उसके काबू मे रहेगी.. आख़िर उसने उसे
फोन करने का निस्चे कर लिया. रात के 12.00 बजे थे जब उसने
महक को फोन मिलाया...... ..

राज जब महक के घर के बाहर पहुँचा तो उसने खिड़की से देखा की
महक सोफे पर लेती हुई थी और टीवी चल रहा था... और जब उसने
घंटी बजाई और जिस तरह से महक उठी और उसके चेहरे पर चमक
आई वो समझ गया की ये छीनाल अब सारी ज़िंदगी उसकी हो के रहेगी
महक ने दरवाज़ा खोला और उसे घर मे खींचते हुए दरवाज़ा बंद
कर लिया जिससे कोई पड़ोसी इस आधी रात को किसी मेहमान को उसके घर
मे आते ना देख ले.

"कितना इंतेज़ार कराया तुमने..... में तो सोची थी की तुम आओगे ही
नही." महक ने कहा.

दोनो अभी भी दरवाज़े पर ही खड़े थे.... लेकिन महक ना बिना
इंतेज़ार किए.... अपने घुटनो पर हुई और उसकी पॅंट के बटन खोलने
लगी.... फिर उसने उसकी पॅंट को नीचे खिसका दी और साथ मे उसके
अंडरवेर को भि.....ऽउर फिर सामने था उसका मन पसंद खिलोना
जिससे आज वो जी भर कर खेलना चाहती थी.... अपने मन की हर मुराद
पूरी करना चाहती थी... उसका लंड तन कर खड़ा हो रहा था.....

महक थोडी देर तक उसके लंड को देखती रही... जो उसके दिल की हर
धड़कन के साथ लंबा और मोटा हो रहा था..... जब वो पूरी तरह
तन कर खड़ा हो गया तो उसने उसे पकड़ लिया और अपने चेहरे पर
घिसने लगी..... फिर अपने मुँह को पूरा खोल उसने राज के लंड को
पूरा अंदर अपने गले तक ले लिया...... फिर अपने मुँह को उपर नीचे
कर उसके लंड को चूसने लगी...

महक ने एक हाथ से उसके लंड को नीचे गोलियों से पकडा और दूसरे
हाथ से उसकी गॅंड सहलाते हुए उसका लंड चूसने लगी. किसी भूकि
बाकची की तरह वो उसके लंड को चूस रही थी.

"मुझे लगता है की तुम मेरे लंड के लिए बहोत ज़्यादा भूकि हो?"
राज ने उसे चिढ़ाते हुए कहा.

महक ने उसके लंड को एक पल के लिए अपने मुँह से बाहर निकाला और
कहा, "हां बहोत ज़्यादा.'

राज देखने लगा की किस तरह एक 45 साल की औरत जो उसके दोस्त की मा
थी.... किसी छीनाल रंडी की तरह उसके लंड को गले तक लेकर चूस
रहित ही.... उसका मन तो किया की उसके सिर को पकड़ उसके मुँह को
चोदना शुरू कर दे... लेकिन वो चूस ही इतनी आक्ची तरह से रही
थी की उसे धक्के मारने की ज़रूरत ही महसूस नही हुई... वो दीवार
के सहारे खड़े हुए मज़े लेने लगा.

"तुम्हारा पति तुम्हारी चूत का ख़याल नही रखता है, है ना म्र्स
सहगल...? राज ने पूछा.

महक जानती थी की राज इस प्रशनि का उत्तर जानता है सिर्फ़ उसे
चिढ़ने के लिए ही पूछ रहा है इसलिए उसने कोई जवाब नही दिया.

"हाआं चूसो ऐसे ही चूसो तुम बहोट अछा लंड चूस्टी ःओओ... श
हां चूसो."

राज की बातें उसकी चूत मे लगी आग को और भड़का रही थी. उसने
अपना हाथ नीचे किया और अपने गाउन को उठा अपनी चूत पर रख
दिया. अपनी दो उंगलियों को अंदर दल वो अपनी चूत को उंगली से चोदने
लगी..... उसकी चूत पूरी तरह गीली हो चुकी थी..... वो चाहती
थी की राज आज की रात को याद रखे और भविष्या मे कभी उसे
इंतेज़ार ना कराए..... वो ज़ोर ज़ोर से उसके लंड को अपने मुँह के अंदर
बाहर करने लगी.

महक ज़ोर ज़ोर से उसके लंड को चूस रहित थी और साथ ही अपनी चूत
मे उंगल कर रही थी...... लंड चूस्टे चूस्टे उसे याद आया की
राज ने कहा था की वो उसके मुँह मे नही झदेगा.... उसने उसके लंड
को अपने मुँह से निकाला और राज से बोली..." में चाहती हूँ की इस बार
तुम मेरे मुँह मे अपना पानी छ्चोड़ो."

"कितनी बड़ी रंडी हो तुम? राज ना कहा, "अब तुम चाहती हो में अपने
लंड का पानी तुम्हारे मुँह मे छोड़ूं?"

"हां में तुम्हारे इस लंड अमृत का रस चखना चाहती हूँ," महक
उसके लंड को मसल्ते हुए बोली.

महक की बात सुनकर उत्तेजना मे उसका लंड उछाल पड़ा. राज ने उसके
बालों को पकडा और उसके मुँह को सीधा कर एक ही जाहतके मे अपना लंड
उसके मुँह मे घुसा दिया.... "ठीक है मेरी छीनाल रंडी अब मेी
तुम्हारे मुँह मे पानी छोड़ूँगा और तुम इस सारा का सारा पी जाना."

राज जितनी उससे गंदी बातें करता माहेक को उतना ही अक्चा लग रहा
था और उसकी चाहत और बढ़ने लगती... वो जोरों से अपनी चूत मे
उंगल अंदर बाहर कर रही थी... उसके मुँह से एक ज़ोर की आ निकाली
और उसकी चूत ने पानी छ्चोड़ दिया....






Tags = राज शर्मा की कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ Raj sharma stories , kaamuk kahaaniya , rajsharma हिंदी सेक्सी कहानिया चुदाई की कहानियाँ उत्तेजक कहानिया Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स | सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स | vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा | सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such | सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई | एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein | चुटकले चुदाई के | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain | चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा | सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai | payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ | हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी | हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai | mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना,

No comments:

Raj-Sharma-Stories.com

Raj-Sharma-Stories.com

erotic_art_and_fentency Headline Animator